खन्ना के माछीवाड़ा साहिब इलाके में कोहाड़ा रोड स्थित माडल टाउन कालोनी में एक कमरे में दो युवक मृत मिले। संदिग्ध हालातों में इनकी मौत हो गई। मृतकों की पहचान 24 वर्षीय दीपक कुमार दीपू और विजय कुमार के तौर पर हुई। दोनों मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे और यहां गुरूगढ़ में रहते थे। माथा टेकने घर से निकले, कमरे में मृत मिले सुलक्षण कुमार ने बताया कि उसका बेटा दीपक कुमार दीपू और भांजा विजय घर से धार्मिक स्थान पर माथा टेकने की बात कहकर निकले थे। दोनों शाम तक घर नहीं लौटे। इसी बीच सूचना मिली कि वे कमरे में मृत पड़े हैं। जब कमरे में जाकर देखा तो दोनों की मौत हो चुकी थी। जसपाल सिंह ने बताया कि प्लाट के पास कमरे की चाबी इन युवकों के पास होती थी। दोनों प्लाट में पानी लगाते रहते थे। यहां आकर सो भी जाते थे। लेकिन इनकी मौत कैसे हुई, इस बारे में कुछ पता नहीं चला। जहरीला खाना या नशा, जांच कर रही पुलिस इस मामले में युवकों की मौत की वजह जानने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस तीन पहलुओं पर जांच कर रही है। माना जा रहा है कि दोनों युवक आराम करने के लिए कमरे में सोए तो यहां सांप के डंसने से मौत हो सकती है। दूसरा पहलू यह है कि जैसे कमरे में खाने पीने का सामान बिखरा पड़ा था, इसे खाने के बाद मौत हो सकती है। तीसरा पहलू नशे को मानकर पुलिस जांच कर रही है। एसएचओ भिंदर सिंह ने कहा कि फिलहाल दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के असली कारण सामने आएंगे। खन्ना के माछीवाड़ा साहिब इलाके में कोहाड़ा रोड स्थित माडल टाउन कालोनी में एक कमरे में दो युवक मृत मिले। संदिग्ध हालातों में इनकी मौत हो गई। मृतकों की पहचान 24 वर्षीय दीपक कुमार दीपू और विजय कुमार के तौर पर हुई। दोनों मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे और यहां गुरूगढ़ में रहते थे। माथा टेकने घर से निकले, कमरे में मृत मिले सुलक्षण कुमार ने बताया कि उसका बेटा दीपक कुमार दीपू और भांजा विजय घर से धार्मिक स्थान पर माथा टेकने की बात कहकर निकले थे। दोनों शाम तक घर नहीं लौटे। इसी बीच सूचना मिली कि वे कमरे में मृत पड़े हैं। जब कमरे में जाकर देखा तो दोनों की मौत हो चुकी थी। जसपाल सिंह ने बताया कि प्लाट के पास कमरे की चाबी इन युवकों के पास होती थी। दोनों प्लाट में पानी लगाते रहते थे। यहां आकर सो भी जाते थे। लेकिन इनकी मौत कैसे हुई, इस बारे में कुछ पता नहीं चला। जहरीला खाना या नशा, जांच कर रही पुलिस इस मामले में युवकों की मौत की वजह जानने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस तीन पहलुओं पर जांच कर रही है। माना जा रहा है कि दोनों युवक आराम करने के लिए कमरे में सोए तो यहां सांप के डंसने से मौत हो सकती है। दूसरा पहलू यह है कि जैसे कमरे में खाने पीने का सामान बिखरा पड़ा था, इसे खाने के बाद मौत हो सकती है। तीसरा पहलू नशे को मानकर पुलिस जांच कर रही है। एसएचओ भिंदर सिंह ने कहा कि फिलहाल दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के असली कारण सामने आएंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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प्रधान रणजीत सिंह गांधी ने कहा कि समस्त कारोबारी में लोगों की कमीशन बढ़ती है, लेकिन