रोहतक में शुक्रवार को डीसी नरेंद्र कुमार ने लोगों को फसल पंजीकरण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। डीसी ने बताया कि अब तक जिले के 17849 किसानों ने 113247 एकड़ भूमि का पंजीकरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करवाया है। हालांकि, जो किसान अब तक पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं, वे 20 जनवरी से पहले अपनी फसल का पंजीकरण इस पोर्टल पर अवश्य करवा लें। इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाने वाले किसान ही अपनी फसल को मंडी में एमएसपी पर बेच सकेंगे और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। MSP के लिए फसलों का पंजीकरण अनिवार्य नरेंद्र कुमार ने बताया कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। जिसके तहत किसानों को अपनी भूमि का विवरण, बैंक खाता संख्या और बोई गई फसल का विवरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज करवाना होता है। अपनी फसल को बाजार में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल का पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। पोर्टल पर पंजीकरण करवाने वाले किसानों को विभाग और हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का सीधा लाभ मिल सकेगा। खाली पड़ी जमीन का भी कराएं पंजीकरण डीसी ने कहा कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के माध्यम से किसानों की फसलों का पंजीकरण किया जा रहा है। ऐसे में सभी किसान अपनी जमीन पर बोई गई फसल का पंजीकरण अवश्य करवाएं। किसी कारणवश वे अपनी जमीन पर फसल नहीं बो पाए हैं तो भी किसानों को खाली पड़ी जमीन का भी पंजीकरण अवश्य करवाना चाहिए। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन भी इसी पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण न करवाने वाले किसानों को कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा। मोबाइल ऐप के जरिए भी कर सकते हैं फसल पंजीकरण कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि किसान अपने मोबाइल से मेरी फसल मेरा ब्यौरा ऐप के जरिए खुद भी अपनी फसल का पंजीकरण करा सकते हैं। इसके अलावा किसान ऑनलाइन पोर्टल और नजदीकी अटल सेवा केंद्र पर जाकर भी अपनी फसल का पंजीकरण करा सकते हैं। रोहतक में शुक्रवार को डीसी नरेंद्र कुमार ने लोगों को फसल पंजीकरण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। डीसी ने बताया कि अब तक जिले के 17849 किसानों ने 113247 एकड़ भूमि का पंजीकरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करवाया है। हालांकि, जो किसान अब तक पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं, वे 20 जनवरी से पहले अपनी फसल का पंजीकरण इस पोर्टल पर अवश्य करवा लें। इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाने वाले किसान ही अपनी फसल को मंडी में एमएसपी पर बेच सकेंगे और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। MSP के लिए फसलों का पंजीकरण अनिवार्य नरेंद्र कुमार ने बताया कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। जिसके तहत किसानों को अपनी भूमि का विवरण, बैंक खाता संख्या और बोई गई फसल का विवरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज करवाना होता है। अपनी फसल को बाजार में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल का पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। पोर्टल पर पंजीकरण करवाने वाले किसानों को विभाग और हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का सीधा लाभ मिल सकेगा। खाली पड़ी जमीन का भी कराएं पंजीकरण डीसी ने कहा कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के माध्यम से किसानों की फसलों का पंजीकरण किया जा रहा है। ऐसे में सभी किसान अपनी जमीन पर बोई गई फसल का पंजीकरण अवश्य करवाएं। किसी कारणवश वे अपनी जमीन पर फसल नहीं बो पाए हैं तो भी किसानों को खाली पड़ी जमीन का भी पंजीकरण अवश्य करवाना चाहिए। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन भी इसी पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण न करवाने वाले किसानों को कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा। मोबाइल ऐप के जरिए भी कर सकते हैं फसल पंजीकरण कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि किसान अपने मोबाइल से मेरी फसल मेरा ब्यौरा ऐप के जरिए खुद भी अपनी फसल का पंजीकरण करा सकते हैं। इसके अलावा किसान ऑनलाइन पोर्टल और नजदीकी अटल सेवा केंद्र पर जाकर भी अपनी फसल का पंजीकरण करा सकते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भिवानी में जिला परिषद चेयरपर्सन अनीता की कुर्सी बरकरार:विरोधियों को दी मात, हाउस मीटिंग आयोजित, 6 पार्षद नहीं पहुंचे भिवानी जिला परिषद अध्यक्ष कुर्सी को लेकर चल रही राजनीति में एक बार फिर से जिला परिषद चेयरपर्सन अनीता मलिक ने विरोधियों को मात दी है। आज मंगलवार को डीसी महावीर प्रसाद की अध्यक्षता में जिला परिषद की हाउस मीटिंग बुलाई गई। जिसमें विरोधियों ने अनीता मलिक के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसमें 22 पार्षदों में से 16 पहुंचे। जिनमें से 13 जिला पार्षद अनीता मलिक के विरोध में वोटिंग की, तो तीन पार्षद उनके पक्ष में रहे। विरोधी खेमे को 15 पार्षद चाहिए थे, जिस कारण अनीता मलिक की कुर्सी सुरक्षित रही। मीटिंग में 6 पार्षद मीटिंग में नहीं पहुंचे। 27 दिसंबर को लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव जिला परिषद चेयरपर्सन अनीता मलिक के खिलाफ 27 दिसंबर 2024 को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। उस मीटिंग में भी केवल 4 ही पार्षद पहुंच पाए थे। इसके बाद यह मीटिंग जिला प्रशासन द्वारा सामान्य चर्चा के बाद रद्द कर दी गई थी। जिला प्रशासन ने 7 जनवरी 2025 को अविश्वास प्रस्ताव के लिए मीटिंग तय की थी। आज भी हाउस मीटिंग में 22 जिला पार्षद में से कुल 16 ही पहुंच पाए हैं। कुर्सी से हटाने के लिए 15 पार्षद चाहिए अनीता मलिक को कुर्सी से हटाने के लिए उनके खिलाफ 15 चाहिए, जबकि उनके खिलाफ 13 पार्षद ही जुट पाए। केवल तीन पार्षदों के साथ से ही अनीता मलिक की कुर्सी सुरक्षित बच गई है। अनीता मलिक ने एक बार फिर से तीसरी बार विरोधियों को मात दी है। आधिकारिक तौर पर जिला उपायुक्त महावीर प्रसाद ने कहा कि आज की मीटिंग में 16 पार्षद पहुंचे। किरण चौधरी से 36 का आंकड़ा समय पर गुप्त वोटिंग हुई, इनमें 13 वोट अनीता मलिक के खिलाफ पड़े। अविश्वास प्रस्ताव साबित करने के लिए उनके खिलाफ 15 की जरूरत थी, लेकिन उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव साबित नहीं हो पाया।भिवानी के राज्यसभा सांसद किरण चौधरी के गृह क्षेत्र तोशाम में राजनीतिक सरगर्मी हमेशा चर्चाओं में रहती है। भिवानी जिला परिषद की चेयरपर्सन अनीता मलिक और किरण चौधरी के बीच 36 का आंकड़ा है। अनीता मलिक ने राज्यसभा सांसद पर उंगली उठाते हुए कहा कि अब भाजपा को भी उनसे इस्तीफा ले लेना चाहिए।
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवार बोले- पूर्व मंत्री ने हरवाया:BJP को डलवाए वोट, बेटे को टिकट नहीं मिली तो पार्टी को दिया धोखा
