हरियाणा में बीजेपी में टिकट वितरण के बाद बागियों के तीखे तेवर ने पार्टी शीर्ष नेतृत्व की नींद उड़ा दी है। गुरुग्राम सीट इस समय हॉट बनी हुई है और बागी नवीन गोयल के धुंआधार प्रचार ने बीजेपी की नींद उड़ा रखी है। वैश्य समाज के नवीन के पाले में जाने से बीजेपी ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की सदर बाजार में जनसभा आहूत की। इसमें केंद्रीय मंत्री ने नवीन गोयल को बैठने की चेतावनी देते हुए कहा कि आज रात तक वह पीछे हट जाएं वरना फिर बीजेपी के दरवाजे उनके लिए हमेशा के लिए बंद हो जाएंगे। इस पर नवीन गोयल ने पलटवार करते हुए कहा कि अब वह बीजेपी नहीं, जनता के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं और पीछे हटने का तो सवाल ही नहीं उठता है। जातिगत समीकरण भाजपा पर भारी गुरुग्राम सीट पर जातिगत आंकड़ों में बीजेपी उलझती नजर आ रही है। उसने पहली बार ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया, लेकिन यह उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। कारण ब्राह्मण चेहरे जीएल शर्मा की टिकट कटने पर कई संगठन अब नवीन के पाले में नजर आ रहे हैं। वहीं नवीन गोयल को ब्राह्मण के साथ ही पूरी तरह वैश्य समाज सपोर्ट करता दिख रहा है। पंजाबी नेताओं ने खुलकर नवीन गोयल को मदद करने का वादा करते हुए उनकी कई सभाएं अपने एरिया में करा दी। इसके चलते बीजेपी प्रत्याशी मुकेश शर्मा की धड़कन बढ़ी हुई हैं। बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व संयोजक नवीन गोयल के बागी सुर ने बीजेपी शीर्ष नेतृत्व को भी परेशानी में डाल दिया है। वैश्य समाज बीजेपी का मूल कैडर वोटर्स हैं, लेकिन जब नवीन गोयल की उपेक्षा हुई तो समाज भी आहत हुआ। एक रणनीति के तहत बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की सदर बाजार में गुरुवार को जनसभा कराई। हालांकि इसमें व्यापारी वर्ग कम संख्या में पहुंचे लेकिन मंच से केंद्रीय मंत्री की चेतावनी ने सियासी पारा जरूर चढ़ा दिया है। इस पूरे मामले पर जब नवीन गोयल से बात की गई तो वो बेफिक्र दिखे। उन्होंने कहा कि वे भारत माता के पुजारी हैं और गुरुग्राम के सेवक हैं। ये चुनाव उन्हें गुरुग्राम की जनता लड़ा रही है। गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के वे बड़े प्रशंसक रहे हैं और उनकी नीतियों का न सिर्फ प्रचार किया है, बल्कि उनके पदचिन्हों पर चलने का काम किया है। पीयूष गोयल देश के बड़े नेता हैं, हमारे समाज के भी नेता हैं इसलिए हम उनका सम्मान करते हैं लेकिन जहां तक बीजेपी में वापसी की बात है तो ये सब वक्त और परिस्थितियों के हिसाब से तय होता है। केंद्रीय मंत्री की चेतावनी से वैश्य समाज में नाराजगी
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नवीन गोयल को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने आज रात तक अपना नाम वापस लेकर मुकेश शर्मा को समर्थन नहीं दिया, तो बीजेपी के दरवाज़े उनके लिए सदा के लिए बंद हो जाएंगे। राष्ट्रीय स्तर के नेता और खुद वैश्य समुदाय से संबंध रखने वाले पीयूष गोयल का ये बयान सभा में मौजूद वैश्य समुदाय के लोगों को नागवार लगा। सोशल मीडिया पर और सदर बाजार की दुकानों पर भी मंत्री का ये बयान चर्चा का विषय बन गया और लोग कहने लगे कि बीजेपी नवीन गोयल के चुनाव लड़ने से बीजेपी बेहद दबाव में है, इसलिए उन्हें डराने धमकाने और प्रेशर डालने की कोशिश हो रही है। नवीन गोयल बोले- बीजेपी प्रत्याशी की वायरल वीडियो सुने पीयूष गोयल
नवीन गोयल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को बीजेपी प्रत्याशी मुकेश शर्मा का इतिहास जानने के साथ ही उनकी वायरल वीडियो जरूर सुनना चाहिए। जिसने 2014 में बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा, मंच से बीजेपी नेताओं को अपशब्द कहें, यहां तक तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष प्रो. रामबिलास शर्मा, स्व. सुषमा स्वराज पर आर्थिक सौदा करने के आरोप लगाए यहां तक पीएम, गृहमंत्री तक के नाम का जिक्र किया वह कैसे सच्चे बीजेपी कार्यकर्ता हो सकते हैं। बावजूद पार्टी ने उनको टिकट दी तो फिर नवीन गोयल की घर वापसी में क्या दिक्कत है। गोयल ने कहा कि वह बीजेपी व पार्टी नेताओं का सम्मान करते हैं लेकिन 11 साल से लोगों की सेवा के बदले जनता उनको चुनाव लड़ा रही है, तो वह अब अपने कदम पीछे नहीं खींच सकते। अब नाम वापस लेने या चुनाव में बैठने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है। हरियाणा