हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी हिसार में आयोजित राज्य स्तरीय नगरीय निकाय प्रतिनिधि सम्मेलन में पहुंचे हैं। ये कार्यक्रम गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के सभागार में हो रहा है। इसमें प्रदेश भर से निकाय पार्षद और निकाय अध्यक्ष पहुंचे हैं। सीएम नगर निगम पार्षदों का मानदेय बढ़ा सकते हैं। इतना ही नहीं, वे उनकी सुविधाओं में भी इजाफा कर सकते हैं। इसके साथ ही मेयर और चेयरमैन की पावर बढ़ाने का ऐलान भी हो सकता है। हरियाणा सरकार आगामी विधानसभा चुनाव से पहले शहर की छोटी सरकार का विश्वास जीतने की कोशिश में जुटी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री नायब सैनी हिसार को लेकर भी कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी हिसार में आयोजित राज्य स्तरीय नगरीय निकाय प्रतिनिधि सम्मेलन में पहुंचे हैं। ये कार्यक्रम गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के सभागार में हो रहा है। इसमें प्रदेश भर से निकाय पार्षद और निकाय अध्यक्ष पहुंचे हैं। सीएम नगर निगम पार्षदों का मानदेय बढ़ा सकते हैं। इतना ही नहीं, वे उनकी सुविधाओं में भी इजाफा कर सकते हैं। इसके साथ ही मेयर और चेयरमैन की पावर बढ़ाने का ऐलान भी हो सकता है। हरियाणा सरकार आगामी विधानसभा चुनाव से पहले शहर की छोटी सरकार का विश्वास जीतने की कोशिश में जुटी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री नायब सैनी हिसार को लेकर भी कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में दर्दनाक सड़क हादसा:दो ट्रक ड्राइवरों की मौत, टायर बदलते समय हुआ एक्सीडेंट
करनाल में दर्दनाक सड़क हादसा:दो ट्रक ड्राइवरों की मौत, टायर बदलते समय हुआ एक्सीडेंट हरियाणा में करनाल के मुनक-गगसीना रोड पर एक भीषण सड़क हादसे में दो ट्रक ड्राइवरों की जान चली गई। यह हादसा तब हुआ जब एक ट्रक का टायर फट गया और दोनों ड्राइवर टायर बदलने का काम कर रहे थे। इसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार में आ रहा एक और ट्रक खड़े ट्रक से टकरा गया, जिससे ट्रक कुछ आगे खिसक गया और दोनों ड्राइवर उसके नीचे आ गए। रात 10 बजे हुआ हादसा पानीपत जिले के खुखराना निवासी सागर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कैथल जिले के रमाना गांव निवासी चांद सिंह पुत्र जिले राम और राजस्थान के भरतपुर भरौली निवासी दिगम्बर सिंह ट्रक ड्राइवर का काम करते थे। कल रात करीब 10 बजे गगसीना से मुनक की तरफ जाते हुए ट्रक का टायर फट गया था। टायर मुर्गी फॉर्म के नजदीक फटा था। गाड़ी को बाई साइड में लगाकर टायर बदलने का काम शुरू किया गया। दूसरे ट्रक चालक ने मारी टक्कर शिकायतकर्ता सागर ने बताया कि वह सड़क पर खड़े होकर आने-जाने वाले वाहनों को इशारा कर रहा था। तभी अचानक गगसीना की तरफ से एक तेज रफ्तार ट्रक आया और उसने उनकी गाड़ी में सीधी टक्कर मारी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि आगे खड़े चांद और दिगम्बर को कुचलते हुए ट्रक निकल गया। इसके बाद आरोपी ट्रक चालक ने एक स्विफ्ट कार को भी टक्कर मारी, जिससे उसकी खिड़कियां टूट गईं। पुलिस की कार्रवाई दुर्घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 को कॉल किया गया। पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से घायल चांद और दिगम्बर को प्राइवेट वाहन से करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस कर रही मामले की जांच मूनक थाना के जांच अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा हैं। पुलिस इस मामले में हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है।
हरियाणा निजी अस्पतालों के 200 करोड़ बकाए पर मीटिंग आज:ACS हेल्थ के साथ IMA की बैठक; स्वास्थ्य विभाग ने 90 डॉक्टर किए तैनात
हरियाणा निजी अस्पतालों के 200 करोड़ बकाए पर मीटिंग आज:ACS हेल्थ के साथ IMA की बैठक; स्वास्थ्य विभाग ने 90 डॉक्टर किए तैनात हरियाणा के निजी अस्पतालों के 200 करोड़ रुपये बकाए पर आज फैसला होगा। एसीएस सुधीर राजपाल ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाया है। आईएमए का कहना है कि प्रदेश के निजी अस्पतालों पर करीब 200 करोड़ रुपये बकाया है। हरियाणा में आयुष्मान के तहत 45 लाख बीपीएल परिवारों के 1.70 करोड़ लोगों का मुफ्त इलाज किया जाता है। इसके लिए सरकार की ओर से 600 से ज्यादा निजी अस्पतालों को पैनल में शामिल किया गया है। आईएमए का कहना है कि जब तक सरकार राहत नहीं देती, तब तक डॉक्टर कार्ड धारकों का इलाज नहीं करेंगे। दूसरी ओर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का कहना है कि डॉक्टरों की ज्यादातर मांगें मान ली गई हैं, एसओपी तैयार करने में थोड़ा समय लगता है। उन्होंने डॉक्टरों से अपील की है कि वे इलाज बंद न करें। सरकार उनकी समस्या का समाधान कर रही है। हड़ताल को लेकर सरकार अलर्ट हरियाणा में प्राइवेट अस्पतालों की हड़ताल को देखते हुए सरकार भी अलर्ट हो गई है। सरकार ने सरकारी अस्पतालों में लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुूए 90 अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती की है। इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि सरकार ने फायनेंस डिपार्टमेंट को तेजी से अस्पतालों के भुगतान को लेकर एंट्री करने के निर्देश दिए हैं। 57 करोड़ रुपए की सरकार की ओर से मंजूरी भी दे दी गई है, एक या दो दिन में यह पैसा अस्पतालों के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। योजना में इन बीमारियों का इलाज आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हार्ट अटैक, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, घुटना व कूल्हा ट्रांसप्लांटेशन, बांझपन, मोतियाबिंद समेत अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का फ्री इलाज किया जाता है। IMA की बकाया भुगतान ही प्रमुख मांग IMA के राज्य प्रधान डॉ. अजय महाजन ने बताया कि एसीएस के साथ मीटिंग होगी। हमारी बड़ी मांग बकाया भुगतान की ही होगी। इधर स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता का कहना है कि एसओपी तैयार होने में कुछ दिन लगते हैं, संभावना है कि 15 जुलाई तक पूरा काम कर लिया जाएगा। यह भी बताया जा रहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की दरों में इजाफा भी किया जा रहा है। इसके साथ अस्पतालों के बिलों की जांच के लिए कमेटियां भी गठित की जा रही हैं।
नई मोदी सरकार में हरियाणा से 2 मंत्री संभव:राव ने दिल्ली में डेरा डाला, गुर्जर की होगी छुट्टी; खट्टर BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में
नई मोदी सरकार में हरियाणा से 2 मंत्री संभव:राव ने दिल्ली में डेरा डाला, गुर्जर की होगी छुट्टी; खट्टर BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में केंद्र में PM नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली NDA सरकार का 9 जून को संभावित शपथग्रहण है। इसमें हरियाणा से 2 कैबिनेट मंत्री बनाए जा सकते हैं। जिनमें राव इंद्रजीत सिंह को दोबारा मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। इसके लिए राव इंद्रजीत दिल्ली में डेरा डाल चुके हैं। हालांकि फरीदाबाद से जीते कृष्णपाल गुर्जर के दोबारा मंत्री बनने के चांस कम नजर आ रहे हैं। कृष्णपाल गुर्जर की जगह भिवानी-महेंद्रगढ़ से जाट चेहरे चौधरी धर्मबीर या कुरूक्षेत्र से जीतने वाले नवीन जिंदल को जगह मिल सकती है। वहीं हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में हैं। भाजपा उन्हें जेपी नड्डा की जगह ये जिम्मेदारी सौंप सकती है। हालांकि उनको राष्ट्रीय महामंत्री बनाए जाने की चर्चा भी तेज है। चूंकि हरियाणा में 4 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में यहां से चुने गए सांसदों को भाजपा में बड़ी जिम्मेदारियां मिलनी तय मानी जा रही हैं। खट्टर मोदी के पुराने साथी, संगठन का अनुभव
मनोहर लाल खट्टर करनाल से सांसद चुने गए हैं। भाजपा ने अचानक उन्हें हरियाणा CM की कुर्सी से हटा लोकसभा टिकट दी थी। जिसमें उन्होंने चुनाव जीतकर अपनी काबिलियत साबित की। खट्टर पीएम नरेंद्र मोदी की गुडबुक में हैं। वे मोदी के पुराने साथी रह चुके हैं। खुद मोदी ने चुनाव से पहले गुरुग्राम में कहा था कि जब वे हरियाणा में थे तो खट्टर के साथ बाइक पर रोहतक से गुरुग्राम आते थे। इसके अलावा खट्टर को संगठन का भी बड़ा अनुभव है। वह 2014 में ही विधायक का चुनाव लड़े। इससे पहले करीब 3 दशक से ज्यादा वक्त तक उन्होंने संगठन का काम किया। इस वजह से उनको अध्यक्ष बनाने की चर्चा है। चुनाव में जीत के बाद वे दिल्ली जाकर जेपी नड्डा और अमित शाह से भी मिल चुके हैं। उनको सरकार में लेने की भी पैरवी हो रही है। इसके लिए उनके साढ़े 9 साल हरियाणा में सरकार चलाने के अनुभव का हवाला दिया जा रहा है। अहीरवाल में 14 विधानसभा सीटों पर राव का दबदबा
राव इंद्रजीत सिंह की मंत्रिमंडल में दावेदारी इसलिए मजबूत हैं, क्योंकि वे अहीरवाल बेल्ट के बड़े नेता हैं। दक्षिणी हरियाणा की 14 विधानसभा सीटों पर राव इंद्रजीत सिंह का खुद का प्रभाव रहा है। पिछले तीन लोकसभा चुनाव में दक्षिणी हरियाणा में बीजेपी को अच्छी बढ़त मिली हैं। इस बार भी राज बब्बर जैसे दिग्गज कांग्रेस नेता को राव ने हरा दिया। वे छठी बार सांसद बने। ऐसे में राव को बाहर कर भाजपा दक्षिणी हरियाणा की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती। सियासी समीकरण देख लग सकता है धर्मबीर का नंबर
गुर्जर को मंत्रीपद न देने के बाद भी हरियाणा को भाजपा नेतृत्व नजरअंदाज नहीं कर सकता। विधानसभा चुनाव के समीकरण को देखते हुए भाजपा भिवानी-महेंद्रगढ़ से लगातार तीसरी बार जीतने वाले चौधरी धर्मबीर को मंत्री बना सकती है। धर्मबीर बड़े जाट चेहरे हैं। अभी राज्य में BJP की सरकार में बड़े लेवल पर जाटों का प्रतिनिधित्व कम है। वहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा के 5 सीटें हारने में जाटों की नाराजगी बड़ी वजह बनी। भाजपा इससे उसे साध सकती है। बहुमत न मिलने से कटेगा गुर्जर का पत्ता
फरीदाबाद से लगातार तीसरी बार जीते कृष्णपाल गुर्जर मोदी सरकार के दोनों टर्म में मंत्री रहे। मगर, इस बार उनके मंत्रिमंडल में शामिल होने के चांस कम है। कृष्णपाल गुर्जर ने भले ही 1 लाख, 72 हजार 914 के अच्छे मार्जिन से जीत दर्ज कर ली, लेकिन BJP के पूर्ण बहुमत में नहीं आने की वजह से इस बार गठबंधन सहयोगियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना है। यही वजह है कि कृष्णपाल गुर्जर को तीसरी बार मंत्री पद देने के लिए शीर्ष नेतृत्व ने भी अभी तक कोई विचार नहीं किया है।