पिछले 8 साल से पेट्रोल पंप मालिकों की कमीशन नहीं बढ़ाई गई। आज 80 रुपए वाली वस्तु 120 रुपए तक पहुंच गई है, लेकिन सरकार तेल विक्रेताओं का कमीशन बढ़ाने पर चुप्पी साध लेती है। अभी फिलहाल खन्ना से लेकर फिल्लोर तक के पेट्रोल पंप रविवार को बंद होगे। कई शहरों से पेट्रोल पंप बंद रखने का समर्थन पत्र भी आ रहे है। पिछले 5 महीने पहले भी पेट्रोल पंप मालिकों ने तेल न खरीद कर हड़ताल की थी। उस समय केंद्र सरकार ने भरोसा दिया था कि चुनाव के बाद उनका कमीशन बढ़ाया जाएगा, लेकिन अब सरकार फिर से उन्हें नजर अंदाज कर रही है। इमरजेंसी सर्विस रहेगी चालू
गांधी ने कहा कि साप्ताहिक छुट्टी वाले दिन सामाजिक तौर पर इमरजेंसी सर्विस चालू रहेगी। एम्बुलेंस या सरकारी वाहनों को पेट्रोल या डीजल मुहैया करवाया जाएगा। फिलहाल अभी जिला स्तर पर आज बैठक की गई है जल्द ही पंजाब लेवल और राज्य लेवल पर भी बैठकें होगी ताकि पेट्रोल पंप मालिकों का कमीशन बढ़ाया जा सके।
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किसान नेता डल्लेवाल ने राम-राम कहकर संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा- जो मैं लड़ाई लड़ रहा हूं, यह लड़ाई मैं नहीं लड़ रहा, यह सिर्फ एक शरीर दिख रहा है लड़ाई लड़ते। यह ऊपर वाले की मर्जी है। जिसे भगवान चाहता है, उसे ही मनुष्य का शरीर देता है। उसी की मर्जी से हो रहा है, जो हो रहा है। 2. मोर्चा तो हम ही जीतेंगे
पुलिस ने मुझे यहां से उठाने का प्रयास किया। जब लोगों को पता चला तो पंजाब-हरियाणा से सैकड़ों नौजवान हमारे पास पहुंचे और मोर्चा संभाला। आज जो लोग मोर्चे पर पहुंचे हैं, यह सिर्फ ऊपर वाले की कृपा है। सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम मोर्चा जीत कर ही रहेंगे। 3. किसानों की आत्महत्या पर अंकुश जरूरी
किसानों की सुसाइड की घटनाओं पर अंकुश लगना जरूरी है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि करीब 4 लाख किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन असल आंकड़ों में अब तक 7 लाख से ज्यादा किसान दम तोड़ चुके हैं। मेरी किसानों से अपील है कि बड़ी संख्या में आगे आएं, जिससे आंदोलन को बल मिल सके। पंजाब सरकार ने केंद्र को लेटर लिखा
इधर, पंजाब सरकार की ओर से केंद्र को एक लेटर लिखा गया। इसमें केंद्र सरकार से अपील की गई है कि किसानों का आंदोलन और डल्लेवाल का अनशन खत्म कराएं। 19 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को आदेश दिए थे कि डल्लेवाल को चिकित्सा सुविधा दी जाए। जरूरत पड़े तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराएं। इसके बाद 20 दिसंबर 2024 को पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखी। उसमें कहा गया कि केंद्र सरकार पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में हस्तक्षेप करे और आंदोलन खत्म कराए। इसमें डल्लेवाल की भूख हड़ताल का भी जिक्र किया गया। यह लेटर इस सप्ताह केंद्रीय कृषि मंत्रालय को मिला। हालांकि, कृषि मंत्री ने इसका अब तक कोई जवाब नहीं दिया। जबकि, बीते बुधवार को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह कह चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मंत्रालय एक्शन लेगा। महापंचायत की पल-पल की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…