में बीजेपी में टिकट वितरण के बाद बागियों के तीखे तेवर ने पार्टी शीर्ष नेतृत्व की नींद उड़ा दी है। गुरुग्राम सीट इस समय हॉट बनी हुई है और बागी नवीन गोयल के धुंआधार प्रचार ने बीजेपी की नींद उड़ा रखी है। वैश्य समाज के नवीन के पाले में जाने से बीजेपी ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की सदर बाजार में जनसभा आहूत की। इसमें केंद्रीय मंत्री ने नवीन गोयल को बैठने की चेतावनी देते हुए कहा कि आज रात तक वह पीछे हट जाएं वरना फिर बीजेपी के दरवाजे उनके लिए हमेशा के लिए बंद हो जाएंगे। इस पर नवीन गोयल ने पलटवार करते हुए कहा कि अब वह बीजेपी नहीं, जनता के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं और पीछे हटने का तो सवाल ही नहीं उठता है। जातिगत समीकरण भाजपा पर भारी गुरुग्राम सीट पर जातिगत आंकड़ों में बीजेपी उलझती नजर आ रही है। उसने पहली बार ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया, लेकिन यह उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। कारण ब्राह्मण चेहरे जीएल शर्मा की टिकट कटने पर कई संगठन अब नवीन के पाले में नजर आ रहे हैं। वहीं नवीन गोयल को ब्राह्मण के साथ ही पूरी तरह वैश्य समाज सपोर्ट करता दिख रहा है। पंजाबी नेताओं ने खुलकर नवीन गोयल को मदद करने का वादा करते हुए उनकी कई सभाएं अपने एरिया में करा दी। इसके चलते बीजेपी प्रत्याशी मुकेश शर्मा की धड़कन बढ़ी हुई हैं। बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व संयोजक नवीन गोयल के बागी सुर ने बीजेपी शीर्ष नेतृत्व को भी परेशानी में डाल दिया है। वैश्य समाज बीजेपी का मूल कैडर वोटर्स हैं, लेकिन जब नवीन गोयल की उपेक्षा हुई तो समाज भी आहत हुआ। एक रणनीति के तहत बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की सदर बाजार में गुरुवार को जनसभा कराई। हालांकि इसमें व्यापारी वर्ग कम संख्या में पहुंचे लेकिन मंच से केंद्रीय मंत्री की चेतावनी ने सियासी पारा जरूर चढ़ा दिया है। इस पूरे मामले पर जब नवीन गोयल से बात की गई तो वो बेफिक्र दिखे। उन्होंने कहा कि वे भारत माता के पुजारी हैं और गुरुग्राम के सेवक हैं। ये चुनाव उन्हें गुरुग्राम की जनता लड़ा रही है। गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के वे बड़े प्रशंसक रहे हैं और उनकी नीतियों का न सिर्फ प्रचार किया है, बल्कि उनके पदचिन्हों पर चलने का काम किया है। पीयूष गोयल देश के बड़े नेता हैं, हमारे समाज के भी नेता हैं इसलिए हम उनका सम्मान करते हैं लेकिन जहां तक बीजेपी में वापसी की बात है तो ये सब वक्त और परिस्थितियों के हिसाब से तय होता है। केंद्रीय मंत्री की चेतावनी से वैश्य समाज में नाराजगी
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नवीन गोयल को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने आज रात तक अपना नाम वापस लेकर मुकेश शर्मा को समर्थन नहीं दिया, तो बीजेपी के दरवाज़े उनके लिए सदा के लिए बंद हो जाएंगे। राष्ट्रीय स्तर के नेता और खुद वैश्य समुदाय से संबंध रखने वाले पीयूष गोयल का ये बयान सभा में मौजूद वैश्य समुदाय के लोगों को नागवार लगा। सोशल मीडिया पर और सदर बाजार की दुकानों पर भी मंत्री का ये बयान चर्चा का विषय बन गया और लोग कहने लगे कि बीजेपी नवीन गोयल के चुनाव लड़ने से बीजेपी बेहद दबाव में है, इसलिए उन्हें डराने धमकाने और प्रेशर डालने की कोशिश हो रही है। नवीन गोयल बोले- बीजेपी प्रत्याशी की वायरल वीडियो सुने पीयूष गोयल
नवीन गोयल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को बीजेपी प्रत्याशी मुकेश शर्मा का इतिहास जानने के साथ ही उनकी वायरल वीडियो जरूर सुनना चाहिए। जिसने 2014 में बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा, मंच से बीजेपी नेताओं को अपशब्द कहें, यहां तक तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष प्रो. रामबिलास शर्मा, स्व. सुषमा स्वराज पर आर्थिक सौदा करने के आरोप लगाए यहां तक पीएम, गृहमंत्री तक के नाम का जिक्र किया वह कैसे सच्चे बीजेपी कार्यकर्ता हो सकते हैं। बावजूद पार्टी ने उनको टिकट दी तो फिर नवीन गोयल की घर वापसी में क्या दिक्कत है। गोयल ने कहा कि वह बीजेपी व पार्टी नेताओं का सम्मान करते हैं लेकिन 11 साल से लोगों की सेवा के बदले जनता उनको चुनाव लड़ा रही है, तो वह अब अपने कदम पीछे नहीं खींच सकते। अब नाम वापस लेने या चुनाव में बैठने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर