गुरदासपुर के काहनूवान ब्लॉक के गांव भट्टियां मे किसानों द्वारा तेंदुआ जैसा जानवर देखे जाने की खबर के बाद इलाके में दहशत का माहौल बना है। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और इस जानवर की तलाश शुरू कर दी। वन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि यह तेंदुआ नहीं बल्कि जंगली बिल्ला है। गांव भाटियां निवासी किसान मंजीत सिंह ने बताया कि वह अपने खेतों में पशुओं के लिए चारा लेने गया था। उसने देखा कि उसके पानी भरे खेत में कोई जानवर बैठा है। पहली नजर में उसे लगा कि शायद कोई आवारा कुत्ता उसके खेत में बैठा है। जब उसने कुत्ते को भगाने के लिए दोनों हाथों से ताली बजाई, इसी बीच जानवर ने अपना सिर घुमाया और उसकी तरफ देखा, तो किसान डर गया क्योंकि यह तेंदुआ था। गुरुद्वारा साहिब से कराया एनाउंसमेंट मंजीत सिंह ने बताया कि वह तुरंत अपने गांव लौटे और मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव की पंचायत को सूचित किया और गांव के गुरुद्वारा साहिब के स्पीकर से गांव के लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया। मंजीत सिंह ने बताया कि गांव की पंचायत ने इस संबंध में संबंधित विभाग को सूचित किया, जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जानवर के पैरों के निशान और अन्य जानकारी हासिल की। वन विभाग के अधिकारी सचिन का कहना है कि जांच के बाद ऐसा लग रहा है कि यह जंगली बिल्ला है, तेंदुआ नहीं और इसे पकड़ने के लिए काम किया जा रहा है। गुरदासपुर के काहनूवान ब्लॉक के गांव भट्टियां मे किसानों द्वारा तेंदुआ जैसा जानवर देखे जाने की खबर के बाद इलाके में दहशत का माहौल बना है। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और इस जानवर की तलाश शुरू कर दी। वन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि यह तेंदुआ नहीं बल्कि जंगली बिल्ला है। गांव भाटियां निवासी किसान मंजीत सिंह ने बताया कि वह अपने खेतों में पशुओं के लिए चारा लेने गया था। उसने देखा कि उसके पानी भरे खेत में कोई जानवर बैठा है। पहली नजर में उसे लगा कि शायद कोई आवारा कुत्ता उसके खेत में बैठा है। जब उसने कुत्ते को भगाने के लिए दोनों हाथों से ताली बजाई, इसी बीच जानवर ने अपना सिर घुमाया और उसकी तरफ देखा, तो किसान डर गया क्योंकि यह तेंदुआ था। गुरुद्वारा साहिब से कराया एनाउंसमेंट मंजीत सिंह ने बताया कि वह तुरंत अपने गांव लौटे और मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव की पंचायत को सूचित किया और गांव के गुरुद्वारा साहिब के स्पीकर से गांव के लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया। मंजीत सिंह ने बताया कि गांव की पंचायत ने इस संबंध में संबंधित विभाग को सूचित किया, जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जानवर के पैरों के निशान और अन्य जानकारी हासिल की। वन विभाग के अधिकारी सचिन का कहना है कि जांच के बाद ऐसा लग रहा है कि यह जंगली बिल्ला है, तेंदुआ नहीं और इसे पकड़ने के लिए काम किया जा रहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
कठपुतली डिजाइन में पाया पहला स्थान
कठपुतली डिजाइन में पाया पहला स्थान लुधियाना| आरएस मॉडल स्कूल के स्टूडेंट्स ने रायन इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित इंटर स्कूल कंपीटिशन जंक बॉक्स प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। जिसका उद्देश्य अपशिष्ट पदार्थों को नवीन उत्कृष्ट कृतियों में बदलना था। इस प्रतियोगिता के अंतर्गत होम डेकोर, सेल्फी प्वाइंट, ट्राइबल ज्वैलरी और पपेट डिजाइंस आदि कई गतिविधियां शामिल थी, जिसमें आरएस मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के नौवीं से बारहवीं के स्टूडेंट्स ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। गृह सजावट श्रेणी में कृष्णा, आर्यन, राहुल, शोएब और मानव ने तीसरा स्थान, सेल्फी प्वाइंट श्रेणी में अर्शप्रीत, पुनीत, गुरलीन, शिखा, वंदना ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। आदिवासी आभूषण निर्माण कला में चेतना, भूमिका, रिमल, दीपिका, रिचू ने तीसरा स्थान प्राप्त किया और कठपुतली डिजाइन श्रेणी में करतार, गुरप्रीत, साक्षी, अनमोल और नेहा ने पहला स्थान लिया। वहीं, स्कूल की टीम ने रनिंग ट्रॉफी भी अपने नाम की। प्रिंसिपल डॉ. संजीव चंदेल ने सभी प्रतिभागियों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि पर व स्कूल का नाम रोशन करने पर बधाई दी।
अमृतपाल सिंह को लेकर अमेरिका में पैरवी:भारतीय मूल के सिख वकील ने की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात, गिरफ्तारी को बताया गलत
अमृतपाल सिंह को लेकर अमेरिका में पैरवी:भारतीय मूल के सिख वकील ने की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात, गिरफ्तारी को बताया गलत असम की डिब्रूगढ़ जेल से लोकसभा का चुनाव जीतने वाले खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह को जेल से बाहर निकालने के लिए अमेरिका में रहने वाले एक सीख वकील ने उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की है। भारतीय मुल के अमेरिका में रहने वाले सिख वकील जसप्रीत सिंह द्वारा हैरिस से लेकर अमृतपाल सिंह की रिहाई की मांग की गई है। वकील ने अमृतपाल को जेल से बाहर निकलाने के लिए यूएसए से मांग कि है कि वह अपना हस्तक्षेप करे, जिससे अमृतपाल को इंसाफ मिल सके। वकील ने अमृतपाल की गिरफ्तारी को बताया गलत अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मिलकर वकील जसप्रीत सिंह ने कहा- अमृतपाल की गिरफ्तारी भारत में गलत ढ़ंग से की गई है। अमृतपाल इलेक्शन लड़ने के बाद चुनाव गया एक सिख नेता है। जिसे भारत में अवैध रूप से हिरासत में रखा गया है। अमेरिका भारत सरकार से मामले में अमृतपाल की रिहाई पर बातचीत करे। कौन है अमृतपाल सिंह, उसका सारा बैकग्राउंड अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लू खेड़ा गांव के रहने वाले हैं। अमृतपाल दुबई में रहते थे। वे लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटे। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे के चीफ बन गए। इसके बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसी दौरान अमृतपाल ने नशा छुड़ाओ मुहिम भी शुरू की। हालांकि इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया। अमृतपाल की जीत कैसे हुई? अमृतपाल को असम जेल भेजने को लेकर पंजाब में अंदरखाते विरोध शुरू हुआ। इसके बाद अचानक अमृतपाल ने चुनाव लड़ने का फैसला ले लिया। अमृतपाल ने जेल में रहकर अपना नामांकन भरा। अमृतपाल ने कोई प्रचार नहीं किया। अमृतपाल के माता-पिता ने पूरी कमान संभाली। अमृतपाल को लेकर युवाओं में पंजाब की AAP सरकार के प्रति भारी नाराजगी थी। इसी वजह से अमृतपाल को खडूर साहिब सीट पर युवाओं का खूब समर्थन मिला। युवाओं ने अमृतपाल की गैरमौजूदगी में खुद प्रचार कर वोटिंग कराई। जिसके बाद अमृतपाल को जीत मिल गई। बता दें कि फरीदकोट सीट से खालिस्तान समर्थक और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले बेअंत सिंह के पोते सर्बजीत सिंह खालसा भी चुनाव जीते हैं।
फतेहगढ़ साहिब में करंट से आंगनवाड़ी वर्कर की मौत:पंखे की तार से लोहे के दरवाजे में आया करंट, पति-बेटा गए थे काम पर
फतेहगढ़ साहिब में करंट से आंगनवाड़ी वर्कर की मौत:पंखे की तार से लोहे के दरवाजे में आया करंट, पति-बेटा गए थे काम पर फतेहगढ़ साहिब के गांव पीरजैन में करंट लगने से आंगनवाड़ी वर्कर की मौत हो गई। पंखे की तार से लोहे के दरवाजे में करंट आया तो महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान 60 वर्षीय सुरिंदर कौर के तौर पर हुई। थाना बडाली आला सिंह की पुलिस ने नए कानून बीएनएसएस की धारा 194 के तहत कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के बाद शव वारिसों के हवाले कर दिया। गर्मी से राहत को बाहर लगाया था पंखा सुरिंदर कौर के पति मलागर सिंह और बेटा काम पर गए थे। गर्मी ज्यादा होने के चलते उसने टेबल फैन मेन दरवाजे में से तार निकालकर बाहर लगाया था। इसी बीच जब सुरिंदर कौर काम करने के लिए अंदर जाने लगी तो दरवाजे को हाथ लगाने पर करंट की चपेट में आ गई। वह दरवाजे के साथ ही चिपक गई। जब एक अन्य महिला ने आकर उसे हाथ लगाया तो उसे भी करंट लगा। तभी लोग इकट्ठे हुए तो देखा कि दरवाजे से तार कटने से करंट आया। जिसके बाद सुरिंदर कौर की मौत हो गई। हादसे की जांच कर रहे एएसआई बलविंदर सिंह ने कहा कि मृतका के पति मलागर सिंह के बयानों पर कार्रवाई की गई।