गर्लफ्रेंड नहीं मानी इसलिए मार डाला:अयोध्या में प्रेमी बोला- वो मेरा घर बर्बाद करना चाहती थी; 2 दिन तक लाश सड़ती देखता रहा

गर्लफ्रेंड नहीं मानी इसलिए मार डाला:अयोध्या में प्रेमी बोला- वो मेरा घर बर्बाद करना चाहती थी; 2 दिन तक लाश सड़ती देखता रहा

‘मैं सविता को अयोध्या के गोसाईगंज स्टेशन के पास खंडहर में ले गया। वो मुझसे कहने लगी कि आज के बाद अपना मुंह न दिखाना। मैं उससे संबंध बनाने की कोशिश करने लगा। तो वह मुझे गालियां देने लगी। बोली कि पुलिस के पास जाऊंगी, तुम्हारी कंप्लेन करूंगी। बस मुझे गुस्सा आ गया। मैंने पहले उसे पीटा, फिर दोबारा उससे संबंध बनाने की कोशिश करने लगा। मगर वो नहीं मानी। मैंने गला दबाकर मार डाला।’ सविता की हत्या के आरोपी दीपक ने पुलिस के सामने कबूलनामा दिया। कहा – उसको मेरे शादीशुदा होने का पता चल गया। मुझसे बात नहीं करती थी। मैं क्या करता। कोई देखने नहीं आया तो 2 दिन बाद सड़ती हुई लाश देखने भी गया। मैंने ही उसकी मां को फोन किया। लाश के बारे में बताया। दीपक ने पूरा प्लान कैसे किया? कैसे लड़की को क्राइम स्पॉट पर बुलाया? पढ़ते हैं… एक नजर पूरे मामले पर
बुजुर्ग मां गोसाईगंज पहुंची, पुलिस के साथ लड़की की बॉडी बरामद की 29 अगस्त, 2024 की सुबह करीब 10 बजे गोसाईगंज में एक दिव्यांग युवक के साथ बूढ़ी महिला पहुंचती हैं। वो बताती हैं – मेरा नाम कमला देवी है। मैं अंबेडकरनगर के श्रवण दास मढ़ई गांव की रहने वाली हूं। मेरे पास एक लड़के का फोन आया है। उसने मुझसे कहा कि तुम्हारी बेटी की लाश यहां स्टेशन के पास खंडहर में पड़ी है। इतना कहते हुए कमला देवी रोने लगती है। वो बताती हैं – 21 अगस्त को बेटी दवा लेने गई थी, तब से घर नहीं लौटी है। पुलिस उन्हें लेकर स्टेशन पहुंचती है। उससे करीब 200 मीटर दूर डाक बंगला है, जो खंडहर में तब्दील हो चुका है। इसके पास जाते ही पुलिस वालों को दुर्गंध आने लगती है। डाक बंगले के एक कमरे से लड़की की लाश मिली। लाश पूरी तरह गल चुकी थी। आशंका जताई गई कि इसे केमिकल डालकर गलाने की कोशिश की गई होगी। मौके पर फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया। कमला देवी ने कपड़ों से उसकी पहचान सविता के रूप में की। अब जानते हैं कैसे पकड़ा गया दीपक? क्योंकि मामला अयोध्या से जुड़ा था। सोशल मीडिया पर दरिंदगी की आशंका जाहिर करते हुए लोग रिएक्ट करने लगे। लिहाजा, SSP राजकरण नय्यर ने SOG और सर्विलांस टीम को एक्टिव किया। कमला देवी से वो फोन नंबर लिया गया, जिससे उन्हें कॉल आई थी। यह फोन नंबर सविता का था और स्विच ऑफ था। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले। इससे पुलिस को लीड मिली। सविता का फोन बंद होने के पहले के कॉल रिकॉर्ड मंगवाए गए। इसमें दीपक नाम के एक युवक का नंबर मिला। फिर उसे कॉल किया गया। उसने फोन पर कहा कि वो किसी सविता को नहीं जानता। इस दौरान पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की गई। यह गोसाईगंज थाने के महादेवा मन्दिर रोड थी। पुलिस ने दीपक को गिरफ्तार कर लिया। दीपक की गिरफ्तारी के दौरान ही दैनिक भास्कर ने सविता की मां से बात की। कमला देवी ने हमें क्या कुछ बताया, वो जानते हैं… हम गरीब लोग हैं, जो करना है पुलिस को करना है
कमला देवी ने बताया- मेरी तीन बेटियां और दो बेटे हैं। सविता बेटियों में सबसे छोटी है। वो बीए सेकेंड ईयर में पढ़ती थी। पिछले साल ही मेरे पति की मौत हो गई। एक बेटा दिव्यांग है। एक बेटा बाहर रहकर कमाता खाता है। मैं गांव में ही मेहनत मजदूरी करती हूं। दीपक नाम के लड़के को नहीं जानती थी। मेरी बेटी 21 अगस्त को घर से निकली थी। वो बोली थी कि कान में दर्द हो रहा है, तो दवा लेना जा रही हूं। दवा लेने के बाद बुआ के यहां जाऊंगी। फिर वो घर नहीं आई। हमने पहले सोचा शायद बुआ के यहां होगी। लेकिन दो दिन बाद हमें पता चला कि वो वहां नहीं गई। हम लोग गरीब लोग हैं, इसलिए पुलिस के पास नहीं गए। घर-परिवार के लोगों से पूछते रहे। ढूंढते रहे। ऐसे ही 6 दिन बीत गए थे। फिर लड़के का फोन आया और अब बेटी की लाश देखने को मिल रही है। अब जानते हैं आरोपी दीपक ने कैसे और क्यों सविता के मर्डर की प्लानिंग की… 3 साल से चल रहा था अफेयर
पुलिस को दीपक ने बताया – सविता के गांव में मेरे एक रिश्तेदार का घर है। 3 साल पहले वहां एक कार्यक्रम था। मैं सप्ताह भर के लिए वहां गया। इस दौरान मेरी सविता से मुलाकात हुई। बातचीत शुरू हुई। हमारी दोस्ती हो गई। ऐसे हमारा अफेयर शुरू हुआ। मैं उसके गांव के पास ही अपने दोस्त के यहां आने-जाने लगा। मैं और सविता मिलने-जुलने लगे। फिर, मैंने उसे प्रपोज कर दिया। घर कहां है, क्या काम करते हो?
पुलिस के इस सवाल के जवाब में दीपक बताता है – मेरा घर सुलतानपुर जिले में है। गांव देवकली है, जो कूड़ेभार में पड़ता है। मैं खेतों में काम कराने का ठेका लेता हूं। अंबेडकरनगर में भी यही काम करता था। शादीशुदा हूं, ये बात छिपाए रखी इसलिए हुआ ब्रेकअप
दीपक ने पूछताछ में बताया – सविता से मुलाकात के एक साल बाद मेरी गोसाईगंज में शादी हो गई। यह बात मैंने उससे छिपाकर रखी। मैं सविता को खोना नहीं चाहता था। लेकिन, 2 महीने पहले उसे सब कुछ पता चल गया। इसके बाद उसने मुझसे बात करना बंद कर दिया। वो अच्छी लड़की थी। इसके बाद मेरी हालत पागलों जैसी हो गई। मेरे दोस्त से बात करने लगी थी
दीपक ने बताया- मेरी उससे बात होनी बंद हो गई थी। लेकिन, मैं उसके बारे में सब कुछ पता करता रहता था। मुझे पता चला कि वो मेरे दोस्त से बात करने लगी है। वो किसी और के टच में है। इसलिए उसे फोन किए। मैसेज किए और कहा कि आखिरी बार मुझसे मिल लो। उसने मुझसे कहा कि मेरी पत्नी को सब कुछ बता देगी। मैं ससुराल में ही था। मैंने उससे कहा कि ठीक है, मिलकर बता दो। सविता के आने से पहले खंडहर की रेकी की
दीपक ने बताया- मैं ज्यादातर ससुराल में रहता था। कई बार स्टेशन गया था। इसलिए मुझे खंडहर के बारे में पता था। लेकिन, 21 अगस्त को करीब दो बजे मैं एक बार खंडहर के अंदर गया। सविता 4 बजे तक आने वाली थी। मैंने पूरी प्लानिंग कर ली थी कि आज के बाद या तो वो जिंदा नहीं बचेगी। या फिर किसी और से बात नहीं करेगी। दीपक ने बताया कि सविता ट्रेन से स्टेशन पहुंची। पहले दोनों ने स्टेशन पर चाय-पानी किया। इसके बाद दीपक उसे अपनी बातों में फंसाकर खंडहर तक ले गया। यहां उसके साथ जबरन संबंध बनाने की कोशिश की। जब सविता ने उसका विरोध किया, तब उसने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। दो दिन बाद लाश देखने गया दीपक बताता है कि सविता की पर्स और मोबाइल फोन वो अपने साथ ले गया था। उसे यह जानना था कि सविता को कौन-कौन फोन करता है। लेकिन, दो दिन तक किसी का फोन नहीं आया। वो दो दिन बाद फिर खंडहर गया। उसने लाश देखी, जोकि सड़ना शुरू हो गई थी। दीपक हर रोज पेपर पढ़ने लगा। लेकिन, किसी किसी तरह की चर्चा नहीं हुई, तब उसने सविता के घर वालों को फोन करके क्राइम स्पॉट के बारे में बता दिया। क्या लाश को केमिकल से जलाने का प्रयास किया? इस पर दीपक कहता है कि उसने केमिकल नहीं डाला है। यह सब अफवाह है। SSP राजकरण नय्यर ने बताया- पकड़े गए आरोपी ने हत्या की बात कबूल कर ली है। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने प्राइमरी रिपोर्ट में लाश के फूलने के बाद चमड़ी का फटना पाया है। केमिकल के अवशेष नहीं मिले हैं। आरोपी दीपक के पास 2 मोबाइल मिले हैं। इनमें से एक सविता का है। शुक्रवार की दोपहर सविता की बॉडी परिजनों को सौंपी गई है। DNA सैंपल लिए गए हैं, ताकि आरोपी के खिलाफ मजबूत एविडेंस जुटाए जा सकें। इस घटना से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें अयोध्या में प्रेमिका की हत्या, शव केमिकल से जलाया:मां को फोन करके कहा- बेटी की लाश उठा ले जाओ, खंडहर में पड़ी है अयोध्या में युवती की हत्या उसके प्रेमी ने कर दी। शव खंडहर में से बरामद किया गया। युवती की मां को फोन किया। कहा- तुम्हारी बेटी की लाश रेलवे स्टेशन के पास पड़ी है। उसे ले जाओ। पढ़ें पूरी खबर… मथुरा में किडनैपर से लिपटकर रोया बच्चा, घर नहीं जाना चाहता था, 14 महीने पहले हेड कॉन्स्टेबल ने जयपुर से किया था किडनैप जयपुर से 14 महीने पहले किडनैप हुए ढाई साल के बच्चे को पुलिस ने मथुरा से सकुशल छुड़वा लिया। लेकिन, थाने में अजीब स्थिति पैदा हो गई, जब पुलिस बच्चे को उसके मां-बाप को सौंप रही थी। बच्चा किडनैपर के सीने से लिपटकर रोने लगा। वह मां-बाप से मुंह फेर लेता और बार-बार किडनैपर के साथ रहने की जिद कर रहा था। पढ़ें पूरी खबर… ‘मैं सविता को अयोध्या के गोसाईगंज स्टेशन के पास खंडहर में ले गया। वो मुझसे कहने लगी कि आज के बाद अपना मुंह न दिखाना। मैं उससे संबंध बनाने की कोशिश करने लगा। तो वह मुझे गालियां देने लगी। बोली कि पुलिस के पास जाऊंगी, तुम्हारी कंप्लेन करूंगी। बस मुझे गुस्सा आ गया। मैंने पहले उसे पीटा, फिर दोबारा उससे संबंध बनाने की कोशिश करने लगा। मगर वो नहीं मानी। मैंने गला दबाकर मार डाला।’ सविता की हत्या के आरोपी दीपक ने पुलिस के सामने कबूलनामा दिया। कहा – उसको मेरे शादीशुदा होने का पता चल गया। मुझसे बात नहीं करती थी। मैं क्या करता। कोई देखने नहीं आया तो 2 दिन बाद सड़ती हुई लाश देखने भी गया। मैंने ही उसकी मां को फोन किया। लाश के बारे में बताया। दीपक ने पूरा प्लान कैसे किया? कैसे लड़की को क्राइम स्पॉट पर बुलाया? पढ़ते हैं… एक नजर पूरे मामले पर
