हरियाणा के सोनीपत मे बीती रात को रोड़ पर दौड़ रहे एक हाइवा ट्रक के दो टायरों में आग लग गई। राहगीर ने इसको लेकर ड्राइवर को जानकारी दी तो वह ट्रक को रोक कर नीचे उतर आया। कुछ देर में आग ज्यादा फैल गई। सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाने तक दोनों टायर पूरी तरह से जल गए थे। गनीमत रही कि आग को ट्रक के दूसरे हिस्से में जाने से रोक दिया गया। जानकारी के अनुसार बरवाला से राख लेकर एक हावा ट्रक रात को पानीपत जा रहा था। ट्रक गोहाना में जींद रोड पर बने फ्लाइओवर पर चढ़ने लगा तो इसके पीछे के टायर में आग लग गई। ट्रक ड्राइवर को इसका पता नहीं चला। इस बीच आ रहे एक एक व्यक्ति ने ट्रक में आग लगने की सूचना ट्रक के ड्राइवर को दी। इसके बाद उसने ट्रक को फ्लाई ओवर पर ही रोक दिया। देखें ट्रक में लगी आग के कुछ PHOTOS… ट्रक ड्राइवर ने इसके बाद 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। इस बीच मौके पर भीड़ लग गई। लोगों ने रेत डाल कर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हुए। आग लगातार बढ़ती गई। इसके बाद पुलिस ने फायर ब्रिगेड को सूचना देकर मौके पर भेजा। फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। हरियाणा के सोनीपत मे बीती रात को रोड़ पर दौड़ रहे एक हाइवा ट्रक के दो टायरों में आग लग गई। राहगीर ने इसको लेकर ड्राइवर को जानकारी दी तो वह ट्रक को रोक कर नीचे उतर आया। कुछ देर में आग ज्यादा फैल गई। सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाने तक दोनों टायर पूरी तरह से जल गए थे। गनीमत रही कि आग को ट्रक के दूसरे हिस्से में जाने से रोक दिया गया। जानकारी के अनुसार बरवाला से राख लेकर एक हावा ट्रक रात को पानीपत जा रहा था। ट्रक गोहाना में जींद रोड पर बने फ्लाइओवर पर चढ़ने लगा तो इसके पीछे के टायर में आग लग गई। ट्रक ड्राइवर को इसका पता नहीं चला। इस बीच आ रहे एक एक व्यक्ति ने ट्रक में आग लगने की सूचना ट्रक के ड्राइवर को दी। इसके बाद उसने ट्रक को फ्लाई ओवर पर ही रोक दिया। देखें ट्रक में लगी आग के कुछ PHOTOS… ट्रक ड्राइवर ने इसके बाद 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। इस बीच मौके पर भीड़ लग गई। लोगों ने रेत डाल कर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हुए। आग लगातार बढ़ती गई। इसके बाद पुलिस ने फायर ब्रिगेड को सूचना देकर मौके पर भेजा। फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भिवानी पहुंची जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी:लोगों की सुनी समस्याएं; कहा- सभी क्षेत्रों का बराबर करवाया जाएगा विकास
भिवानी पहुंची जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी:लोगों की सुनी समस्याएं; कहा- सभी क्षेत्रों का बराबर करवाया जाएगा विकास जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी आज भिवानी पहुंची। उन्होंने कहा कि किसान व गरीब को बिना भेदभाव के सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। सभी क्षेत्रों का बराबर विकास करवाया जाएगा। क्षेत्र की सभी नहरों में उनके हिस्से का टेल तक पूरा पानी पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान को सिंचाई के लिए नहरी पानी व खाद, बीज की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। जिन नहरों व पंप हाउस हाउसों में मरम्मत की जरूरत है, उनका पुनर्निर्माण करवाया जाएगा। इसके लिए ग्रांट की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। गांव में सुनी लोगों की समस्याएं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी सोमवार को तोशाम, सरल तथा भेरा गांव में लोगों की समस्याएं सुनी रही थी। उन्होंने विभिन्न गांवों में शादी समारोह में शिरकत कर नव-विवाहितों को आशीर्वाद दिया। वहीं सिरसा के गांव मोडियाखेड़ा, जोबरजा, बकरियांवाली और गुड़िया खेड़ा से आए लोगों ने भी अपनी समस्याएं रखीं। जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नहर की लाइनिंग को बेड को ऊंचा करें ताकि अधिक से अधिक गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सके।
