ओलंपियन विनेश फोगाट आज शुक्रवार गोल्डन टेंपल में माथा टेकने पहुंची। ओलिंपिक्स 2024 में पदक से चूकी विनेश ने गोल्डन टेंपल में माथा टेक गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त किया। इतना ही नहीं, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की तरफ से विनेश को सम्मानित किया गया। श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से विनेश को गोल्डन टेंपल का मॉडल देकर सम्मानित किया गया है। विनेश ने गोल्डन टेंपल में पहुंचकर कहा कि यहां आना उनका सपना था, जो आज पूरा हुआ है। वो हमेशा से यहां आना चाहती थी। गुरु साहिब ने आज उन्हें बुलाया तो वो पहुंची हैं। उन्होंने सब अपनों के भले के लिए अरदास की और कहा कि जैसे अब तक परमात्मा ने उन्हें सही दिशा दिखाई है वैसे आगे भी दिखाते रहें और वो भी मानवता की भलाई के लिए काम करती रहें। परिवार के साथ टेका माथा विनेश ने अपने परिवार के साथ गोल्डन टेंपल में माथा टेका है। उनके पति सोमवीर राठी भी साथ थे। इसके अलावा परिवार के अन्य सदस्यों ने भी माथा टेका। उन्होंने गोल्डन टेंपल में परिक्रमा की और कुछ देर मुख्य गुरुघर में बैठ कीर्तन भी सुना। ओलिंपिक्स 2024 के बाद पहला पंजाब दौरा 29 साल की रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक से अयोग्य होने के बाद पंजाब में पहला दौरा किया है। पेरिस ओलिंपिक के दौरान विनेश 7 अगस्त को फाइनल से ठीक पहले 100 ग्राम ओवरवेट होने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गई थीं। विनेश ने ओलिंपिक्स के बाद पहली प्रतिक्रिया में कहा था- ‘जो पेरिस में हुआ अगर वो न होता तो मैं ओलिंपिक 2032 तक खेलती, क्योंकि मेरे अंदर लड़ने की भावना और कुश्ती हमेशा रहेगी। मुझे नहीं पता कि भविष्य क्या है और मेरे लिए सफर में आगे क्या होगा, लेकिन एक बात पक्की है कि मैं हमेशा उस बात के लिए लड़ती रहूंगी, जो मुझे सही लगती है।’ ओलंपियन विनेश फोगाट आज शुक्रवार गोल्डन टेंपल में माथा टेकने पहुंची। ओलिंपिक्स 2024 में पदक से चूकी विनेश ने गोल्डन टेंपल में माथा टेक गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त किया। इतना ही नहीं, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की तरफ से विनेश को सम्मानित किया गया। श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से विनेश को गोल्डन टेंपल का मॉडल देकर सम्मानित किया गया है। विनेश ने गोल्डन टेंपल में पहुंचकर कहा कि यहां आना उनका सपना था, जो आज पूरा हुआ है। वो हमेशा से यहां आना चाहती थी। गुरु साहिब ने आज उन्हें बुलाया तो वो पहुंची हैं। उन्होंने सब अपनों के भले के लिए अरदास की और कहा कि जैसे अब तक परमात्मा ने उन्हें सही दिशा दिखाई है वैसे आगे भी दिखाते रहें और वो भी मानवता की भलाई के लिए काम करती रहें। परिवार के साथ टेका माथा विनेश ने अपने परिवार के साथ गोल्डन टेंपल में माथा टेका है। उनके पति सोमवीर राठी भी साथ थे। इसके अलावा परिवार के अन्य सदस्यों ने भी माथा टेका। उन्होंने गोल्डन टेंपल में परिक्रमा की और कुछ देर मुख्य गुरुघर में बैठ कीर्तन भी सुना। ओलिंपिक्स 2024 के बाद पहला पंजाब दौरा 29 साल की रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक से अयोग्य होने के बाद पंजाब में पहला दौरा किया है। पेरिस ओलिंपिक के दौरान विनेश 7 अगस्त को फाइनल से ठीक पहले 100 ग्राम ओवरवेट होने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गई थीं। विनेश ने ओलिंपिक्स के बाद पहली प्रतिक्रिया में कहा था- ‘जो पेरिस में हुआ अगर वो न होता तो मैं ओलिंपिक 2032 तक खेलती, क्योंकि मेरे अंदर लड़ने की भावना और कुश्ती हमेशा रहेगी। मुझे नहीं पता कि भविष्य क्या है और मेरे लिए सफर में आगे क्या होगा, लेकिन एक बात पक्की है कि मैं हमेशा उस बात के लिए लड़ती रहूंगी, जो मुझे सही लगती है।’ पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अयोध्या राम मंदिर स्थापना दिवस पर श्रीरामचरितमानस के पाठ
अयोध्या राम मंदिर स्थापना दिवस पर श्रीरामचरितमानस के पाठ भास्कर न्यूज | अमृतसर अयोध्या राम मंदिर के पहले स्थापना दिवस पर शिवाला बाग भाइयां में शनिवार को श्रीरामचरितमानस पाठ किए गए। मंदिर ट्रस्टी और प्रधान जतिंदर अरोड़ा और महासचिव संजय अरोड़ा की अध्यक्षता में किए श्रीरामचरितमानस पाठ के बाद हनुमान चालीसा पाठ किए। मंदिर के पंडितों की ओर से सुबह भगवान का पंचामृत स्नान करवाया गया। जिसमें दुध, दही, गंगाजल, शहद, देसी घी डाला गया। इसके बाद भगवान को सुंदर वस्त्र धारण करवा कर आरती की गई। पंडितों ने मंत्रोच्चारण के बाद श्रीरामचरितमानस और हनुमान चालीसा का पाठ किया। पंडितों की ओर से मंत्रोच्चारण करके पवित्र ज्योति जलाई। इसके बाद भक्तों की ओर से हरिनाम संकीर्तन किया गया। गणेश वंदना से शुरू किए संकीर्तन के बाद कई भजन गाए गए। इसी दौरान भगवान को छप्पन प्रकार के भोग लगाकर उसका प्रसाद बांटा गया। इस मौके पर अश्वनी शर्मा, बलदेव राज बग्गा पंडित कन्हैया शास्त्री समेत भक्तजन मौजूद थे।
बठिंडा में ट्रेन पटरी से उतारने की साजिश:रेलवे ट्रैक पर सरियों का बंडल रखा; स्पीड कम थी, ड्राइवर ने देखा तो हादसा टला
बठिंडा में ट्रेन पटरी से उतारने की साजिश:रेलवे ट्रैक पर सरियों का बंडल रखा; स्पीड कम थी, ड्राइवर ने देखा तो हादसा टला पंजाब में कुछ असामाजिक तत्वों ने आज चलती रेल को पटरी से उतारने की कोशिश की है। उन्होंने पटरी पर लोहे के कई सरिये रख दिए, जिससे ट्रेन का बैलेंस बिगड़ जाए और रेलगाड़ी बेपटरी हो जाए। हालांकि, ट्रेन के ड्राइवर की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। ड्राइवर ने समय रहते ट्रेन को रोक लिया और RPF को सूचना दी। सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारी, रेलवे पुलिस और जिला पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। ट्रेन की स्पीड कम होने से टला हादसा
गेट मेन कृष्ण मीना के अनुसार, आज सुबह करीब 3 बजे बठिंडा के बंगी नगर के पास एक बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां दिल्ली की तरफ से एक मालगाड़ी आ रही थी। उसकी स्पीड कम थी, इसलिए गाड़ी के पायलट की नजर अचानक से रेलवे ट्रैक पर रखी किसी वस्तु पर पड़ी। इसके बाद ड्राइवर ने समय रहते रेलगाड़ी में ब्रेक लगा दिए। जब उसने गाड़ी से उतरकर पैदल जाकर आगे देखा तो वहां ट्रैक पर कुछ सरिये पड़े थे। ड्राइवर ने उन सरियों को एक तरफ किया और RPF को साजिश के बारे में अवगत कराया। अधिकारियों के साथ GRP ने मौके पर पहुंचकर देखा कि रेलवे ट्रैक के बीच में किसी ने मोटे सरिया रखे थे। इसके बाद रेल गाड़ी को डिरेल करने की साजिश का खुलासा हुआ। इस रुकावट के कारण वह रेलगाड़ी अपने निर्धारित समय से करीब 1 घंटा लेट हुई। जब सब कुछ ठीक लगा तो अधिकारियों ने गाड़ी को रवाना कर दिया। लूट के मकसद से ट्रैक पर सरिया रखने का शक
वहीं, बठिंडा में शिरोमणि अकाली दल के वार्ड इंचार्ज गौतम मसीह ने कहा कि सुबह उन्हें पता चला कि बठिंडा-दिल्ली रेलवे मार्ग पर किसी चोर ने सरिया रख दिए गए हैं। इसके कारण रेलगाड़ी का बड़ा नुकसान हो सकता था, लेकिन समय पर सरिया का पता चलने पर पायलट ने गाड़ी रोककर इसकी सूचना रेलवे अधिकारियों को दी। वह मामले की जांच कर रहे हैं। गौतम ने कहा, ‘इस रेलवे ट्रैक पर जब गाड़ी धीरे होती है तो आए दिन यहां लूटपाट की घटनाएं होती हैं। आवारा लड़के अक्सर इस रेलवे ट्रैक पर घूमते हुए नजर आते हैं। रेलवे जंक्शन नजदीक होने के कारण और सिग्नल न मिलने के कारण जब रेल यहां पर धीरे होती है तो युवक यहां लूटपाट करते हैं। हो सकता है कि लूट के मकसद से ही ट्रैक पर सरिया रखे गए हों। मेरी प्रशासन से मांग है कि यहां सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जाएं।’ इन स्थानों पर भी रेलगाड़ी डिरेल करने की कोशिश… देश में लगातार हो रहीं ट्रेन से संबंधित घटनाएं
कुछ ही समय में देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार रेलगाड़ियों से जुड़ीं दुर्घटनाएं सामने आ रही हैं। आज ही उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रयागराज से भूसावल जा रही मालगाड़ी गोविंदपुरी के पास डिरेल हो गई। इसी बीच लोको पायलट ने अपनी सूझबूझ के साथ इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को तुरंत ही वहीं पर रोक दिया। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। इस मामले में रेलवे की एक टीम तकनीकी जांच कर रही हैं। आखिर पटरी से डिब्बे कैसे उतरे? कानपुर में ट्रैक पर सिलेंडर मिले
वहीं, कानपुर में ही प्रेमपुर स्टेशन के पास JTTN गुड्स ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची गई। ट्रैक पर एक छोटा सिलेंडर रखा मिला। रविवार सुबह करीब 6 बजे लूप लाइन पर लोको पायलट ने सिलेंडर देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को सिलेंडर से 10 फीट पहले ही रोक लिया। देश में ट्रेन को बेपटरी करने की यह 57 दिन में 23वीं कोशिश थी। इससे पहले 20 सितंबर को सूरत में रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ की गई थी। इस मामले की जांच NIA को सौंपी गई। वहीं, 18 सितंबर को मध्य प्रदेश के नेपानगर में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर बिछाए गए थे। इससे आर्मी अफसरों की ट्रेन को बेपटरी करने की कोशिश की गई। हालांकि, रेलवे अधिकारी अलर्ट हो गए थे। उन्होंने ट्रेन रुकवा दी थी।
पंजाब यूनिवर्सिटी बिक्रम मजीठिया:बोले- सीनेट चुनाव और हरियाणा विधानसभा भवन को लेकर सेशन पंजाब सरकार, वरना केंद्र सरकार से सेटिंग है
पंजाब यूनिवर्सिटी बिक्रम मजीठिया:बोले- सीनेट चुनाव और हरियाणा विधानसभा भवन को लेकर सेशन पंजाब सरकार, वरना केंद्र सरकार से सेटिंग है शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने मंगलवार को पंजाब यूनिवर्सिटी में पहुंचे। इस दौरान वह सीनेट चुनाव करवाने को लेकर एक महीने में चल रहे संघर्ष में शामिल हुए थे। जहां उन्होंने केंद्र की भाजपा और पंजाब सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव और हरियाणा को विधानसभा के लिए चंडीगढ़ में जगह देने के मामले में तुरंत विधानसभा सेशन बुलाना चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो समझ लिया जाएगा कि पंजाब सरकार की केंद्र सरकार से सेटिंग हुई है। अधिकार छीनने हैं तो फिर संविधान का महत्व नहीं रह जाता इस मौके मजीठिया ने अपने हाथ में संविधान की कॉपी लेकर आए थे। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने इसे फोटो अवसर बनाकर छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी पर पंजाब का हक है। अगर सच में बीजेपी संविधान को समर्पित है तो वह पंजाब के अधिकार नहीं छीन सकती हैं। अगर आप ने तानाशाही ही करनी है तो ऐसे में इंडिया और पाकिस्तान में कोई अंतर नहीं रह जाता है। ऐसे में संविधान और शहीदों की शहादत का कोई मतलब नहीं रह जाता है। उन्होंने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी में सीनेट चुनाव करवाए जाने चाहिए। लंबे समय से भाजपा पंजाब के हितों का हनन कर रही है। चाहे वह पंजाब का पानी का मुद्दा, बीबीएमबी का मुद्दा, चंडीगढ़ में 60: 40 के अनुपात से अवसरों की नियुक्ति हो या फिर कोई अन्य मौका। सब जगह केंद्र ने पंजाब के साथ धक्का किया है। स्टूडेंट्स पर दर्ज केस कैंसिल हो मजीठिया ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव को लेकर संघर्ष पर चल रहे स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी कैंपस में अपने सीएम कुछ दिन पहले मिलने जा रहे थे। लेकिन उन पर पर्चा दर्ज कर दिया गया। करीब 15 स्टूडेंट्स पर पर्चा दर्ज किया है, जो पूरी तरह से गलत है। बच्चे पंजाब के सीएम से बात नहीं करेंगे तो किससे बात करेंगे। उन्होंने कहा कि यह पर्चा वापस होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह पर्चा वापस नहीं हुआ तो समझ जाएगा कि जैसे किसान आंदोलन के समय लोगों की आवाज दबाने की कोशिश की गई थी। वैसे ही अब यह कोशिश की जा रही है।