हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के चुराह में स्वास्थ्य विभाग ने छापा मारकर दवाई की एक दुकान को सील कर दिया है। विभाग की इस कार्रवाई अवैध रूप से चल रही दुकानों के संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान को जारी रखने की बात कही है। चुराह में यह दूसरा मामला है जहां अवैध रूप से चल रही दवा की दुकान को सील किया गया है। अवैध दुकान को किया सील जानकारी के अनुसार चुराह विधानसभा क्षेत्र में मौजूद दवाई की दुकानों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम गई थी। तभी एक दुकान में मौजूद युवती दुकान को बंद कर भाग खड़ी हुई। दवाई निरीक्षक और टीम ने दुकानदार के बारे जानकारी जुटाई और उसे बुलाया। दुकानदार से दवा बेचने के जरूरी ड्रग लाइसेंस दिखाने को कहा गया तो, उक्त दुकान संचालक युवती ऐसा कोई पत्र नहीं दिखा पाई। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा संज्ञान लेते हुए दुकान को सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई को देखकर युवती चक्कर खाकर बेहोश हो गई। उसे होश में लाया गया और उसे बताया गया कि बिना लाइसेंस दवा की दुकान चलाना अपराध है। एसपी से मांगी टीम की सुरक्षा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपनी इस जांच प्रक्रिया बारे संबंधित पंचायत प्रधान को बताया। प्रधान ने वार्ड पंच को मौके पर भेजा जो बाद में वहां से गायब हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए दवाई निरीक्षक ने एसपी चंबा को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा व टीम के अन्य कर्मचारियों की कार्रवाई के दौरान या औचक निरीक्षण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाने की बात कही है। साथ ही जिला प्रशासन से पंचायत प्रतिनिधियों को इस प्रकार की कार्रवाई के दौरान सहयोग करने के आदेश जारी करने का आग्रह किया है। ताकि सरकारी कर्मचारी बेखौफ होकर अपने कार्य को अंजाम दे सके। आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई स्टेट ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने बताया कि चुराह के उक्त संबंधित दवा विक्रेता से बिना लाइसेंस के दुकान चलाने के मामले पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिसके नहीं दिखाने पर उक्त दुकान को सील कर दिया गया है। चुराह में यह दूसरा मामला है, जिसमें अवैध रूप से चल रही दवाई की दुकान को सील किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जनहित में इस प्रकार की कार्रवाई को आगे भी जारी रखेगा। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के चुराह में स्वास्थ्य विभाग ने छापा मारकर दवाई की एक दुकान को सील कर दिया है। विभाग की इस कार्रवाई अवैध रूप से चल रही दुकानों के संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान को जारी रखने की बात कही है। चुराह में यह दूसरा मामला है जहां अवैध रूप से चल रही दवा की दुकान को सील किया गया है। अवैध दुकान को किया सील जानकारी के अनुसार चुराह विधानसभा क्षेत्र में मौजूद दवाई की दुकानों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम गई थी। तभी एक दुकान में मौजूद युवती दुकान को बंद कर भाग खड़ी हुई। दवाई निरीक्षक और टीम ने दुकानदार के बारे जानकारी जुटाई और उसे बुलाया। दुकानदार से दवा बेचने के जरूरी ड्रग लाइसेंस दिखाने को कहा गया तो, उक्त दुकान संचालक युवती ऐसा कोई पत्र नहीं दिखा पाई। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा संज्ञान लेते हुए दुकान को सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई को देखकर युवती चक्कर खाकर बेहोश हो गई। उसे होश में लाया गया और उसे बताया गया कि बिना लाइसेंस दवा की दुकान चलाना अपराध है। एसपी से मांगी टीम की सुरक्षा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपनी इस जांच प्रक्रिया बारे संबंधित पंचायत प्रधान को बताया। प्रधान ने वार्ड पंच को मौके पर भेजा जो बाद में वहां से गायब हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए दवाई निरीक्षक ने एसपी चंबा को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा व टीम के अन्य कर्मचारियों की कार्रवाई के दौरान या औचक निरीक्षण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाने की बात कही है। साथ ही जिला प्रशासन से पंचायत प्रतिनिधियों को इस प्रकार की कार्रवाई के दौरान सहयोग करने के आदेश जारी करने का आग्रह किया है। ताकि सरकारी कर्मचारी बेखौफ होकर अपने कार्य को अंजाम दे सके। आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई स्टेट ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने बताया कि चुराह के उक्त संबंधित दवा विक्रेता से बिना लाइसेंस के दुकान चलाने के मामले पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिसके नहीं दिखाने पर उक्त दुकान को सील कर दिया गया है। चुराह में यह दूसरा मामला है, जिसमें अवैध रूप से चल रही दवाई की दुकान को सील किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जनहित में इस प्रकार की कार्रवाई को आगे भी जारी रखेगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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