गुरदासपुर के युवक की इंग्लैंड में मौत:12 साल पहले गया था विदेश, ड्राइवर की करता था नौकरी, 2 बच्चों का था पिता

गुरदासपुर के युवक की इंग्लैंड में मौत:12 साल पहले गया था विदेश, ड्राइवर की करता था नौकरी, 2 बच्चों का था पिता

गुरदासपुर जिले के कलानौर कस्बा के रहने वाले एक युवक की इंग्लैंड में मौत हो गई। अब परिवार अपने बेटे के शव को भारत वापस लाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे है। मृतक युवक की पहचान मनी पुत्र मदन लाल के रूप में हुई है। भतीजे ने दी परिजनों को सूचना मृतक के पिता मदन लाल ने बताया कि उसका बेटा मनी कमाने के लिए पिछले 12 साल से इंग्लैंड में रह रहा था। जो वहां रहकर ड्राइवर की नौकरी करता था। उसके भाई का बेटा भी इंग्लैंड में रहता है। उसने बताया कि आज उन्हें उनके भाई के बेटे का फोन आया कि मनी की हृदय गति रुकने से मौत हो गई है। जैसे ही यह सूचना मिली तो उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई। परिवार को अभी तक भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनका युवा बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा है। परिजनों ने लगाई शव वापस लाने की गुहार उसने बताया कि उसका बेटा शादीशुदा था और उसके दो बच्चे है। जिनमें से एक बेटा और एक बेटी है। पीड़ित पिता ने केंद्र व पंजाब सरकार से गुहार लगाई है कि उसके बेटे के शव को वापस भारत में लाया जाए। ताकि पूरे रीति रिवाज़ से वह अपने बेटे का अंतिम संस्कार कर सकें। गुरदासपुर जिले के कलानौर कस्बा के रहने वाले एक युवक की इंग्लैंड में मौत हो गई। अब परिवार अपने बेटे के शव को भारत वापस लाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे है। मृतक युवक की पहचान मनी पुत्र मदन लाल के रूप में हुई है। भतीजे ने दी परिजनों को सूचना मृतक के पिता मदन लाल ने बताया कि उसका बेटा मनी कमाने के लिए पिछले 12 साल से इंग्लैंड में रह रहा था। जो वहां रहकर ड्राइवर की नौकरी करता था। उसके भाई का बेटा भी इंग्लैंड में रहता है। उसने बताया कि आज उन्हें उनके भाई के बेटे का फोन आया कि मनी की हृदय गति रुकने से मौत हो गई है। जैसे ही यह सूचना मिली तो उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई। परिवार को अभी तक भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनका युवा बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा है। परिजनों ने लगाई शव वापस लाने की गुहार उसने बताया कि उसका बेटा शादीशुदा था और उसके दो बच्चे है। जिनमें से एक बेटा और एक बेटी है। पीड़ित पिता ने केंद्र व पंजाब सरकार से गुहार लगाई है कि उसके बेटे के शव को वापस भारत में लाया जाए। ताकि पूरे रीति रिवाज़ से वह अपने बेटे का अंतिम संस्कार कर सकें।   पंजाब | दैनिक भास्कर