हरियाणा के बॉक्सर विजेंदर के पिता का कैंसर से निधन:हिसार के अस्पताल में अंतिम सांस ली; क्वीन विक्टोरिया के यहां अतिथि रह चुके

हरियाणा के बॉक्सर विजेंदर के पिता का कैंसर से निधन:हिसार के अस्पताल में अंतिम सांस ली; क्वीन विक्टोरिया के यहां अतिथि रह चुके

हरियाणा के ओलिंपिक मेडलिस्ट बॉक्सर विजेंदर सिंह के पिता महिपाल सिंह का गुरुवार को निधन हो गया है। वह करीब 7 महीने से कैंसर से पीड़ित थे। उनका हिसार के जिंदल अस्पताल में उपचार चल रहा था। आज जिंदल अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। इसकी जानकारी बॉक्सर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर दी है। उनके पिता हरियाणा रोडवेज में बस ड्रा‌इवर थे। वह वर्ष 2019 में सेवानिवृत्त हुए। कॉमनवेल्थ 2010 में इंग्लैंड में महारानी विक्टोरिया के साथ वह अतिथि रहे और महारानी के साथ भोजन भी किया। इंटरनेशनल बॉक्सर और भाजपा नेता विजेंदर कई बार बता चुके हैं कि उनकी कामयाबी में उनके पिता का बड़ा योगदान रहा है। विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए उन्होंने विजेंदर की परवरिश की। परिवार चलाने के लिए वह ओवर टाइम करते थे, ताकि कुछ ज्यादा पैसे मिल सकें। भिवानी में उनके पैतृक गांव कालूवास में उनका अंतिम संस्कार किया गया। लंदन में बने थे कॉमनवेल्थ गेम्स के अतिथि
महिपाल सिंह बेनीवाल वर्ष 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स के शुभारंभ अवसर पर लंदन में महारानी विक्टोरिया के आमंत्रण पर गेस्ट बनाए गए थे। उस समय कॉमनवेल्थ गेम्स के शुभारंभ पर मेहमान बनने वालों में महिपाल बेनीवाल के साथ एथलीट मिल्खा सिंह, पूर्व क्रिकेटर कपिल देव, तत्कालीन ओलिंपिक संघ के अध्यक्ष राजा रणधीर सिंह भी शामिल थे। गांव कालूवास में हुआ अंतिम संस्कार
महिपाल बेनीवाल का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव कालूवास में किया गया। अंतिम यात्रा में अर्जुन अवॉर्डी DSP जयभगवान, DSP जितेंद्र, नरेंद्र राज गागड़वास, छात्र नेता रजनीश, लेफ्टिनेंट रिंकू बेनीवाल, सेना से रिटायर्ड सूबेदार नरेद्र सिंह, हवलदार सतीश निरंजन और बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। 2019 में राजनीति में आए विजेंदर सिंह
बॉक्सर विजेंदर सिंह ने 2019 में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। पहले ही चुनाव में पार्टी ने उन्हें दक्षिण दिल्ली से मैदान में उतारा। इस चुनाव में उन्हें भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद विजेंदर सिंह राजनीति में उतने एक्टिव नहीं रहे। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए। कॉलेज के दिनों से था मुक्केबाजी का शौक
29 अक्टूबर, 1985 को जन्मे विजेंदर की मां गृहिणी हैं। विजेंदर को कॉलेज के दिनों से ही मुक्केबाजी और कुश्ती का शौक था। वह इसकी प्रैक्टिस भिवानी बॉक्सिंग क्लब में करते थे। उन्होंने प्रशिक्षण भारतीय बॉक्सिंग कोच गुरबख्श सिंह संधू से लिया है। 17 मई, 2011 को विजेंदर ने अर्चना सिंह को हमसफर बनाया। अर्चना दिल्ली की रहने वाली हैं और सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल हैं। बॉलीवुड में भी रहे एक्टिव
