हरियाणा में रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा स्थित हाइप्रोफाइल सोसाइटी द्वारकाधीश में रहने वाले एक बिजनेसमैन के साथ 1.55 करोड़ रुपए की ठगी हो गई। उसे शातिर ने शेयर मार्केट में निवेश करने का ऑनलाइन प्लान समझाया था। इसके बाद उसे एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जिसके जरिए ठगी की पूरी वारदात को अंजाम दिया गया। साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम के कासन गांव निवासी पवन कुमार फिलहाल धारूहेड़ा की द्वारकाधीश सोसाइटी के फ्लैट में रहते है। पवन कुमार का खुद का बिजनेस है। पवन कुमार के मुताबिक, वह शेयर मार्केट में पैसा निवेश करना चाहता था। सोशल साइट से मिले नंबर के बाद वह व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ गया। उसे चैटिंग के माध्यम से शेयर मार्केट में निवेश करने का प्लान समझाया गया। डेढ़ करोड़ रुपए जमा किए शुरूआत में उसे 10 हजार रुपए इन्वेस्ट करने को कहा गया। उसने यह राशि चैट करने वाले की शातिर व्यक्ति की तरफ से दिए गए खाता नंबर में ट्रांसफर कर दी। इसके बाद वह लगातार उनके जाल में फंसता चला गया। उसने 2 मई को उनके बताए खाता नंबर पर एक लाख रुपए ट्रांसफर किए। इसके बाद 6 मई को 15 लाख, 8 मई को 15 लाख, 9 मई को 4 लाख, 10 मई को 10 लाख व 14 मई को 10 लाख रुपए जमा करा दिए। उसने कुल मिलाकर चैट करने वाले शातिरों की तरफ से बताए खाता नंबरों पर गत 5 जून तक 15460000 रुपए जमा करा दिए। ग्रुप में दिखाया जाता रहा मुनाफा पवन कुमार के मुताबिक, व्हाट्सएप ग्रुप पर उसे लगभग 15 करोड़ रुपए मुनाफा होना दर्शाया गया। साइबर ठगी का पता उस समय चला, जब उसने मुनाफे की राशि उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करने को कहा। चैटिंग करने वाले ने उसे बताया कि मुनाफे की राशि हासिल करने के लिए उसे 1.35 करोड़ रुपए खाते में और जमा कराने होंगे। इसके बाद उसने पैसे जमा कराने से मना किया तो चैटिंग करना बंद कर दिया गया। उसने साइबर थाना पुलिस को रकम ट्रांसफर करने के सभी साक्ष्य मुहैया कराए हैं। साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद उन खातों को सीज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी, जिसमें उसकी रकम ट्रांसफर की गई है। हरियाणा में रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा स्थित हाइप्रोफाइल सोसाइटी द्वारकाधीश में रहने वाले एक बिजनेसमैन के साथ 1.55 करोड़ रुपए की ठगी हो गई। उसे शातिर ने शेयर मार्केट में निवेश करने का ऑनलाइन प्लान समझाया था। इसके बाद उसे एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जिसके जरिए ठगी की पूरी वारदात को अंजाम दिया गया। साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम के कासन गांव निवासी पवन कुमार फिलहाल धारूहेड़ा की द्वारकाधीश सोसाइटी के फ्लैट में रहते है। पवन कुमार का खुद का बिजनेस है। पवन कुमार के मुताबिक, वह शेयर मार्केट में पैसा निवेश करना चाहता था। सोशल साइट से मिले नंबर के बाद वह व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ गया। उसे चैटिंग के माध्यम से शेयर मार्केट में निवेश करने का प्लान समझाया गया। डेढ़ करोड़ रुपए जमा किए शुरूआत में उसे 10 हजार रुपए इन्वेस्ट करने को कहा गया। उसने यह राशि चैट करने वाले की शातिर व्यक्ति की तरफ से दिए गए खाता नंबर में ट्रांसफर कर दी। इसके बाद वह लगातार उनके जाल में फंसता चला गया। उसने 2 मई को उनके बताए खाता नंबर पर एक लाख रुपए ट्रांसफर किए। इसके बाद 