हरियाणा के गुरुग्राम में डकैती, हत्या और लूट की वारदात में सक्रिय अंतरराज्यीय गिरोह के 2 बदमाशों को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पुलिस नाके पर बैरिकेड को टक्कर मारी और फायरिंग की। पुलिस ने भी फायरिंग की। इस बीच दोनों बदमाशों को गोली लगी। पुलिस ने उनको दबोच लिया। इस दौरान 9 राउंड फायर किए गए। गुरुग्राम एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि क्राइम यूनिट ने दो ऐसे अंतरराज्यीय चोरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। गिरोह ने कई राज्यों की पुलिस की नाक में दम कर रखा था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान तंजीर आलम और रणवीर सोनी के रूप में हुई है। उनके कब्जे से पुलिस ने एक कार, दो पिस्टल, चार जिन्दा कारतूस, 9 खाली कारतूस, दो पेचकस, एक रॉड व चोरी किए हुए लगभग 10 लाख रुपए के आभूषण किए बरामद किए हैं। होंडा सिटी कार में थे सवार एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम से बीती रात को एक सूचना मिली कि एक होंडा सिटी कार में सवार व्यक्ति गुरुग्राम में चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहे हैं। उनके पास हथियार भी हो सकते हैं। इस पर पुलिस टीम ने धर्मपुर की तरफ जाने वाले रास्ते पर नाकाबंदी कर जांच शुरू की। वाहनों की जांच के दौरान पुलिस को राजेंद्रा पार्क की तरफ से एक कार तेज गति से आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने कार ड्राइवर को नाकाबंदी कर रोकने का प्रयास किया। कार ने बैरिकेड्स में टक्कर मार दी। फिर कार को नीचे कच्चे रास्ते में उतारकर भागने लगे। पुलिस ने जब उनको पकड़ने का प्रयास किया तो पुलिस की गाड़ी में टक्कर मार दी। पुलिस पर फायर भी किया। दोनों को पांव में लगी हैं गोली एसीपी ने बताया कि पुलिस टीम द्वारा उनको गोली नहीं चलाने की चेतावनी दी गई और पुलिस टीम द्वारा हवाई फायर किया गया। पुलिस जवानों ने इसके बाद अपनी सुरक्षा के लिए गोली चलाई तो एक-एक गोली दोनों बदमाशों के पैर में जा लगी। दोनों जमीन पर गिर गए। इनको पुलिस टीमों द्वारा काबू कर लिया गया। उनकी पहचान रंजीत सोनी व तंजीर आलम के रूप में हुई है। एक पर 53 केस, दूसरे पर 25 केस दर्ज हैं पुलिस ने दोनों को घायल हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया। पुलिस जांच में सामने आया है कि रंजीत सोनी के खिलाफ दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, थानेसर में चोरी, लूट के कुल 53 केस दर्ज हैं। इसी तरह तंजीर पर चोरी, लूट, शस्त्र अधिनियम के 25 केस दिल्ली में दर्ज हैं। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने उपरान्त उनको नियमानुसार गिरफ्तार करके गहनता से पूछताछ की जाएगी। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में व पुलिस अनुसंधान में जो भी तथ्य समक्ष आएंगे उनके अनुसार अभियोग में आगामी कार्यवाही की जाएगी। मामले में छानबीन जारी है। हरियाणा के गुरुग्राम में डकैती, हत्या और लूट की वारदात में सक्रिय अंतरराज्यीय गिरोह के 2 बदमाशों को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पुलिस नाके पर बैरिकेड को टक्कर मारी और फायरिंग की। पुलिस ने भी फायरिंग की। इस बीच दोनों बदमाशों को गोली लगी। पुलिस ने उनको दबोच लिया। इस दौरान 9 राउंड फायर किए गए। गुरुग्राम एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि क्राइम यूनिट ने दो ऐसे अंतरराज्यीय चोरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। गिरोह ने कई राज्यों की पुलिस की नाक में दम कर रखा था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान तंजीर आलम और रणवीर सोनी के रूप में हुई है। उनके कब्जे से पुलिस ने एक कार, दो पिस्टल, चार जिन्दा कारतूस, 9 खाली कारतूस, दो पेचकस, एक रॉड व चोरी किए हुए लगभग 