गाजियाबाद में रेड बुल पिलाकर गैंगरेप के दो आरोपी गिरफ्तार:पीड़िता का गुपचुप इलाज वाला डॉक्टर कस्टडी में, धमकाने वाले की तलाश जारी

गाजियाबाद में रेड बुल पिलाकर गैंगरेप के दो आरोपी गिरफ्तार:पीड़िता का गुपचुप इलाज वाला डॉक्टर कस्टडी में, धमकाने वाले की तलाश जारी

गाजियाबाद में नशीली रेड बुल पिलाकर 15 वर्षीय किशोरी से गैंगरेप करने के दो आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया। गैंगरेप पीड़िता का गुपचुप तरीके से इलाज करने और पुलिस को सूचित नहीं करने के आरोप में पुलिस ने डॉक्टर को भी हिरासत में लिया है। जिन दो लोगों ने पीड़िता पर FIR न कराने का दबाव बनाया, उनकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस टीमें जुट गई हैं। 11 जून को हुआ था गैंगरेप
मूल रूप से बागपत जिले में अशरफाबाद थल निवाएी एक परिवार फिलहाल गाजियाबाद में टीला मोड़ थाना क्षेत्र के गांव पसौंडा स्थित प्रेम गार्डन में रहता है। परिवार में मां और उनके तीन बच्चे हैं। मां फ्लैट्स में झाड़ू-पोंछा करके परिवार का गुजारा करती है। छोटे दो भाइयों की देखभाल 15 वर्षीय किशोरी करती है। 11 जून को इस किशोरी से शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र के एक फ्लैट में गैंगरेप हुआ। आरोप लगा मकान मालिक के भतीजे सारिक और उसके दोस्त मोहित पर। पुलिस ने मंगलवार को इस मामले में FIR दर्ज कर ली। ‘डॉक्टर ने घटना छिपाने का प्रयास किया’
DCP निमिष पाटील ने बताया- ‘पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मोहित पुत्र जावेद और उसके दोस्त सारिक को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता और आरोपी दोनों को पहले से जानते थे, क्योंकि वे आसपास ही रहते थे। 11 जून को जब ये घटलना हुई, जब पीड़िता का इलाज परिजनों ने ध्रुव हॉस्पिटल में डॉक्टर मनोज कुमारी से कराया। डॉक्टर द्वारा ये बात न तो पुलिस को बताई गई और न ही मेडिको लीगल सूचना पुलिस को दी गई। डॉक्टर ने इस घटना को छिपाने का प्रयास किया। इसलिए पुलिस ने डॉक्टर को हिरासत में लिया है।’
DCP ने कहा- ‘ये घटना 11 जून की है। परिजनों ने 25 जून को थाने पर आकर पुलिस को सूचना दी। दो हफ्ते तक वे चुप रहे। पता चला कि मकान मालिक ने उन पर FIR न कराने का दबाव बनाया था। इसलिए उसकी भी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगा दी गई हैं। इस पूरे मामले में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही प्रचलित है।’ गाजियाबाद में नशीली रेड बुल पिलाकर 15 वर्षीय किशोरी से गैंगरेप करने के दो आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया। गैंगरेप पीड़िता का गुपचुप तरीके से इलाज करने और पुलिस को सूचित नहीं करने के आरोप में पुलिस ने डॉक्टर को भी हिरासत में लिया है। जिन दो लोगों ने पीड़िता पर FIR न कराने का दबाव बनाया, उनकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस टीमें जुट गई हैं। 11 जून को हुआ था गैंगरेप
मूल रूप से बागपत जिले में अशरफाबाद थल निवाएी एक परिवार फिलहाल गाजियाबाद में टीला मोड़ थाना क्षेत्र के गांव पसौंडा स्थित प्रेम गार्डन में रहता है। परिवार में मां और उनके तीन बच्चे हैं। मां फ्लैट्स में झाड़ू-पोंछा करके परिवार का गुजारा करती है। छोटे दो भाइयों की देखभाल 15 वर्षीय किशोरी करती है। 11 जून को इस किशोरी से शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र के एक फ्लैट में गैंगरेप हुआ। आरोप लगा मकान मालिक के भतीजे सारिक और उसके दोस्त मोहित पर। पुलिस ने मंगलवार को इस मामले में FIR दर्ज कर ली। ‘डॉक्टर ने घटना छिपाने का प्रयास किया’
DCP निमिष पाटील ने बताया- ‘पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मोहित पुत्र जावेद और उसके दोस्त सारिक को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता और आरोपी दोनों को पहले से जानते थे, क्योंकि वे आसपास ही रहते थे। 11 जून को जब ये घटलना हुई, जब पीड़िता का इलाज परिजनों ने ध्रुव हॉस्पिटल में डॉक्टर मनोज कुमारी से कराया। डॉक्टर द्वारा ये बात न तो पुलिस को बताई गई और न ही मेडिको लीगल सूचना पुलिस को दी गई। डॉक्टर ने इस घटना को छिपाने का प्रयास किया। इसलिए पुलिस ने डॉक्टर को हिरासत में लिया है।’
DCP ने कहा- ‘ये घटना 11 जून की है। परिजनों ने 25 जून को थाने पर आकर पुलिस को सूचना दी। दो हफ्ते तक वे चुप रहे। पता चला कि मकान मालिक ने उन पर FIR न कराने का दबाव बनाया था। इसलिए उसकी भी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगा दी गई हैं। इस पूरे मामले में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही प्रचलित है।’   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर