हरियाणा के कैथल में जिला परिषद में स्वच्छता अभियान की ग्रांट में 10 करोड़ रुपए के घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) अभी मास्टर माइंड को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जिला परिषद की डिप्टी सीईओ अभी फरार है। एसीबी ने एक दिन पहले ही एक्सईएन, जेई और ठेकेदार सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन सातों को आज कोर्ट में पेश किया गया। एसीबी ने मामले में आगे की जांच के लिए इनको 2 दिन के रिमांड पर लिया है। कैथल में 10 करोड़ के सफाई घोटाले में एसीबी ने कैथल में पंचायती राज के एसडीओ रहे रोहतक के एक्सईएन नवीन, कैथल में पंचायती राज के जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत के साथ पंचायती राज के ठेकेदार गांव फरियाबाद निवासी दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू, ठेकेदार राजेश व पूंडरी निवासी अनिल को मंगलवार काे गिरफ्तार किया था। बुधवार को एसीबी ने इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और दो दिन का रिमांड प्राप्त किया है। आरोपियों ने गांवों में सफाई के लिए आए 10 करोड़ रुपए में महज 30 प्रतिशत तक की राशि खर्च कर कार्य किए थे। इस मामले में कुल 15 आरोपी हैं। इसमें 9 ठेकेदार व 6 अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रभारी महेंद्र ने बताया कि सात आरोपियों ने अपने खाते में रुपए डालने की बात कबूली है। उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है, जहां से उनका दो दिन का रिमांड लिया गया है। अब इन आरोपियों से रिकवरी करने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, अभी भी 10 टीमें मास्टर माइंड सहित अन्य फरार 8 आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दे रही हैं। हरियाणा के कैथल में जिला परिषद में स्वच्छता अभियान की ग्रांट में 10 करोड़ रुपए के घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) अभी मास्टर माइंड को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जिला परिषद की डिप्टी सीईओ अभी फरार है। एसीबी ने एक दिन पहले ही एक्सईएन, जेई और ठेकेदार सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन सातों को आज कोर्ट में पेश किया गया। एसीबी ने मामले में आगे की जांच के लिए इनको 2 दिन के रिमांड पर लिया है। कैथल में 10 करोड़ के सफाई घोटाले में एसीबी ने कैथल में पंचायती राज के एसडीओ रहे रोहतक के एक्सईएन नवीन, कैथल में पंचायती राज के जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत के साथ पंचायती राज के ठेकेदार गांव फरियाबाद निवासी दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू, ठेकेदार राजेश व पूंडरी निवासी अनिल को मंगलवार काे गिरफ्तार किया था। बुधवार को एसीबी ने इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और दो दिन का रिमांड प्राप्त किया है। आरोपियों ने गांवों में सफाई के लिए आए 10 करोड़ रुपए में महज 30 प्रतिशत तक की राशि खर्च कर कार्य किए थे। इस मामले में कुल 15 आरोपी हैं। इसमें 9 ठेकेदार व 6 अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रभारी महेंद्र ने बताया कि सात आरोपियों ने अपने खाते में रुपए डालने की बात कबूली है। उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है, जहां से उनका दो दिन का रिमांड लिया गया है। अब इन आरोपियों से रिकवरी करने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, अभी भी 10 टीमें मास्टर माइंड सहित अन्य फरार 8 आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दे रही हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत NHM कर्मियों की हड़ताल ने ली जच्चा-बच्चा की जान:एंबुलेंस न मिलने से गर्भवती महिला ने तोड़ा दम; 40 मिनट भटका पति
पानीपत NHM कर्मियों की हड़ताल ने ली जच्चा-बच्चा की जान:एंबुलेंस न मिलने से गर्भवती महिला ने तोड़ा दम; 40 मिनट भटका पति हरियाणा में NHM कर्मियों की हड़ताल चल रही है। पानीपत में इन कर्मियों की हड़ताल ने एक जच्चा-बच्चा की जान ले ली है। दरअसल, एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सिवाह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में एक जच्चा-बच्चा को समय पर एंबुलेंस की सेवा नहीं मिल पाई। 40 मिनट तक महिला का पति अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर इधर से उधर घूमता रहा, यहां पर एंबुलेंस थी लेकिन चालक नहीं था। जब पति ई-रिक्शा में पत्नी को लेकर जिला नागरिक अस्पताल में पहुंचा तब तक जच्चा बच्चा की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पति के बयान के आधार पर पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इधर, CMO डॉ. जयंत आहूजा ने कहा कि महिला को हार्ट की दिक्कत थी। मामले की जांच चल रही है। जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। सिवाह PHC में बरती गई लापरवाही जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के गांव कटैया निवासी पिंकू ने बताया कि वह पसीना रोड पर सुंदर कॉलोनी में किराये पर रहता है। यहीं पर वह एक फैक्ट्री में काम करता है। वह एक पौने दो साल के बेटे का पिता है। उसकी पत्नी रेशमा (22) सात माह की गर्भवती थी। रेशमा को शाम पांच बजे प्रसव पीड़ा हुई। वह उसे रिक्शा में सिवाह PHC लेकर पहुंचा। यहां डॉक्टरों ने उसकी जांच की। काफी देर तक जांच करने के बाद रेशमा को सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। वह एंबुलेंस सेवा लेना चाहता था, लेकिन उन्हें बताया गया कि एंबुलेंस चालक हड़ताल पर है। लगभग 40 मिनट तक एंबुलेंस के लिए इधर- उधर घूमता रहा। लेकिन उसे एंबुलेंस नहीं मिली। इसके बाद वह ई- रिक्शा में पत्नी रेशमा को सिविल अस्पताल लेकर पहुंचा। यह डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई।
मार्केट रेट की मांग को लेकर जिले के 36 गांव के किसान 13 नवंबर को राजघाट पर पहुंचेंगे
मार्केट रेट की मांग को लेकर जिले के 36 गांव के किसान 13 नवंबर को राजघाट पर पहुंचेंगे देवेंद्र शुक्ला | झज्जर सरकार के आदेश पर प्रशासन ने गांव दर गांव निकलने वाली हाई टेंशन तारों की जद में आने वाले खेतों की जमीन का मुआवजा तैयार किया है। इसके जो नए रेट आए हैं वह भी अब किसान संगठन को रास नहीं आए। इन रेट को ठुकराते हुए किसानों ने मार्केट रेट के हिसाब से बढ़े हुए रेट की मांग को लेकर 13 नवंबर से दिल्ली के राजघाट तक पैदल मार्च करने का फैसला लिया है। राजस्थान के खेतड़ी से लेकर दिल्ली के औचंदी तक 765 केवीए की एचटी लाइन पावर ग्रिड के द्वारा डाली जा रही है। इसके लिए झज्जर में भी कई गांव में पोल गाड़े जा चुके हैं। मामला तब बिगड़ा