खन्ना के शिवपुरी मंदिर में 15 अगस्त को चोरी की वारदात के साथ शिवलिंग को खंडित करने की घटना के आरोपी अभी पकड़े नहीं गए हैं। जिसे लेकर हिंदू संगठनों ने पुलिस प्रशासन को रविवार तक का अल्टीमेटम दिया था। इससे 24 घंटे पहले पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा मंदिर में पहुंचे। उनके साथ लुधियाना रेंज की डीआईजी धनप्रीत कौर, एसएसपी खन्ना अश्विनी गोत्याल भी थे। मंत्री ने मंदिर में माथा टेका और मंदिर कमेटी से घटना के बारे में पूरी जानकारी हासिल की। जिस खिड़की से रस्सी के माध्यम से चोर घुसे, वहां भी मंत्री ने जाकर मुआयना किया। मौके पर ही डीआईजी और एसएसपी से फीडबैक लिया। हिंदू संगठनों के साथ बैठकर किया जाप घटना के बाद से मंदिर के परिसर में हिंदू संगठनों की तरफ से रोजाना सुबह 9 से शाम 5 बजे तक जाप किया जाता है। इसे उस समय तक जारी रखने का ऐलान किया गया है जब तक आरोपी नहीं पकड़े जाते। मंत्री अमन अरोड़ा माथा टेकने के बाद इन संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठे और खुद भी जाप किया। इसके बाद संगठनों के प्रतिनिधियों ने मंत्री को भरोसा दिलाया कि सर्वसम्मति से उनकी तरफ से फैसला किया गया है कि वे किसी प्रकार का ऐसा रोष प्रदर्शन नहीं करेंगे जिस वजह से आम जनता परेशान हो। पुलिस प्रशासन आरोपियों की तलाश कर रहा है। वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि आरोपी जल्द पकड़े जाएं। साथ ही उन्होंने मंत्री से यह मांग भी की कि इस घटनाक्रम में किसी पुलिस अधिकारी खिलाफ कोई एक्शन न लिया जाए। यह एक प्रकार का उनकी कमेटी पर दाग लगेगा कि उनकी वजह से ऐसा हुआ है। आरोपियों को पकड़ सलाखों के पीछे पहुंचाएंगे मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि सीएम भगवंत मान ने भी इस घटना पर गहरा दु:ख प्रकट किया है। सीएम खुद इस मामले को लेकर गंभीर है। रोजाना सीनियर अधिकारियों से रिपोर्ट ले रहे हैं। पुलिस व सिविल प्रशासन मंदिर कमेटी के साथ है। इस समय सरकार की प्राथमिकता ही पापियों को पकड़ना है। मंत्री ने कहा कि वे ऐसे दुष्टों को इंसान नहीं समझते जिन्होंने शिवलिंग को खंडित करके धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। खन्ना के शिवपुरी मंदिर में 15 अगस्त को चोरी की वारदात के साथ शिवलिंग को खंडित करने की घटना के आरोपी अभी पकड़े नहीं गए हैं। जिसे लेकर हिंदू संगठनों ने पुलिस प्रशासन को रविवार तक का अल्टीमेटम दिया था। इससे 24 घंटे पहले पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा मंदिर में पहुंचे। उनके साथ लुधियाना रेंज की डीआईजी धनप्रीत कौर, एसएसपी खन्ना अश्विनी गोत्याल भी थे। मंत्री ने मंदिर में माथा टेका और मंदिर कमेटी से घटना के बारे में पूरी जानकारी हासिल की। जिस खिड़की से रस्सी के माध्यम से चोर घुसे, वहां भी मंत्री ने जाकर मुआयना किया। मौके पर ही डीआईजी और एसएसपी से फीडबैक लिया। हिंदू संगठनों के साथ बैठकर किया जाप घटना के बाद से मंदिर के परिसर में हिंदू संगठनों की तरफ से रोजाना सुबह 9 से शाम 5 बजे तक जाप किया जाता है। इसे उस समय तक जारी रखने का ऐलान किया गया है जब तक आरोपी नहीं पकड़े जाते। मंत्री अमन अरोड़ा माथा टेकने के बाद इन संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठे और खुद भी जाप किया। इसके बाद