कैथल में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम द्वारा पकड़ा गया पूर्व पार्षद रिमांड के पहले ही दिन बीमार हो गया, जिसे एसीबी की टीम ने अस्पताल में दाखिल करवाया और उसका इलाज करवाया। इससे पूर्व उसका इलाज करवाने के लिए कोर्ट से अनुमति ली गई। अस्पताल में उसके टेस्ट करवाए गए और दवाइयां दिलवाकर अब फिर से उसको रिमांड के लिए लाया गया। अब रिमांड के दौरान यह भी पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि आरोपी ने कितने लोगों से पैसे लिए हैं। व्यापारी से मांग रहा था पैसे बता दें कि टीम ने कैथल के पूर्व पार्षद को 4 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। वह डीसी को पैसे देने के नाम पर व्यापारी से और पैसे मांग रहा था। व्यापारी को धमकी दी गई थी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो कार्रवाई तय है। पकड़े गए आरोपी की पहचान सेक्टर-19 निवासी कमल मित्तल के रूप में हुई है। आरोपी आरटीआई और सीएम विंडो पर शिकायत करने और सेटलमेंट करने की एवज में पैसे लेता था। टीम यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि वह किन-किन अधिकारियों के संपर्क में था और अब तक उसने कितने पैसे ऐंठ लिए हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दी कैथल निवासी व्यापारी संदीप गर्ग ने 18 अप्रैल को एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दी थी। बताया कि उसकी पुराने बस स्टैंड के पास जमीन है, जिस पर उसने बिल्डिंग बनवाई थी। आरोपी ने इसकी शिकायत कर बिल्डिंग को सील करवा दिया था। इसके बाद उसके शिकायतकर्ता कमल मित्तल से संपर्क साधा। उसने 5 लाख 20 हजार रुपए लेकर सील को खुलवा दिया। इसके बाद भी आरोपी ने RTI और सीएम विंडो पर उसकी शिकायत कर दी। उसकी बिल्डिंग की सील खुल गई थी। वह खुश था कि तभी पता चला कि कमल मित्तल ने उसकी दोबारा शिकायत कर दी है। रुपए देने की मांग की उसने फिर कमल से संपर्क किया और पूछा कि वह तो रुपए दे चुका है और सील भी खुल चुकी है, अब शिकायत क्यों। आरोप है कि कमल ने उसे जवाब दिया कि कुछ पैसे DC भी तो मांग रहा है। 4 लाख रुपए देने की डिमांड रखी। इसीलिए उसने एंटी करप्शन ब्यूरो से संपर्क किया और पूरे मामले की जानकारी दी। टीम ने उसे 4.20 लाख रुपए देकर उसे कमल के बताए गए होटल में भेज दिया। जैसे ही उसने रुपए कमल को थमाए, वैसे ही टीम ने उसे दबोच लिया। इस संबंध में डीसी प्रीति का कहना है कि अगर कोई भी व्यक्ति आमजन से किसी अधिकारी के नाम पर पैसे मांगता है तो इसकी शिकायत तुरंत डीसी कार्यालय में करें या फिर समाधान दिवस में शिकायत दें। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कैथल में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम द्वारा पकड़ा गया पूर्व पार्षद रिमांड के पहले ही दिन बीमार हो गया, जिसे एसीबी की टीम ने अस्पताल में दाखिल करवाया और उसका इलाज करवाया। इससे पूर्व उसका इलाज करवाने के लिए कोर्ट से अनुमति ली गई। अस्पताल में उसके टेस्ट करवाए गए और दवाइयां दिलवाकर अब फिर से उसको रिमांड के लिए लाया गया। अब रिमांड के दौरान यह भी पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि आरोपी ने कितने लोगों से पैसे लिए हैं। व्यापारी से मांग रहा था पैसे बता दें कि टीम ने कैथल के पूर्व पार्षद को 4 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। वह डीसी को पैसे देने के नाम पर व्यापारी से और पैसे मांग रहा था। व्यापारी को धमकी दी गई थी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो कार्रवाई तय है। पकड़े गए आरोपी की पहचान सेक्टर-19 निवासी कमल मित्तल के रूप में हुई है। आरोपी आरटीआई और सीएम विंडो पर शिकायत करने और सेटलमेंट करने की एवज में पैसे लेता था। टीम यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि वह किन-किन अधिकारियों के संपर्क में था और अब तक उसने कितने पैसे ऐंठ लिए हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दी कैथल निवासी व्यापारी संदीप गर्ग ने 18 अप्रैल को एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दी थी। बताया कि उसकी पुराने बस स्टैंड के पास जमीन है, जिस पर उसने बिल्डिंग बनवाई थी। आरोपी ने इसकी शिकायत कर बिल्डिंग को सील करवा दिया था। इसके बाद उसके शिकायतकर्ता कमल मित्तल से संपर्क साधा। उसने 5 लाख 20 हजार रुपए लेकर सील को खुलवा दिया। इसके बाद भी आरोपी ने RTI और सीएम विंडो पर उसकी शिकायत कर दी। उसकी बिल्डिंग की सील खुल गई थी। वह खुश था कि तभी पता चला कि कमल मित्तल ने उसकी दोबारा शिकायत कर दी है। रुपए देने की मांग की उसने फिर कमल से संपर्क किया और पूछा कि वह तो रुपए दे चुका है और सील भी खुल चुकी है, अब शिकायत क्यों। आरोप है कि कमल ने उसे जवाब दिया कि कुछ पैसे DC भी तो मांग रहा है। 4 लाख रुपए देने की डिमांड रखी। इसीलिए उसने एंटी करप्शन ब्यूरो से संपर्क किया और पूरे मामले की जानकारी दी। टीम ने उसे 4.20 लाख रुपए देकर उसे कमल के बताए गए होटल में भेज दिया। जैसे ही उसने रुपए कमल को थमाए, वैसे ही टीम ने उसे दबोच लिया। इस संबंध में डीसी प्रीति का कहना है कि अगर कोई भी व्यक्ति आमजन से किसी अधिकारी के नाम पर पैसे मांगता है तो इसकी शिकायत तुरंत डीसी कार्यालय में करें या फिर समाधान दिवस में शिकायत दें। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
