कैथल में शूरसैनी जयंती पर विवाद:समाज के नेता पालाराम को स्टेज से नीचे उतारा गया; बोले- डिप्रेशन में हूं, कर सकता हूं सुसाइड

कैथल में शूरसैनी जयंती पर विवाद:समाज के नेता पालाराम को स्टेज से नीचे उतारा गया; बोले- डिप्रेशन में हूं, कर सकता हूं सुसाइड

कैथल में महाराज शूरसैनी जयंती कार्यक्रम में सैनी समाज के नेता पालाराम को मंच से उतार दिया गया। जिसके बाद पालाराम और उनके समर्थकों ने एक प्रेस कॉनफ्रेंस बुलाई और इस आयोजन पर जमकर हमला बोला। जेजेपी से पूर्व प्रत्याशी पालाराम ने कहा कि इस अपमान के बाद मैं इतना डिप्रेशन में हूं कि रात को सुसाइड भी कर सकता हूं। रविवार को कैथल में आयोजित शूरसैनी जयंती समारोह में समाज के गणमान्य लोगों को स्टेज पर न चढ़ाने को लेकर विवाद हो गया। इसको लेकर पालाराम सैनी ने कहा कि कुछ लोगों ने महाराजा शूरसैनी जयंती समारोह को बेच कर सीएम का अभिनंदन समर बना दिया। पालाराम सैनी ने कहा कि जींद के जवाहर सैनी व कुछ अन्य लोगों ने इस पूरे प्रोग्राम को हाईजैक कर राजनीतिक प्रोग्राम बना दिया। जो लोगों इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए कई दिनों से दिन-रात मेहनत कर रहे थे, उन लोगों को न तो स्टेज पर जगह दी गई और न ही उनके नाम आयोजकों की लिस्ट में डालें गए। इसके अलावा जिन लोगों ने प्रोग्राम के लिए लाखों रुपए का चंदा दिया था, समाज के उन गणमान्य व्यक्तियों को भी स्टेज पर नहीं जाने दिया गया। सैनी समाज के लोगों ने कहा की जब प्रोग्राम सरकारी था, तो फिर लोगों से करोड़ों रुपयों का चंदा क्यों इकट्ठा किया गया। पालाराम लड़ चुके हैं लोकसभा चुनाव
पूरे हरियाणा से लोगों को यह कहकर चंदा लिया गया कि उनको वीआईपी पास दिया जाएगा, जबकि प्रोग्राम में बैठने तक की जगह नहीं थी। उन्होंने कहा कि वह अब इस पूरे प्रोग्राम पर खर्च हुए पैसों का हिसाब लेंगे, यदि आयोजकों ने पैसों का हिसाब नहीं दिया तो जिन लोगों से उन्होंने चंदा इकट्ठा किया है उनका चंदा वापस किया जाएगा।
जननायक जनता पार्टी से कुरुक्षेत्र लोकसभा का चुनाव लड़ चुके पालाराम सैनी ने कहा कि जिस तरह आज उनकी बेइज्जती हुई है, इससे वह बहुत डिप्रेशन में हैं। यदि वह रात को सुसाइड करते हैं, तो इसके जिम्मेवार जींद के जवाहर सैनी, रिंकी सैनी, जग्गा सैनी, और विजय दहिया होगें। इन्होंने पूरे समाज का नाश करने का काम किया। “2.15 लाख चंदा देने वाले नेता को स्टेज पर नहीं दिया चढ़ने”
वहीं मीडिया से बात करते हुए सैनी समाज के नेता पाला राम सैनी ने बताया कि उन्होंने इस प्रोग्राम के लिए सवा दो लाख रुपए का चंदा दिया था, लेकिन जब वह प्रोग्राम में शिरकत करने पहुंचे तो उनको स्टेज पर चढ़ने नहीं दिया गया, उन्होंने बताया कि इस प्रोग्राम का आयोजन कैथल शहर के सैनी समाज के लोगों ने किया था जबकि इस पर जींद जिले के जवाहर सैनी व उनके साथियों ने कब्जा कर लिया, उनको इस बात का दुख है कि उनके साथ सैनी समाज के कई गणमान्य व्यक्तियों को बेइज्जत किया गया है। “जिन गांव से चंदा इकट्ठा किया उन सभी की बुलाएंगे पंचायत”
सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि जब यह प्रोग्राम सरकार द्वारा आयोजित किया गया है तो फिर समाज के लोगों से करोड़ों रुपए का चंदा क्यों इकट्ठा किया गया, अगर चंदा लिया गया तो फिर उन लोगों को मंच पर जगह क्यों नहीं दी गई, वह इस प्रोग्राम पर खर्च हुए एक-एक रुपए का हिसाब लेंगे, इसको लेकर वह उन सभी गांव के गणमान्य व्यक्तियों को बुलाएंगे जिसे उन्होंने इस प्रोग्राम के लिए चंदा इकट्ठा किया था “कुछ जय चंदों ने प्रोग्राम को बेच दिया”
प्रेस वार्ता के दौरान सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि उनके समाज के कुछ जयचंदों ने इस पूरे प्रोग्राम को बेच दिया, यह प्रोग्राम महाराज शूरसैन जयंती समारोह न होकर सीएम का अभिनंदन समर हो बनाया गया, जिन लोगों ने इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए डेढ़ महीने से दिन रात मेहनत की उनमें से किसी को भी स्टेज पर नहीं चढ़ने दिया गया, जिसके मुख्य रचयिता जींद के जवाहर सैनी है। “सैनी समाज के पार्षदों का भी हुआ अपमान”
जानकारी देते हुए सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि उनके सैनिक समाज के कई पार्षदों का नाम तक भी स्टेट से नहीं लिया गया जबकि उन्होंने इसके लिए पहले ही लिस्ट बनाई हुई थी जिनको रातों-रात बदला गया, हम पास के लिए तरसते रहे, लेकिन हमें स्टेज पर नहीं जाने दिया गया। कैथल में महाराज शूरसैनी जयंती कार्यक्रम में सैनी समाज के नेता पालाराम को मंच से उतार दिया गया। जिसके बाद पालाराम और उनके समर्थकों ने एक प्रेस कॉनफ्रेंस बुलाई और इस आयोजन पर जमकर हमला बोला। जेजेपी से पूर्व प्रत्याशी पालाराम ने कहा कि इस अपमान के बाद मैं इतना डिप्रेशन में हूं कि रात को सुसाइड भी कर सकता हूं। रविवार को कैथल में आयोजित शूरसैनी जयंती समारोह में समाज के गणमान्य लोगों को स्टेज पर न चढ़ाने को लेकर विवाद हो गया। इसको लेकर पालाराम सैनी ने कहा कि कुछ लोगों ने महाराजा शूरसैनी जयंती समारोह को बेच कर सीएम का अभिनंदन समर बना दिया। पालाराम सैनी ने कहा कि जींद के जवाहर सैनी व कुछ अन्य लोगों ने इस पूरे प्रोग्राम को हाईजैक कर राजनीतिक प्रोग्राम बना दिया। जो लोगों इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए कई दिनों से दिन-रात मेहनत कर रहे थे, उन लोगों को न तो स्टेज पर जगह दी गई और न ही उनके नाम आयोजकों की लिस्ट में डालें गए। इसके अलावा जिन लोगों ने प्रोग्राम के लिए लाखों रुपए का चंदा दिया था, समाज के उन गणमान्य व्यक्तियों को भी स्टेज पर नहीं जाने दिया गया। सैनी समाज के लोगों ने कहा की जब प्रोग्राम सरकारी था, तो फिर लोगों से करोड़ों रुपयों का चंदा क्यों इकट्ठा किया गया। पालाराम लड़ चुके हैं लोकसभा चुनाव
पूरे हरियाणा से लोगों को यह कहकर चंदा लिया गया कि उनको वीआईपी पास दिया जाएगा, जबकि प्रोग्राम में बैठने तक की जगह नहीं थी। उन्होंने कहा कि वह अब इस पूरे प्रोग्राम पर खर्च हुए पैसों का हिसाब लेंगे, यदि आयोजकों ने पैसों का हिसाब नहीं दिया तो जिन लोगों से उन्होंने चंदा इकट्ठा किया है उनका चंदा वापस किया जाएगा।
जननायक जनता पार्टी से कुरुक्षेत्र लोकसभा का चुनाव लड़ चुके पालाराम सैनी ने कहा कि जिस तरह आज उनकी बेइज्जती हुई है, इससे वह बहुत डिप्रेशन में हैं। यदि वह रात को सुसाइड करते हैं, तो इसके जिम्मेवार जींद के जवाहर सैनी, रिंकी सैनी, जग्गा सैनी, और विजय दहिया होगें। इन्होंने पूरे समाज का नाश करने का काम किया। “2.15 लाख चंदा देने वाले नेता को स्टेज पर नहीं दिया चढ़ने”
वहीं मीडिया से बात करते हुए सैनी समाज के नेता पाला राम सैनी ने बताया कि उन्होंने इस प्रोग्राम के लिए सवा दो लाख रुपए का चंदा दिया था, लेकिन जब वह प्रोग्राम में शिरकत करने पहुंचे तो उनको स्टेज पर चढ़ने नहीं दिया गया, उन्होंने बताया कि इस प्रोग्राम का आयोजन कैथल शहर के सैनी समाज के लोगों ने किया था जबकि इस पर जींद जिले के जवाहर सैनी व उनके साथियों ने कब्जा कर लिया, उनको इस बात का दुख है कि उनके साथ सैनी समाज के कई गणमान्य व्यक्तियों को बेइज्जत किया गया है। “जिन गांव से चंदा इकट्ठा किया उन सभी की बुलाएंगे पंचायत”
सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि जब यह प्रोग्राम सरकार द्वारा आयोजित किया गया है तो फिर समाज के लोगों से करोड़ों रुपए का चंदा क्यों इकट्ठा किया गया, अगर चंदा लिया गया तो फिर उन लोगों को मंच पर जगह क्यों नहीं दी गई, वह इस प्रोग्राम पर खर्च हुए एक-एक रुपए का हिसाब लेंगे, इसको लेकर वह उन सभी गांव के गणमान्य व्यक्तियों को बुलाएंगे जिसे उन्होंने इस प्रोग्राम के लिए चंदा इकट्ठा किया था “कुछ जय चंदों ने प्रोग्राम को बेच दिया”
प्रेस वार्ता के दौरान सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि उनके समाज के कुछ जयचंदों ने इस पूरे प्रोग्राम को बेच दिया, यह प्रोग्राम महाराज शूरसैन जयंती समारोह न होकर सीएम का अभिनंदन समर हो बनाया गया, जिन लोगों ने इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए डेढ़ महीने से दिन रात मेहनत की उनमें से किसी को भी स्टेज पर नहीं चढ़ने दिया गया, जिसके मुख्य रचयिता जींद के जवाहर सैनी है। “सैनी समाज के पार्षदों का भी हुआ अपमान”
जानकारी देते हुए सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि उनके सैनिक समाज के कई पार्षदों का नाम तक भी स्टेट से नहीं लिया गया जबकि उन्होंने इसके लिए पहले ही लिस्ट बनाई हुई थी जिनको रातों-रात बदला गया, हम पास के लिए तरसते रहे, लेकिन हमें स्टेज पर नहीं जाने दिया गया।   हरियाणा | दैनिक भास्कर