6 मई को 15 लाख, 8 मई को 15 लाख, 9 मई को 4 लाख, 10 मई को 10 लाख व 14 मई को 10 लाख रुपए जमा करा दिए। उसने कुल मिलाकर चैट करने वाले शातिरों की तरफ से बताए खाता नंबरों पर गत 5 जून तक 15460000 रुपए जमा करा दिए। ग्रुप में दिखाया जाता रहा मुनाफा पवन कुमार के मुताबिक, व्हाट्सएप ग्रुप पर उसे लगभग 15 करोड़ रुपए मुनाफा होना दर्शाया गया। साइबर ठगी का पता उस समय चला, जब उसने मुनाफे की राशि उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करने को कहा। चैटिंग करने वाले ने उसे बताया कि मुनाफे की राशि हासिल करने के लिए उसे 1.35 करोड़ रुपए खाते में और जमा कराने होंगे। इसके बाद उसने पैसे जमा कराने से मना किया तो चैटिंग करना बंद कर दिया गया। उसने साइबर थाना पुलिस को रकम ट्रांसफर करने के सभी साक्ष्य मुहैया कराए हैं। साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद उन खातों को सीज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी, जिसमें उसकी रकम ट्रांसफर की गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में कोचिंग सेंटर से निकलते ही छात्र की हत्या:युवकों ने पहले नाम पूछा, फिर तेजधार हथियार से काटा; 2 साथी घायल
हरियाणा में कोचिंग सेंटर से निकलते ही छात्र की हत्या:युवकों ने पहले नाम पूछा, फिर तेजधार हथियार से काटा; 2 साथी घायल हरियाणा के जींद में छात्र की तेजधार हथियारों से काटकर हत्या कर दी गई। छात्र कोचिंग सेंटर में आया था। बाहर निकलते ही उस पर 7-8 युवकों ने हमला कर दिया। हमले में उसके 2 साथी भी घायल हुए हैं। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस छानबीन कर रही है। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था
जानकारी के अनुसार गांव ढ़ाकल का रहने वाला आर्यन (18) नरवाना में बस स्टैंड के पास स्थित एक कोचिंग सेंटर में सरकारी नौकरी के लिए कोचिंग ले रहा था। आम दिनों की तरह सोमवार को भी वह सेंटर पर पहुंचा था। शाम को 4 बजे के करीब क्लास खत्म हुई तो वह अपने दो अन्य साथियों के साथ सेंटर से बाहर निकला। वहां पर पहले से ही 7-8 युवक तेजधार हथियार लेकर खड़े थे। युवक ने पूछा- आर्यन कौन है
आर्यन व उसके साथी बाहर आए तो एक युवक ने उनसे पूछा कि आर्यन कौन है। इसके बाद उन्होंने तेजधार हथियार से हमला कर दिया। युवक को बुरी तरह से काट डाला। बीच बचाव के लिए आए उसके दोनों साथियों को भी चोटें आई हैं। छात्र सड़क पर गिर पड़ा तो हमलावर वहां से हथियार लहराते हुए फरार हो गए। साथी उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, वहां पर डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। दोनों घायल साथियों काे अस्पताल में दाखिल कराया गया है। पुलिस ने CCTV फुटेज कब्जे में ली
इस बीच युवक के मर्डर की सूचना मिलते ही नरवाना पुलिस मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। DSP नवीन ने कहा कि सभी पहलुओं पर जांच कर रहे हैं। सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जांच जारी है।
हरियाणा में दिवाली पर महिला की मौत:बहू पर प्रेमी संग मिलकर मारने का आरोप; परिवार बोला- 8 साल पहले देवर भी ऐसे ही मारा
