गिद्दड़बाहा उपचुनाव में उतरेंगे दीप सिद्धू के भाई:सांसद सर्बजीत खालसा और अमृतपाल के पिता ने दिया समर्थन, गांवों में की बैठकें

गिद्दड़बाहा उपचुनाव में उतरेंगे दीप सिद्धू के भाई:सांसद सर्बजीत खालसा और अमृतपाल के पिता ने दिया समर्थन, गांवों में की बैठकें

वारिस पंजाब दे के संस्थापक दीप सिद्धू के भाई मनदीप सिंह सिद्धू गिद्दड़बाहा से उपचुनाव लड़ेंगे। डिब्रूगढ़ जेल में बंद उग्रवादी और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह और सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने गिद्दड़बाहा दौरे के दौरान मनदीप सिद्धू को पंथक उम्मीदवार घोषित किया। उन्होंने गिद्दड़बाहा में नुक्कड़ सभाएं भी कीं। सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने कहा कि गिद्दड़बाहा आने के उनके दो उद्देश्य हैं। एक तो उन लोगों का धन्यवाद करना जिन्होंने उन्हें भारी अंतर से जिताया। दूसरा मनदीप सिंह सिद्धू का सभी से परिचय करवाना था। उपचुनाव में गिद्दड़बाहा से मनदीप सिंह सिद्धू उम्मीदवार होंगे। लोगों से कहा गया है कि वे मनदीप सिद्धू को उसी अंतर से जिताएं जिस अंतर से उन्होंने उन्हें जिताया है। दीप ने सिखों की आवाज उठाई खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह भी उनके साथ थे। तरसेम सिंह ने कहा कि लंबे समय के बाद दीप सिद्धू ने सिखों की आवाज उठाई है। उन्होंने उजागर किया है कि सरकार सिखों के साथ क्या करती है। मनदीप सिंह सिद्धू एक समझदार व्यक्ति हैं और अगर वे जीतते हैं तो वे लोगों की आवाज बनेंगे। बलहबल कलां गोलीकांड के पीड़ित का बेटा भी मैदान में बहबल कलां में 14 अक्टूबर 2015 को फरीदकोट जिले के बरगाड़ी में बेअदबी की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में दो सिख प्रदर्शनकारियों, सरवन गांव के गुरजीत सिंह और फरीदकोट जिले के नियामीवाला गांव के कृष्ण भगवान सिंह की मौत हो गई थी। अब कृष्ण भगवान सिंह के बेटे सुखराज सिंह ने भी गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सुखराज सिंह ने बीते दिनों ये घोषणा करते हुए कहा कि हम पिछले नौ सालों से न्याय का इंतजार कर रहे हैं। मेरे पिता की हत्या शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान की गई थी, लेकिन तीन सरकारों ने न्याय नहीं दिलाया। हम प्रदर्शन के जरिए नेताओं से सवाल पूछते रहे हैं, लेकिन जो भी सरकार में आता है, वह भागने की कोशिश करता है। अब मैं दूसरे नेताओं पर निर्भर रहने के बजाय सीधे विधानसभा में उनसे सवाल पूछना चाहता हूं। हम विधानसभा में उनके बीच आकर उनका मुकाबला करेंगे। वारिस पंजाब दे के संस्थापक दीप सिद्धू के भाई मनदीप सिंह सिद्धू गिद्दड़बाहा से उपचुनाव लड़ेंगे। डिब्रूगढ़ जेल में बंद उग्रवादी और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह और सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने गिद्दड़बाहा दौरे के दौरान मनदीप सिद्धू को पंथक उम्मीदवार घोषित किया। उन्होंने गिद्दड़बाहा में नुक्कड़ सभाएं भी कीं। सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने कहा कि गिद्दड़बाहा आने के उनके दो उद्देश्य हैं। एक तो उन लोगों का धन्यवाद करना जिन्होंने उन्हें भारी अंतर से जिताया। दूसरा मनदीप सिंह सिद्धू का सभी से परिचय करवाना था। उपचुनाव में गिद्दड़बाहा से मनदीप सिंह सिद्धू उम्मीदवार होंगे। लोगों से कहा गया है कि वे मनदीप सिद्धू को उसी अंतर से जिताएं जिस अंतर से उन्होंने उन्हें जिताया है। दीप ने सिखों की आवाज उठाई खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह भी उनके साथ थे। तरसेम सिंह ने कहा कि लंबे समय के बाद दीप सिद्धू ने सिखों की आवाज उठाई है। उन्होंने उजागर किया है कि सरकार सिखों के साथ क्या करती है। मनदीप सिंह सिद्धू एक समझदार व्यक्ति हैं और अगर वे जीतते हैं तो वे लोगों की आवाज बनेंगे। बलहबल कलां गोलीकांड के पीड़ित का बेटा भी मैदान में बहबल कलां में 14 अक्टूबर 2015 को फरीदकोट जिले के बरगाड़ी में बेअदबी की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में दो सिख प्रदर्शनकारियों, सरवन गांव के गुरजीत सिंह और फरीदकोट जिले के नियामीवाला गांव के कृष्ण भगवान सिंह की मौत हो गई थी। अब कृष्ण भगवान सिंह के बेटे सुखराज सिंह ने भी गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सुखराज सिंह ने बीते दिनों ये घोषणा करते हुए कहा कि हम पिछले नौ सालों से न्याय का इंतजार कर रहे हैं। मेरे पिता की हत्या शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान की गई थी, लेकिन तीन सरकारों ने न्याय नहीं दिलाया। हम प्रदर्शन के जरिए नेताओं से सवाल पूछते रहे हैं, लेकिन जो भी सरकार में आता है, वह भागने की कोशिश करता है। अब मैं दूसरे नेताओं पर निर्भर रहने के बजाय सीधे विधानसभा में उनसे सवाल पूछना चाहता हूं। हम विधानसभा में उनके बीच आकर उनका मुकाबला करेंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर