गुरदासपुर शहर के एक प्रमुख व्यवसायी से गोल्ड लोन के नाम पर लाखों की ठगी की गई है। मामला एक प्रतिष्ठित बैंक से जुड़ा है, लेकिन बैंक अधिकारी अब कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। पीड़ित ललित कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के बाद उन्होंने 7 मार्च 2022 को अपनी पत्नी के नाम पर एक प्रतिष्ठित निजी बैंक से करीब 17 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया और बदले में करीब 480 ग्राम सोना जमा कराया था। इस दौरान एक अन्य निजी बैंक का कर्मचारी भी मौजूद था। बैंक कर्मचारी ने छुड़ाया सोना पीड़ित ललित ने बताया कि 12 अक्टूबर 2022 को बैंक कर्मी ने उन्हें बिना बताए लगभग 18 लाख रुपए नकद जमा करा दिए और सारा सोना बैंक से छुड़ा लिया। आश्चर्य की बात यह थी कि बैंक ने खाता धारक या उसके नामांकित व्यक्ति की उपस्थिति के बिना ही सारा सोना उसे सौंप दिया। ललित कुमार के मुताबिक इसके बाद मार्च 2023 में उक्त कर्मी ने उनसे इस लोन की किस्त के रूप में एक लाख 65 हजार रुपए ले लिए, लेकिन फिर भी उन्हें यह नहीं बताया कि उनका सोना छुड़ा लिया गया है। 3 महीने पहले कर्मचारी को किया बर्खास्त तीन महीने पहले खुलासा हुआ था कि उक्त बैंक कर्मचारी द्वारा कई लोगों के नाम पर लोन लेकर पैसों का गबन किया गया है। जिसकी शिकायत बैंक से की गई और बैंक ने उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने बैंक जाकर अपने सोने के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि उनकी ऋण राशि पूरे ब्याज सहित जमा कर दी गई है और सोना वापस ले लिया गया है। लेकिन बैंक अधिकारी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि यह सोना बैंक कर्मी ने लिया है। कुछ भी बोलने को तैयार नहीं बैंक अधिकारी हैरानी की बात तो यह है कि घोर लापरवाही और लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला होने के बावजूद निजी बैंक के अधिकारी इस मामले में कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं। जाहिर है, कोई भी अनजान आदमी बैंक के किसी अधिकारी की जानकारी के बिना किसी दूसरे के खाते में लाखों रुपए जमा नहीं कर सकता और उससे करीब दोगुनी कीमत का सोना नहीं ले जा सकता। यदि ऐसा हुआ है तो एक प्रतिष्ठित बैंक होने के नाते बैंक अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से इसका जवाब देना होगा, लेकिन बैंक प्रबंधक ने पत्रकारों से मिलने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि इस बारे में उच्च अधिकारियों से परामर्श किए बिना वह कोई भी जानकारी साझा नहीं करेंगे। मामले की जांच में जुटी पुलिस वहीं मामले की जांच कर रहे डीएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि जांच शुरू कर दी गयी है। बैंक कर्मी पर करीब एक दर्जन लोगों ने उसके नाम पर लोन लेकर पैसे हड़पने का आरोप है। जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा। गुरदासपुर शहर के एक प्रमुख व्यवसायी से गोल्ड लोन के नाम पर लाखों की ठगी की गई है। मामला एक प्रतिष्ठित बैंक से जुड़ा है, लेकिन बैंक अधिकारी अब कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। पीड़ित ललित कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के बाद उन्होंने 7 मार्च 2022 को अपनी पत्नी के नाम पर एक प्रतिष्ठित निजी बैंक से करीब 17 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया और बदले में करीब 480 ग्राम सोना जमा कराया था। इस दौरान एक अन्य निजी बैंक का कर्मचारी भी मौजूद था। बैंक कर्मचारी ने छुड़ाया सोना पीड़ित ललित ने बताया कि 12 अक्टूबर 2022 को बैंक कर्मी ने उन्हें बिना बताए लगभग 18 लाख रुपए नकद जमा करा दिए और सारा सोना बैंक से छुड़ा लिया। आश्चर्य की बात यह थी कि बैंक ने खाता धारक या उसके नामांकित व्यक्ति की उपस्थिति के बिना ही सारा सोना उसे सौंप दिया। ललित कुमार के मुताबिक इसके बाद मार्च 2023 में उक्त कर्मी ने उनसे इस लोन की किस्त के रूप में एक लाख 65 हजार रुपए ले लिए, लेकिन फिर भी उन्हें यह नहीं बताया कि उनका सोना छुड़ा लिया गया है। 3 महीने पहले कर्मचारी को किया बर्खास्त तीन महीने पहले खुलासा हुआ था कि उक्त बैंक कर्मचारी द्वारा कई लोगों के नाम पर लोन लेकर पैसों का गबन किया गया है। जिसकी शिकायत बैंक से की गई और बैंक ने उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने बैंक जाकर अपने सोने के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि उनकी ऋण राशि पूरे ब्याज सहित जमा कर दी गई है और सोना वापस ले लिया गया है। लेकिन बैंक अधिकारी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि यह सोना बैंक कर्मी ने लिया है। कुछ भी बोलने को तैयार नहीं बैंक अधिकारी हैरानी की बात तो यह है कि घोर लापरवाही और लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला होने के बावजूद निजी बैंक के अधिकारी इस मामले में कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं। जाहिर है, कोई भी अनजान आदमी बैंक के किसी अधिकारी की जानकारी के बिना किसी दूसरे के खाते में लाखों रुपए जमा नहीं कर सकता और उससे करीब दोगुनी कीमत का सोना नहीं ले जा सकता। यदि ऐसा हुआ है तो एक प्रतिष्ठित बैंक होने के नाते बैंक अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से इसका जवाब देना होगा, लेकिन बैंक प्रबंधक ने पत्रकारों से मिलने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि इस बारे में उच्च अधिकारियों से परामर्श किए बिना वह कोई भी जानकारी साझा नहीं करेंगे। मामले की जांच में जुटी पुलिस वहीं मामले की जांच कर रहे डीएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि जांच शुरू कर दी गयी है। बैंक कर्मी पर करीब एक दर्जन लोगों ने उसके नाम पर लोन लेकर पैसे हड़पने का आरोप है। जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कपूरथला के अस्पतालों में शुरू होगी आईसीयू यूनिट:पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने ली बैठक, बीमारियों पर रोकथाम के आदेश पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने शुक्रवार को स्वास्थ्य और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को पानी और मच्छर से होने वाली बीमारियों, विशेषकर डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया को फैलने से रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिया। इस संबंध मे जिला प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स में DC अमित कुमार पांचाल के साथ समीक्षा मीटिंग के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी स्वास्थ्य समस्याओं को फैलने से रोकने के उपाय के रूप में, इन बीमारियों के संवेदनशील स्थानों (हॉटस्पॉट) पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए और इन क्षेत्रों के लोगों को इन बीमारियों की रोकथाम के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए अन्य संबंधित विभागों की भी सेवाएं ली जाये ताकि डेंगू, मलेरिया और ऐसी अन्य बीमारियों के खतरे से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थी भी इस संबंध में अपने परिवार और क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसी प्रकार, आशा कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों, आम आदमी क्लीनिकों और लोगों की भागीदारी से इन बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ रोकथाम के लिए समय पर कार्रवाई की जा सकती है। संवदेनशील स्थानों पर फॉगिंग इस दौरान DC अमित कुमार पांचाल ने मंत्री को बताया कि स्वास्थ्य अधिकारी शुक्रवार को ड्राई डे के तहत लोगों को अपने घरों, कार्यालयों और अन्य स्थानों पर कूलर, बर्तन और अन्य कंटेनरों को सूखा और साफ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारियों को संवेदनशील स्थानों पर फॉगिंग सुनिश्चित करने के अलावा संबंधित कर्मचारियों के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर जांच करने के निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। सिविल अस्पताल, कपूरथला और सुल्तानपुर लोधी में आई.सी.यू. की चर्चा करते हुए मंत्री ने सिविल सर्जन से इन यूनिटों के लिए आवश्यक सुविधाओं के संबंध में विस्तृत प्रस्ताव भेजने को कहा। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोनों यूनिट जल्द ही पूरी तरह कार्यात्मक हो जाएंगी, जिससे स्थानीय और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को और भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। मरीजों को योगाभ्यास करने पर जोर दें मंत्री ने नशा मुक्ति केंद्र के कामकाज का भी जायजा लिया और अधिकारियों को केंद्र में इलाज करा रहे व्यक्तियों का फॉलोअप सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि उन्हें कौशल विकास और रोजगार गतिविधियों में शामिल किया जा सके। उन्होंने आम आदमी क्लीनिक के डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ के मरीजों का एक डेटाबेस बनाने के निर्देश दिए, जो मरीजों की नियमित जांच के अलावा उच्च रक्तचाप, मधुमेह और मोटापे की स्थिति में जीवनशैली में बदलाव के लिए प्रेरित करने में सहायक हो सकता है। उन्होंने मरीजों को योगाभ्यास के प्रति प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, जिससे उन्हें स्वस्थ रहने में सहायता मिल सके। यह अधिकारी रहे उपस्थित मीटिंग में सिविल सर्जन डॉ. सुरिंदरपाल कौर, सहायक सिविल सर्जन डॉ. अनु शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजीव पराशर, एसएमओ डॉ संदीप धवन, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. अशोक तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
पंजाब में अगले महीने शुरू होंगी 260 खेल नर्सरियां:CM मान नवचयनित कोचों को देंगे जॉइनिंग लेटर; MP बोले- खिलाड़ियों को मिलेगी नौकरी
पंजाब में अगले महीने शुरू होंगी 260 खेल नर्सरियां:CM मान नवचयनित कोचों को देंगे जॉइनिंग लेटर; MP बोले- खिलाड़ियों को मिलेगी नौकरी पंजाब में खेलों को बढ़ावा देने के लिए AAP सरकार जल्दी ही पूरे राज्य में 260 खेल नर्सरियां शुरू करेगी। कोचों की भर्ती प्रकिया पूरी हो चुकी है। सीएम भगवंत मान चयनित कोचों को अगले महीने नियुक्ति पत्र देंगे। इसके बाद यह नर्सरियां शुरू हो जाएंगी। इस दौरान जिस इलाके में जो गेम प्रसिद्व होगी, उसी की नर्सरी वहां स्थापित की जाएगी। पंजाब सरकार साल 2016 से नेशनल, एशियन व कॉमनवेल्थ गेम्स के मेडल विजेताओं व ओलिंपिक में हिस्सा लेने वालों को खेल विभाग में नौकरी देगी। यह दावा पंजाब के पूर्व खेल मंत्री व संगरूर के सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। उन्होंने बताया कि इसके लिए जल्दी ही विज्ञापन जारी किया जाएगा। हमारी कोशिश खेलों के माध्यम से अपने राज्य की प्रतिभा को तराशना है । पहले नौकरियां केवल चुनावी साल में देते थे सांसद गुरमीत सिंह ने बताया कि पहले की सरकारें भी नौकरियां देती थीं, लेकिन उस समय चुनावी साल में नौकरियां दी जाती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने बाकायदा स्पोर्ट्स पॉलिसी बनाई है। खेलों के लिए 500 पदों का कैडर बनाया है। भर्ती नियम तय किए गए हैं। ऐसे में अब पंजाब के युवाओं को टेंशन नहीं आएगी। उन्हें पहले ही बिल्कुल साफ है कि अगर वह गेम्स में जैसा पद लेकर आएंगे, उसे उसी हिसाब से नौकरी मिलेगी। इसके अलावा जिनको नौकरी मिल जाएगी, उन्हें प्रमोशन व अन्य लाभ भी सरकार की तरफ से दिए जाएंगे। वहीं, एक हजार नर्सरी खोलने की योजना साकार होगी। याद रहे कि इस बार जब अवार्ड दिए गए तो थे तो शूटर सिफ्त कौर ने भी कहा था कि खिलाड़ियों को अच्छी नौकरियां दी जानी चाहिए।
3 नई गेम्स, 40 प्लस वालों को भी कैश प्राइज गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बताया कि खेडा वतन पंजाब दिया सीजन तीन का संगरूर से वीरवार को आगाज हुआ है। आम आदमी पार्टी की सरकार से पहले भी सरकारी खेले होती थी। लेकिन उसमें दस से पंद्रह हजार ही खिलाड़ी हिस्सा ले पाते थे। सरकार द्वारा ऐसे अखबारों का विज्ञापन दिया जाता था, जिसे कोई पढ़े ही न । खेलों का पता नहीं चलता था। लेकिन हमारी सरकार खेल कल्चर को बढ़ावा देने लगी है। खेलों के पहले सीजन में साढ़े तीन लाख, दूसरे सीजन में चार लाख 65 हजार और इस बार इससे ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। इस बार साइकिलिंग , ताइक्वावांडो और बेसबॉल तीन नई गेम्स को शामिल किया है। पहले 65 प्लस तक लोग हिस्सा ले पाते थे। इस बार 70 प्लस शुरू की गई। कैश प्राइज 40 पार को भी मिंलेंगे।