भारत में विभिन्न स्थानों पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटनाओं को लेकर सिख समुदाय में गहरा आक्रोश व्याप्त है। इसे लेकर आज श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के सदस्यों ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सचिव को एक मांग पत्र सौंपा और सख्त चेतावनी दी कि यदि बेअदबी की घटनाओं पर तुरंत प्रभावी रोक नहीं लगाई गई तो SGPC दफ्तर के बाहर स्थायी धरना शुरू किया जाएगा। सत्कार कमेटी के वरिष्ठ नेता बलबीर सिंह मुच्छल आरोप लगाया कि जब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप थोड़े पुराने हो जाते हैं, तो SGPC द्वारा श्री गोइंदवाल साहिब और दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा देहरादून में स्थित अंगीठा साहिब में उन्हें अग्नि भेंट कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि किसी स्वरूप के केवल दो अंग (पृष्ठ) भी खराब होते हैं, तो पूरे स्वरूप को अग्नि भेंट करना सरासर गलत है। इसके बजाय ऐसे स्वरूपों की मरम्मत कर उन्हें पुनः प्रकाशित किया जाना चाहिए। संस्थागत स्तर पर भी हो रही बेअदबी बलबीर सिंह मुच्छल ने आगे कहा कि जहां एक ओर बाहरी तत्व गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी कर रहे हैं, वहीं कुछ धार्मिक संस्थान भी इस अपराध में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई बार शादियों के कार्ड, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और गाड़ियों के पीछे गुरबाणी की पवित्र पंक्तियां लिख दी जाती हैं, जो कि भी एक प्रकार की बेअदबी है और इस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। SGPC पर कार्रवाई की चेतावनी सत्कार कमेटी ने स्पष्ट किया कि अगर SGPC और अन्य संबंधित संस्थाएं श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामलों पर अंकुश लगाने में विफल रहीं, तो मजबूरन आने वाले समय में SGPC मुख्यालय के बाहर स्थायी प्रदर्शन किया जाएगा, जो तब तक चलेगा जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं। भारत में विभिन्न स्थानों पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटनाओं को लेकर सिख समुदाय में गहरा आक्रोश व्याप्त है। इसे लेकर आज श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के सदस्यों ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सचिव को एक मांग पत्र सौंपा और सख्त चेतावनी दी कि यदि बेअदबी की घटनाओं पर तुरंत प्रभावी रोक नहीं लगाई गई तो SGPC दफ्तर के बाहर स्थायी धरना शुरू किया जाएगा। सत्कार कमेटी के वरिष्ठ नेता बलबीर सिंह मुच्छल आरोप लगाया कि जब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप थोड़े पुराने हो जाते हैं, तो SGPC द्वारा श्री गोइंदवाल साहिब और दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा देहरादून में स्थित अंगीठा साहिब में उन्हें अग्नि भेंट कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि किसी स्वरूप के केवल दो अंग (पृष्ठ) भी खराब होते हैं, तो पूरे स्वरूप को अग्नि भेंट करना सरासर गलत है। इसके बजाय ऐसे स्वरूपों की मरम्मत कर उन्हें पुनः प्रकाशित किया जाना चाहिए। संस्थागत स्तर पर भी हो रही बेअदबी बलबीर सिंह मुच्छल ने आगे कहा कि जहां एक ओर बाहरी तत्व गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी कर रहे हैं, वहीं कुछ धार्मिक संस्थान भी इस अपराध में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई बार शादियों के कार्ड, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और गाड़ियों के पीछे गुरबाणी की पवित्र पंक्तियां लिख दी जाती हैं, जो कि भी एक प्रकार की बेअदबी है और इस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। SGPC पर कार्रवाई की चेतावनी सत्कार कमेटी ने स्पष्ट किया कि अगर SGPC और अन्य संबंधित संस्थाएं श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामलों पर अंकुश लगाने में विफल रहीं, तो मजबूरन आने वाले समय में SGPC मुख्यालय के बाहर स्थायी प्रदर्शन किया जाएगा, जो तब तक चलेगा जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं। पंजाब | दैनिक भास्कर
