गुरुग्राम के बसई गांव स्थित सूरी ऑटो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कथित तौर पर जहरीला रसायन लीक होने के मामले में पुलिस ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। 23 मई की रात को तीखी गंध के कारण महिलाओं और बच्चों समेत आठ लोगों की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पुलिस ने एफआईआर में कंपनी के मालिक अतुल सूरी को नामजद किया है। बसई में रहने वाले महेश भारद्वाज ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 23 मई की रात करीब 8 बजे इलाके में तीखी गंध फैल गई। लोगों को अचानक उल्टी और चक्कर आने लगे। कई महिलाएं और बच्चे बेहोश होने लगे। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद मरीजों को अस्पताल ले जाया गया। इन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा गीता देवी, उनकी बेटियां खुशी और अनु, महेश की पत्नी सरिता, उसका बेटा देवांश भारद्वाज, संदीप भारद्वाज की बेटी सृष्टि और दृष्टि और कृष्ण की पत्नी पूजा को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां इलाके बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया। कंपनी पर जड़ा था ताला घटना से गुस्साए आसपास के लोगों ने सूरी ऑटो कंपनी के गेट पर ताला जड़ दिया था। जिसे बाद में पुलिस ने लोगों को समझा बुझा कर ताला खुलवाया था। लोगों का आरोप है कि यह कंपनी रिहायशी क्षेत्र में चल रही है और कंपनी में जहरीले रसायनों का उपयोग भयावह तरीके से किया जाता है। इस घटना ने न केवल स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य को खतरे में डाला, बल्कि रिहायशी क्षेत्र में ऐसी गतिविधियों के खिलाफ प्रशासनिक लापरवाही पर भी गंभीर सवाल हैं। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की ये धाराएं लगाई धारा 125- जानबूझकर जीवन को खतरे में डालना धारा 280-लापरवाही से खतरनाक पदार्थों का उपयोग जहरीले रसायनों के प्रयोग का आरोप लोगों के मुताबिक गांव के निवासी लंबे समय से सूरी ऑटो के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं। कंपनी रिहायशी क्षेत्र में है, जो मॉडल संस्कृति प्राइमरी सरकारी स्कूल के ठीक सामने स्थित है। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां जहरीली गैस, रसायनों, और विस्फोटक पदार्थों का उपयोग करने का अंदेशा है। जिससे बच्चों और निवासियों के लिए खतरा बना हुआ है। लगातार भेजी जा रही शिकायतें वे मुख्यमंत्री, पुलिस आयुक्त, नगर निगम आयुक्त, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अग्निशमन विभाग और अन्य अधिकारियों को फोटो और वीडियो साक्ष्य के साथ शिकायतें भेजी हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि कंपनी अवैध रूप से रिहायशी क्षेत्र में संचालित हो रही है और इसके मालिक के खिलाफ कभी कोई कठोर कदम नहीं उठाया गया। कभी हो सकता है बड़ा हादसा लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद कंपनी पर कोई रोक नहीं लगाई गई। महेश ने अपनी शिकायत में चेतावनी दी है कि भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना होने पर जिम्मेदारी कंपनी मालिक और प्रशासन की होगी। रिहायशी क्षेत्र में ऐसी खतरनाक गतिविधियों का संचालन न केवल पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन है, बल्कि मानव जीवन के लिए गंभीर खतरा भी है। कंपनी को बंद करने की मांग बसई गांव के निवासियों ने मांग की है कि सूरी ऑटो के मालिक के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए और कंपनी को तत्काल बंद किया जाए। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए खतरा है, बल्कि औद्योगिक इकाइयों के रिहायशी क्षेत्रों में संचालन पर सख्त नियम लागू करने की आवश्यकता भी है। पुलिस कर रही जांच जांच अधिकारी का कहना है कि पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। विशेषज्ञों के साथ कंपनी में देखा जाएगा कि कुछ अनियमितताएं है या नहीं। उसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। गुरुग्राम के बसई गांव स्थित सूरी ऑटो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कथित तौर पर जहरीला रसायन लीक होने के मामले में पुलिस ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। 23 मई की रात को तीखी गंध के कारण महिलाओं और बच्चों समेत आठ लोगों की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पुलिस ने एफआईआर में कंपनी के मालिक अतुल सूरी को नामजद किया है। बसई में रहने वाले महेश भारद्वाज ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 23 मई की रात करीब 8 बजे इलाके में तीखी गंध फैल गई। लोगों को अचानक उल्टी और चक्कर आने लगे। कई महिलाएं और बच्चे बेहोश होने लगे। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद मरीजों को अस्पताल ले जाया गया। इन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा गीता देवी, उनकी बेटियां खुशी और अनु, महेश की पत्नी सरिता, उसका बेटा देवांश भारद्वाज, संदीप भारद्वाज की बेटी सृष्टि और दृष्टि और कृष्ण की पत्नी पूजा को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां इलाके बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया। कंपनी पर जड़ा था ताला घटना से गुस्साए आसपास के लोगों ने सूरी ऑटो कंपनी के गेट पर ताला जड़ दिया था। जिसे बाद में पुलिस ने लोगों को समझा बुझा कर ताला खुलवाया था। लोगों का आरोप है कि यह कंपनी रिहायशी क्षेत्र में चल रही है और कंपनी में जहरीले रसायनों का उपयोग भयावह तरीके से किया जाता है। इस घटना ने न केवल स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य को खतरे में डाला, बल्कि रिहायशी क्षेत्र में ऐसी गतिविधियों के खिलाफ प्रशासनिक लापरवाही पर भी गंभीर सवाल हैं। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की ये धाराएं लगाई धारा 125- जानबूझकर जीवन को खतरे में डालना धारा 280-लापरवाही से खतरनाक पदार्थों का उपयोग जहरीले रसायनों के प्रयोग का आरोप लोगों के मुताबिक गांव के निवासी लंबे समय से सूरी ऑटो के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं। कंपनी रिहायशी क्षेत्र में है, जो मॉडल संस्कृति प्राइमरी सरकारी स्कूल के ठीक सामने स्थित है। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां जहरीली गैस, रसायनों, और विस्फोटक पदार्थों का उपयोग करने का अंदेशा है। जिससे बच्चों और निवासियों के लिए खतरा बना हुआ है। लगातार भेजी जा रही शिकायतें वे मुख्यमंत्री, पुलिस आयुक्त, नगर निगम आयुक्त, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अग्निशमन विभाग और अन्य अधिकारियों को फोटो और वीडियो साक्ष्य के साथ शिकायतें भेजी हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि कंपनी अवैध रूप से रिहायशी क्षेत्र में संचालित हो रही है और इसके मालिक के खिलाफ कभी कोई कठोर कदम नहीं उठाया गया। कभी हो सकता है बड़ा हादसा लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद कंपनी पर कोई रोक नहीं लगाई गई। महेश ने अपनी शिकायत में चेतावनी दी है कि भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना होने पर जिम्मेदारी कंपनी मालिक और प्रशासन की होगी। रिहायशी क्षेत्र में ऐसी खतरनाक गतिविधियों का संचालन न केवल पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन है, बल्कि मानव जीवन के लिए गंभीर खतरा भी है। कंपनी को बंद करने की मांग बसई गांव के निवासियों ने मांग की है कि सूरी ऑटो के मालिक के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए और कंपनी को तत्काल बंद किया जाए। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए खतरा है, बल्कि औद्योगिक इकाइयों के रिहायशी क्षेत्रों में संचालन पर सख्त नियम लागू करने की आवश्यकता भी है। पुलिस कर रही जांच जांच अधिकारी का कहना है कि पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। विशेषज्ञों के साथ कंपनी में देखा जाएगा कि कुछ अनियमितताएं है या नहीं। उसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
