गुरुग्राम के सोहना में पुलिस ने घरों से मोबाइल चोरी करने वाले गिरोह के 7 सदस्यों को काबू किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 11 मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपियों ने इन मोबाइल को वजीराबाद, बादशाहपुर, इस्लामपुर तथा अन्य स्थानों से चोरी किया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया आरोपियों को पुलिस ने मारुति कुंज से काबू किया है। 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार एसीपी अभी लक्ष्य वर्मा ने बताया कि काफी समय से यह गिरोह मारुति कुंज के आसपास सक्रिय था। कुछ समय पहले उन्होंने मोबाइल चोरी किए थे। वह अब इन मोबाइल को कृष्ण कुंज के समीप बेचने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली। पुलिस ने मौके पर जा कर इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनकी पहचान अंकित उर्फ छोटू निवासी गांव तेनवा जिला रोहताश (बिहार), राजेश अहिरवार निवासी शेरपा जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश), अंकित निवासी गांव अजराना कलां जिला कुरुक्षेत्र, विनोद अहिरवार निवासी गांव सूरजपुर जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) व देवराज निवासी गांव कनवापुर जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) के रूप में हुई। पूछताछ में जुटी पुलिस पुलिस पूछताछ में बताया कि आरोपी वजीराबाद, बादशाहपुर, इस्लामपुर तथा अन्य स्थानों पर घरों से मोबाइल फोन चोरी करते थे। जब लोग घरों का दरवाजा खुला छोड़कर सो जाते हैं। तक ये मोबाइल फोन चोरी करने की वारदातों को अंजाम देते है तथा चोरी किए गए मोबाइल फोन को बेच देते थे। फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जिससे आरोपियों के अन्य साथियों के बारे में पता लगया जा सके। गुरुग्राम के सोहना में पुलिस ने घरों से मोबाइल चोरी करने वाले गिरोह के 7 सदस्यों को काबू किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 11 मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपियों ने इन मोबाइल को वजीराबाद, बादशाहपुर, इस्लामपुर तथा अन्य स्थानों से चोरी किया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया आरोपियों को पुलिस ने मारुति कुंज से काबू किया है। 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार एसीपी अभी लक्ष्य वर्मा ने बताया कि काफी समय से यह गिरोह मारुति कुंज के आसपास सक्रिय था। कुछ समय पहले उन्होंने मोबाइल चोरी किए थे। वह अब इन मोबाइल को कृष्ण कुंज के समीप बेचने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली। पुलिस ने मौके पर जा कर इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनकी पहचान अंकित उर्फ छोटू निवासी गांव तेनवा जिला रोहताश (बिहार), राजेश अहिरवार निवासी शेरपा जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश), अंकित निवासी गांव अजराना कलां जिला कुरुक्षेत्र, विनोद अहिरवार निवासी गांव सूरजपुर जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) व देवराज निवासी गांव कनवापुर जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) के रूप में हुई। पूछताछ में जुटी पुलिस पुलिस पूछताछ में बताया कि आरोपी वजीराबाद, बादशाहपुर, इस्लामपुर तथा अन्य स्थानों पर घरों से मोबाइल फोन चोरी करते थे। जब लोग घरों का दरवाजा खुला छोड़कर सो जाते हैं। तक ये मोबाइल फोन चोरी करने की वारदातों को अंजाम देते है तथा चोरी किए गए मोबाइल फोन को बेच देते थे। फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जिससे आरोपियों के अन्य साथियों के बारे में पता लगया जा सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में हत्या कर शव खेत में फेंका:ज्वार काटने गया किसान तो आई बदबू, आस-पास देखा तो सड़ी हुई लाश मिली
हरियाणा में हत्या कर शव खेत में फेंका:ज्वार काटने गया किसान तो आई बदबू, आस-पास देखा तो सड़ी हुई लाश मिली हरियाणा के सोनीपत में व्यक्ति की हत्या कर शव को ज्वार के खेत में फेंक दिया गया। जब किसान खेत में गया और उसे दुर्गंध आई तो वारदात का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो पाया कि शव पूरी तरह सड़ चुका था। शव के पास से ऐसी कोई चीज नहीं मिली जिससे उसकी पहचान हो सके। पुलिस ने बहालगढ़ थाने में हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। दुर्गंध आने लगी, सड़ी-गली लाश पड़ी थी
सोनीपत के गांव लिवासपुर निवासी बालकिशन ने बताया कि वह खेतीबाड़ी का काम करता है। उसने अपने गांव के जिले सिंह से आधा एकड़ जमीन ठेके पर ली हुई है और ज्वार की फसल बो रखी है। शुक्रवार शाम करीब पांच बजे वह ज्वार काटने के लिए खेत में गया था। ज्वार काटते समय उसे तेज दुर्गंध आने लगी। इसके बाद उसने अंदर जाकर देखा तो वहां एक व्यक्ति की सड़ी-गली लाश पड़ी थी। छिपाने की नीयत से फेंका
बालकिशन ने आसपास के लोगों को बुलाकर मामले की सूचना पुलिस को दी। उसने बताया कि शव को देखकर ऐसा लग रहा है कि किसी ने व्यक्ति की हत्या कर शव को छिपाने की नीयत से ज्वार के खेत में फेंक दिया है। इस व्यक्ति को उसने पहले कभी आसपास के क्षेत्र में नहीं देखा था। सूचना के बाद डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लेने के बाद बहालगढ़ थाना पुलिस को सूचना दी। फोरेंसिक टीम बुलाई, शव अस्पताल भिजवाया
बहालगढ़ थाने के सब इंस्पेक्टर ओम प्रकाश ने बताया कि थाने को डायल 112 टीम से सूचना मिली कि गांव लिवासपुर के खेत में एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है। जब वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो देखा कि शव सड़ी गली हालत में था। वहां गांव का बालकिशन मिला और उसने पूरी बात बताई। इसके बाद फोरेंसिक टीम बुलाई गई। जरूरी कार्रवाई और जांच के बाद शव को सिविल अस्पताल सोनीपत पहुंचाया गया। पुलिस ने धारा 103(1), 238 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
हरियाणा में इनेलो से छिन सकता है सिंबल:वोट शेयर समेत 5 में से एक भी नियम पूरा नहीं, जेजेपी की रहेगी नजर
हरियाणा में इनेलो से छिन सकता है सिंबल:वोट शेयर समेत 5 में से एक भी नियम पूरा नहीं, जेजेपी की रहेगी नजर हरियाणा में पूर्व उपमुख्यमंत्री ताऊ देवीलाल की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) का सिंबल किसी भी समय छीन सकता है। 2029 में इनेलो अपने सिंबल चश्मे पर चुनाव नहीं लड़ पाएगा। लगातार 2 विधानसभा चुनाव में इनेलो के प्रदर्शन को देखते हुए चुनाव आयोग इनेलो का स्थायी सिंबल छीन सकता है। इनेलो को भले ही इस चुनाव में 2 सीटों पर जीत मिली हो, लेकिन पार्टी चुनाव आयोग के सिंबल बचाने के 5 नियमों में से किसी को पूरा नहीं कर पाई। इस बार भी पार्टी को 6 फीसदी से कम वोट मिले। वहीं 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में 2.44% ही वोट हासिल किए थे। इस बारे में जब इनेलो महासचिव अभय चौटाला से बात की तो उन्होंने इसे बकवास बताया। वहीं जननायक जनता पार्टी (JJP) ने 2029 के चुनाव में 5 नियम पूरे नहीं किए तो उनके चुनाव चिह्न चाबी पर संकट पैदा हो सकता है। JJP भी यह प्रयास करेगी कि वह इनेलो के सिंबल को हासिल कर पाए। दुष्यंत चौटाला ने लोकसभा चुनाव के बाद इस ओर इशारा भी किया था। शर्तों को पूरा नहीं कर सकी पार्टी
हरियाणा विधानसभा के स्पेशल सचिव रहे रामनारायण यादव ने बताया कि इनेलो के पास यह अंतिम मौका था। पार्टी चुनाव चिह्न बचाने के लिए चुनाव आयोग के एक्ट 1968 की धारा 6 ए और सी के तहत दी गई शर्तों को पूरा नहीं कर सकी। जजपा के पास एक और मौका
