खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को ईडी ने किया गिरफ्तार:नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे तंवर, ईडी ने उसी दौरान कार्रवाई की

हिसार के रहने वाले भिवानी के बड़े खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया है। वेदपाल तंवर का भिवानी के डाडम में खनन का बड़ा कारोबार है। बताया जा रहा है कि वेदवाल तंवर ईडी के नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे मगर ईडी ने उसी दौरान ही वेदपाल तंवर को गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि करीब 9 पहले पहले 3 अगस्त 2023 को हिसार के सेक्टर 15 स्थित उसके आवास पर ईडी ने छापा मारा था। इस दौरान ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। इन दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों की हेराफेरी का आरोप था।
इसके बाद ईडी ने नोटिस जारी कर कई बिंदुओं पर वेदपाल तंवर से जवाब मांगा था। मगर जवाब देने में वेदपाल तंवर न केवल देरी बल्कि ईडी की कार्रवाई में सहयोग भी नहीं किया था। यहां तक की वेदपाल तंवर की पत्नी ने भी ईडी टीम के सदस्यों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया और कई सवालों के जवाब देते बचते रहे थे। करीब 9 महीने पहले ईडी ने खंगाले थे दस्तावेज
हिसार में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने करीब 9 महीने पहले व्यापारी वेदपाल तंवर और हांसी में कांग्रेस नेता सुरेंद्र मलिक के साथ अर्बन एस्टेट में रहने वाले एडवोकेट वजीर कोहाड़ के घर पर रेड की थी। ईडी ने दबे पांव इनके घर पुलिस सुरक्षा में पहुंची थी। वेदपाल तंवर उस समय घर पर नहीं थे। तंवर की पत्नी और बेटी घर पर ही थी। रेड के दौरान किसी को बाहर नहीं जाने दिया गया। तीनों के घरों पर ईडी ने कई घंटों तक दस्तावेज खंगाले थे और पूछताछ की थी। ये सभी भिवानी के खानक डाडम खनन कारोबार से जुड़े हैं। तीनों का इक्ट्‌ठा ही बिजनेस है। मिर्चपुर कांड के बाद सुर्खियों में आए थे तंवर
वेदपाल तंवर मूलत तोशाम के रहने वाले हैं और मिर्चपुर कांड में दलित नेताओं को अपने फार्म हाउस पर ठहराया था। तब वे काफी चर्चा में आए थे। वेदपाल तंवर, वजीर कोहाड़ और स्वर्गीय सुरेंद्र मलिक का परिवार किरण चौधरी के नजदीकी हैं। वेदपाल तंवर की हिसार सेक्टर 15 में आलीशान कोठी है। इसके अलावा उनका एक बड़ा फार्महाउस है जो उन्होंने मिर्चपुर विस्थापितों के रहने के लिए दे दिया था। वेदपाल तंवर की रेंज रोवर गाड़ी ले गई थी ईडी
ईडी की टीम वेदपाल के घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों के अलावा आंगन में खड़ी लग्जरी रेंज रोवर गाड़ी अपनी कस्टडी में लेकर दिल्ली चली गई थी। हालांकि तक परिवार वालों ने टीम को बताया था कि यह गाड़ी तंवर के दोस्त की है, लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं हुए। टीम ने तंवर के घर की दीवारों को मशीनों से चेक किया। इतना ही नहीं घर की पानी वाली टंकी और पड़ोसियों की छतों को भी चेक किया था। तंवर की बेटी मनीषा और पत्नी सुशीला ने बताया था कि अधिकारी अपने फोन से ही तंवर से बात करते थे। वे सारे बैंक खातों, पैन कार्ड, आधार कार्ड के नंबर ले गए। घर के मोबाइल, लैपटॉप चेक किए और गहनों के बिल भी मांगे। तंवर की भिवानी में छपार गांव में 200 किले पुश्तैनी जमीन और स्कूल भी है। हिसार के रहने वाले भिवानी के बड़े खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया है। वेदपाल तंवर का भिवानी के डाडम में खनन का बड़ा कारोबार है। बताया जा रहा है कि वेदवाल तंवर ईडी के नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे मगर ईडी ने उसी दौरान ही वेदपाल तंवर को गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि करीब 9 पहले पहले 3 अगस्त 2023 को हिसार के सेक्टर 15 स्थित उसके आवास पर ईडी ने छापा मारा था। इस दौरान ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। इन दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों की हेराफेरी का आरोप था।
इसके बाद ईडी ने नोटिस जारी कर कई बिंदुओं पर वेदपाल तंवर से जवाब मांगा था। मगर जवाब देने में वेदपाल तंवर न केवल देरी बल्कि ईडी की कार्रवाई में सहयोग भी नहीं किया था। यहां तक की वेदपाल तंवर की पत्नी ने भी ईडी टीम के सदस्यों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया और कई सवालों के जवाब देते बचते रहे थे। करीब 9 महीने पहले ईडी ने खंगाले थे दस्तावेज
हिसार में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने करीब 9 महीने पहले व्यापारी वेदपाल तंवर और हांसी में कांग्रेस नेता सुरेंद्र मलिक के साथ अर्बन एस्टेट में रहने वाले एडवोकेट वजीर कोहाड़ के घर पर रेड की थी। ईडी ने दबे पांव इनके घर पुलिस सुरक्षा में पहुंची थी। वेदपाल तंवर उस समय घर पर नहीं थे। तंवर की पत्नी और बेटी घर पर ही थी। रेड के दौरान किसी को बाहर नहीं जाने दिया गया। तीनों के घरों पर ईडी ने कई घंटों तक दस्तावेज खंगाले थे और पूछताछ की थी। ये सभी भिवानी के खानक डाडम खनन कारोबार से जुड़े हैं। तीनों का इक्ट्‌ठा ही बिजनेस है। मिर्चपुर कांड के बाद सुर्खियों में आए थे तंवर
वेदपाल तंवर मूलत तोशाम के रहने वाले हैं और मिर्चपुर कांड में दलित नेताओं को अपने फार्म हाउस पर ठहराया था। तब वे काफी चर्चा में आए थे। वेदपाल तंवर, वजीर कोहाड़ और स्वर्गीय सुरेंद्र मलिक का परिवार किरण चौधरी के नजदीकी हैं। वेदपाल तंवर की हिसार सेक्टर 15 में आलीशान कोठी है। इसके अलावा उनका एक बड़ा फार्महाउस है जो उन्होंने मिर्चपुर विस्थापितों के रहने के लिए दे दिया था। वेदपाल तंवर की रेंज रोवर गाड़ी ले गई थी ईडी
ईडी की टीम वेदपाल के घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों के अलावा आंगन में खड़ी लग्जरी रेंज रोवर गाड़ी अपनी कस्टडी में लेकर दिल्ली चली गई थी। हालांकि तक परिवार वालों ने टीम को बताया था कि यह गाड़ी तंवर के दोस्त की है, लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं हुए। टीम ने तंवर के घर की दीवारों को मशीनों से चेक किया। इतना ही नहीं घर की पानी वाली टंकी और पड़ोसियों की छतों को भी चेक किया था। तंवर की बेटी मनीषा और पत्नी सुशीला ने बताया था कि अधिकारी अपने फोन से ही तंवर से बात करते थे। वे सारे बैंक खातों, पैन कार्ड, आधार कार्ड के नंबर ले गए। घर के मोबाइल, लैपटॉप चेक किए और गहनों के बिल भी मांगे। तंवर की भिवानी में छपार गांव में 200 किले पुश्तैनी जमीन और स्कूल भी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर