पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक थाना क्षेत्र के गांव अलावलवाल के निवासी युवक अजय पाल सिंह गिल पुत्र परुपकार सिंह की अमेरिका में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। जिसका पता चलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। जबकि मृतक के परिवार का बुरा हाल है। दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन इस संबंध में गांव के सरपंच जगजीवन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अलीवाल बिजली बोर्ड में एसडीओ के पद पर कार्यरत पिता परौपकर सिंह गिल के बेटे अजय पाल सिंह गिल कुछ समय पहले अच्छे भविष्य के लिए अमेरिका में गया था। जहां उसका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। दोस्तों ने परिजनों को दी जानकारी उन्होंने बताया कि परिवार को उसके दोस्तों का अमेरिका से फोन आया कि हर दिन की तरह अजय पाल सिंह और उसके दोस्त रात को रूटीन की तरह एक साथ सो रहे थे। लेकिन सुबह सभी दोस्त उठ गए। परन्तु अजय पाल सिंह नहीं उठा, तो उनके दोस्तों ने उन्हें जगाने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं जगा, तो उन्होंने देखा उसकी मौत हो चुकी है। वहीं मौत की खबर इलाके में फैलते ही शोक की लहर दौड़ गई। मृतक के परिवार का बुरा हाल है, गांव के लोग पीडित परिवार को संभालने में लगे हुए हैं। पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक थाना क्षेत्र के गांव अलावलवाल के निवासी युवक अजय पाल सिंह गिल पुत्र परुपकार सिंह की अमेरिका में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। जिसका पता चलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। जबकि मृतक के परिवार का बुरा हाल है। दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन इस संबंध में गांव के सरपंच जगजीवन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अलीवाल बिजली बोर्ड में एसडीओ के पद पर कार्यरत पिता परौपकर सिंह गिल के बेटे अजय पाल सिंह गिल कुछ समय पहले अच्छे भविष्य के लिए अमेरिका में गया था। जहां उसका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। दोस्तों ने परिजनों को दी जानकारी उन्होंने बताया कि परिवार को उसके दोस्तों का अमेरिका से फोन आया कि हर दिन की तरह अजय पाल सिंह और उसके दोस्त रात को रूटीन की तरह एक साथ सो रहे थे। लेकिन सुबह सभी दोस्त उठ गए। परन्तु अजय पाल सिंह नहीं उठा, तो उनके दोस्तों ने उन्हें जगाने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं जगा, तो उन्होंने देखा उसकी मौत हो चुकी है। वहीं मौत की खबर इलाके में फैलते ही शोक की लहर दौड़ गई। मृतक के परिवार का बुरा हाल है, गांव के लोग पीडित परिवार को संभालने में लगे हुए हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना के युवक की फिल्लौर में हत्या:घर से बुलाकर ले गया दोस्त, इकलौता था बेटा, विदेश से लौटा था 3 महीने पहले
लुधियाना के युवक की फिल्लौर में हत्या:घर से बुलाकर ले गया दोस्त, इकलौता था बेटा, विदेश से लौटा था 3 महीने पहले पंजाब के लुधियाना शहर के रहने वाले युवक की फिल्लोर-अपरा रोड पर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने मृतक के सिर पर लोहे की रॉड और तेज-धार हथियारों से वार किए गए है। बताया जा रहा है कि युवक करीब 3 महीने पहले ही आर्मीनिया (यूरोप) से वापस भारत आया है। आर्मीनिया में वह कार ठीक करने का काम करता था। मृतक का नाम जैसमीन है।
