हरियाणा में BJP की चुनाव कमेटियों ने चौंकाया:​​​​​भजनलाल परिवार पर दांव, चौटाला-बंसीलाल फैमिली बाहर; अनिल विज-राव इंद्रजीत को भी संकेत

हरियाणा में BJP की चुनाव कमेटियों ने चौंकाया:​​​​​भजनलाल परिवार पर दांव, चौटाला-बंसीलाल फैमिली बाहर; अनिल विज-राव इंद्रजीत को भी संकेत

हरियाणा में कुछ महीनों बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले BJP एक्टिव हो गई है। शनिवार शाम BJP ने विधानसभा से पहले 2 समितियों की घोषणा की। इनमें प्रदेश चुनाव समिति और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति शामिल है। प्रदेश चुनाव समिति में मनोहर लाल खट्‌टर के साथ राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर समेत 20 नेताओं को शामिल किया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति की कमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को सौंपी गई है। पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई को प्रदेश चुनाव समिति का मेंबर और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया है। इनके अलावा हाल ही में भाजपा जॉइन करने वाले सांसद नवीन जिंदल, रणजीत चौटाला और किरण चौधरी को कमेटियों में जगह नहीं दी गई। वहीं अपनी ही पार्टी को बागी तेवर दिखाने वाले अनिल विज और राव इंद्रजीत सिंह को भी कमेटियों में शामिल नहीं किया गया। BJP की लिस्ट की 7 खास बातें…. कुलदीप बिश्नोई का दबदबा बढ़ा कुलदीप बिश्नोई लोकसभा चुनाव में हिसार सीट से टिकट मांग रहे थे। हालांकि भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार न बनाकर रणजीत चौटाला को टिकट दिया और वह चुनाव हार गए। अब विधानसभा चुनाव से पहले बिश्नोई को दोनों कमेटियों में शामिल कर भाजपा में उनका दबदबा बढ़ा है। अनिल विज को साइड लाइन किया हरियाणा में नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद नाराज चल रहे अनिल विज को किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। हालांकि, मनोहर लाल खट्टर की सरकार में वह गृह मंत्री थे। सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद वह भाजपा के कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। विज कह भी चुके हैं कि वह सिर्फ अपने अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र पर फोकस कर रहे हैं। किरण चौधरी को कोई जिम्मेदारी नहीं लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई किरण चौधरी को भी किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। किरण चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर बेटी श्रुति चौधरी का टिकट कटने पर उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। सांसद नवीन जिंदल भी किसी कमेटी में नहीं लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल को भी किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। उनकी मां सावित्री जिंदल हिसार विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं। इस बाद वह भाजपा के टिकट की दावेदार भी हैं। फिलहाल हिसार सीट से स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता विधायक हैं। सुनीता दुग्गल को साधा भाजपा ने लोकसभा चुनाव में सिरसा सीट पर सुनीता दुग्गल का टिकट काटकर डॉ. अशोक तंवर को उम्मीदवार बनाया था। अब विधानसभा चुनाव से पहले सुनीता दुग्गल को दोनों कमेटियों में शामिल किया गया है। रणजीत चौटाला को भी झटका लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को भी किसी कमेटी में जगह नहीं मिली। रणजीत चौटाला हिसार सीट पर लोकसभा चुनाव हार गए थे। जिसके बाद उन्होंने भितरघात का आरोप लगाया था। राव इंद्रजीत की विरोधी सुधा यादव शामिल अहीरवाल बेल्ट के सहारे तेवर दिखा रहे केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत और उनकी विरोधी भाजपा संसदीय बोर्ड की मेंबर सुधा यादव को भी शामिल किया गया है। दोनों को एक-दूसरे का कट्‌टर विरोधी माना जाता है। दोनों एक दूसरे के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। राव इंद्रजीत सिंह ने हाल ही में अपनी ही पार्टी पर गुरुग्राम में इको ग्रीन कंपनी को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। किस कमेटी में कौन-कौन से नेता प्रदेश चुनाव समिति : इसमें प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, सीएम नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर, राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, भाजपा संसदीय बोर्ड की मेंबर पूर्व सांसद सुधा यादव, पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, राष्ट्रीय सचिव ओपी धनखड़, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, मंत्री जेपी दलाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, रोहतक से लोकसभा चुनाव हारे अरविंद शर्मा, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, प्रदेश संगठन महामंत्री फणींद्रनाथ शर्मा, प्रदेश महामंत्री कृष्ण बेदी, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष उषा प्रियदर्शी, एसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सत्यप्रकाश जरावता को शामिल किया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति: इसमें मोहनलाल बड़ौली को अध्यक्ष, कुलदीप बिश्नोई को संयोजक, कृष्ण पंवार और वेदपाल एडवोकेट को सह संयोजक बनाया गया है। इसके अलावा ओमप्रकाश धनखड़, सुनीता दुग्गल, विपुल गोयल, कृष्णमूर्ति हुड्‌डा, जवाहर यादव, अजय बंसल, संदीप जोशी, जीएल शर्मा, सुनीता दांगी, रेणु डाबला, कैप्टन भूपेंद्र, उषा प्रियदर्शी, अरविंद यादव, मानस डेका, वरिंद्र गर्ग, मेयर मदन चौहान, मदन गोयल, उमेश शर्मा, नागेंद्र शर्मा, प्रवीन जैन, राजीव जेटली, अरूण यादव, आदित्य चावला, सुनील राव, मनोज शर्मा, संचित नांदल, डॉ. बलवान और कर्नल राजेंद्र सुहाग को मेंबर बनाया गया है। लोकसभा चुनाव की नाराजगी साधने का प्रयास भाजपा ने लोकसभा चुनाव से सबक लेते हुए सभी नेताओं को एकजुट करने का प्रयास किया है। BJP ने प्रदेश चुनाव समिति में एक दूसरे के विरोधी नेताओं को साथ रखने का प्रयास किया है। राव इंद्रजीत के साथ सुधा यादव को जगह दी है। किरण चौधरी की एंट्री से नाराज हुए चौधरी धर्मबीर, रणजीत चौटाला को टिकट देने से नाराज हुए कैप्टन अभिमन्यु और कुलदीप बिश्नोई और अशोक तंवर की एंट्री से नाराज सुनीता दुग्गल जैसे नेताओं को जगह दी है। इन नेताओं ने लोकसभा चुनाव में प्रचार से दूरी बनाई थी। रणजीत चौटाला की रिपोर्ट से BJP का किनारा
लोकसभा चुनाव में हिसार लोकसभा से हार के बाद रणजीत चौटाला ने सारा ठीकरा कैप्टन अभिमन्यु और कुलदीप बिश्नोई पर फोड़ा था। कैप्टन अभिमन्यु को प्रदेश चुनाव समिति में जगह दी है। वहीं कुलदीप बिश्नोई को दोहरी जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही चौटाला परिवार और बंसीलाल परिवार के किसी सदस्य को दोनों सूची में जगह नहीं दी गई। रणजीत चौटाला की रिपोर्ट भी उनके किसी काम नहीं आई। BJP ने दो प्रतिद्वंद्वी एक कमेटी में शामिल प्रदेश चुनाव समिति में दो प्रतिद्वंद्वी राव इंद्रजीत सिंह और डा. सुधा यादव को शामिल किया गया हैं। राव इंद्रजीत सिंह मोदी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार तो डा. सुधा यादव भाजपा पार्लियामेंट्री बोर्ड की सदस्य हैं। अहीरवाल इलाके से इन दो दिग्गज प्रतिद्वंद्वी को एक साथ कमेटी में शामिल करने से साफ है कि बीजेपी यहां गुटबाजी को खत्म कर सबका साथ वाले फॉर्मूले पर चल रही हैं। अहीरवाल इलाका बीजेपी का गढ़ कहा जाता हैं। अक्सर राव इंद्रजीत सिंह हर मंच पर कहते रहे हैं कि प्रदेश की सत्ता का रास्ता दक्षिणी हरियाणा यानी अहीरवाल से होकर ही निकलता हैं। ऐसे में बीजेपी ने अपने गढ़ अहीरवाल को साधने के लिए कमेटी में दोनों प्रतिद्वंद्वी को एक साथ शामिल किया है। 1999 के चुनाव में भाजपा कैंडिडेट डा. सुधा यादव ने राव इंद्रजीत सिंह को हराया था। उस वक्त राव इंद्रजीत सिंह कांग्रेस में थे और डा. सुधा यादव बीजेपी में थी। लेकिन 2014 में राव इंद्रजीत सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद से एक ही पार्टी में है। कुलदीप बिश्नोई बोले- मिलकर बनाएंगे सरकार भारतीय जनता पार्टी प्रदेश चुनाव समिति में शामिल करने पर पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया है। कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि” राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, नायब सैनी, धर्मेद्र प्रधान, बिप्लब देब एवं केन्द्रीय नेतृत्व का आभार। हम सब मिलकर तीसरी बार हरियाणा में भाजपा की सरकार बनाएंगे”। हालांकि कुलदीप बिश्नोई ने अपनी पोस्ट में कहीं भी पूर्व CM मनोहर लाल का आभार नहीं जताया। दोनों के बीच दूरियों की लगातार सूचनाएं आ रही हैं। कुलदीप बिश्नोई ने इस बार बिश्नोई सभा हिसार के जन्माष्टमी कार्यक्रम के लिए भी मनोहर लाल को निमंत्रण नहीं दिया है। BJP की जारी कमेटियों की लिस्ट देखें… हरियाणा में कुछ महीनों बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले BJP एक्टिव हो गई है। शनिवार शाम BJP ने विधानसभा से पहले 2 समितियों की घोषणा की। इनमें प्रदेश चुनाव समिति और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति शामिल है। प्रदेश चुनाव समिति में मनोहर लाल खट्‌टर के साथ राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर समेत 20 नेताओं को शामिल किया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति की कमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को सौंपी गई है। पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई को प्रदेश चुनाव समिति का मेंबर और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया है। इनके अलावा हाल ही में भाजपा जॉइन करने वाले सांसद नवीन जिंदल, रणजीत चौटाला और किरण चौधरी को कमेटियों में जगह नहीं दी गई। वहीं अपनी ही पार्टी को बागी तेवर दिखाने वाले अनिल विज और राव इंद्रजीत सिंह को भी कमेटियों में शामिल नहीं किया गया। BJP की लिस्ट की 7 खास बातें…. कुलदीप बिश्नोई का दबदबा बढ़ा कुलदीप बिश्नोई लोकसभा चुनाव में हिसार सीट से टिकट मांग रहे थे। हालांकि भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार न बनाकर रणजीत चौटाला को टिकट दिया और वह चुनाव हार गए। अब विधानसभा चुनाव से पहले बिश्नोई को दोनों कमेटियों में शामिल कर भाजपा में उनका दबदबा बढ़ा है। अनिल विज को साइड लाइन किया हरियाणा में नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद नाराज चल रहे अनिल विज को किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। हालांकि, मनोहर लाल खट्टर की सरकार में वह गृह मंत्री थे। सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद वह भाजपा के कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। विज कह भी चुके हैं कि वह सिर्फ अपने अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र पर फोकस कर रहे हैं। किरण चौधरी को कोई जिम्मेदारी नहीं लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई किरण चौधरी को भी किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। किरण चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर बेटी श्रुति चौधरी का टिकट कटने पर उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। सांसद नवीन जिंदल भी किसी कमेटी में नहीं लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल को भी किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। उनकी मां सावित्री जिंदल हिसार विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं। इस बाद वह भाजपा के टिकट की दावेदार भी हैं। फिलहाल हिसार सीट से स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता विधायक हैं। सुनीता दुग्गल को साधा भाजपा ने लोकसभा चुनाव में सिरसा सीट पर सुनीता दुग्गल का टिकट काटकर डॉ. अशोक तंवर को उम्मीदवार बनाया था। अब विधानसभा चुनाव से पहले सुनीता दुग्गल को दोनों कमेटियों में शामिल किया गया है। रणजीत चौटाला को भी झटका लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को भी किसी कमेटी में जगह नहीं मिली। रणजीत चौटाला हिसार सीट पर लोकसभा चुनाव हार गए थे। जिसके बाद उन्होंने भितरघात का आरोप लगाया था। राव इंद्रजीत की विरोधी सुधा यादव शामिल अहीरवाल बेल्ट के सहारे तेवर दिखा रहे केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत और उनकी विरोधी भाजपा संसदीय बोर्ड की मेंबर सुधा यादव को भी शामिल किया गया है। दोनों को एक-दूसरे का कट्‌टर विरोधी माना जाता है। दोनों एक दूसरे के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। राव इंद्रजीत सिंह ने हाल ही में अपनी ही पार्टी पर गुरुग्राम में इको ग्रीन कंपनी को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। किस कमेटी में कौन-कौन से नेता प्रदेश चुनाव समिति : इसमें प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, सीएम नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर, राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, भाजपा संसदीय बोर्ड की मेंबर पूर्व सांसद सुधा यादव, पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, राष्ट्रीय सचिव ओपी धनखड़, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, मंत्री जेपी दलाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, रोहतक से लोकसभा चुनाव हारे अरविंद शर्मा, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, प्रदेश संगठन महामंत्री फणींद्रनाथ शर्मा, प्रदेश महामंत्री कृष्ण बेदी, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष उषा प्रियदर्शी, एसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सत्यप्रकाश जरावता को शामिल किया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति: इसमें मोहनलाल बड़ौली को अध्यक्ष, कुलदीप बिश्नोई को संयोजक, कृष्ण पंवार और वेदपाल एडवोकेट को सह संयोजक बनाया गया है। इसके अलावा ओमप्रकाश धनखड़, सुनीता दुग्गल, विपुल गोयल, कृष्णमूर्ति हुड्‌डा, जवाहर यादव, अजय बंसल, संदीप जोशी, जीएल शर्मा, सुनीता दांगी, रेणु डाबला, कैप्टन भूपेंद्र, उषा प्रियदर्शी, अरविंद यादव, मानस डेका, वरिंद्र गर्ग, मेयर मदन चौहान, मदन गोयल, उमेश शर्मा, नागेंद्र शर्मा, प्रवीन जैन, राजीव जेटली, अरूण यादव, आदित्य चावला, सुनील राव, मनोज शर्मा, संचित नांदल, डॉ. बलवान और कर्नल राजेंद्र सुहाग को मेंबर बनाया गया है। लोकसभा चुनाव की नाराजगी साधने का प्रयास भाजपा ने लोकसभा चुनाव से सबक लेते हुए सभी नेताओं को एकजुट करने का प्रयास किया है। BJP ने प्रदेश चुनाव समिति में एक दूसरे के विरोधी नेताओं को साथ रखने का प्रयास किया है। राव इंद्रजीत के साथ सुधा यादव को जगह दी है। किरण चौधरी की एंट्री से नाराज हुए चौधरी धर्मबीर, रणजीत चौटाला को टिकट देने से नाराज हुए कैप्टन अभिमन्यु और कुलदीप बिश्नोई और अशोक तंवर की एंट्री से नाराज सुनीता दुग्गल जैसे नेताओं को जगह दी है। इन नेताओं ने लोकसभा चुनाव में प्रचार से दूरी बनाई थी। रणजीत चौटाला की रिपोर्ट से BJP का किनारा
लोकसभा चुनाव में हिसार लोकसभा से हार के बाद रणजीत चौटाला ने सारा ठीकरा कैप्टन अभिमन्यु और कुलदीप बिश्नोई पर फोड़ा था। कैप्टन अभिमन्यु को प्रदेश चुनाव समिति में जगह दी है। वहीं कुलदीप बिश्नोई को दोहरी जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही चौटाला परिवार और बंसीलाल परिवार के किसी सदस्य को दोनों सूची में जगह नहीं दी गई। रणजीत चौटाला की रिपोर्ट भी उनके किसी काम नहीं आई। BJP ने दो प्रतिद्वंद्वी एक कमेटी में शामिल प्रदेश चुनाव समिति में दो प्रतिद्वंद्वी राव इंद्रजीत सिंह और डा. सुधा यादव को शामिल किया गया हैं। राव इंद्रजीत सिंह मोदी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार तो डा. सुधा यादव भाजपा पार्लियामेंट्री बोर्ड की सदस्य हैं। अहीरवाल इलाके से इन दो दिग्गज प्रतिद्वंद्वी को एक साथ कमेटी में शामिल करने से साफ है कि बीजेपी यहां गुटबाजी को खत्म कर सबका साथ वाले फॉर्मूले पर चल रही हैं। अहीरवाल इलाका बीजेपी का गढ़ कहा जाता हैं। अक्सर राव इंद्रजीत सिंह हर मंच पर कहते रहे हैं कि प्रदेश की सत्ता का रास्ता दक्षिणी हरियाणा यानी अहीरवाल से होकर ही निकलता हैं। ऐसे में बीजेपी ने अपने गढ़ अहीरवाल को साधने के लिए कमेटी में दोनों प्रतिद्वंद्वी को एक साथ शामिल किया है। 1999 के चुनाव में भाजपा कैंडिडेट डा. सुधा यादव ने राव इंद्रजीत सिंह को हराया था। उस वक्त राव इंद्रजीत सिंह कांग्रेस में थे और डा. सुधा यादव बीजेपी में थी। लेकिन 2014 में राव इंद्रजीत सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद से एक ही पार्टी में है। कुलदीप बिश्नोई बोले- मिलकर बनाएंगे सरकार भारतीय जनता पार्टी प्रदेश चुनाव समिति में शामिल करने पर पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया है। कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि” राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, नायब सैनी, धर्मेद्र प्रधान, बिप्लब देब एवं केन्द्रीय नेतृत्व का आभार। हम सब मिलकर तीसरी बार हरियाणा में भाजपा की सरकार बनाएंगे”। हालांकि कुलदीप बिश्नोई ने अपनी पोस्ट में कहीं भी पूर्व CM मनोहर लाल का आभार नहीं जताया। दोनों के बीच दूरियों की लगातार सूचनाएं आ रही हैं। कुलदीप बिश्नोई ने इस बार बिश्नोई सभा हिसार के जन्माष्टमी कार्यक्रम के लिए भी मनोहर लाल को निमंत्रण नहीं दिया है। BJP की जारी कमेटियों की लिस्ट देखें…   हरियाणा | दैनिक भास्कर