गन कल्चर वाले गानों को लेकर हरियाणा राज्यपाल सख्त:करनाल में बोले-देशभक्ति और संस्कृति की झलक हो, नफरत फैलाने वाले गीत की नहीं जरूरत

गन कल्चर वाले गानों को लेकर हरियाणा राज्यपाल सख्त:करनाल में बोले-देशभक्ति और संस्कृति की झलक हो, नफरत फैलाने वाले गीत की नहीं जरूरत

करनाल में आयोजित एक निजी स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों को लेकर सख्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हरियाणवी गानों में देशभक्ति, संस्कृति और सामाजिक सद्भावना झलकनी चाहिए। ऐसे गाने ही प्रचलित होने चाहिए जो समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाएं और युवाओं को सही दिशा में प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि गाने लोगों को भड़काने के लिए नहीं होने चाहिए और न ही ऐसे गाने बनने चाहिए जिनसे कोई संस्कार ना मिले। शिक्षा सिर्फ नौकरी का जरिया नहीं, बल्कि जीवन का मार्गदर्शन कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। कहा कि शिक्षा सिर्फ नौकरी पाने का जरिया नहीं है, बल्कि यह जीवन को सही दिशा में ले जाने का एक मार्गदर्शन है। शिक्षा हमें संस्कारवान बनाती है और व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारती है। उन्होंने छात्रों को मेहनत और लगन से पढ़ाई करने की प्रेरणा दी और कहा कि ज्ञान ही वह रोशनी है, जो अंधकार को दूर करता है। महिला सशक्तिकरण को बताया समाज की मजबूत कड़ी राज्यपाल ने स्कूल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि छात्रों द्वारा प्रस्तुत महिला सशक्तिकरण पर आधारित कार्यक्रम बहुत प्रेरणादायक रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई गई ‘बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ’ मुहिम का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने ‘लखपति दीदी’ और ‘ड्रोन दीदी’ जैसी योजनाओं की भी चर्चा की और बताया कि इन योजनाओं से देशभर की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। भारत तेजी से आगे बढ़ रहा, युवाओं की भूमिका अहम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत तेजी से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है और अब विश्व की बड़ी शक्तियों में शामिल हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस विकास में युवा शक्ति की सबसे अहम भूमिका है। आज के समय में शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान और स्किल डेवलपमेंट पर भी ध्यान देना जरूरी हो गया है। अगर युवा नई-नई स्किल्स सीखें, तो वे न केवल अच्छी नौकरी पा सकते हैं, बल्कि अपने खुद के स्टार्टअप भी खड़े कर सकते हैं। उन्होंने इस स्कूल की सराहना करते हुए कहा कि यहां शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य और पशु-पक्षियों के लिए भी कार्य किया जा रहा है, जो बेहद सराहनीय है। गर्मी में पक्षियों के लिए पानी रखने की अपील राज्यपाल ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में सभी लोग अपने घर की छत पर किसी बर्तन में पानी जरूर रखें, ताकि पक्षियों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि यह एक छोटी लेकिन बहुत ही जरूरी पहल है, जिससे हम बेजुबान पक्षियों की प्यास बुझाने में मदद कर सकते हैं। शिक्षा के साथ नैतिकता भी जरूरी: पीयूष मुनि जी महाराज ​​​​​​​कार्यक्रम को प्रेरक संत श्री पीयूष मुनि जी महाराज ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि समाज के विकास के लिए शिक्षा के साथ नैतिकता भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर चरित्र का विकास नहीं हुआ, तो शिक्षा अधूरी रह जाती है और अपने असली उद्देश्य को पूरा नहीं कर पाती। उन्होंने समाज के धनाढ्य वर्ग से अपील की कि वे शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में योगदान दें, ताकि देश का भविष्य और अधिक उज्ज्वल बन सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना नहीं है, बल्कि समाज को सही दिशा में ले जाना भी है। करनाल में आयोजित एक निजी स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों को लेकर सख्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हरियाणवी गानों में देशभक्ति, संस्कृति और सामाजिक सद्भावना झलकनी चाहिए। ऐसे गाने ही प्रचलित होने चाहिए जो समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाएं और युवाओं को सही दिशा में प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि गाने लोगों को भड़काने के लिए नहीं होने चाहिए और न ही ऐसे गाने बनने चाहिए जिनसे कोई संस्कार ना मिले। शिक्षा सिर्फ नौकरी का जरिया नहीं, बल्कि जीवन का मार्गदर्शन कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। कहा कि शिक्षा सिर्फ नौकरी पाने का जरिया नहीं है, बल्कि यह जीवन को सही दिशा में ले जाने का एक मार्गदर्शन है। शिक्षा हमें संस्कारवान बनाती है और व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारती है। उन्होंने छात्रों को मेहनत और लगन से पढ़ाई करने की प्रेरणा दी और कहा कि ज्ञान ही वह रोशनी है, जो अंधकार को दूर करता है। महिला सशक्तिकरण को बताया समाज की मजबूत कड़ी राज्यपाल ने स्कूल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि छात्रों द्वारा प्रस्तुत महिला सशक्तिकरण पर आधारित कार्यक्रम बहुत प्रेरणादायक रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई गई ‘बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ’ मुहिम का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने ‘लखपति दीदी’ और ‘ड्रोन दीदी’ जैसी योजनाओं की भी चर्चा की और बताया कि इन योजनाओं से देशभर की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। भारत तेजी से आगे बढ़ रहा, युवाओं की भूमिका अहम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत तेजी से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है और अब विश्व की बड़ी शक्तियों में शामिल हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस विकास में युवा शक्ति की सबसे अहम भूमिका है। आज के समय में शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान और स्किल डेवलपमेंट पर भी ध्यान देना जरूरी हो गया है। अगर युवा नई-नई स्किल्स सीखें, तो वे न केवल अच्छी नौकरी पा सकते हैं, बल्कि अपने खुद के स्टार्टअप भी खड़े कर सकते हैं। उन्होंने इस स्कूल की सराहना करते हुए कहा कि यहां शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य और पशु-पक्षियों के लिए भी कार्य किया जा रहा है, जो बेहद सराहनीय है। गर्मी में पक्षियों के लिए पानी रखने की अपील राज्यपाल ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में सभी लोग अपने घर की छत पर किसी बर्तन में पानी जरूर रखें, ताकि पक्षियों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि यह एक छोटी लेकिन बहुत ही जरूरी पहल है, जिससे हम बेजुबान पक्षियों की प्यास बुझाने में मदद कर सकते हैं। शिक्षा के साथ नैतिकता भी जरूरी: पीयूष मुनि जी महाराज ​​​​​​​कार्यक्रम को प्रेरक संत श्री पीयूष मुनि जी महाराज ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि समाज के विकास के लिए शिक्षा के साथ नैतिकता भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर चरित्र का विकास नहीं हुआ, तो शिक्षा अधूरी रह जाती है और अपने असली उद्देश्य को पूरा नहीं कर पाती। उन्होंने समाज के धनाढ्य वर्ग से अपील की कि वे शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में योगदान दें, ताकि देश का भविष्य और अधिक उज्ज्वल बन सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना नहीं है, बल्कि समाज को सही दिशा में ले जाना भी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर