गुरुग्राम में काले रंग के ट्रॉली बैग में मृत मिली महिला की हत्या एक हजार रुपए के झगड़े में की थी। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने खुलासा किया कि दो मई की रात को आरोपी दिनेश के रूम पर प्रवीण उर्फ रिया के बीच रुपए देने को लेकर झगड़ा हो गया था। दोनों ने ड्रिंक कर रखी थी, ऐसे में झगड़ा बढ़ गया और गुस्से में दिनेश ने प्रवीण की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद वह इत्मीनान से मेडिकल स्टोर पर ड्यूटी करने चला गया। शाम को वापस आकर अपने दोस्त को बुलाया और डेडबॉडी को ट्रॉली बैग में पैक करके मोटरसाइकिल पर ले गए और नादर स्कूल के पास फेंक दिया गया। यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए कैसे की युवती की हत्या.. महिला को रात को सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन से रूम पर लाए मृतका की पहचान प्रवीन उर्फ रिया (33) निवासी गांव पारकसरकस, जिला तिलजला पश्चिम-बंगाल के रूप में हुई। वर्तमान में वह नाथुपुर इलाके में किराए के मकान पर रह रही थी। आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले दिनेश कुमार (22) और उत्तराखंड के विप्लव (26) के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि 2 मई की रात लगभग 2:00 बजे युवती रिया आरोपी दिनेश को शहर के सबसे पॉश और नामी इलाके एमजी रोड के सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास मिली थी। दिनेश उसे अपने साथ सिकंदरपुर में अपने किराए के मकान पर ले आया था। पैसे को लेकर हुआ विवाद, मुंह-नाक दबाकर हत्या की पुलिस के मुताबिक, उसी रात दिनेश और रिया ने शराब का सेवन किया। इसके बाद रुपए के लेनदेन को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया। रिया ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की। जब रिया नहीं मानी तो दिनेश ने हाथों से उसका मुंह और नाक दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद वह घबरा गया। वह तुरंत पास में रहने वाले अपने साथी विप्लव के पास पहुंचा और मामले की जानकारी दी। दोस्त के साथ मिलकर ट्रॉली बैग में डेडबॉडी पैक की रात को ही विप्लव दिनेश के रूम पर पहुंचा तो देखा वहां रिया की लाश पड़ी थी। इस पर दोनों ने उसे ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। इसी प्लान के तहत 3 मई की सुबह दोनों अपने काम पर चले गए। काम से लौटने के बाद दिनेश के पास रखे ट्रॉली बैग में डेडबॉडी को पैक करनी शुरू कर दी। ट्रॉली बैग छोटा था, जिसमें रिया की डेडबॉडी फिट नहीं आ रही थी। बैग की चेन बंद नहीं हुई तो दोनों ने उसे सुई-धागे से सिल दिया, ताकि बाहर से डेडबॉडी दिखाई न दे। बाइक पर रखा ट्रॉली बैग, सेक्टर-44 में फेंक आए रिया की डेडबॉडी को ट्रॉली बैग में पैक करने के बाद दोनों ने उसे फेंकने की जगह ढूंढी। गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर नजदीक शिव नादर स्कूल के पास वाली सड़क पर जब दोनों पहुंचे तो यह सुनसान जगह उन्हें ट्रॉली बैग फेंकने के एकदम सही लगी। क्योंकि इस एरिया में सीसीटीवी नहीं लगे थे, आवाजाही भी कम थी। इस पर दोनों वापस सिकंदरपुर में रूम पर गए और वहां से बाइक पर ट्रॉली बैग को लाकर सेक्टर-44 में फेंक दिया। इसके बाद दोनों ने रूम में जाकर शराब पी। CCTV फुटेज के आधार पर आरोपियों तक पहुंची पुलिस पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि मामले को सुलझाने के लिए पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच सेक्टर 40 को दिया था। पुलिस ने इस एरिया से होकर जाने वाले सभी सड़कों पर लगे CCTV कैमरे खंगाले। सिकंदरपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर लगे एक CCTV कैमरे में दो युवक एक बाइक पर ट्रॉली बैग लाते दिखे और फिर बिना बैग के वापस आते दिखे। इस पर बाइक आदी के नंबर नोट कर दोनों युवकों को तक पुलिस पहुंची। फोरेंसिक साक्ष्यों का मिलान किया तो दोनों के ही हत्या करने की बात कन्फर्म हुई। 