रामनारायण यादव ने बताया कि इनेलो के सिंबल पर जहां खतरा है वहीं JJP के पास अभी 2029 चुनाव तक मौका है। अगर अगले चुनाव में जजपा 5 में से एक भी नियम पूरा नहीं करती है तो उनका भी सिंबल (चाबी का निशान) जा सकता है। जजपा के पास आगामी दो चुनाव हैं। 2029 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में वह अपने सिंबल को बचा सकती है। INSO पर दावा ठोक चुकी जजपा
2019 में विधानसभा चुनाव से पहले डॉ. अजय सिंह चौटाला ने इनेलो से अलग होकर जजपा पार्टी बना ली थी। इनेलो ने इसके बाद स्टूडेंट विंग इंडियन नेशनल स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन (INSO) को भंग करने का ऐलान किया था। जेल से बाहर आने के बाद डॉ. अजय सिंह चौटाला ने कहा था कि मैं INSO का संस्थापक हूं, इसे कोई भंग नहीं कर सकता। इसके बाद जजपा ने INSO पर दावा ठोक दिया था। इनेलो के आगे अस्तित्व बचाने की लड़ाई
कभी हरियाणा की राजनीति की दशा-दिशा तय करने वाली इनेलो के लिए अब अस्तित्व बचाने की चुनौती है। इनेलो के लिए चश्मा चुनाव चिन्ह बचाना ही मुश्किल हो रहा है। जिसके लिए उन्हें इस बार 6% मत हासिल करना इसलिए जरूरी था, लेकिन 4.14 फीसदी वोट ही मिले। ऐसे में सिंबल छिन गया तो इनेलो के लिए मुश्किल हो सकती है। कैसे मिलता है राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा
इसके लिए केंद्रीय चुनाव आयोग के नियम 1968 का पालन किया जाता है। जिसके मुताबिक किसी पार्टी को राष्ट्रीय दल का दर्जा हासिल करने के लिए 4 या उससे ज्यादा राज्यों में लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव लड़ना होता है। इसके साथ ही इन चुनावों में उस पार्टी को कम से कम 6 प्रतिशत वोट हासिल करने होते हैं। चुनाव आयोग राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त पार्टियों को ही बैठक में निमंत्रण देता है। इसके अलावा भी तमाम तरह की सुविधाएं पार्टी को मिलती है। परिवार में आपसी कलह से टूटी थी इनेलो
2018 में परिवार में आपसी कलह के चलते इनेलो में बड़ी टूट हुई थी। अभय चौटाला के भाई अजय चौटाला ने अपने बेटों दुष्यंत और दिग्विजय के अलावा कई अन्य नेताओं के साथ पार्टी को अलविदा कह दिया। इसके बाद हरियाणा में जन नायक जनता पार्टी यानी जजपा का गठन हुआ। अब स्थिति ये है कि हरियाणा में न इनेलो का व्यापक प्रभाव देखने को मिलता है और न ही जजपा का। जजपा और इनेलो में फूट का सबसे ज्यादा फायदा भाजपा और कांग्रेस को हुआ है। पूर्व डिप्टी PM देवीलाल ने बनाई थी INLD
पूर्व डिप्टी PM ताऊ देवीलाल ने 1987 में इंडियन नेशनल लोकदल के नाम से क्षेत्रीय दल बनाया था, जिसके अध्यक्ष अब उनके बेटे व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला हैं। वर्तमान में हरियाणा में इनेलो और जजपा ही दो क्षेत्रीय दल हैं।
रानियां से हटे पॉलिटिकल पोस्टर:नगर पालिका की कार्रवाई; होर्डिंग उतारने के लिए टीम भेजी
रानियां से हटे पॉलिटिकल पोस्टर:नगर पालिका की कार्रवाई; होर्डिंग उतारने के लिए टीम भेजी रानियां में आचार संहिता लागू होने के बाद नगर पालिका ने शहर से पॉलिटिकल पोस्टर हटाने में लग गए है। पालिका ने होर्डिंग को हटाने के लिए टीम का गठन किया। नगर पालिका के कार्यवाहक सचिव गिरधारी लाल ने तुरंत प्रभाव से आदेश जारी करते हुए विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के होर्डिंग उतारने के लिए टीम को भेजी । टीम के इंचार्ज मेजर सिंह ने बताया कि नगर पालिका की स्ट्रीट लाइट और बिजली के पोलो पर काफी होर्डिंग लगे हुए हैं, जिन्हें उतार कर नगर पालिका कब्जे में ले रही हैं। नगर पालिका प्रशासन की ओर से जारी किए गए आदेशों के अनुसार विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के होर्डिंग बैनर, पम्पलेट और झंडे लगाने पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार निर्धारित की गई जगह पर अनुमति लेकर होर्डिंग लगाए जाने की अनुमति दी जाएगी ।