राहगीर ने फोन कर किया सूचित जैसमीन परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी एक बड़ी बहन है। जैसमीन को उसका एक दोस्त घर से बुलाकर ले गया। शुक्रवार सुबह किसी राहगीर का फोन आया कि जैसमीन अपरा रोड पर घायल अवस्था में पड़ा है। उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। हालत गंभीर होने के कारण परिवार प्राइवेट अस्पताल ले गया। जहां देर रात जैसमीन की मौत हो गई। दोस्त घर से बुलाकर ले गया जानकारी देते हुए जैसमीन के पिता सोमलाल ने कहा कि वह भट्टिया चिट्टी कालोनी के रहने वाले है। 3 दिन पहले उनके बेटे को उसका दोस्त हर्ष घर से बुलाकर ले गया। बेटा जैसमीन यह कहकर घर से गया कि बस्ती तक जाना है। पूरी रात जैसमीन घर से बाहर रहा। अगले दिन जैसमीन के दोस्त दीपू को किसी राहगीर का फोन आया उसने बताया कि जैसमीन बेहद गंभीर हालात में सड़क पर खून से लथपथ पड़ा था। उसे तुरंत सिविल अस्पताल लेकर गए लेकिन हालत गंभीर देख जालंधर के प्राइवेट अस्पताल दाखिल करवाया लेकिन बीते रात उसकी मौत हो गई। हत्या को एक्सीडेंट दिखाने की कोशिश पिता सोमलाल मुताबिक उनके बेटे की हत्या कर आरोपियों ने उसे एक्सीडेंट दिखाने की कोशिश की है। उन्होंने बेटे के सिर का एक्सरे करवाया तो पता चला कि सिर की हड्डियां तक टूट गई है। माथे में छेद निकला हुआ है। घटना स्थल वाली जगह पर एक पेड़ पर तेजधार हथियार के निशान है। जैसमीन परिवार का इकलौता सहारा था। थाना फिल्लौर की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार करवा दिया जाएगा। उधर, थाना फिल्लौर के SHO सुखदेव सिंह ने कहा कि फिलहाल 103 BNS के तहत मामला दर्ज कर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
अमृतपाल के साथी राउके ने NSA को दी चुनौती:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका की दायर, केंद्र सरकार व डिब्रूगढ़ जेल को नोटिस
अमृतपाल के साथी राउके ने NSA को दी चुनौती:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका की दायर, केंद्र सरकार व डिब्रूगढ़ जेल को नोटिस खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के साथी कुलवंत सिंह राउके ने पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। साथ ही खुद पर दूसरी बार लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) को चुनौती दी है। उसने खुद पर लगाए NSA को गलत बताया है। इसके बाद अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए डिब्रूगढ़ जेल के सुपरिटेंडेंट, केंद्र सरकार और पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है। अगली सुनवाई पर उन्हें अपना जवाब दाखिल करना होगा। इससे पहले दलजीत सिंह कलसी समेत कुछ लोगों ने चुनौती है। पहले बिजली निगम में क्लर्क था तैनात कुलवंत सिंह इस मामले में गिरफ्तार होने से पहले पंजाब स्टेट कॉर्पोरेशन में बतौर क्लर्क तैनात था। वह अमृतपाल सिंह का करीबी है। जब 23 फरवरी 2023 को अमृतपाल और उनके समर्थकों द्वारा कथित तौर पर अजनाला पुलिस स्टेशन परिसर हमला करने का केस दर्ज हुआ था। उसके बाद मार्च महीने में उसे गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था। राउके बरनाला से चुनाव लड़ने की तैयारी में अमृतपाल सिंह के खडूर साहिब से सांसद बनने के बाद उसके साथी भी चुनाव लड़ने की तैयारी में है। कुलवंत सिंह राऊके बरनाला सीट पर होने वाले उप चुनाव में चुनावी दंगल में उतरेंगे। इसका ऐलान कुलवंत सिंह के भाई महासिंह ने 3 महीने पहले किया था। उस समय उन्होंने मीडिया से कहा था कि ‘मैंने शुक्रवार को अपने भाई से फोन पर बात की थी। उसने जेल में रहते हुए बरनाला उप चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हम उसका पूरा समर्थन करेंगे। क्योंकि बरनाला सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) के गुरमीत सिंह मीत हेयर विधायक थे। संगरूर से सांसद बनने के बाद उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया है। पिता पर भी लगा था NSA राउके के पिता को भी पंजाब के उग्रवाद के दौर में 25 मार्च 1993 को पुलिस ने हिरासत में लिया था। वे कभी घर नहीं लौटे। परिवार का कहना है कि हमें नहीं पता कि उन्हें फर्जी मुठभेड़ में मारा गया या वे अभी भी जीवित हैं। हमारे पास उनकी मौत का कोई सबूत नहीं है। उन्हें पुलिस ले गई और वे कभी वापस नहीं आए। उनके पिता को भी 1987 में NSA के तहत जेल में रखा गया था।