बुजुर्ग मां गोसाईगंज पहुंची, पुलिस के साथ लड़की की बॉडी बरामद की 29 अगस्त, 2024 की सुबह करीब 10 बजे गोसाईगंज में एक दिव्यांग युवक के साथ बूढ़ी महिला पहुंचती हैं। वो बताती हैं – मेरा नाम कमला देवी है। मैं अंबेडकरनगर के श्रवण दास मढ़ई गांव की रहने वाली हूं। मेरे पास एक लड़के का फोन आया है। उसने मुझसे कहा कि तुम्हारी बेटी की लाश यहां स्टेशन के पास खंडहर में पड़ी है। इतना कहते हुए कमला देवी रोने लगती है। वो बताती हैं – 21 अगस्त को बेटी दवा लेने गई थी, तब से घर नहीं लौटी है। पुलिस उन्हें लेकर स्टेशन पहुंचती है। उससे करीब 200 मीटर दूर डाक बंगला है, जो खंडहर में तब्दील हो चुका है। इसके पास जाते ही पुलिस वालों को दुर्गंध आने लगती है। डाक बंगले के एक कमरे से लड़की की लाश मिली। लाश पूरी तरह गल चुकी थी। आशंका जताई गई कि इसे केमिकल डालकर गलाने की कोशिश की गई होगी। मौके पर फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया। कमला देवी ने कपड़ों से उसकी पहचान सविता के रूप में की। अब जानते हैं कैसे पकड़ा गया दीपक? क्योंकि मामला अयोध्या से जुड़ा था। सोशल मीडिया पर दरिंदगी की आशंका जाहिर करते हुए लोग रिएक्ट करने लगे। लिहाजा, SSP राजकरण नय्यर ने SOG और सर्विलांस टीम को एक्टिव किया। कमला देवी से वो फोन नंबर लिया गया, जिससे उन्हें कॉल आई थी। यह फोन नंबर सविता का था और स्विच ऑफ था। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले। इससे पुलिस को लीड मिली। सविता का फोन बंद होने के पहले के कॉल रिकॉर्ड मंगवाए गए। इसमें दीपक नाम के एक युवक का नंबर मिला। फिर उसे कॉल किया गया। उसने फोन पर कहा कि वो किसी सविता को नहीं जानता। इस दौरान पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की गई। यह गोसाईगंज थाने के महादेवा मन्दिर रोड थी। पुलिस ने दीपक को गिरफ्तार कर लिया। दीपक की गिरफ्तारी के दौरान ही दैनिक भास्कर ने सविता की मां से बात की। कमला देवी ने हमें क्या कुछ बताया, वो जानते हैं… हम गरीब लोग हैं, जो करना है पुलिस को करना है
कमला देवी ने बताया- मेरी तीन बेटियां और दो बेटे हैं। सविता बेटियों में सबसे छोटी है। वो बीए सेकेंड ईयर में पढ़ती थी। पिछले साल ही मेरे पति की मौत हो गई। एक बेटा दिव्यांग है। एक बेटा बाहर रहकर कमाता खाता है। मैं गांव में ही मेहनत मजदूरी करती हूं। दीपक नाम के लड़के को नहीं जानती थी। मेरी बेटी 21 अगस्त को घर से निकली थी। वो बोली थी कि कान में दर्द हो रहा है, तो दवा लेना जा रही हूं। दवा लेने के बाद बुआ के यहां जाऊंगी। फिर वो घर नहीं आई। हमने पहले सोचा शायद बुआ के यहां होगी। लेकिन दो दिन बाद हमें पता चला कि वो वहां नहीं गई। हम लोग गरीब लोग हैं, इसलिए पुलिस के पास नहीं गए। घर-परिवार के लोगों से पूछते रहे। ढूंढते रहे। ऐसे ही 6 दिन बीत गए थे। फिर लड़के का फोन आया और अब बेटी की लाश देखने को मिल रही है। अब जानते हैं आरोपी दीपक ने कैसे और क्यों सविता के मर्डर की प्लानिंग की… 3 साल से चल रहा था अफेयर
पुलिस को दीपक ने बताया – सविता के गांव में मेरे एक रिश्तेदार का घर है। 3 साल पहले वहां एक कार्यक्रम था। मैं सप्ताह भर के लिए वहां गया। इस दौरान मेरी सविता से मुलाकात हुई। बातचीत शुरू हुई। हमारी दोस्ती हो गई। ऐसे हमारा अफेयर शुरू हुआ। मैं उसके गांव के पास ही अपने दोस्त के यहां आने-जाने लगा। मैं और सविता मिलने-जुलने लगे। फिर, मैंने उसे प्रपोज कर दिया। घर कहां है, क्या काम करते हो?
पुलिस के इस सवाल के जवाब में दीपक बताता है – मेरा घर सुलतानपुर जिले में है। गांव देवकली है, जो कूड़ेभार में पड़ता है। मैं खेतों में काम कराने का ठेका लेता हूं। अंबेडकरनगर में भी यही काम करता था। शादीशुदा हूं, ये बात छिपाए रखी इसलिए हुआ ब्रेकअप
दीपक ने पूछताछ में बताया – सविता से मुलाकात के एक साल बाद मेरी गोसाईगंज में शादी हो गई। यह बात मैंने उससे छिपाकर रखी। मैं सविता को खोना नहीं चाहता था। लेकिन, 2 महीने पहले उसे सब कुछ पता चल गया। इसके बाद उसने मुझसे बात करना बंद कर दिया। वो अच्छी लड़की थी। इसके बाद मेरी हालत पागलों जैसी हो गई। मेरे दोस्त से बात करने लगी थी
दीपक ने बताया- मेरी उससे बात होनी बंद हो गई थी। लेकिन, मैं उसके बारे में सब कुछ पता करता रहता था। मुझे पता चला कि वो मेरे दोस्त से बात करने लगी है। वो किसी और के टच में है। इसलिए उसे फोन किए। मैसेज किए और कहा कि आखिरी बार मुझसे मिल लो। उसने मुझसे कहा कि मेरी पत्नी को सब कुछ बता देगी। मैं ससुराल में ही था। मैंने उससे कहा कि ठीक है, मिलकर बता दो। सविता के आने से पहले खंडहर की रेकी की
दीपक ने बताया- मैं ज्यादातर ससुराल में रहता था। कई बार स्टेशन गया था। इसलिए मुझे खंडहर के बारे में पता था। लेकिन, 21 अगस्त को करीब दो बजे मैं एक बार खंडहर के अंदर गया। सविता 4 बजे तक आने वाली थी। मैंने पूरी प्लानिंग कर ली थी कि आज के बाद या तो वो जिंदा नहीं बचेगी। या फिर किसी और से बात नहीं करेगी। दीपक ने बताया कि सविता ट्रेन से स्टेशन पहुंची। पहले दोनों ने स्टेशन पर चाय-पानी किया। इसके बाद दीपक उसे अपनी बातों में फंसाकर खंडहर तक ले गया। यहां उसके साथ जबरन संबंध बनाने की कोशिश की। जब सविता ने उसका विरोध किया, तब उसने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। दो दिन बाद लाश देखने गया दीपक बताता है कि सविता की पर्स और मोबाइल फोन वो अपने साथ ले गया था। उसे यह जानना था कि सविता को कौन-कौन फोन करता है। लेकिन, दो दिन तक किसी का फोन नहीं आया। वो दो दिन बाद फिर खंडहर गया। उसने लाश देखी, जोकि सड़ना शुरू हो गई थी। दीपक हर रोज पेपर पढ़ने लगा। लेकिन, किसी किसी तरह की चर्चा नहीं हुई, तब उसने सविता के घर वालों को फोन करके क्राइम स्पॉट के बारे में बता दिया। क्या लाश को केमिकल से जलाने का प्रयास किया? इस पर दीपक कहता है कि उसने केमिकल नहीं डाला है। यह सब अफवाह है। SSP राजकरण नय्यर ने बताया- पकड़े गए आरोपी ने हत्या की बात कबूल कर ली है। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने प्राइमरी रिपोर्ट में लाश के फूलने के बाद चमड़ी का फटना पाया है। केमिकल के अवशेष नहीं मिले हैं। आरोपी दीपक के पास 2 मोबाइल मिले हैं। इनमें से एक सविता का है। शुक्रवार की दोपहर सविता की बॉडी परिजनों को सौंपी गई है। DNA सैंपल लिए गए हैं, ताकि आरोपी के खिलाफ मजबूत एविडेंस जुटाए जा सकें। इस घटना से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें अयोध्या में प्रेमिका की हत्या, शव केमिकल से जलाया:मां को फोन करके कहा- बेटी की लाश उठा ले जाओ, खंडहर में पड़ी है अयोध्या में युवती की हत्या उसके प्रेमी ने कर दी। शव खंडहर में से बरामद किया गया। युवती की मां को फोन किया। कहा- तुम्हारी बेटी की लाश रेलवे स्टेशन के पास पड़ी है। उसे ले जाओ। पढ़ें पूरी खबर… मथुरा में किडनैपर से लिपटकर रोया बच्चा, घर नहीं जाना चाहता था, 14 महीने पहले हेड कॉन्स्टेबल ने जयपुर से किया था किडनैप जयपुर से 14 महीने पहले किडनैप हुए ढाई साल के बच्चे को पुलिस ने मथुरा से सकुशल छुड़वा लिया। लेकिन, थाने में अजीब स्थिति पैदा हो गई, जब पुलिस बच्चे को उसके मां-बाप को सौंप रही थी। बच्चा किडनैपर के सीने से लिपटकर रोने लगा। वह मां-बाप से मुंह फेर लेता और बार-बार किडनैपर के साथ रहने की जिद कर रहा था। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर