गडकरी की नाराजगी के बाद राज्यपाल ने बुलाई बैठक:NHAI अधिकारियों से केंद्रीय प्रोजेक्ट्स का लिया जायजा; जल्द काम पूरा करने के आदेश

गडकरी की नाराजगी के बाद राज्यपाल ने बुलाई बैठक:NHAI अधिकारियों से केंद्रीय प्रोजेक्ट्स का लिया जायजा; जल्द काम पूरा करने के आदेश

भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण राजमार्ग परियोजनाओं को रद्द करने की केंद्र की धमकी के बीच पंजाब के नए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के साथ बैठक की है। इसके अलावा रेलवे, भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और बीएसएनएल के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे। गवर्नर की तरफ से अचानक बुलाई गई बैठक के बाद राज्य सरकार एक बार फिर सोचने पर मजबूर हो गई है। राज्यपाल ने बैठक में अधिकारियों को सभी केंद्रीय परियोजनाओं में हो रही देरी को पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी परियोजना में कोई समस्या हो तो उसे लिखित रूप में रिकॉर्ड पर लाया जाना चाहिए, ताकि ऐसे मुद्दों को केंद्र और राज्य सरकार की मदद से प्राथमिकता पर हल किया जा सके। हर 3 महीने में करेंगे बैठक गवर्नर कटारिया ने कहा कि सभी केंद्रीय परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए हर 3 महीने में एक बैठक आयोजित की जाएगी। इसके अलावा उन्हें समय-समय पर सभी परियोजनाओं की प्रगति के बारे में लिखित रूप से सूचित किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने चंडीगढ़ में भारी ट्रैफिक के मुद्दे पर भी चर्चा की। इस मुद्दे पर जवाब देते हुए एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि पंचकूला को शिमला और माजरी से बद्दी को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण से समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी। जम्मू-तवी ट्रेन के लिए प्रस्ताव लाने की मांग बैठक के दौरान राज्यपाल ने कहा कि उदयपुर, चंडीगढ़ और जम्मू पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, जम्मू-तवी ट्रेन को दैनिक आधार पर चलाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया जाना चाहिए। बैठक के दौरान एयरपोर्ट आथोरिटी के अधिकारियों ने चंडीगढ़ को शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने वाली प्रस्तावित सड़क के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि सड़क के निर्माण से चंडीगढ़ से उस हवाई अड्डे की दूरी 10 किमी कम हो जाएगी। तनाव बढ़ने की संभावनाएं हालांकि गवर्नर कटारिया की तरफ से सीएम भगवंत मान या पंजाब सरकार के साथ केंद्रीय परियोजनाओं को लेकर कुछ पत्राचार नहीं किया है, लेकिन इसके बावजूद उनकी तरफ से बुलाई गई बैठक से सवाल खड़े हो गए हैं। पूर्व राज्यपाल से रिश्तों में खटास के बाद नए गवर्नर कटारिया के तेवर ने राज्य सरकार व अधिकारियों में हलचल पैदा की है। हालांकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राजमार्गों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के मुद्दों को सुलझाने के लिए गुरदासपुर और तरन-तारन जिलों के किसान नेताओं के साथ 16 अगस्त को एक बैठक भी बुलाई है। इसके बावजूद राज्यपाल ने इंतजार ना करने की जगह खुद बैठक बुला कर अधिकारियों से प्रोजेक्ट्स की जानकारी हासिल की। राजस्थान के तेज तर्रार नेताओं में से एक हैं कटारिया कटारिया जमीनी स्तर के नेता रहे हैं। राजस्थान में उनकी छवि तेज-तर्रार नेताओं में की जाती है। पंजाब के राज्यपाल नियुक्त होने समय भी जब मीडिया ने उनसे व सीएम भगवंत मान से आने वाले समय में रिश्तों पर सवाल किया था तो उनका जवाब था, ये समय बताएगा। पूर्व गवर्नर व सीएम मान के बीच हमेशा रही अनबन पंजाब के पूर्व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित और सीएम भगवंत मान के बीच लंबी अनबन रही है। पूर्व गवर्नर पुरोहित की तरफ से गत वर्ष बजट सत्र 2023 असंवैधानिक करार देने के बाद सीएम भगवंत मान को सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा था। इसके अलावा उनकी तरफ से विधानसभा में पास कई बिल पास करने से इनकार किया। वहीं, सीएम ने भी गवर्नर के सरकारी हेलिकॉप्टर प्रयोग पर सवाल उठाए। जिसके बाद दोनों के बीच तकरार बड़ी। पूर्व गवर्नर पुरोहित ने जाते हुए भी सीएम मान पर