क्या उद्धव ठाकरे के साथ जाने पर बदल लिया राज ठाकरे की पार्टी ने रुख? MNS नेता बयान से मची खलबली

क्या उद्धव ठाकरे के साथ जाने पर बदल लिया राज ठाकरे की पार्टी ने रुख? MNS नेता बयान से मची खलबली

<p style=”text-align: justify;”><strong>Raj Thackeray Uddhav Thackeray News:</strong> महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के बीच संभावित गठबंधन को लेकर महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में चर्चाओं का तूफान उठा था. यह नया राजनीतिक फार्मुला दिल्ली दरबार तक पहुंचा. &nbsp;हालांकि, बीच में यह मुद्दा ठंडा पड़ गया था, क्योंकि दोनों नेता विदेश यात्रा पर थे. लेकिन अब राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता संदिप देशपांडे के बयान से सियासी खलबली मच गई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा, “संजय राउत बार-बार कहते हैं कि उन्हें मनसे को लेकर सकारात्मक सोच है, लेकिन पिछले एक महीने से उद्धव ठाकरे की शिवसेना और मनसे के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है. हमें लगता है कि यूबीटी नेता ऐसे बयान देकर हमारे अन्य दलों के साथ बने रिश्तों को कमजोर करना चाहते हैं, जबकि वे खुद हमारे साथ नहीं जुड़ना चाहते. भविष्य में क्या होगा, यह कोई नहीं कह सकता, लेकिन इस समय की स्थिति यह है कि मनसे और यूबीटी के बीच कोई बातचीत नहीं चल रही है. उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे अगर साथ आना चाहें, तो वही इसका निर्णय लेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना की भूमिका सकारात्मक- राउत</strong><br />दूसरी तरफ उद्धव गुट के बड़े नेता संजय राउत ने दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, “राज ठाकरे ने इंटरव्यू दिया है, या फिर कोई दूसरा इंटरव्यू दिया, तो शायद इसीलिए गठबंधन की चर्चा फिर शुरू हुई होगी. उद्धव ठाकरे ने भी इंटरव्यू में सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. लेकिन सिर्फ इंटरव्यू पर बात तय नहीं होती. <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> और फडणवीस सामने आते हैं तो मीठा बोलते हैं, गले मिलते हैं, पास बैठते हैं, आंखों से इशारे करते हैं, लेकिन असल में तस्वीर वैसी नहीं होती.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गठबंधन की खबरों ने मचा दी थी हलचल</strong><br />गौरतलब है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के बीच संभावित गठबंधन ने राज्य में बड़ी हलचल मचा दी थी. ऐसा कहा जा रहा था कि यह गठबंधन बीजेपी और महायुती के खिलाफ एक मजबूत विकल्प खड़ा करेगा. साथ ही, मुंबई के मराठी व्यक्ति की आवाज को बल मिलेगा, लेकिन कुछ ही हफ्तों में यह विषय शांत हो गया था.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Raj Thackeray Uddhav Thackeray News:</strong> महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के बीच संभावित गठबंधन को लेकर महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में चर्चाओं का तूफान उठा था. यह नया राजनीतिक फार्मुला दिल्ली दरबार तक पहुंचा. &nbsp;हालांकि, बीच में यह मुद्दा ठंडा पड़ गया था, क्योंकि दोनों नेता विदेश यात्रा पर थे. लेकिन अब राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता संदिप देशपांडे के बयान से सियासी खलबली मच गई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा, “संजय राउत बार-बार कहते हैं कि उन्हें मनसे को लेकर सकारात्मक सोच है, लेकिन पिछले एक महीने से उद्धव ठाकरे की शिवसेना और मनसे के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है. हमें लगता है कि यूबीटी नेता ऐसे बयान देकर हमारे अन्य दलों के साथ बने रिश्तों को कमजोर करना चाहते हैं, जबकि वे खुद हमारे साथ नहीं जुड़ना चाहते. भविष्य में क्या होगा, यह कोई नहीं कह सकता, लेकिन इस समय की स्थिति यह है कि मनसे और यूबीटी के बीच कोई बातचीत नहीं चल रही है. उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे अगर साथ आना चाहें, तो वही इसका निर्णय लेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना की भूमिका सकारात्मक- राउत</strong><br />दूसरी तरफ उद्धव गुट के बड़े नेता संजय राउत ने दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, “राज ठाकरे ने इंटरव्यू दिया है, या फिर कोई दूसरा इंटरव्यू दिया, तो शायद इसीलिए गठबंधन की चर्चा फिर शुरू हुई होगी. उद्धव ठाकरे ने भी इंटरव्यू में सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. लेकिन सिर्फ इंटरव्यू पर बात तय नहीं होती. <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> और फडणवीस सामने आते हैं तो मीठा बोलते हैं, गले मिलते हैं, पास बैठते हैं, आंखों से इशारे करते हैं, लेकिन असल में तस्वीर वैसी नहीं होती.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गठबंधन की खबरों ने मचा दी थी हलचल</strong><br />गौरतलब है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के बीच संभावित गठबंधन ने राज्य में बड़ी हलचल मचा दी थी. ऐसा कहा जा रहा था कि यह गठबंधन बीजेपी और महायुती के खिलाफ एक मजबूत विकल्प खड़ा करेगा. साथ ही, मुंबई के मराठी व्यक्ति की आवाज को बल मिलेगा, लेकिन कुछ ही हफ्तों में यह विषय शांत हो गया था.</p>  महाराष्ट्र राम मंदिर के परकोटा में 31 मई को होगी शिवलिंग की स्थापना, निपेंद्र मिश्रा ने दी बड़ी जानकारी