जब किसानों को पता चला कि सरकार हाई टेंशन तार डालने की एवज में किसानों को कोई भी मुआवजा नहीं दे रही है, जबकि पोल का मिलेगा। इसके बाद गांव दर गांव आंदोलन हुआ। झज्जर जिले में भी 36 गांव में इसका काम रुका और अब भी 12 गांव में बीते 11 महीने से लगातार धरने चल रहे हैं। झज्जर के अलावा सोनीपत, महेंद्रगढ़, नारनौल और रेवाड़ी में भी मुआवजा को लेकर विरोध तेज हुआ। किसानों के इस आंदोलन को देखते हुए भाजपा सरकार ने पहली बार 4 अप्रैल 2024 को एक पॉलिसी बनाई कि किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। इसके बाद झज्जर में डीसी कैप्टन शक्ति सिंह के आदेश पर एक यूजर कमेटी बनाई गई, इसमें डीआरओ, एसडीएम, बिजली वितरण निगम और पावर ग्रिड की ओर से एक-एक अधिकारी को नियुक्त किया गया। अब बीते 25 अक्टूबर को प्रशासन द्वारा तैयार किए गए इस नए रेट का खाका जब किसान संगठनों को मिला तब यह नए रेट भी किसानों को रास नहीं आए। आसौदा स्थित हाई टेंशन तार मुआवजा संघर्ष समिति से जुड़े किसान रोहताश दलाल ने कहा कि अव्वल तो प्रशासन को इस यूजर कमेटी में संबंधित गांव के किसान को शामिल करना चाहिए था ताकि वह मार्केट के हिसाब से रेट की जानकारी दे सकें, लेकिन ऐसा न करके प्रशासन ने अपने मन से ही रेट तैयार कर दिए जो मार्केट रेट से काफी कम हैं। रोहताश दलाल के मुताबिक उनके गांव आसौदा टोडारान का मुआवजा प्रशासन ने 85 लाख 57 हजार 857 रुपए प्रति एकड़ तय किया है, जबकि 2 साल पहले ही साढ़े तीन करोड़ प्रति एकड़ की जमीन यहां बिक चुकी है। इसी तरह हर गांव में जमीनों के भाव एक करोड़ से ज्यादा के पहुंच चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने जो रेट तय किए हैं वह काफी कम हैं। अब बढ़े हुए मार्केट रेट की मांग पर 12 नवंबर को झज्जर जिले के सभी 36 गांव के किसान पैदल मार्च करेंगे और 13 नवंबर को राजघाट पर पहुंचेंगे। इस तरह गाड़े गए एचटी लाइन के पोल। पोल पर सरकार दे रही एक मीटर तक बढ़ा हुआ मुआवजा, किसानों ने मांगा छह मीटर तक जिस किसान के खेत में एचटी लाइनों का पोल गड़ेगा और पोल गाड़ने का जितना दायरा जमीन का रहेगा उसका 200 प्रतिशत मुआवजा सरकार ने तय किया है। साथ ही पोल के चारों तरफ एक मीटर बढ़ा हुआ मुआवजा अतिरिक्त मिलेगा। इस मसले पर भी किसानों का विरोध है और उन्होंने एक की बजाय पोल के चारों तरफ छह मीटर मुआवजा देने की मांग की है। गांव प्रति एकड़ मुआवजा गोरिया 4115209 झांसवा 3261821 धनीरवास 2372536 हुमायूंपुर 2350000 जमालपुर 2598218 लड़ायन 2400000 बीरर 2572604 अकहेड़ी मदनपुर 2482665 कोयलपुर 2200000 बिलोचपुरा 2203420 खेतावास 2421580 भिंडावास 2210251 खेड़ी होसादपुर 2090000 ग्वालिसन 3676863 तलाव 9059255 खेड़ी खुम्मार 8100000 झज्जर 11852572 गुड्डा 8943543 बिरधाना 7385856 गिरावड़ 7865779 ततारपुर 6013667 सुर्खपुर टप्पा हवेली 5000000 खेड़ी आसरा 4500000 रेवाड़ी खेड़ा 4500000 मातन 5505329 छारा 6500000 खरहर 4500448 रोहद 11827874 दहकोरा 8205459 जसौर खेड़ी 4220051 आसौदा टोडरान 8557857 आसौदा सिवान 6076905 कुलासी 5073799 कानोंदा 5610767 खैरपुर 4750000 लडरावण 5185325 ^हमने सरकार के आदेश पर मुआवजा देने के रेट तय किए थे। अब किसान इसका विरोध कर रहे हैं इसकी कोई जानकारी नहीं है।जैसे ही कोई सूचना आएगी तो सरकार तक बात पहुंचाई जाएगी। कैप्टन शक्ति सिंह, डीसी झज्जर