हरियाणा में दिवाली पर महिला की मौत:बहू पर प्रेमी संग मिलकर मारने का आरोप; परिवार बोला- 8 साल पहले देवर भी ऐसे ही मारा हरियाणा के करनाल में दिवाली के दिन महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। घटना ऊंचा समाना गांव की है। मृतका की पहचान सीनो (50) के रूप में हुई है। महिला के मायके पक्ष का आरोप है कि महिला की बहू ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर गला दबाकर उसकी हत्या की है। इसके बाद बहू प्रेमी संग फरार हो गई। उनका यह भी आरोप है कि महिला के देवर की भी 8 साल पहले मौत हुई थी, उसका शक भी परिजनों ने बहू पर ही जताया है। महिला की मौत की सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव कब्जे में ले लिया। गुरुवार को पोस्टमॉर्टम कराने के बाद पुलिस ने शव परिजनों के हवाले कर दिया। बच्चों के साथ गायब हुई बहू सीनो के भतीजे असमत ने बताया है कि गुरुवार सुबह साढ़े 4 बजे उसकी बुआ नमाज पढ़ रही थी। बुआ की बहू अलीशा ने अपने प्रेमी को घर बुलाकर उसकी हत्या करवा दी। अलीशा का पति प्राइवेट नौकरी करता है और उसकी रात की डयूटी होती है। सुबह जब वह काम खत्म कर घर आया तो उसकी मां घर में मृत पड़ी हुई थी। जबकि अलीशा अपने दोनों बच्चों के साथ घर से गायब थी। तबीयत खराब होने की जानकारी दी असमत ने बताया कि हमें सुबह बताया गया कि बुआ की तबीयत खराब हो गई है। जब हम मौके पर पहुंचे तो मेरी बुआ का शरीर पूरी तरह से नीला पड़ गया। उनके गले पर निशान थे और चेहरे पर मारपीट के निशान थे। हमें पूरा शक है कि उसकी बहू अलीशा ने ही उसके साथ यह किया है। बहू का पड़ोस के किसी युवक के साथ अफेयर है और वह युवक भी घटना के बाद से ही गायब है। पहले भी कई बार कर चुकी मारपीट असमत ने आगे बताया कि अलीशा ने पहले भी सास के साथ मारपीट की थी। एक बार बहू ने अपनी सास के हाथ पर डंडा मारकर उसका हाथ तोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस को शिकायत भी दी गई थी। फिर बहू को बेदखल भी कर दिया गया था, लेकिन उसके बावजूद भी बहू की हरकतें कम नहीं हुई। 8 साल पहले अलीशा के देवर की मौत हो गई थी। तब उसका शरीर भी नीला मिला था। हमें पूरा पूरा शक है कि उसे भी अलीशा ने दूध में जहर दिया था। अब अलीशा ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी सास को मौत के घाट उतार दिया और अपने दोनों बच्चों का लेकर भी फरार हो चुकी है। पुलिस बोली- नमाज पढ़ते हुए गिरी मधुबन थाना प्रभारी गौरव पूनिया ने बताया कि सीनो की मौत की सूचना मिली थी। मृतका के पति ने बताया था कि नमाज पढ़ते पढ़ते ही सीनो बेहोश होकर गिर गई थी। मायका पक्ष ने हत्या का आरोप लगाया है। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा। शिकायत के अनुरूप ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
हरियाणा का IITian बाबा परिवार से नाखुश:बोला– मां–बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का कॉन्सेप्ट नहीं; पिता बोले– अब घर नहीं ला सकते
हरियाणा का IITian बाबा परिवार से नाखुश:बोला– मां–बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का कॉन्सेप्ट नहीं; पिता बोले– अब घर नहीं ला सकते प्रयागराज महाकुंभ से सुर्खियों में आए हरियाणा के झज्जर के अभय सिंह उर्फ IITian बाबा का कहना है कि वह कोई बाबा नहीं है। अभय ने इस बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली है। इसके अलावा परिवार को लेकर भी अभय सिंह बहुत नाखुश नजर आ रहे हैं। अभय सिंह ने कहा कि वह बचपन से ही भागना चाहता था। इसी वजह से IIT बॉम्बे में दाखिला लिया। अभय ने मां–बाप के बारे में विवादित बोल भी कहे। अभय का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहा है कि मां–बाप भगवान नहीं हैं, उन्हें भी भगवान ने ही बनाया है। यह सतयुग का कॉन्सेप्ट है, जिसे कलयुग में यूज किया जा रहा है। वहीं उनके पिता ने कहा कि अब अभय ऐसी स्टेज में पहुंच चुका है कि उसे वहां से घर नहीं लाया जा सकता। अभय ने परिवार पर कहा– मेरी फोटोग्राफी पर शर्म आती थी
