गुरुग्राम में हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में निगम अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने एक बार फिर अधिकारियों को चेताया कि सफाई कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर किसी तरह का भ्रष्टाचार पकड़ा जाता है तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शहर में होने वाले जलभराव को लेकर कहा कि जिन अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है। उसकी जानकारी संबंधित क्षेत्र की आरडब्ल्यूए और पार्षद के साथ जरूर साझा की जाए, ताकि आपात स्थिति में वे उनसे सीधे संपर्क कर सके। उन्होंने निगम की इंजीनियरिंग विंग की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निगम के समूचे क्षेत्र में सीवर के ढक्कन जलनिकासी के निर्धारित स्तर पर लगे हों। उन्होंने कहा कि सीवर के ढक्कन सही लेवल पर ना होने के चलते बरसात के समय पानी की निकासी नही हो पाती जिससे जलभराव की स्थिति बनने के साथ साथ सड़क को भी नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह ध्यान रखें कि भ्रष्टाचार किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नही किया जाएगा। उन्होंने सड़क निर्माण व टाइल रोड में गुणवत्ता में सुधार करने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निर्माण के दौरान निर्माण सामग्री का सरकारी लैब में ही सैंपल टेस्ट किया जाए। कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान निगम अधिकारियों को गुरुग्राम में टेस्टिंग लैब बनाने के विकल्पों पर भी आगे बढ़ने के निर्देश दिए। 10 वर्षों में स्टॉर्म वाटर ड्रेन की सफाई पर हुए खर्च का मांगा ब्यौरा राव नरबीर सिंह ने स्टॉर्म वाटर ड्रेन की सफाई कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि निगम में जहां कहीं भी सफाई का काम करवाया जा रहा है। काम पूरा होने के बाद संबंधित क्षेत्र की आरडब्ल्यूए से लिखित सहमति ली जाए। उसके बाद ही संबंधित ठेकेदार को भुगतान किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि नगर निगम गुरुग्राम ने वर्ष 2014 से अभी तक स्टॉर्म वाटर ड्रेन की सफाई पर कितना पैसा खर्च किया। इसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें। स्वीपिंग मशीन व सुपर सकर मशीनों पर जताई नाराजगी
समीक्षा बैठक में उद्योग मंत्री ने नगर निगम गुरुग्राम व मानेसर में स्वीपिंग मशीन व सुपर सकर मशीनों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए कहा कि निगम अधिकारी मशीनों की संख्या व उनका रूट प्लान उनके कार्यालय के साथ शेयर करे। उन्होंने कहा कि वे स्वयं व संबंधित क्षेत्र की आरडब्ल्यूए से इसकी जांच कराएंगे। बैठक में निगम अधिकारियों ने 404 रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सफाई रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस संबंध में टेंडर की प्रक्रिया जारी है। 10 जून से पहले सभी स्थानों पे सफाई कार्य पूरा करवा दिया जाएगा। सफाई कार्य की मॉनिटरिंग के लिए एक जेई को 15 रेन वाटर हार्वेस्टिंग साइट्स की जिम्मेदारी दी गई है। टॉयलेट्स निर्माण की जांच करने के निर्देश पर्यावरण मंत्री ने बैठक में कहा कि नगर निगम गुरुग्राम तथा मानेसर में जो पब्लिक टॉयलेट्स बनाए गए हैं। वे इस्तेमाल में ना होने व सफाई व्यवस्था ठीक ना होने के चलते काफी खराब स्थिति में हैं। राव ने कहा कि जनता के टैक्स के पैसे की इस तरह बर्बादी किसी भी रूप में स्वीकार्य नही है। उन्होंने इस पूरे कार्य की जांच के निर्देश देते हुए कहा कि निगम अधिकारी जगह चिह्नित कर इसके रखरखाव के लिए प्राइवेट फर्म्स को आमंत्रित करें ताकि आमजन को इस सुविधा का फायदा मिल सके। पार्कों में केवल एसटीपी शोधित पानी का इस्तेमाल उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निगम क्षेत्र में किसी भी पार्क में पीने का पानी इस्तेमाल ना किया जाए। उन्होंने कहा कि शहर में ऐसी बहुत सी सोसाइटी है जिनके पास स्वयं के एसटीपी से शोधित पानी सरप्लस मात्रा में है। उन्होंने कहा कि नगर निगम ऐसी सोसाइटी को चिह्नित कर टैंकर के माध्यम से उस पानी का इस्तेमाल नजदीक स्थित ग्रीन बेल्ट अथवा पार्क के लिए इस्तेमाल करे। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि नगर निगम ऐसी सोसाइटी से पार्कों व ग्रीन बेल्ट तक परमानेंट लाइन डालकर जल संचय में अपना सहयोग दे।
बड़ी परियोजनाओं के निर्माण कार्य में तेजी लाएं गुरुग्राम नगर निगम क्षेत्र में चल रही प्रमुख विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में नगर निगम की 15 चल रही परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की गई। अधिकारियों ने जानकारी दी कि वर्तमान में जहाजगढ़़ में एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट), दौलताबाद और धनकोट में सीवरेज नेटवर्क, दौलतबाद में सामुदायिक केंद्र, सेक्टर 23 में रोड कार्पेटिंग, सेक्टर 12 व सेक्टर 14 में सामुदायिक केंद्रों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, कमला नेहरू पार्क में स्विमिंग पूल, बजघेड़ा में पेयजल आपूर्ति एवं सीवरेज नेटवर्क, वजीराबाद व अजीत स्टेडियम धनवापुर, नगर निगम का नया कार्यालय भवन तथा सदर बाजार में मल्टीलेवल पार्किंग का काम भी चल रहा है। समय पर पूरा करें कार्य उन्होंने कहा कि सभी परियोजनाओं को तय समय सीमा में गुणवत्तापूर्वक पूरा किया जाए, ताकि आमजन को शीघ्र सुविधा मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यों में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे क्षेत्रीय निरीक्षण करें और नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें, ताकि समय रहते समस्याओं का समाधान किया जा सके। इस मौके पर नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया, नगर निगम मानेसर के आयुक्त आयुष सिन्हा, अतिरिक्त निगमायुक्त महावीर प्रसाद, वाईएस गुप्ता व जितेंद्र कुमार, चीफ इंजीनियर विजय ढाका, चीफ टाउन प्लानर संजीव मान, चीफ अकाउंट ऑफिसर विजय सिंगला, संयुक्त आयुक्त सुमित कुमार, डॉ जयवीर यादव व विशाल कुमार सहित मानेसर व गुरुग्राम के कार्यकारी अभियंता तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। गुरुग्राम में हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में निगम अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने एक बार फिर अधिकारियों को चेताया कि सफाई कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर किसी तरह का भ्रष्टाचार पकड़ा जाता है तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शहर में होने वाले जलभराव को लेकर कहा कि जिन अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है। उसकी जानकारी संबंधित क्षेत्र की आरडब्ल्यूए और पार्षद के साथ जरूर साझा की जाए, ताकि आपात स्थिति में वे उनसे सीधे संपर्क कर सके। उन्होंने निगम की इंजीनियरिंग विंग की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निगम के समूचे क्षेत्र में सीवर के ढक्कन जलनिकासी के निर्धारित स्तर पर लगे हों। उन्होंने कहा कि सीवर के ढक्कन सही लेवल पर ना होने के चलते बरसात के समय पानी की निकासी नही हो पाती जिससे जलभराव की स्थिति बनने के साथ साथ सड़क को भी नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह ध्यान रखें कि भ्रष्टाचार किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नही किया जाएगा। उन्होंने सड़क निर्माण व टाइल रोड में गुणवत्ता में सुधार करने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निर्माण के दौरान निर्माण सामग्री का सरकारी लैब में ही सैंपल टेस्ट किया जाए। कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान निगम अधिकारियों को गुरुग्राम में टेस्टिंग लैब बनाने के विकल्पों पर भी आगे बढ़ने के निर्देश दिए। 10 वर्षों में स्टॉर्म वाटर ड्रेन की सफाई पर हुए खर्च का मांगा ब्यौरा राव नरबीर सिंह ने स्टॉर्म वाटर ड्रेन की सफाई कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि निगम में जहां कहीं भी सफाई का काम करवाया जा रहा है। काम पूरा होने के बाद संबंधित क्षेत्र की आरडब्ल्यूए से लिखित सहमति ली जाए। उसके बाद ही संबंधित ठेकेदार को भुगतान किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि नगर निगम गुरुग्राम ने वर्ष 2014 से अभी तक स्टॉर्म वाटर ड्रेन की सफाई पर कितना पैसा खर्च किया। इसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें। स्वीपिंग मशीन व सुपर सकर मशीनों पर जताई नाराजगी
समीक्षा बैठक में उद्योग मंत्री ने नगर निगम गुरुग्राम व मानेसर में स्वीपिंग मशीन व सुपर सकर मशीनों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए कहा कि निगम अधिकारी मशीनों की संख्या व उनका रूट प्लान उनके कार्यालय के साथ शेयर करे। उन्होंने कहा कि वे स्वयं व संबंधित क्षेत्र की आरडब्ल्यूए से इसकी जांच कराएंगे। बैठक में निगम अधिकारियों ने 404 रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सफाई रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस संबंध में टेंडर की प्रक्रिया जारी है। 10 जून से पहले सभी स्थानों पे सफाई कार्य पूरा करवा दिया जाएगा। सफाई कार्य की मॉनिटरिंग के लिए एक जेई को 15 रेन वाटर हार्वेस्टिंग साइट्स की जिम्मेदारी दी गई है। टॉयलेट्स निर्माण की जांच करने के निर्देश पर्यावरण मंत्री ने बैठक में कहा कि नगर निगम गुरुग्राम तथा मानेसर में जो पब्लिक टॉयलेट्स बनाए गए हैं। वे इस्तेमाल में ना होने व सफाई व्यवस्था ठीक ना होने के चलते काफी खराब स्थिति में हैं। राव ने कहा कि जनता के टैक्स के पैसे की इस तरह बर्बादी किसी भी रूप में स्वीकार्य नही है। उन्होंने इस पूरे कार्य की जांच के निर्देश देते हुए कहा कि निगम अधिकारी जगह चिह्नित कर इसके रखरखाव के लिए प्राइवेट फर्म्स को आमंत्रित करें ताकि आमजन को इस सुविधा का फायदा मिल सके। पार्कों में केवल एसटीपी शोधित पानी का इस्तेमाल उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निगम क्षेत्र में किसी भी पार्क में पीने का पानी इस्तेमाल ना किया जाए। उन्होंने कहा कि शहर में ऐसी बहुत सी सोसाइटी है जिनके पास स्वयं के एसटीपी से शोधित पानी सरप्लस मात्रा में है। उन्होंने कहा कि नगर निगम ऐसी सोसाइटी को चिह्नित कर टैंकर के माध्यम से उस पानी का इस्तेमाल नजदीक स्थित ग्रीन बेल्ट अथवा पार्क के लिए इस्तेमाल करे। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि नगर निगम ऐसी सोसाइटी से पार्कों व ग्रीन बेल्ट तक परमानेंट लाइन डालकर जल संचय में अपना सहयोग दे।
बड़ी परियोजनाओं के निर्माण कार्य में तेजी लाएं गुरुग्राम नगर निगम क्षेत्र में चल रही प्रमुख विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में नगर निगम की 15 चल रही परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की गई। अधिकारियों ने जानकारी दी कि वर्तमान में जहाजगढ़़ में एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट), दौलताबाद और धनकोट में सीवरेज नेटवर्क, दौलतबाद में सामुदायिक केंद्र, सेक्टर 23 में रोड कार्पेटिंग, सेक्टर 12 व सेक्टर 14 में सामुदायिक केंद्रों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, कमला नेहरू पार्क में स्विमिंग पूल, बजघेड़ा में पेयजल आपूर्ति एवं सीवरेज नेटवर्क, वजीराबाद व अजीत स्टेडियम धनवापुर, नगर निगम का नया कार्यालय भवन तथा सदर बाजार में मल्टीलेवल पार्किंग का काम भी चल रहा है। समय पर पूरा करें कार्य उन्होंने कहा कि सभी परियोजनाओं को तय समय सीमा में गुणवत्तापूर्वक पूरा किया जाए, ताकि आमजन को शीघ्र सुविधा मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यों में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे क्षेत्रीय निरीक्षण करें और नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें, ताकि समय रहते समस्याओं का समाधान किया जा सके। इस मौके पर नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया, नगर निगम मानेसर के आयुक्त आयुष सिन्हा, अतिरिक्त निगमायुक्त महावीर प्रसाद, वाईएस गुप्ता व जितेंद्र कुमार, चीफ इंजीनियर विजय ढाका, चीफ टाउन प्लानर संजीव मान, चीफ अकाउंट ऑफिसर विजय सिंगला, संयुक्त आयुक्त सुमित कुमार, डॉ जयवीर यादव व विशाल कुमार सहित मानेसर व गुरुग्राम के कार्यकारी अभियंता तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