संगठनों के प्रतिनिधियों ने मंत्री को भरोसा दिलाया कि सर्वसम्मति से उनकी तरफ से फैसला किया गया है कि वे किसी प्रकार का ऐसा रोष प्रदर्शन नहीं करेंगे जिस वजह से आम जनता परेशान हो। पुलिस प्रशासन आरोपियों की तलाश कर रहा है। वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि आरोपी जल्द पकड़े जाएं। साथ ही उन्होंने मंत्री से यह मांग भी की कि इस घटनाक्रम में किसी पुलिस अधिकारी खिलाफ कोई एक्शन न लिया जाए। यह एक प्रकार का उनकी कमेटी पर दाग लगेगा कि उनकी वजह से ऐसा हुआ है। आरोपियों को पकड़ सलाखों के पीछे पहुंचाएंगे मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि सीएम भगवंत मान ने भी इस घटना पर गहरा दु:ख प्रकट किया है। सीएम खुद इस मामले को लेकर गंभीर है। रोजाना सीनियर अधिकारियों से रिपोर्ट ले रहे हैं। पुलिस व सिविल प्रशासन मंदिर कमेटी के साथ है। इस समय सरकार की प्राथमिकता ही पापियों को पकड़ना है। मंत्री ने कहा कि वे ऐसे दुष्टों को इंसान नहीं समझते जिन्होंने शिवलिंग को खंडित करके धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कनाडा में AP ढिल्लों फायरिंग केस में पहली गिरफ्तारी:RCMP का दावा- अपराध करने के बाद भारत भागा साथी, लॉरेंस के सहयोगी गोदारा ने ली थी जिम्मेदारी कनाडा में पंजाब के फेमस सिंगर अमृतपाल सिंह ढिल्लों उर्फ एपी ढिल्लों के घर पर फायरिंग करने वाले 1 संदिग्ध को कनाडा की आरसीएमपी की टीम ने पकड़ा है। दूसरे की पहचान हो गई है। इस वारदात को इसी साल 2 सितंबर को अंजाम दिया गया था। गायक एपी ढिल्लों के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित घर पर ये फायरिंग हुई थी। वैंकूवर प्रांत की आरसीएमपी (पुलिस) द्वारा दावा किया गया है कि पंजाबी संगीतकार एपी ढिल्लों के विक्टोरिया-क्षेत्र स्थित घर पर गोलीबारी के बाद 1 संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है और दूसरे के कनाडा से भारत भाग आने की आशंका है। बुधवार को ओंटारियो में गिरफ्तारी की गई। जिसकी पहचान 25 वर्षीय विन्निपेग के रहने वाले अबजीत किंगरा और विक्रम शर्मा निवासी विन्निपैग के रूप में हुई है। अबजीत पर जानबूझकर बंदूक चलाने और आगजनी करने का आरोप लगाया गया है। दूसरा संदिग्ध 23 वर्षीय विक्रम शर्मा वारदात के बाद भारत भाग गया था। शर्मा उक्त वारदात में किंगरा के साथ था। वारदात के बाद वह भारत आ गया था। फायरिंग का वीडियो हुआ था वायरल एपी ढिल्लों का घर वैंकूवर इलाके में है। उनके घर पर हुई फायरिंग का एक एक वीडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो के अनुसार एक शूटर ने गेट के बाहर से 11 गोलियां चलाईं। उसने काले रंग के कपड़े पहने हुए थे। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी डाली थी। 9 अगस्त को सिंगर एपी ढिल्लों का बॉलीवुड स्टार सलमान खान के साथ गाना ‘ओल्ड मनी’ रिलीज हुआ था। फायरिंग को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। घटना के बाद भारतीय और कनाडाई एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। रोहित गोदारा ने लिखा- सलमान के साथ बड़ी फीलिंग ले रहा था सिंगर के घर पर फायरिंग करने के बाद लॉरेंस गैंग के कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली। जिसमें लिखा, ‘राम राम जी सभी भाइयों को। 