खनौरी बॉर्डर पर किसान महापंचायत, डल्लेवाल को स्ट्रेचर पर लाए:बोले- जीतकर जाएंगे; पंजाब सरकार की कृषि मंत्री को चिट्‌ठी- वार्ता शुरू करें

खनौरी बॉर्डर पर किसान महापंचायत, डल्लेवाल को स्ट्रेचर पर लाए:बोले- जीतकर जाएंगे; पंजाब सरकार की कृषि मंत्री को चिट्‌ठी- वार्ता शुरू करें

हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आज किसानों की महापंचायत हुई। जहां 40 दिन से आमरण अनशन पर बैठे जगजीत डल्लेवाल को स्ट्रेचर से मंच पर लाया गया। जिसके बाद उन्होंने 9 मिनट किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम ये लड़ाई जीतकर जाएंगे। वहीं किसान नेताओं का दावा है कि इस महापंचायत में 80 से 90 हजार लोग पहुंचे थे। इस दौरान पंजाब की तरफ महापंचायत के मंच से करीब 7 किलोमीटर तक रोड पर जाम लगा रहा। खनौरी बॉर्डर के हरियाणा साइड पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा रही। यहां पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 21 कंपनियां तैनात थीं। जींद जिले में BNS की धारा 163 लागू कर रोडवेज और पुलिस की करीब 20 बसें, 5 एंबुलेंस और व्रज वाहन भी तैनात थे। इससे हरियाणा की तरफ से कोई किसान महापंचायत में शामिल नहीं हो सका। वहीं इसी बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह के पास पंजाब सरकार की चिट्‌ठी पहुंची है। जिसमें उन्हें आंदोलन में हस्तक्षेप कर इसे खत्म कराने की मांग की गई है। हालांकि चौहान पहले ही कह चुके हैं कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, वहां से जो फैसला आएगा, उस पर अमल करेंगे। महापंचायत में डल्लेवाल के संबोधन की 3 अहम बातें… 1. यह सब भगवान की मर्जी से हो रहा है
किसान नेता डल्लेवाल ने राम-राम कहकर संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा- जो मैं लड़ाई लड़ रहा हूं, यह लड़ाई मैं नहीं लड़ रहा, यह सिर्फ एक शरीर दिख रहा है लड़ाई लड़ते। यह ऊपर वाले की मर्जी है। जिसे भगवान चाहता है, उसे ही मनुष्य का शरीर देता है। उसी की मर्जी से हो रहा है, जो हो रहा है। 2. मोर्चा तो हम ही जीतेंगे
पुलिस ने मुझे यहां से उठाने का प्रयास किया। जब लोगों को पता चला तो पंजाब-हरियाणा से सैकड़ों नौजवान हमारे पास पहुंचे और मोर्चा संभाला। आज जो लोग मोर्चे पर पहुंचे हैं, यह सिर्फ ऊपर वाले की कृपा है। सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम मोर्चा जीत कर ही रहेंगे। 3. किसानों की आत्महत्या पर अंकुश जरूरी
किसानों की सुसाइड की घटनाओं पर अंकुश लगना जरूरी है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि करीब 4 लाख किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन असल आंकड़ों में अब तक 7 लाख से ज्यादा किसान दम तोड़ चुके हैं। मेरी किसानों से अपील है कि बड़ी संख्या में आगे आएं, जिससे आंदोलन को बल मिल सके। पंजाब सरकार ने केंद्र को लेटर लिखा
इधर, पंजाब सरकार की ओर से केंद्र को एक लेटर लिखा गया। इसमें केंद्र सरकार से अपील की गई है कि किसानों का आंदोलन और डल्लेवाल का अनशन खत्म कराएं। 19 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को आदेश दिए थे कि डल्लेवाल को चिकित्सा सुविधा दी जाए। जरूरत पड़े तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराएं। इसके बाद 20 दिसंबर 2024 को पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्‌ठी लिखी। उसमें कहा गया कि केंद्र सरकार पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में हस्तक्षेप करे और आंदोलन खत्म कराए। इसमें डल्लेवाल की भूख हड़ताल का भी जिक्र किया गया। यह लेटर इस सप्ताह केंद्रीय कृषि मंत्रालय को मिला। हालांकि, कृषि मंत्री ने इसका अब तक कोई जवाब नहीं दिया। जबकि, बीते बुधवार को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह कह चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मंत्रालय एक्शन लेगा। महापंचायत की पल-पल की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आज किसानों की महापंचायत हुई। जहां 40 दिन से आमरण अनशन पर बैठे जगजीत डल्लेवाल को स्ट्रेचर से मंच पर लाया गया। जिसके बाद उन्होंने 9 मिनट किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम ये लड़ाई जीतकर जाएंगे। वहीं किसान नेताओं का दावा है कि इस महापंचायत में 80 से 90 हजार लोग पहुंचे थे। इस दौरान पंजाब की तरफ महापंचायत के मंच से करीब 7 किलोमीटर तक रोड पर जाम लगा रहा। खनौरी बॉर्डर के हरियाणा साइड पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा रही। यहां पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 21 कंपनियां तैनात थीं। जींद जिले में BNS की धारा 163 लागू कर रोडवेज और पुलिस की करीब 20 बसें, 5 एंबुलेंस और व्रज वाहन भी तैनात थे। इससे हरियाणा की तरफ से कोई किसान महापंचायत में शामिल नहीं हो सका। वहीं इसी बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह के पास पंजाब सरकार की चिट्‌ठी पहुंची है। जिसमें उन्हें आंदोलन में हस्तक्षेप कर इसे खत्म कराने की मांग की गई है। हालांकि चौहान पहले ही कह चुके हैं कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, वहां से जो फैसला आएगा, उस पर अमल करेंगे। महापंचायत में डल्लेवाल के संबोधन की 3 अहम बातें… 1. यह सब भगवान की मर्जी से हो रहा है
किसान नेता डल्लेवाल ने राम-राम कहकर संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा- जो मैं लड़ाई लड़ रहा हूं, यह लड़ाई मैं नहीं लड़ रहा, यह सिर्फ एक शरीर दिख रहा है लड़ाई लड़ते। यह ऊपर वाले की मर्जी है। जिसे भगवान चाहता है, उसे ही मनुष्य का शरीर देता है। उसी की मर्जी से हो रहा है, जो हो रहा है। 2. मोर्चा तो हम ही जीतेंगे
पुलिस ने मुझे यहां से उठाने का प्रयास किया। जब लोगों को पता चला तो पंजाब-हरियाणा से सैकड़ों नौजवान हमारे पास पहुंचे और मोर्चा संभाला। आज जो लोग मोर्चे पर पहुंचे हैं, यह सिर्फ ऊपर वाले की कृपा है। सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम मोर्चा जीत कर ही रहेंगे। 3. किसानों की आत्महत्या पर अंकुश जरूरी
किसानों की सुसाइड की घटनाओं पर अंकुश लगना जरूरी है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि करीब 4 लाख किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन असल आंकड़ों में अब तक 7 लाख से ज्यादा किसान दम तोड़ चुके हैं। मेरी किसानों से अपील है कि बड़ी संख्या में आगे आएं, जिससे आंदोलन को बल मिल सके। पंजाब सरकार ने केंद्र को लेटर लिखा
इधर, पंजाब सरकार की ओर से केंद्र को एक लेटर लिखा गया। इसमें केंद्र सरकार से अपील की गई है कि किसानों का आंदोलन और डल्लेवाल का अनशन खत्म कराएं। 19 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को आदेश दिए थे कि डल्लेवाल को चिकित्सा सुविधा दी जाए। जरूरत पड़े तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराएं। इसके बाद 20 दिसंबर 2024 को पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्‌ठी लिखी। उसमें कहा गया कि केंद्र सरकार पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में हस्तक्षेप करे और आंदोलन खत्म कराए। इसमें डल्लेवाल की भूख हड़ताल का भी जिक्र किया गया। यह लेटर इस सप्ताह केंद्रीय कृषि मंत्रालय को मिला। हालांकि, कृषि मंत्री ने इसका अब तक कोई जवाब नहीं दिया। जबकि, बीते बुधवार को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह कह चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मंत्रालय एक्शन लेगा। महापंचायत की पल-पल की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…   पंजाब | दैनिक भास्कर