3 पॉइंट्स में जानिए ट्रॉली बैग मर्डर मिस्ट्री में अब तक क्या हुआ.. 1. शनिवार को महिला ने देखा शव एनजीओ में काम करने वाली महिला ने शनिवार (3 मई) को सबसे पहले सुशांत लोक इलाके में इस काले रंग के ट्राॅली बैग को देखा था। महिला वन विभाग के लिए पौधे लगाने का काम करती है। महिला ने पाया कि बैग में मक्खियां और चींटियां थीं। सुबह 11.30 बजे उसने एनजीओ के लिए ही काम करने वाले अशोक कुमार को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची, बैग खोला और उसमें महिला का शव मिला। उम्र करीब 30-32 साल की बताई गई थी। 2. हत्या से पहले हत्यारों ने दिखाई निर्ममता पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि हत्या कहीं और की गई और उसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए बैग यहां फेंका गया। शव 3 मई को मिला था, इस पर पुलिस ने अंदाजा लगाया कि महिला की हत्या 1 या 2 मई को ही कर दी गई थी। 3. पहचान मिटाने की कोशिश की थी इसके अलावा हत्यारे किसी भी सूरत में महिला की पहचान मिटाना चाहते थे। गले पर लिखा मां का नाम और बाएं हाथ के अंगूठे के पास नंबर ‘8’ के टैटू था। महिला ने एक ब्रेसलेट भी पहना हुआ था। हालांकि उसके कपड़ों में पहचान नहीं हो पाई थी। गुरुग्राम में काले रंग के ट्रॉली बैग में मृत मिली महिला की हत्या एक हजार रुपए के झगड़े में की थी। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने खुलासा किया कि दो मई की रात को आरोपी दिनेश के रूम पर प्रवीण उर्फ रिया के बीच रुपए देने को लेकर झगड़ा हो गया था। दोनों ने ड्रिंक कर रखी थी, ऐसे में झगड़ा बढ़ गया और गुस्से में दिनेश ने प्रवीण की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद वह इत्मीनान से मेडिकल स्टोर पर ड्यूटी करने चला गया। शाम को वापस आकर अपने दोस्त को बुलाया और डेडबॉडी को ट्रॉली बैग में पैक करके मोटरसाइकिल पर ले गए और नादर स्कूल के पास फेंक दिया गया। यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए कैसे की युवती की हत्या.. महिला को रात को सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन से रूम पर लाए मृतका की पहचान प्रवीन उर्फ रिया (33) निवासी गांव पारकसरकस, जिला तिलजला पश्चिम-बंगाल के रूप में हुई। वर्तमान में वह नाथुपुर इलाके में किराए के मकान पर रह रही थी। आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले दिनेश कुमार (22) और उत्तराखंड के विप्लव (26) के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि 2 मई की रात लगभग 2:00 बजे युवती रिया आरोपी दिनेश को शहर के सबसे पॉश और नामी इलाके एमजी रोड के सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास मिली थी। दिनेश उसे अपने साथ सिकंदरपुर में अपने किराए के मकान पर ले आया था। पैसे को लेकर हुआ विवाद, मुंह-नाक दबाकर हत्या की पुलिस के मुताबिक, उसी रात दिनेश और रिया ने शराब का सेवन किया। इसके बाद रुपए के लेनदेन को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया। रिया ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की। जब रिया नहीं मानी तो दिनेश ने हाथों से उसका मुंह और नाक दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद वह घबरा गया। वह तुरंत पास में रहने वाले अपने साथी विप्लव के पास पहुंचा और मामले की जानकारी दी। दोस्त के साथ मिलकर ट्रॉली बैग में डेडबॉडी पैक की रात को ही विप्लव दिनेश के रूम पर पहुंचा तो देखा वहां रिया की लाश पड़ी थी। इस पर दोनों ने उसे ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। इसी प्लान के तहत 3 मई की सुबह दोनों अपने काम पर चले गए। काम से लौटने के बाद दिनेश के पास रखे ट्रॉली बैग में डेडबॉडी को पैक करनी शुरू कर दी। ट्रॉली बैग छोटा था, जिसमें रिया की डेडबॉडी फिट नहीं आ रही थी। बैग की चेन बंद नहीं हुई तो दोनों ने उसे सुई-धागे से सिल दिया, ताकि बाहर से डेडबॉडी दिखाई न दे। बाइक पर रखा ट्रॉली बैग, सेक्टर-44 में फेंक आए रिया की डेडबॉडी को ट्रॉली बैग में पैक करने के बाद दोनों ने उसे फेंकने की जगह ढूंढी। गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर नजदीक शिव नादर स्कूल के पास वाली सड़क पर जब दोनों पहुंचे तो यह सुनसान जगह उन्हें ट्रॉली बैग फेंकने के एकदम सही लगी। क्योंकि इस एरिया में सीसीटीवी नहीं लगे थे, आवाजाही भी कम थी। इस पर दोनों वापस सिकंदरपुर में रूम पर गए और वहां से बाइक पर ट्रॉली बैग को लाकर सेक्टर-44 में फेंक दिया। इसके बाद दोनों ने रूम में जाकर शराब पी। CCTV फुटेज के आधार पर आरोपियों तक पहुंची पुलिस पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि मामले को सुलझाने के लिए पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच सेक्टर 40 को दिया था। पुलिस ने इस एरिया से होकर जाने वाले सभी सड़कों पर लगे CCTV कैमरे खंगाले। सिकंदरपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर लगे एक CCTV कैमरे में दो युवक एक बाइक पर ट्रॉली बैग लाते दिखे और फिर बिना बैग के वापस आते दिखे। इस पर बाइक आदी के नंबर नोट कर दोनों युवकों को तक पुलिस पहुंची। फोरेंसिक साक्ष्यों का मिलान किया तो दोनों के ही हत्या करने की बात कन्फर्म हुई। 3 पॉइंट्स में जानिए ट्रॉली बैग मर्डर मिस्ट्री में अब तक क्या हुआ.. 1. शनिवार को महिला ने देखा शव एनजीओ में काम करने वाली महिला ने शनिवार (3 मई) को सबसे पहले सुशांत लोक इलाके में इस काले रंग के ट्राॅली बैग को देखा था। महिला वन विभाग के लिए पौधे लगाने का काम करती है। महिला ने पाया कि बैग में मक्खियां और चींटियां थीं। सुबह 11.30 बजे उसने एनजीओ के लिए ही काम करने वाले अशोक कुमार को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची, बैग खोला और उसमें महिला का शव मिला। उम्र करीब 30-32 साल की बताई गई थी। 2. हत्या से पहले हत्यारों ने दिखाई निर्ममता पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि हत्या कहीं और की गई और उसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए बैग यहां फेंका गया। शव 3 मई को मिला था, इस पर पुलिस ने अंदाजा लगाया कि महिला की हत्या 1 या 2 मई को ही कर दी गई थी। 3. पहचान मिटाने की कोशिश की थी इसके अलावा हत्यारे किसी भी सूरत में महिला की पहचान मिटाना चाहते थे। गले पर लिखा मां का नाम और बाएं हाथ के अंगूठे के पास नंबर ‘8’ के टैटू था। महिला ने एक ब्रेसलेट भी पहना हुआ था। हालांकि उसके कपड़ों में पहचान नहीं हो पाई थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