1 सितंबर की रात कनाडा में दो जगह पर फायरिंग हुई है। एक विक्टोरिया आइलैंड और वुडब्रिज टोरंटो में। दोनों वारदातों की जिम्मेदारी मैं रोहित गोदारा (लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप) लेता हूं।’ गैंगस्टर की पोस्ट.. कौन है गैंगस्टर रोहित गोदारा टरोहित गोदारा पर 35 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा केस राजस्थान में है। गोदारा के खिलाफ राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में केस दर्ज हैं। रोहित लॉरेंस गैंग को हर तरह के हथियार मुहैया करवाने की एक अहम कड़ी है। यह बात एजेंसियों और पंजाब पुलिस की जांच में भी सामने आ चुकी है। राजस्थान में 5 दिसंबर, 2023 को हुई राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी भी रोहित गोदारा ने ली थी। रोहित पर सीकर में गैंगस्टर राजू तेहट की हत्या का भी आरोप है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी रोहित गोदारा का नाम सामने आया था। रोहित 2022 में फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवाकर विदेश भाग गया था। एजेंसी से जुड़े सूत्रों की माने तो फिलहाल गोदारा कनाडा में ही है। सलमान के घर फायरिंग में रोहित गोदारा गैंग का नाम सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के सामने 14 अप्रैल की सुबह 5 बजे फायरिंग की गई थी। दो बाइक से आए हमलावरों ने 4 राउंड फायर किए। जिस वक्त फायरिंग हुई, उस वक्त सलमान अपने घर में ही थे। फायरिंग की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के अनमोल बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली। सलमान के घर फायरिंग करने वाला शूटर विशाल उर्फ कालू रोहित गोदारा गैंग से ताल्लुक रखता है। लॉरेंस गैंग ने ली थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी पंजाब के सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को मानसा जिले के गांव जवाहरके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी। पंजाब सरकार के मुताबिक इस मामले में अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, दो आरोपी मुठभेड़ में मारे गए और 5 को भारत के बाहर से लाया जाना है। इसके लिए राज्य सरकार केंद्र और अन्य एजेंसियों के संपर्क में है।
कनाडा-भारत विवाद से इमिग्रेशन बिजनेस में 70% गिरावट:एक्सपर्ट बोले- वीजा में कमी नहीं, आवेदक कम हुए; ऑस्ट्रेलिया बना विकल्प
कनाडा-भारत विवाद से इमिग्रेशन बिजनेस में 70% गिरावट:एक्सपर्ट बोले- वीजा में कमी नहीं, आवेदक कम हुए; ऑस्ट्रेलिया बना विकल्प भारत और कनाडा के रिश्तों में आई खटास के कारण कई भारतीय इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि कूटनीतिक विवाद का इमिग्रेशन, वर्क और स्टूडेंट वीजा पर क्या असर होगा। क्या भविष्य में कनाडा के भारत से रिश्ते सुधरेंगे? क्या कनाडा फिर से उसी शिद्दत से वीजा देगा, जैसे पहले देता था या फिर कनाडा जाकर पढ़ाई करना भारतीय बच्चों के लिए सपना ही बना रहेगा? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर ने देश के कई प्रमुख वीजा विशेषज्ञों से बात की और सभी तथ्यों को समझा। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा कूटनीतिक विवाद का सीधा असर वीजा नीतियों पर पड़ने की संभावना थी। लेकिन ऐसा नहीं है कि कनाडा वीजा नहीं दे रहा, कनाडा वीजा दे रहा है। लेकिन कनाडा जाने वाले बच्चे और उनके अभिभावक इस समय अपने बच्चों को कनाडा नहीं भेज रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण इस समय कनाडा और भारत के बीच चल रहा विवाद है। कनाडा में स्टडी वीजा अनुपात में 70 प्रतिशत की गिरावट
पिछले साल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार पर कनाडा की धरती पर खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है और लगातार कर रहा है। जिसके बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक मतभेद पैदा हो गए। इसका सबसे बड़ा असर इमिग्रेशन इंडस्ट्री पर पड़ा है। कनाडा जाने वाले छात्रों की संख्या में करीब 70 प्रतिशत की गिरावट आई है। कनाडा जाने वाले लोगों में सबसे ज्यादा पंजाबी हैं। जिसके बाद हरियाणवी और गुजराती भी इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच विवाद के चलते कनाडा जाकर अपना भविष्य बनाने की चाहत रखने वाले छात्र कनाडा के बजाय कोई दूसरा विकल्प तलाशने लगे हैं। कनाडा के विकल्प के तौर पर कौन से देश छात्रों की पहली पसंद हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार कनाडा के वीज़ा में गिरावट सिर्फ़ दोनों देशों के बीच की कड़वाहट की वजह से है। साथ ही, दूसरी सबसे बड़ी वजह यह है कि कनाडा ने अपने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में एडमिशन के लिए जीआईसी अकाउंट की राशि को दोगुना कर दिया है। ऐसे में भारतीय छात्र फिलहाल कनाडा के बजाय दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं। लेकिन विशेषज्ञों की इस पर बिल्कुल अलग राय है।
विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी तरह के वीज़ा के मामले में कोई भी देश कनाडा जैसा काम नहीं कर सकता। क्योंकि कनाडा में पीआर जल्दी मिल जाता है और ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, न्यूज़ीलैंड, इंग्लैंड जैसे देशों में पीआर नहीं मिलता।
इसलिए कनाडा बच्चों की पहली पसंद है। लेकिन फिर अगर बच्चा कनाडा के अलावा कोई दूसरा विकल्प तलाशता है तो छात्रों की पहली पसंद ऑस्ट्रेलिया ही होती है। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई सरकार के वीज़ा नियम भारतीयों के लिए बहुत सख्त हैं। जिनका प्रोफ़ाइल साफ़ नहीं है, उनकी पसंद यूके, न्यूज़ीलैंड और अमेरिका है। आइलेट्स देने वाले बच्चों की संख्या में 50% से अधिक की गिरावट
विदेश में उच्च शिक्षा के लिए आइलेट्स (इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम) टेस्ट को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। सालाना कुल 48 परीक्षा तिथियां तय होती हैं। एक बार पेपर देने के लिए एक टेस्ट का खर्च करीब 17 हजार रुपये आता है। जिसे आईडीपी द्वारा आयोजित किया जाता है। हर साल लाखों बच्चे यह पेपर देते थे।
उक्त टेस्ट पास करने के बाद ही बच्चे कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, यूके, न्यूजीलैंड और अन्य देशों में जाकर पढ़ाई कर सकते थे। पिछले साल की तुलना में इस साल आइलेट्स देने वाले बच्चों की संख्या में 50% से अधिक की गिरावट आई है। पहले एक लाख बच्चे आइलेट्स पेपर देते थे और अब सिर्फ 45 से 48 हजार ही दे रहे हैं।