10 लाख रुपए के आभूषण किए बरामद किए हैं। होंडा सिटी कार में थे सवार एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम से बीती रात को एक सूचना मिली कि एक होंडा सिटी कार में सवार व्यक्ति गुरुग्राम में चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहे हैं। उनके पास हथियार भी हो सकते हैं। इस पर पुलिस टीम ने धर्मपुर की तरफ जाने वाले रास्ते पर नाकाबंदी कर जांच शुरू की। वाहनों की जांच के दौरान पुलिस को राजेंद्रा पार्क की तरफ से एक कार तेज गति से आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने कार ड्राइवर को नाकाबंदी कर रोकने का प्रयास किया। कार ने बैरिकेड्स में टक्कर मार दी। फिर कार को नीचे कच्चे रास्ते में उतारकर भागने लगे। पुलिस ने जब उनको पकड़ने का प्रयास किया तो पुलिस की गाड़ी में टक्कर मार दी। पुलिस पर फायर भी किया। दोनों को पांव में लगी हैं गोली एसीपी ने बताया कि पुलिस टीम द्वारा उनको गोली नहीं चलाने की चेतावनी दी गई और पुलिस टीम द्वारा हवाई फायर किया गया। पुलिस जवानों ने इसके बाद अपनी सुरक्षा के लिए गोली चलाई तो एक-एक गोली दोनों बदमाशों के पैर में जा लगी। दोनों जमीन पर गिर गए। इनको पुलिस टीमों द्वारा काबू कर लिया गया। उनकी पहचान रंजीत सोनी व तंजीर आलम के रूप में हुई है। एक पर 53 केस, दूसरे पर 25 केस दर्ज हैं पुलिस ने दोनों को घायल हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया। पुलिस जांच में सामने आया है कि रंजीत सोनी के खिलाफ दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, थानेसर में चोरी, लूट के कुल 53 केस दर्ज हैं। इसी तरह तंजीर पर चोरी, लूट, शस्त्र अधिनियम के 25 केस दिल्ली में दर्ज हैं। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने उपरान्त उनको नियमानुसार गिरफ्तार करके गहनता से पूछताछ की जाएगी। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में व पुलिस अनुसंधान में जो भी तथ्य समक्ष आएंगे उनके अनुसार अभियोग में आगामी कार्यवाही की जाएगी। मामले में छानबीन जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में परिवार ने शव लौटाया:बोले- यह हमारा बेटा नहीं, इसकी जींस का कलर अलग; लापता बेटे की लाश समझकर लिया था
हरियाणा में परिवार ने शव लौटाया:बोले- यह हमारा बेटा नहीं, इसकी जींस का कलर अलग; लापता बेटे की लाश समझकर लिया था हरियाणा के करनाल में एक परिवार ने यह कहकर शव पुलिस को लौटा दिया कि यह लाश उनके बेटे की नहीं है। इसकी जींस का कलर अलग है। इसके बाद पुलिस ने फिर शव काे शिनाख्त के लिए मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। यह शव कल शनिवार रात को गोगड़ीपुर के पास यमुना नहर से बाहर निकाला गया था। फिलहाल पुलिस ने अब शव के शरीर पर मिले कपड़ों और हुलिए के आधार पर उसकी पहचान की कोशिश शुरू कर दी है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला… एक हफ्ते पहले लापता हुआ था युवक
एक हफ्ते पहले करनाल के मंगलौरा का अजय नाम का युवक गायब हो गया था। अजय के दोस्त साहिल ने बताया था कि अजय ने उसे गांव के बाहर छोड़ने को कहा था। वह उसे साथ ले गया लेकिन वह बीच रास्ते में ही उतर गया। इसके बाद न तो वह घर लौटा और न ही उसका कोई सुराग लगा। बेटा तलाश में जुटा था, नहर में शव देख गोताखोर बुलाया इसी दौरान शिव कालोनी से 5-6 दिन पहले लापता हुए एक व्यक्ति का बेटा आशु नहर में डूबे अपने पिता की तलाश कर रहा था। शनिवार की शाम आशू ने नहर में एक लाश देखी। यह लाश कही उसके पिता की न हो, इस संदेह के चलते उसने तुरंत गोताखोर प्रगट सिंह को कॉल किया। गोताखोर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और शव को बाहर निकाला तो पता चला कि यह शव किसी 22 साल के युवक का हैं। शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव को मोर्चेरी हाउस करनाल में रखवा दिया और पहचान के प्रयास तेज कर दिए।
अर्धनग्न था शव, नीले रंग की जींस पहनी थी
जब शव को रस्सी के सहारे बाहर निकाला गया तो वह अर्धनग्न था। उसके शरीर पर नीले रंग की जींस और नीले रंग का ही अंडरवियर था। गोताखोर ने कहा कि यह शव करीब एक हफ्ते पुराना है। हालांकि उसके कपड़ों की जेब से ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे उसकी शिनाख्त हो सके। जिसके बाद पुलिस पहुंची और शव को करनाल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया। परिवार ने शव देखा, कहा- यह लाश अजय की है
इसके बाद परिवार के दूसरे सदस्य भी रविवार को मॉर्च्युरी पहुंच गए। वहां उन्होंने यमुना से मिला शव देखा। परिवार ने मीडिया को कहा कि यह शव उनके ही परिवार के सदस्य अजय का है। इसके बाद अजय के दोस्तों मंगलौरा के रहने वाले सुशील, रवि और साहिल ने भी उसकी शिनाख्त की। 14 दिसंबर को गायब हुआ, गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई
साहिल और सुशील ने बताया कि अजय 14 दिसंबर को लापता हुआ था। उन्होंने काफी तलाश की लेकिन जब वह नहीं मिला तो 17 दिसंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। मंगलौरा पुलिस अजय की तलाश कर रही थी। जब उन्हें पता चला कि शव भी उतना ही पुराना है, जितने दिन से अजय गायब है तो उन्होंने इसकी शिनाख्त की। पुलिस ने कागजी कार्रवाई कर शव दिया
करनाल में पुलिस पहुंची। परिजनों के शिनाख्त करने के बाद पुलिस ने कागजी कार्रवाई की। इसके बाद शव को परिजनों के दावे के हिसाब से उनके हवाले कर दिया ताकि उसका अंतिम संस्कार किया जा सके। जींस का कलर देख इनकार किया
इसके बाद परिजनों ने दोबारा शव को देखा। जब उन्होंने उसके बदन पर नीली जींस देखी तो उन्होंने उसके अजय का शव होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जब अजय घर से निकला था तो उसने ऐसी जींस नहीं पहनी थी। न ही उसके पास इस रंग की कोई जींस है। इस वजह से वह शव नहीं ले जा सकते। उन्होंने शव को वहीं छोड़ दिया। जिसे पुलिस ने वापस मॉर्च्युरी में रखवा दिया। चौकी प्रभारी बोले- पूरे परिवार ने दूसरी बार में इनकार किया
इस बारे में मंगलौरा पुलिस चौकी प्रभारी रोहताश ने बताया कि गोगड़ीपुर नहर से रात एक शव बरामद हुआ था। जिसकी शिनाख्त के लिए लापता अजय के परिवार वाले मॉर्च्युरी में पहुंचे थे। उन्होंने पहली बार शव को देखा और कहा कि यह अजय का शव है। इसके बाद जब दोबारा उन्होंने शव देखा तो कहने लगे कि यह अजय का शव नहीं है। अब शव को फिर सुरक्षित रख उसकी शिनाख्त की कोशिश की जा रही है।
हरियाणा के गांव में 35 युवाओं को एकसाथ सरकारी नौकरी:पटवारी, क्लर्क, कॉन्स्टेबल कहकर पुकार रहे लोग; युवक बोला-हारकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगा था
हरियाणा के गांव में 35 युवाओं को एकसाथ सरकारी नौकरी:पटवारी, क्लर्क, कॉन्स्टेबल कहकर पुकार रहे लोग; युवक बोला-हारकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगा था हरियाणा के हिसार मुख्यालय से 56 किलोमीटर दूर पाबड़ा गांव। यह गांव इसलिए चर्चा में है, क्योंकि हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की तरफ से जारी ग्रुप C-D रिजल्ट में यहां के 35 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। भाजपा सरकार प्रचार कर रही है कि सभी बच्चे बिना (पर्ची-खर्ची) सिफारिश के नौकरी लगे हैं। पाबड़ा गांव करीब 400 साल पुराना है। सरपंच दर्शन सिंह का कहना है कि यहां कि आबादी करीब 12 हजार है। वोट 8,200 के करीब हैं। इस गांव के एक हजार लोग सरकारी नौकरी पर हैं। जिन भी युवाओं का सिलेक्शन हुआ है, गांव में लोग उनके पद का नाम लेकर ही पुकार रहे हैं। कोई इन्हें पटवारी कहता है, कोई क्लर्क या कॉन्स्टेबल। दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो पर उतरी और जानने का प्रयास किया कि क्या सही में एक ही गांव के 35 बच्चों का सिलेक्शन हुआ है। बरवाला होते हुए भास्कर की टीम पाबड़ा गांव पहुंची। गांव के बस अड्डे के सामने पंच ग्रामी (पाबड़ा, फरीदपुर, खैरी, किनाला, कंडूल) चौपाल की तरफ रास्ता जाता है। यहां बैठे बुजुर्ग गांव में बिना पर्ची खर्ची की नौकरी की बात करते मिले। बुजुर्गों ने बताया कि गांव के इतने बच्चे एक साथ कभी नौकरी नहीं लगे। सरकार अच्छा काम कर रही है। ऐसे ही काम किया तो चौथी बार सरकार आएगी। दुकानदार अशोक कुमार बताते हैं, ’35 बच्चों के सरकारी नौकरी लगने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है। इन अधिकतर बच्चों के माता-पिता गरीब हैं। कोई रेहड़ी लगाता है तो कोई दिहाड़ी मजदूरी करता है।’ अब सरकारी नौकरी लगने वाले युवाओं की कहानी जानिए… पिता को पैरालिसिस, बेटा कॉन्स्टेबल लगा
गांव में ही बीचोंबीच राजेंद्र शर्मा का मकान है। राजेंद्र शर्मा के पास डेढ़ एकड़ जमीन है। इसी से परिवार का गुजारा चलता था। इनका बड़ा बेटा ललित कुमार कई सालों से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। ललित का कहीं सिलेक्शन नहीं हुआ। आखिर में ललित प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लग गया। इसके बाद घरवालों ने उसकी शादी कर दी। ललित का एक छोटा भाई भी है। पिता को इसी बीच पैरालिसिस हो गया। सारी जिम्मेदारी ललित पर आ गई। ललित ने प्राइवेट जॉब के साथ-साथ सरकारी नौकरी की तैयारी की। उसने ग्रुप-C का एग्जाम दिया और 28 साल की उम्र में हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के लिए सिलेक्ट हो गया। ललित के पिता राजेंद्र शर्मा ने बताया कि 2 साल पहले मुझे पैरालिसिस हुआ। इसका इलाज महंगा था। ललित ने संभाला और खुद की पढ़ाई भी जारी रखी। नौकरी के लिए एक पैसा नहीं लगा और न ही किसी की सिफारिश करवानी पड़ी। वह अपनी मेहनत पर नौकरी लगा है। मां राजपति का कहना है कि हम बहुत खुश हैं कि बेटा नौकरी लग गया। अब हमें और क्या चाहिए। कोई 5 साल से तैयारी कर रहा था तो कोई 3 साल से प्रदीप कुमार का सिलेक्शन ग्राम सचिव के लिए हुआ है। उसका कहना है कि घर में भाई-बहन और माता-पिता हैं। पिता गांव में ही मजदूरी करते हैं। मैं पिछले 6 साल से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। इससे पहले भी पेपर क्लियर किया, लेकिन फिजिकल में रह गया। दोबारा भर्ती निकली तो एग्जाम दिया। अब उसका बिना पर्ची और बिना खर्ची के सिलेक्शन हुआ है। इसके लिए हम मुख्यमंत्री नायब सैनी का धन्यवाद करते हैं। अभिषेक बोले- हर बार फाइनल में रह जाता था
अभिषेक कहते हैं कि मेरा हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के लिए सिलेक्शन हुआ है। मैं साल 2018 से सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था। मेरे पहले भी 2 से 3 टेस्ट क्लियर हो चुके हैं। हर बार मैं फाइनल में रह जाता था। घर में पिता रमेश और मां कविता हैं। पिता मजदूरी करते हैं। हम 3 भाई-बहन हैं। एक हरियाणा पुलिस में कमांडो और एक एयरफोर्स में है। मैं इनमें सबसे बड़ा था। बेरोजगार होने की वजह से मुझे बहुत शर्म आती थी, लेकिन अब मेरा चयन हो गया। कैबिनेट मंत्री गंगवा बोले- रेहड़ी वाले का बेटा लगा, उसने मुझे मिठाई खिलाई
बरवाला से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि आज जब मैं चुनाव जीतने के बाद बरवाला आया तो एक आदमी मेरी तरफ मिठाई का डिब्बा लेकर आया और उसने मुझे कहा कि साहब मैं यहां रेहड़ी लगाता हूं। मुझे बहुत खुशी हुई कि गरीब का भला हुआ। मेरे बेटे की सरकारी नौकरी लगी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पदभार ग्रहण करने से पहले अपने वादे को पूरा करते हुए 25 हजार युवाओं को नौकरी दी है। युवाओं का सपना साकार हुआ है, बिना खर्ची-पर्ची के योग्य पात्रों को नौकरी मिली है। जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है। पूर्व पार्षद प्रतिनिधि बोले- योग्यता के आधार पर चयन हुआ पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि कीर्तिरत्न शर्मा ने बताया कि भाजपा में बिना पर्ची खर्ची की शुरुआत मनोहर लाल खट्टर ने की और नायब सैनी ने उसको आगे बढ़ाया। मेरा लोगों के घर और लोगों का मेरे यहां आना जाना लगा रहता है। गांव में बड़ी खुशी की लहर है। मेरे पास 70 से 80 लोगों के फोन आए। यह सब योग्यता के आधार पर नौकरी लगे हैं। सरकार ने बड़ी ईमानदारी से युवाओं का चयन किया है। इसके लिए मैं सरकार का धन्यवाद करता हूं। राजली में मजदूर के 3 बच्चे नौकरी लगे हिसार जिले के ही राजली गांव की बात करें तो यहां 16 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। रमेश के 3 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। बेटे संजय और बेटी किरण का कॉन्स्टेबल और दूसरी बेटी पूनम का क्लर्क के लिए चयन हुआ है। रमेश के 5 बच्चे हैं। वह मजदूरी करके घर चला रहा था। रमेश कुमार ने कहा कि बच्चों को कामयाब करने के लिए दिन रात मेहनत की। कभी ऐसा भी समय आया कि घर में 2 वक्त की रोटी का जुगाड़ भी नहीं था। बच्चों को जैसे-तैसे गांव में पढ़ाया। मेरी पत्नी ने साथ दिया और भगवान की दया से बच्चे भी लायक निकले। मैं नायब सैनी सरकार का धन्यवाद करता हूं मेरे पास शब्द नहीं हैं। नौकरी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा का गांव,जिसके 55 युवा एक साथ सरकारी नौकरी लगे:सैनी की शपथ के बाद आया रिजल्ट; सरपंच प्रतिनिधि बोले- 350 बच्चे गवर्नमेंट जॉब लग चुके हरियाणा में कैथल जिले के डीग गांव के एक साथ 55 युवाओं की सरकारी नौकरी लगी है। एक दिन पहले नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप C-D का रिजल्ट जारी किया था। एक साथ 55 युवाओं का सिलेक्शन होने पर HSSC के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने शुक्रवार को डीग गांव के सरपंच प्रतिनिधि रोहताश नैन से फोन पर बात की। पूरी खबर पढ़ें…
हिसार में पौधों की नर्सरी पर गिरी बिजली:दूसरी बार हुआ ऐसा, मटका चौक के पास पूरा पेड़ जलकर राख
हिसार में पौधों की नर्सरी पर गिरी बिजली:दूसरी बार हुआ ऐसा, मटका चौक के पास पूरा पेड़ जलकर राख हिसार में प्री-मानसून की बारिश के बीच बिजली गिरने से पूरा पेड़ जलकर राख हो गया। मटका चौक पर रेस्ट हाउस के सामने स्थित क्लब की नर्सरी पर बिजली गिरी। नर्सरी में खड़ा पेड़ पूरी तरह जल गया। हादसे के वक्त लोग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले हुए थे। थोड़ी दूरी पर सेशन हाउस और पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस है जिसमें वीआईपी मूवमेंट होती रहती है। बिजली इतनी तेज आवाज के साथ गिरी कि लोग घबरा गए। वहां से गुजर रहे लोग इतने डर गए कि मौके से भाग गए। बिजली गिरने से पूरे पेड़ में आग लग गई और नर्सरी में रखे गमले पूरी तरह टूट गए। सुबह के वक्त नर्सरी में कोई नहीं था, वरना जान-माल का नुकसान हो सकता था। हिसार शहर में पहले भी गिर चुकी है बिजली
आपको बता दें कि हिसार शहर में इससे पहले भी बिजली गिर चुकी है। इससे पहले हिसार के नागोरी गेट स्थित हनुमान मंदिर के गुंबद पर बिजली गिर गई थी इससे गुंबद को नुकसान पहुंचा था मगर जान माल की हानि नहीं हुई थी। यह दूसरा मौका है जब शहर में बिजली गिरने से कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। प्री-मानसून की बारिश से बदला मौसम
सुबह अचानक तेज हवा के साथ काली घटाएं आसमान में छा गई और करीब साढ़े 7 बजे हल्की बूंदाबांदी होने से लगी। मौसम विभाग के अनुसार प्री-मानसून की गतिविधियां आगामी एक दो दिनों तक जारी रह सकती है। मानसून से पहले इस तरह का मौसम रहेगा। हरियाणा में मानसून जुलाई में दस्तक दे सकता है।