विजेंदर सिंह ने फिल्मों में भी हाथ आजमाया है। उन्होंने एक्टर के रूप में बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 13 जून 2014 को रिलीज हुई फिल्म फगली से की थी। हालांकि, उनकी इस फिल्म को औसत रिव्यू मिले थे। इससे पहले 2011 में दक्षिण भारतीय डायरेक्टर आनंद की एक फिल्म को लेकर भी चर्चा शुरू हुई थी, लेकिन बाद में विजेंदर सिंह ने ही इसकी पुष्टि नहीं की। हरियाणा के ओलिंपिक मेडलिस्ट बॉक्सर विजेंदर सिंह के पिता महिपाल सिंह का गुरुवार को निधन हो गया है। वह करीब 7 महीने से कैंसर से पीड़ित थे। उनका हिसार के जिंदल अस्पताल में उपचार चल रहा था। आज जिंदल अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। इसकी जानकारी बॉक्सर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर दी है। उनके पिता हरियाणा रोडवेज में बस ड्रा‌इवर थे। वह वर्ष 2019 में सेवानिवृत्त हुए। कॉमनवेल्थ 2010 में इंग्लैंड में महारानी विक्टोरिया के साथ वह अतिथि रहे और महारानी के साथ भोजन भी किया। इंटरनेशनल बॉक्सर और भाजपा नेता विजेंदर कई बार बता चुके हैं कि उनकी कामयाबी में उनके पिता का बड़ा योगदान रहा है। विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए उन्होंने विजेंदर की परवरिश की। परिवार चलाने के लिए वह ओवर टाइम करते थे, ताकि कुछ ज्यादा पैसे मिल सकें। भिवानी में उनके पैतृक गांव कालूवास में उनका अंतिम संस्कार किया गया। लंदन में बने थे कॉमनवेल्थ गेम्स के अतिथि
महिपाल सिंह बेनीवाल वर्ष 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स के शुभारंभ अवसर पर लंदन में महारानी विक्टोरिया के आमंत्रण पर गेस्ट बनाए गए थे। उस समय कॉमनवेल्थ गेम्स के शुभारंभ पर मेहमान बनने वालों में महिपाल बेनीवाल के साथ एथलीट मिल्खा सिंह, पूर्व क्रिकेटर कपिल देव, तत्कालीन ओलिंपिक संघ के अध्यक्ष राजा रणधीर सिंह भी शामिल थे। गांव कालूवास में हुआ अंतिम संस्कार
महिपाल बेनीवाल का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव कालूवास में किया गया। अंतिम यात्रा में अर्जुन अवॉर्डी DSP जयभगवान, DSP जितेंद्र, नरेंद्र राज गागड़वास, छात्र नेता रजनीश, लेफ्टिनेंट रिंकू बेनीवाल, सेना से रिटायर्ड सूबेदार नरेद्र सिंह, हवलदार सतीश निरंजन और बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। 2019 में राजनीति में आए विजेंदर सिंह
बॉक्सर विजेंदर सिंह ने 2019 में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। पहले ही चुनाव में पार्टी ने उन्हें दक्षिण दिल्ली से मैदान में उतारा। इस चुनाव में उन्हें भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद विजेंदर सिंह राजनीति में उतने एक्टिव नहीं रहे। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए। कॉलेज के दिनों से था मुक्केबाजी का शौक
29 अक्टूबर, 1985 को जन्मे विजेंदर की मां गृहिणी हैं। विजेंदर को कॉलेज के दिनों से ही मुक्केबाजी और कुश्ती का शौक था। वह इसकी प्रैक्टिस भिवानी बॉक्सिंग क्लब में करते थे। उन्होंने प्रशिक्षण भारतीय बॉक्सिंग कोच गुरबख्श सिंह संधू से लिया है। 17 मई, 2011 को विजेंदर ने अर्चना सिंह को हमसफर बनाया। अर्चना दिल्ली की रहने वाली हैं और सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल हैं। बॉलीवुड में भी रहे एक्टिव
विजेंदर सिंह ने फिल्मों में भी हाथ आजमाया है। उन्होंने एक्टर के रूप में बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 13 जून 2014 को रिलीज हुई फिल्म फगली से की थी। हालांकि, उनकी इस फिल्म को औसत रिव्यू मिले थे। इससे पहले 2011 में दक्षिण भारतीय डायरेक्टर आनंद की एक फिल्म को लेकर भी चर्चा शुरू हुई थी, लेकिन बाद में विजेंदर सिंह ने ही इसकी पुष्टि नहीं की।   हरियाणा | दैनिक भास्कर