अभय सिंह ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि मेरा IIT करने का मकसद ही यही था कि मुझे घर से बहुत दूर जाना था। मेरे घर का माहौल ऐसा था कि मुझे लगता था कि बस यहां से भाग जाओ। बचपन में भी मुझे घर से भागने के ख्याल आते थे। अभय ने कहा कि जब मैं फोटोग्राफी में शिफ्ट हुआ तो वह पड़ोसियों को नहीं बताते थे कि मैं फोटोग्राफी करता हूं। उनको शर्म आती थी। वह कहते थे कि IIT के बाद भी फोटोग्राफी करोगे तो लोग क्या बोलेंगे। उसकी भी मैंने टॉप डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की थी। जब मैं मेडिटेशन करता था तो उनको लगता था कि यह तो बिल्कुल पागल हो गया है। भारत में पेरेंटल ट्रैप, मां–बाप बच्चों को घोड़े–गधे बना रहे
अभय सिंह ने रील में कहा– आज हम भारत में पेरेंटल ट्रैप की बात करेंगे। बहुत से कहते हैं कि मैंने अपने पापा के लिए घर बनाना है। लोग इस पर बहुत गर्व करते हैं कि मैंने ये कर दिया, मुझे मम्मी–पापा के लिए करना है। इसकी एक वजह आध्यात्मिक शिक्षाएं भी हैं। जिसमें कहा जाता है कि तुम्हारे मां–बाप ही भगवान हैं। मां–बाप भगवान नहीं हैं। मां–बाप को भी भगवान ने बनाया है। असल में लोग सतयुग वाला कॉन्सेप्ट सतयुग में यूज कर रहे हैं। मां–बाप भी तो भगवान जैसे होने चाहिए, तभी भगवान होंगे। यहां मां–बाप बच्चों को ऐसे बड़ा करते हैं, जैसे घोड़े–गधे बना रहे हों। उनको बड़ा करके अपना काम निकलवाएंगे। मां–बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का ट्रैप है। मेरी 4 साल तक गर्लफ्रेंड रही, शादी का समझ नहीं आया
अभय सिंह से पूछा गया कि क्या उनकी कोई गर्लफ्रेंड थी या पहले से विचार था कि शादी ही नहीं करूंगा। इस पर अभय ने कहा– मेरी 4 साल तक गर्लफ्रेंड थी। वह वहीं पर अटक गया। मुझे आगे का डायरेक्शन ही समझ नहीं आया कि मैं क्या करूं। जब आपने रिश्ते निभाने और फॉलो करने के उदाहरण ही खराब देखें हों। अब तो सिर्फ महादेव हैं। IIT का लेबल सोसाइटी का माइंडसेट
अभय सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा– मैं कोई महाराज या बाबा नहीं हूं, जो मुझ पर लेबल लगाया जा रहा है। क्या आप इन शब्दों का मतलब जानते हो। आप किसी को कैसे बता सकते हो कि वह कौन है। अभय सिंह ने आगे लिखा– हर कोई IIT के लेबल में इतनी दिलचस्पी क्यों दिखा रहा है। यह मुझे रिफलेक्ट नहीं करता बल्कि सोसाइटी के माइंडसेट को रिफलेक्ट करता है। अभय सिंह को लेकर पिता की 3 अहम बातें 1. सोच पॉजीटिव थी, फैसले के बारे में नहीं बताया
अभय सिंह को लेकर पिता ने कहा कि अपने फैसले के बारे में उसने हमें नहीं बताया। उसकी सोच शुरू से पॉजीटिव थी। मैं करीब 6 महीने पहले तक संपर्क में रहा लेकिन फिर ब्लॉक कर दिया। मैंने कोशिश की, बेटी भी कहती थी लेकिन कुछ पता नहीं चला। मुझे पता चला कि वह हरिद्वार है। अब वह वायरल हो गया। 2. इकलौता बेटा, उसे जिंदगी जीने का अधिकार
मैं तो चाहता हूं कि वह घर वापस आ जाए, लेकिन उसकी यह स्टेज निकल चुकी है। मेरा इकलौता बेटा है। उसकी आजाद सोच शुरू से थी। उसने अब फैसला ले लिया। हर आदमी को अपनी जिंदगी जीने का अधिकार है। 3. प्रेशर डालकर अपनी बात नहीं बनवा सकते
प्रेशर तो अब मैं उस पर डाल नहीं सकता। IIT कर रखी है। 34 साल उम्र है। प्रेशर डालकर उससे कोई चीज नहीं मनवा सकते। परिवार कोशिश तो करेगा लेकिन मुझे दिल से ऐसा लगता है कि अब वह इस स्टेज पर हमारी बात मानने वाला नहीं है।