खन्ना में गोवंश गिरोह का सरगना गिरफ्तार:सड़क पर घूमने वाले पशुओं को पकड़कर ले जाते थे, यूपी भेजा जाता था मांस

खन्ना में गोवंश गिरोह का सरगना गिरफ्तार:सड़क पर घूमने वाले पशुओं को पकड़कर ले जाते थे, यूपी भेजा जाता था मांस

पंजाब के खन्ना की माछीवाड़ा साहिब पुलिस ने गोवंश की हत्या कर मांस बेचने वाले गिरोह के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अब इस केस में मुख्य आरोपी मीर मोहम्मद पुत्र गाजी मोहम्मद निवासी बिंजो थाना माहलपुर जिला होशियारपुर हाल निवासी नजदीक बीएसएनएल टावर मोहनपुर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 27 मई 2022 को सरहिंद नहर से गोवंश के अंग बरामद किए थे। पुलिस के अनुसार आरोपी गोवंश की हत्या कर मांस बेचने के उपरांत बचे हुए अंगों को सरहिंद में फेंक देते थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गांव गढ़ी तरखाणां के सबीर, हरियों खुर्द के लतीफ, बालेओं के लाल हुसैन, पवात के बरकत अली, रतनहेड़ी के हनीफ, राणवां के मोहम्मद अकरम और राहों मोहम्मद इरशाद के रूप में हुई थी। गिरोह के 17 लोगों की पहचान हुई आईओ एएसआई करनैल सिंह ने बताया कि समराला के रहने वाले रमन कुमार की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। गोवंश की हत्या करने वालों को पकड़ने के लिए पुलिस ने नाकाबंदी की थी। एक सूचना मिली थी कि गोवंश को मारने वाले लोग दो छोटे टेंपों में सवार होकर पवात पुल से गढ़ी तरखाणां की ओर जा रहे हैं। पुलिस ने इन वाहनों को रोककर सभी लोगों को पकड़ लिया था। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने गोवंश को बांधने वाले रस्से, आठ सुए, दो कुल्हाड़ी, एक दातर, एक बड़ी छुरी और 16 छोटी छुरियां बरामद की थीं। पुलिस ने गिरोह के 17 सदस्यों की पहचान की है, इनमें 8 को काबू कर लिया है। गिरोह का सरगना भी पकड़ा गया है। यह लोग एक साल से इस काम को कर रहे थे। अब तक सैकड़ों गोवंश को मारकर उनका मांस उत्तर प्रदेश में सप्लाई कर चुके हैं। रिमांड के दौरान पुलिस यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि यह लोग उत्तर प्रदेश में गोवंश के मांस को कहां सप्लाई करते थे। यूपी भेजा जाता था गोवंश का मांस गिरोह के लोग माछीवाड़ा क्षेत्र में सड़कों के किनारे घूमने वाले बेसहारा गोवंश को पकड़ने के बाद सरहिंद नगर के पास जंगल में ले जाकर उनको मार देते थे। गोवंश को टेंपो में लादकर जंगल में ले जाया जाता था और रात के समय उनके मांस को फ्रीजर वाली गाड़ी में भरकर उत्तर प्रदेश भेज दिया जाता था। मोहनपुर मामले में भी सरगना मीर मोहम्मद कुछ महीने पहले खन्ना के गांव मोहनपुर से मिले गोवंश के मामले में भी सरगना है। इस केस में आरोपी मौके से फरार हो गया था और अदालत से अग्रिम जमानत ले ली थी। जब अदालत के आदेशों पर सदर थाना खन्ना में दर्ज केस में पुलिस की जांच में शामिल होने आया तो उसकी दूसरे केस में गिरफ्तारी डाल दी गई। उसका रिमांड लेकर आगे की तफ्तीश की जा रही है। पंजाब के खन्ना की माछीवाड़ा साहिब पुलिस ने गोवंश की हत्या कर मांस बेचने वाले गिरोह के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अब इस केस में मुख्य आरोपी मीर मोहम्मद पुत्र गाजी मोहम्मद निवासी बिंजो थाना माहलपुर जिला होशियारपुर हाल निवासी नजदीक बीएसएनएल टावर मोहनपुर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 27 मई 2022 को सरहिंद नहर से गोवंश के अंग बरामद किए थे। पुलिस के अनुसार आरोपी गोवंश की हत्या कर मांस बेचने के उपरांत बचे हुए अंगों को सरहिंद में फेंक देते थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गांव गढ़ी तरखाणां के सबीर, हरियों खुर्द के लतीफ, बालेओं के लाल हुसैन, पवात के बरकत अली, रतनहेड़ी के हनीफ, राणवां के मोहम्मद अकरम और राहों मोहम्मद इरशाद के रूप में हुई थी। गिरोह के 17 लोगों की पहचान हुई आईओ एएसआई करनैल सिंह ने बताया कि समराला के रहने वाले रमन कुमार की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। गोवंश की हत्या करने वालों को पकड़ने के लिए पुलिस ने नाकाबंदी की थी। एक सूचना मिली थी कि गोवंश को मारने वाले लोग दो छोटे टेंपों में सवार होकर पवात पुल से गढ़ी तरखाणां की ओर जा रहे हैं। पुलिस ने इन वाहनों को रोककर सभी लोगों को पकड़ लिया था। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने गोवंश को बांधने वाले रस्से, आठ सुए, दो कुल्हाड़ी, एक दातर, एक बड़ी छुरी और 16 छोटी छुरियां बरामद की थीं। पुलिस ने गिरोह के 17 सदस्यों की पहचान की है, इनमें 8 को काबू कर लिया है। गिरोह का सरगना भी पकड़ा गया है। यह लोग एक साल से इस काम को कर रहे थे। अब तक सैकड़ों गोवंश को मारकर उनका मांस उत्तर प्रदेश में सप्लाई कर चुके हैं। रिमांड के दौरान पुलिस यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि यह लोग उत्तर प्रदेश में गोवंश के मांस को कहां सप्लाई करते थे। यूपी भेजा जाता था गोवंश का मांस गिरोह के लोग माछीवाड़ा क्षेत्र में सड़कों के किनारे घूमने वाले बेसहारा गोवंश को पकड़ने के बाद सरहिंद नगर के पास जंगल में ले जाकर उनको मार देते थे। गोवंश को टेंपो में लादकर जंगल में ले जाया जाता था और रात के समय उनके मांस को फ्रीजर वाली गाड़ी में भरकर उत्तर प्रदेश भेज दिया जाता था। मोहनपुर मामले में भी सरगना मीर मोहम्मद कुछ महीने पहले खन्ना के गांव मोहनपुर से मिले गोवंश के मामले में भी सरगना है। इस केस में आरोपी मौके से फरार हो गया था और अदालत से अग्रिम जमानत ले ली थी। जब अदालत के आदेशों पर सदर थाना खन्ना में दर्ज केस में पुलिस की जांच में शामिल होने आया तो उसकी दूसरे केस में गिरफ्तारी डाल दी गई। उसका रिमांड लेकर आगे की तफ्तीश की जा रही है।   पंजाब | दैनिक भास्कर