पंजाब में SAD से 8 बागी नेताओं की छुट्टी:अनुशासन कमेटी बोली- मीडिया में दुष्प्रचार किया; 7 हलका प्रभारी भी हटाए गए
पंजाब में SAD से 8 बागी नेताओं की छुट्टी:अनुशासन कमेटी बोली- मीडिया में दुष्प्रचार किया; 7 हलका प्रभारी भी हटाए गए पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) की अनुशासन कमेटी की मंगलवार को हुई मीटिंग में पार्टी विरोधी कार्रवाई करने वाले बागी ग्रुप के 8 नेताओं पर बड़ी कार्रवाई की गई। इन सभी नेताओं को पार्टी की प्रारंभिक मेंबरशिप यानी पार्टी से ही बर्खास्त कर दिया गया है। पार्टी से निकाले गए इन नेताओं में गुरप्रताप सिंह वडाला, बीबी जागीर कौर, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, परमिंदर सिंह ढींढसा, सिकंदर सिंह मलूका, सुरजीत सिंह रखड़ा, सुरिंदर सिंह ठेकेदार और चरणजीत सिंह बराड़ शामिल हैं। हालांकि इन नेताओं का कहना है कि उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका तक नहीं दिया गया। बता दें कि शिरोमणि अकाली दल में लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद से ही बगावत चल रही थी। कुछ नेता पार्टी प्रमुख सुखबीर बादल पर भी निशाना साध रहे थे। माना जा रहा था कि बागी नेताओं पर जल्द गाज गिर सकती है। पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश की शिअद की अनुशासन कमेटी की मीटिंग बलविंदर सिंह भूंदड़ के नेतृत्व में हुई। इसमें महेशिंदर सिंह ग्रेवाल और गुलजार सिंह राणीके (टेलीफोन के माध्यम से) शामिल हुए। अनुशासन समिति के सदस्यों का मानना है कि 26 जून 2024 को हुई पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर उपरोक्त सभी नेताओं से अपील की गई थी वह जो भी कहना चाहते हैं, वह पार्टी फोरम में आकर कहें । उनको कहा गया था कि वे पार्टी मीटिंग में बोलने के बजाय मीडिया में जाकर पार्टी को कमजोर करने के लिए गलत प्रचार करेंगे तो यह समझा जाएगा कि उन्हें पार्टी संगठन पर कोई भरोसा नहीं है। लेकिन इन नेताओं ने संयम बरतने की जगह योजनाबद्ध तरीके से उल्टा पार्टी के खिलाफ खुलेआम प्रचार करना शुरू कर दिया। कमेटी ने कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इन हलकों के प्रभारी हटाए गए भूंदड़ ने बताया कि इन लोगों को मेंबरशिप से बर्खास्त करने के साथ ही 7 विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी भी पद से हटाए गए हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी पद भी इन नेताओं के पास थे। इन हलकों में नकोदर, भुलत्थ, घनौर, सनूर, राजपुरा, समाना और गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्रों के नाम शामिल हैं। जागीर कौर बोली- अनुशासन तो इन्होंने भंग किया पार्टी से निकालने पर बीबी जागीर कौर कहना है वह अकाली दल में पैदा हुए थे और अकाली दल में ही मरेंगे। वह हर सिख अकाली है। जो अकाल तख्त को समर्पित है। मर्यादा में रहता है। सिद्वातों की पालना करता है। उन्होंने कहा कि विद्रोह तो यह कर रहे हैं। इन्होंने पार्टी का अनुशासन ने भंग किया। यह पार्टी नहीं बादल कंपनी है। इन्होंने जालंधर में अपना कैंडिडेट देकर उसका विरोध किया। बसपा को समर्थन दे दिया। हम तो अकाली दल के सुधार की बात कर रहे थे। इन्होंने कहा कि सारी पार्टी एक साइड है, तीन चार लोगों का ग्रुप है। पार्टी को बचा लो, परिवार खुद बच जाएगा इस मौके चरनजीत सिंह बराड़ ने कहा कि उन्होंने कि उन्होंने कोई नियम तोड़ा नहीं है। उनकी तरफ से पार्टी को सुझाव दिया था। किसी का इस्तीफा नहीं मांगा। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी तरह कोई नोटिस दिया गया। उन्होंने जालंधर चुनाव पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि वह हाथ जोड़कर विनती करते है कि पार्टी को बचा लो, पार्टी बचेगी तो परिवार खुद बच जाएगा। दोनों दलों की इस मामले में कमेटी बना लो।