कैथल में युवक पर हमले के विरोध में महापंचायत:पार्षद प्रतिनिधि को ठहराया कसूरवार, हमले के लिए बदमाशों को दी थी सुपारी

कैथल में युवक पर हमले के विरोध में महापंचायत:पार्षद प्रतिनिधि को ठहराया कसूरवार, हमले के लिए बदमाशों को दी थी सुपारी

कैथल में शहर के बालाजी कॉलोनी निवासी डेयरी संचालक प्रवीण कुमार पर हमले के विरोध में रविवार को सीवन गेट की जिला सर्व ब्राह्मण धर्मशाला में हुई महापंचायत में समाज के प्रबुद्ध लोगों ने हमले की कड़ी निंदा की। पंचायत में लोगों ने जाहिर किया गुस्सा हमले के आरोपी विनोद के खिलाफ पंचायत में लोगों ने गुस्सा जाहिर किया। लेकिन एक सुर से उसके खिलाफ कोई फैसला नहीं हो सका। हालांकि जल्द ही जाम लगाने की बात जरूर हुई। ‌पंचायत में पीड़ित प्रवीण शर्मा ने पंचायत के सामने आपबीती बताई कि किस तरह विनोद ने बदमाश भेज कर उसे पर हमला करवाया और पत्नी सहित उसे चोटें मारी। हमलावरों की दी थी सुपारी पीड़ित प्रवीण ने बताया कि विनोद ने बदमाशों से उसकी दोनों बाजू और दोनों टांगें तोड़ने के लिए 3 लाख रुपए की सुपारी दी थी। जिसमें से उन्हें गूगल पे पर और नगदी के माध्यम से डेढ़ लाख रुपए अदा भी कर दिए थे। बाकी रुपए वारदात के बाद देने थे। बदमाशों के साथ हुई चैट और नगदी देने के सभी सबूत पुलिस और उसके पास मौजूद है। प्रवीण ने इस मामले में एक पुलिस कर्मचारी पर भी आरोप लगाए है। ‌प्रवीण ने बताया कि उसने कभी भी विनोद या उसके बेटे के खिलाफ आरटीआई नहीं लगाई। उसने बस उसके खिलाफ चुनाव लड़ा था। जिसकी रंजिश के कारण उसे पर हमला करवाया गया। आंगनबाड़ी की प्रदेश सचिव ने लगाए आरोप आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश सचिव शकुंतला शर्मा ने भी विनोद पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्हें भी उसने एक झूठे केस में फंसाया था। पार्षद सुशीला शर्मा ने भी बताया कि विनोद ने उसकी नौकरानी को बहकाकर उसे पर अनुसूचित जाति अधिनियम लगवा दिया था। ब्राह्मण सभा के प्रदेश अध्यक्ष व विनोद के भाई पवन शर्मा पहलवान ने कहा कि वह हमले की निंदा करते हैं। पवन ने बताया कि उन्हें विनोद ने कहा था कि प्रवीण उसके खिलाफ आरटीआई लगता है। जिसकी रंजिश के कारण उसने यह हमला करवाया है। पवन शर्मा ने कहा कि वे इस मामले में किसी भी प्रकार विनोद का सहयोग नहीं करेंगे। वह दोनों पक्षों में से किसी की भी कोई मदद नहीं करेंगे। बस निंदा तक ही सिमट गई पंचायत पंचायत की अध्यक्षता करते हुए मोहनलाल शर्मा ने कहा कि सबसे पहले पीड़ित यह बताएं कि उसने किस उद्देश्य से पंचायत का आयोजन किया है और वह समाज की इस मामले में क्या मदद चाहता है। प्रवीण शर्मा व राजू डोहर ने विनोद के खिलाफ फैसला लेने का अधिकार समाज की पंचायत को सौंप दिया। वक्ताओं ने पवन शर्मा पहलवान से विनोद को लेकर खूब सवाल जवाब किए। यहां तक कहां गया कि वह विनोद का पक्ष लेने के लिए ही पंचायत में आए हैं, लेकिन पवन शर्मा ने इन सभी बातों का खंडन करते हुए कहा कि वह ने तो प्रधान होने के नाते और ना ही विनोद का भाई होने के नाते पंचायत में आए हैं। वह समाज का एक अंग है।‌ इसलिए वह खुलकर हमले का विरोध करते हैं। कमेटी बनाने को लेकर आया प्रस्ताव पंचायत में कहा गया कि समाज जो भी फैसला लेगा। वह उन्हें मान्य होगा। पीड़ित पक्ष के प्रवीण ने जख्मी हालत में अपना दुख लोगों के सामने बयान किया, लेकिन पंचायत बुलाने का वह कोई कारण स्पष्ट नहीं कर सके। पंचायत में कई बार निर्णय लेने के लिए 11 सदस्यों की कमेटी गठन करने का भी प्रस्ताव आया। कोई निर्णय हो पता इससे पहले ही वाद विवाद में पंचायत समाप्त हो गई। कैथल में शहर के बालाजी कॉलोनी निवासी डेयरी संचालक प्रवीण कुमार पर हमले के विरोध में रविवार को सीवन गेट की जिला सर्व ब्राह्मण धर्मशाला में हुई महापंचायत में समाज के प्रबुद्ध लोगों ने हमले की कड़ी निंदा की। पंचायत में लोगों ने जाहिर किया गुस्सा हमले के आरोपी विनोद के खिलाफ पंचायत में लोगों ने गुस्सा जाहिर किया। लेकिन एक सुर से उसके खिलाफ कोई फैसला नहीं हो सका। हालांकि जल्द ही जाम लगाने की बात जरूर हुई। ‌पंचायत में पीड़ित प्रवीण शर्मा ने पंचायत के सामने आपबीती बताई कि किस तरह विनोद ने बदमाश भेज कर उसे पर हमला करवाया और पत्नी सहित उसे चोटें मारी। हमलावरों की दी थी सुपारी पीड़ित प्रवीण ने बताया कि विनोद ने बदमाशों से उसकी दोनों बाजू और दोनों टांगें तोड़ने के लिए 3 लाख रुपए की सुपारी दी थी। जिसमें से उन्हें गूगल पे पर और नगदी के माध्यम से डेढ़ लाख रुपए अदा भी कर दिए थे। बाकी रुपए वारदात के बाद देने थे। बदमाशों के साथ हुई चैट और नगदी देने के सभी सबूत पुलिस और उसके पास मौजूद है। प्रवीण ने इस मामले में एक पुलिस कर्मचारी पर भी आरोप लगाए है। ‌प्रवीण ने बताया कि उसने कभी भी विनोद या उसके बेटे के खिलाफ आरटीआई नहीं लगाई। उसने बस उसके खिलाफ चुनाव लड़ा था। जिसकी रंजिश के कारण उसे पर हमला करवाया गया। आंगनबाड़ी की प्रदेश सचिव ने लगाए आरोप आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश सचिव शकुंतला शर्मा ने भी विनोद पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्हें भी उसने एक झूठे केस में फंसाया था। पार्षद सुशीला शर्मा ने भी बताया कि विनोद ने उसकी नौकरानी को बहकाकर उसे पर अनुसूचित जाति अधिनियम लगवा दिया था। ब्राह्मण सभा के प्रदेश अध्यक्ष व विनोद के भाई पवन शर्मा पहलवान ने कहा कि वह हमले की निंदा करते हैं। पवन ने बताया कि उन्हें विनोद ने कहा था कि प्रवीण उसके खिलाफ आरटीआई लगता है। जिसकी रंजिश के कारण उसने यह हमला करवाया है। पवन शर्मा ने कहा कि वे इस मामले में किसी भी प्रकार विनोद का सहयोग नहीं करेंगे। वह दोनों पक्षों में से किसी की भी कोई मदद नहीं करेंगे। बस निंदा तक ही सिमट गई पंचायत पंचायत की अध्यक्षता करते हुए मोहनलाल शर्मा ने कहा कि सबसे पहले पीड़ित यह बताएं कि उसने किस उद्देश्य से पंचायत का आयोजन किया है और वह समाज की इस मामले में क्या मदद चाहता है। प्रवीण शर्मा व राजू डोहर ने विनोद के खिलाफ फैसला लेने का अधिकार समाज की पंचायत को सौंप दिया। वक्ताओं ने पवन शर्मा पहलवान से विनोद को लेकर खूब सवाल जवाब किए। यहां तक कहां गया कि वह विनोद का पक्ष लेने के लिए ही पंचायत में आए हैं, लेकिन पवन शर्मा ने इन सभी बातों का खंडन करते हुए कहा कि वह ने तो प्रधान होने के नाते और ना ही विनोद का भाई होने के नाते पंचायत में आए हैं। वह समाज का एक अंग है।‌ इसलिए वह खुलकर हमले का विरोध करते हैं। कमेटी बनाने को लेकर आया प्रस्ताव पंचायत में कहा गया कि समाज जो भी फैसला लेगा। वह उन्हें मान्य होगा। पीड़ित पक्ष के प्रवीण ने जख्मी हालत में अपना दुख लोगों के सामने बयान किया, लेकिन पंचायत बुलाने का वह कोई कारण स्पष्ट नहीं कर सके। पंचायत में कई बार निर्णय लेने के लिए 11 सदस्यों की कमेटी गठन करने का भी प्रस्ताव आया। कोई निर्णय हो पता इससे पहले ही वाद विवाद में पंचायत समाप्त हो गई।   हरियाणा | दैनिक भास्कर