आइए जानते हैं कि इमिग्रेशन एक्सपर्ट की क्या राय है…. 1. दैनिक भास्कर ने कनाडा वीजा एक्सपर्ट के तौर पर सुमीत जैन से बातचीत की। सुमीत जैन पंजाब में कनाडा स्टूडेंट वीजा को लेकर बड़े स्तर पर काम करते हैं। कनाडा में इनका कई यूनिवर्सिटी के साथ टाई-अप है। पंजाब में वह जैन ओवरसीज के नाम से बड़ी इमिग्रेशन कंपनी चलाते हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत में जैन ओवरसीज के डायरेक्टर सुमीत जैन ने कहा- कनाडा वीजा में गिरावट की सबसे बड़ी वजह वहां की सरकार द्वारा वीजा प्रोसेस में लगातार लाए जा रहे परिवर्तन है, इससे बच्चों का रुझान कम हो गया। भारत कनाडा विवाद की वजह से भी कुछ हद तक प्रभाव पड़ा है। जैन आगे बोले- इस वक्त इमिग्रेशन इंडस्ट्री के लिए काफी चुनौती पूर्ण समय है। इस वक्त बच्चों का रुझान 70 से 75 प्रतिशत तक डाउन जा चुका है। जैन ने आगे कहा- कनाडा में अलगे साल चुनाव होने वाले हैं, चुनाव के बाद कनाडा जाने वाले बच्चों की तादाद एक दम से बढ़ेगी। वहां के कॉलेज, यूनिवर्सिटियों द्वारा भी कनाडा के प्रधानमंत्री को लेटर लिखकर प्रधानमंत्री से सरकार द्वारा जारी किए गए आदेशों में संशोधन की मांग की है। जैन बोले- अब जो भी होगा पॉजिटिव ही होगा, नेगटिव जितना होना था, हो चुका है। 2. दैनिक भास्कर ने पंजाब की प्रमुख ट्रैवल एजेंसी त्रिवेदी ओवरसीज के डायरेक्टर सुकांत त्रिवेदी से कनाडा वीजा को लेकर अहम चर्चा की। सुकांत को इमिग्रेशन इंडस्ट्री में करीब 25 साल से ज्यादा का अनुभव है। अपने पूरे जीवन में वह लाखों बच्चों को कनाडा भेज चुके हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत में इमिग्रेशन एक्सपर्ट सुकांत त्रिवेदी ने कहा- इस वक्त कनाडा की ओर छात्रों का रुझान बहुत कम है। ऐसा ट्रेंड पिछले करीब एक साल से देखने को मिल रहा है। इसके पीछा सिर्फ भारत कनाडा विवाद नहीं है, बल्कि कई कारण हैं। जिनमें सबसे प्रमुख कनाडा में काम की कमी, रहने के लिए महंगी जगह, अलगाववादियों को बढ़ावा दिया जाना और अन्य हैं। जिससे हालात ज्यादा खराब हुए। इसी से डरते हुए बच्चों और उनके परिवारों ने कनाडा से मुख मोड़ लिया है। आठ महीने पहले कनाडा सरकार ने जब बच्चों की जीआईसी दोगुनी कर दी, उससे भी काफी प्रभाव पड़ा है। पहले बच्चे का खर्च सिर्फ 14 से 15 लाख आता था, मगर अब यही खर्च बढ़कर 25 साल के करीब पहुंच गया है। आगे त्रिवेदी ने कहा- वीजा में कनाडा द्वारा कोई कमी नहीं दिखाई गई है। बच्चों के रुझान में कमी है। ये इन सभी के कारण हैं। 3. इंटरनेशनल एजुकेशन सर्विसेज एक मैनेजिंग डायरेक्टर हरसौरभ सिंह बजाज पंजाब की एक प्रमुख ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं। जोकि ट्रैवल एजेंसी के साथ-साथ बच्चों को आइलेट्स सहित अन्य कोर्स भी करवाते हैं, जिन्हें करने के बाद बच्चा विदेश जाने के लिए योग्य होता है। दैनिक भास्कर से बातचीत में इंटरनेशनल एजुकेशन सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर हरसौरभ सिंह बजाज ने कहा- कनाडा ने अब से पहले उन बच्चों को भी वीजा दिया, जोकि कभी उसके योग्य भी नहीं थे। पिछले साल से लेकर अब तक उक्त वीजा प्रोसेस की वजह से एक बुरा प्रभाव पड़ा। बजाज ने आगे कहा- पिछले साल के मुकाबले इस साल सिर्फ 30 प्रतिशत बच्चे कनाडा जाना चाह रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण कनाडा में पढ़ाई और रहने का खर्च बहुत बढ़ गया है। जीआईसी डबल होने के कारण ऐसा हुआ।