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवार बोले- पूर्व मंत्री ने हरवाया:BJP को डलवाए वोट, बेटे को टिकट नहीं मिली तो पार्टी को दिया धोखा हरियाणा विधानसभा चुनाव मिली हार के बाद कांग्रेस में कलह थम नहीं रही है। रविवार को हिसार के कांग्रेस भवन में नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनिल मान ने अपनी हार का जिम्मेदार पूर्व वित्त मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह को बताया है। अनिल मान ने प्रो.संपत राय पर भीतरघात के आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्होंने EVM में गड़बड़ी का मुद्दा भी उठाया है। अनिल मान ने कहा- नलवा से पार्टी ने जब मुझे टिकट दी तो प्रो. संपत सिंह ने निर्दलीय पर्चा भरा, वो अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे। मैं मिलने गया तो उन्होंने अच्छे से बात तक नहीं की अनिल मान ने संपत सिंह पर लगाए ये आरोप.. 1- मुझे हराने का काम किया
अनिल मान ने बताया कि बीते विधानसभा चुनाव में भी जब संपत सिंह को टिकट नहीं मिली थी तो वे भाजपा में चले गए थे। उस समय उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी रणधीर पनिहार का हराने का काम किया था। अब मुझे टिकट मिली तो उन्होंने मुझे हराने का काम किया है। 2- भाजपा को वोट डलवाए
चुनाव के दौरान एक पैलेस में कार्यकर्ताओं को मीटिंग की गई थी। उस मीटिंग से जुड़ी वीडियो व फोटो की रील तैयार कर सोशल मीडिया पर डाली गई। वीडियो में ‘धीरा-धीरा रणधीरा’ गाना लगाया गया था। जो कि भाजपा प्रत्याशी के नाम से मिल रहा था। ऐसा सुनने में आया है कि गांव में संपत सिंह के कार्यकर्ताओं ने भाजपा को वोट डलवाए हैं। उनको ऐसी ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए थी। 3- पार्टी से धोखा किया है
प्रचार के अंतिम दिन निकाले गए रोडशो में प्रो. संपत सिंह शामिल तो हुए लेकिन उन्होंने खुलकर साथ नही दिया। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से धोखा किया है। प्रो.संपत सिंह को ऐसा नहीं करना चाहिए था। कांग्रेस हाईकमान से करेंगे शिकायत
कांग्रेस नेता ने कहा कि संपत सिंह के बेटे को टिकट नही मिला, लेकिन हम भी किसी के बेटे हैं। मुझे टिकट मिली थी, मुझे आशीर्वाद देना चाहिए था। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। मेरा पूरा साथ देना चाहिए था। साथ ही अनिल मान ने कहा है कि वो इस पूरे मामले की शिकायत कांग्रेस हाईकमान से करेंगे। EVM में 90 प्रतिशत बैटरी का मुद्दा उठाया
कांग्रेस नेता अनिल मान ने कहा कि महावीर स्टेडियम में मतगणना के दौरान नलवा हलके की 60 ईवीएम मशीनें ऐसी थी जो 99 प्रतिशत चार्ज थी। उन मशीनों में भाजपा को 80 प्रतिशत तक वोट मिले हैं, जो संभव नही है। साथ ही उन्होंने बताया कि मतगणना के दौरान कुछ EVM मशीनें 99 प्रतिशत चार्ज मिली थी और जब इसपर सवाल उठाए गए तो कोई सुनवाई भी नहीं हुई। भाजपा ने गड़बड़ी कर कांग्रेस को हराया
उन्होंने आगे कहा कि मतगणना के बाद पता चला कि ऐसी गड़बड़ी दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में भी हुई है। पूरे प्रदेश में 20 विधानसभा क्षेत्रों में गड़बड़ी हुई है। भाजपा ने गड़बड़ी करके कांग्रेस को हराने का काम किया है। रणधीर पनिहार ने मान को 12144 वोटों से हराया
विधानसभा चुनाव में नलवा सीट से कुलदीप बिश्नोई के करीबी रणधीर पनिहार ने जीत दर्ज की है। पिछली बार ये नलवा से ही कांग्रेस की टिकट पर लड़े लेकिन इस बार रणधीर पनिहार भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में थे। पनिहार ने अनिल मान को 12,144 वोटों से हराया। रणधीर पनिहार को 66,330 वोट और अनिल मान को 54,186 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर रहे जजपा के विरेंद्र चौधरी को 3,891 वोट मिले।