प्रहार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मान से नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दिया। भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण राजमार्ग परियोजनाओं को रद्द करने की केंद्र की धमकी के बीच पंजाब के नए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के साथ बैठक की है। इसके अलावा रेलवे, भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और बीएसएनएल के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे। गवर्नर की तरफ से अचानक बुलाई गई बैठक के बाद राज्य सरकार एक बार फिर सोचने पर मजबूर हो गई है। राज्यपाल ने बैठक में अधिकारियों को सभी केंद्रीय परियोजनाओं में हो रही देरी को पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी परियोजना में कोई समस्या हो तो उसे लिखित रूप में रिकॉर्ड पर लाया जाना चाहिए, ताकि ऐसे मुद्दों को केंद्र और राज्य सरकार की मदद से प्राथमिकता पर हल किया जा सके। हर 3 महीने में करेंगे बैठक गवर्नर कटारिया ने कहा कि सभी केंद्रीय परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए हर 3 महीने में एक बैठक आयोजित की जाएगी। इसके अलावा उन्हें समय-समय पर सभी परियोजनाओं की प्रगति के बारे में लिखित रूप से सूचित किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने चंडीगढ़ में भारी ट्रैफिक के मुद्दे पर भी चर्चा की। इस मुद्दे पर जवाब देते हुए एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि पंचकूला को शिमला और माजरी से बद्दी को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण से समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी। जम्मू-तवी ट्रेन के लिए प्रस्ताव लाने की मांग बैठक के दौरान राज्यपाल ने कहा कि उदयपुर, चंडीगढ़ और जम्मू पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, जम्मू-तवी ट्रेन को दैनिक आधार पर चलाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया जाना चाहिए। बैठक के दौरान एयरपोर्ट आथोरिटी के अधिकारियों ने चंडीगढ़ को शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने वाली प्रस्तावित सड़क के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि सड़क के निर्माण से चंडीगढ़ से उस हवाई अड्डे की दूरी 10 किमी कम हो जाएगी। तनाव बढ़ने की संभावनाएं हालांकि गवर्नर कटारिया की तरफ से सीएम भगवंत मान या पंजाब सरकार के साथ केंद्रीय परियोजनाओं को लेकर कुछ पत्राचार नहीं किया है, लेकिन इसके बावजूद उनकी तरफ से बुलाई गई बैठक से सवाल खड़े हो गए हैं। पूर्व राज्यपाल से रिश्तों में खटास के बाद नए गवर्नर कटारिया के तेवर ने राज्य सरकार व अधिकारियों में हलचल पैदा की है। हालांकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राजमार्गों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के मुद्दों को सुलझाने के लिए गुरदासपुर और तरन-तारन जिलों के किसान नेताओं के साथ 16 अगस्त को एक बैठक भी बुलाई है। इसके बावजूद राज्यपाल ने इंतजार ना करने की जगह खुद बैठक बुला कर अधिकारियों से प्रोजेक्ट्स की जानकारी हासिल की। राजस्थान के तेज तर्रार नेताओं में से एक हैं कटारिया कटारिया जमीनी स्तर के नेता रहे हैं। राजस्थान में उनकी छवि तेज-तर्रार नेताओं में की जाती है। पंजाब के राज्यपाल नियुक्त होने समय भी जब मीडिया ने उनसे व सीएम भगवंत मान से आने वाले समय में रिश्तों पर सवाल किया था तो उनका जवाब था, ये समय बताएगा। पूर्व गवर्नर व सीएम मान के बीच हमेशा रही अनबन पंजाब के पूर्व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित और सीएम भगवंत मान के बीच लंबी अनबन रही है। पूर्व गवर्नर पुरोहित की तरफ से गत वर्ष बजट सत्र 2023 असंवैधानिक करार देने के बाद सीएम भगवंत मान को सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा था। इसके अलावा उनकी तरफ से विधानसभा में पास कई बिल पास करने से इनकार किया। वहीं, सीएम ने भी गवर्नर के सरकारी हेलिकॉप्टर प्रयोग पर सवाल उठाए। जिसके बाद दोनों के बीच तकरार बड़ी। पूर्व गवर्नर पुरोहित ने जाते हुए भी सीएम मान पर प्रहार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मान से नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दिया।   पंजाब | दैनिक भास्कर