हरियाणा में डॉगी पर 50 हजार इनाम:एयर इंडिया के कर्मचारी ने रास्ते से उठाकर पाली, फाइव स्टार होटल से भागी
हरियाणा में डॉगी पर 50 हजार इनाम:एयर इंडिया के कर्मचारी ने रास्ते से उठाकर पाली, फाइव स्टार होटल से भागी हरियाणा में गुरुग्राम के रहने वाले एक कपल की मादा डॉगी उत्तर प्रदेश के शहर आगरा में लापता हो गई। यह कपल आगरा घूमने गया था और वहां के फाइव स्टार होटल ताज व्यू में ठहरा था। होटल में पालतू जानवरों को संभालने की फैसिलिटी होने के चलते कपल ने अपने डॉगी को होटल में छोड़ा और घूमने चले गए। जब पति-पत्नी लौटे तो डॉगी गायब थी। इस कपल को उस डॉगी से इतना लगाव था कि उन्होंने उसे ढूंढकर लाने वाले को 50 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है। इसके लिए कपल 10 दिन तक आगरा में ही रुका। अब कपल गुरुग्राम लौट आया है, लेकिन डॉगी नहीं मिली। कपल अब भी डॉगी की वापसी की आस लगाए हुए है। पेट सिटिंग चार्ज देकर होटल लाया था कपल
गुरुग्राम के हुडा सिटी मेट्रो स्टेशन के पास रहने वाले दीपायन घोष ने बताया है कि वह एयर इंडिया के कर्मचारी हैं। 1 नवंबर को वह अपनी पत्नी कस्तूरी पात्रा के साथ आगरा घूमने गए थे। आगरा में उन्होंने होटल ताज व्यू में रूम बुक किया। वह अपने साथ 2 पेट डॉगी भी लेकर गए थे, क्योंकि ताज पेट फ्रेंडली होटल है। ऐसे में उन्होंने होटल में पेट सिटिंग सर्विसेज भी दी। इसके लिए 2 हजार रुपए सर्विस चार्ज भी दिया गया। 3 नवंबर को अपने दोनों डॉगी को होटल स्टाफ के हवाले कर आगरा से फतेहपुर सीकरी घूमने गए। दौड़ता हुए होटल से भागी डॉगी
दीपायन ने बताया कि उनके पास सुबह 11 बजे होटल से कॉल आया कि उनकी एक डॉगी भाग गई है। उनकी डॉगी का नाम ग्रेहाउंड है और देसी नस्ल है। सूचना मिलने के बाद करीब एक बजे वह वापस होटल पहुंचे और डॉगी को खोजा, लेकिन डॉगी नहीं मिली। होटल स्टाफ ने बताया कि डॉगी सुबह 9 बजे के करीब शहर की तरफ दौड़ते हुए भागी। आगरा के पुलिस थाने में उसकी गुमशुदगी का केस दर्ज कराया गया। इसके बावजूद डॉगी का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद कपल ने ढूंढने वाले को 10 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की। 50 हजार रुपए इनाम के पोस्टर लगवाए
दीपायन ने बताया कि उनकी पत्नी और उन्हें डॉगी से खास लगाव है। जब से उनकी डॉगी ग्रेहाउंड लापता हुई है, उसके बाद से ही वह काफी परेशान हैं। उसकी तलाश में उन्होंने आगरा में उसके लापता होने के पोस्टर तक चस्पा किए। शुरुआत में डॉगी को खोजकर लाने वाले को 10 हजार रुपए इनाम की घोषणा की थी, लेकिन जब डॉगी का कुछ पता नहीं चला तो उसकी इनामी राशि बढ़ाकर 30 हजार रुपए कर दी गई। बाद में कपल ने डॉगी को लाने वाले को 50 हजार रुपए इनाम देने के पोस्टर लगवाए। आखिरी बार ताज मेट्रो स्टेशन के पास दिखी
कपल के मुताबिक वह करीब 7 दिन तक डॉगी को आगरा में ही तलाशते रहे। जगह-जगह CCTV कैमरे चेक किए। आखिरी बार उसकी लोकेशन आगरा में ही ताज मेट्रो स्टेशन पर दिखी। यहां एक रिक्शा वाले ने उसे आखिरी बार देखा था। दीपायन और कस्तूरी आगरा शहर में तमाम जगह घूमे और अपने डॉगी की फोटो लगे पोस्टर लोगों को बांटे। दीपायन घोष ने अपील की है कि यदि किसी को ग्रेहाउंड दिखे तो मोबाइल नं. 7838899124 या ताज सुरक्षा पुलिस स्टेशन से संपर्क करें।