हरियाणा में कांग्रेस के 18 टिकट फाइनल:सिंगल नाम पैनल में हुड्डा समेत 12 विधायक, 2019 में हार चुके 4 नेता, एक नया चेहरा शामिल
हरियाणा में कांग्रेस के 18 टिकट फाइनल:सिंगल नाम पैनल में हुड्डा समेत 12 विधायक, 2019 में हार चुके 4 नेता, एक नया चेहरा शामिल कांग्रेस पार्टी ने टिकट दावेदारों की मारामारी के बीच हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 90 सीटों में से 18 पर अपनी टिकटें फाइनल कर ली हैं। इनमें 9 सिटिंग विधायक हैं। पार्टी ने जिन 14 सीटों पर सिंगल नाम का पैनल बनाया है, उनमें से 13 पर पुराने चेहरों पर भरोसा जताया गया है। इन्होंने 2019 का चुनाव भी लड़ा था। एक सीट पर नए चेहरे का नाम रखा गया है। कांग्रेस के सिंगल नाम वाले हलकों में रोहतक की गढ़ी-सांपला-किलोई सीट भी है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के सत्ता में आने की सूरत में वह CM पद के सबसे बड़े दावेदार रहेंगे। कांग्रेस में इस सीट से किसी और ने आवेदन भी नहीं किया था। इन 12 विधायकों के टिकट पक्के
कांग्रेस ने जिन 17 सीटों पर सिंगल नाम के पैनल बनाए हैं, उनमें से 12 पर इस समय पार्टी के ही विधायक हैं। इनमें गढ़ी-सांपला-किलोई से भूपेंद्र हुड्डा, रोहतक सीट से बीबी बत्रा, झज्जर से गीता भुक्कल, बेरी से रघुबीर कादियान, रेवाड़ी से लालू प्रसाद यादव के दामाद चिरंजीव राव, नूंह से आफताब अहमद, पुन्हाना से मोहम्मद इलियास, महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह और बरौदा से इंदुराज भालू का नाम पैनल में रखा गया है। अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से मौजूदा विधायक शैली चौधरी और फरीदाबाद एनआईटी के मौजूदा एमएलए नीरज शर्मा का टिकट भी लगभग फाइनल है। इसके अलावा बादली से कुलदीप वत्स की भी टिकट तय मानी जा रही है। कुलदीप वत्स हुड्डा के करीबी हैं। हालांकि उनके सामने दावेदारी ठोकने वाले सोमबीर घसोला भी प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते हैं। मुलाना सीट पर क्या वरुण की चलेगी?, पंचकूला से चंद्रमोहन लगभग तय
अंबाला जिले की मुलाना सीट के पूर्व विधायक और अब सांसद वरुण चौधरी ने भी यहां के उम्मीदवार पर नजर रखी हुई है। यहां वरुण चौधरी की पत्नी पूजा चौधरी या फिर उनकी बहन को टिकट मिलने की भी संभावना है। हालांकि उनके परिवार से किसी ने टिकट के लिए अप्लाई नहीं किया है। यहां वरूण की चलेगी या नहीं, इसको लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। इसी तरह पंचकूला विधानसभा सीट पर पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई का टिकट भी तकरीबन-तकरीबन फाइनल है। पिछला चुनाव हार चुके चार चेहरों के टिकट भी पक्के
कांग्रेस 2019 का विधानसभा चुनाव हार चुके अपने 4 नेताओं को भी इस बार फिर टिकट देने जा रही है। इनमें थानेसर सीट से अशोक अरोड़ा, पलवल से करण सिंह दलाल, फरीदाबाद से लखन सिंगला और बड़खल से चौधरी विजय प्रताप सिंह के नाम शामिल हैं। 2019 में अशोक अरोड़ा BJP के सुभाष सुधा से महज 819 वोट से हार गए थे। अशोक अरोड़ा 2014 में भी थानेसर सीट पर सुभाष सुधा से हार गए थे। हालांकि तब वह इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के टिकट पर मैदान में उतरे थे। अशोक अरोड़ा INLD के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और 2019 के चुनाव से पहले ही इनेलो छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वह थानेसर से ही 2009, 2000 और 1996 में विधायक रह चुके हैं।बड़खल सीट पर चौधरी विजय प्रताप भाजपा की सीमा त्रिखा के सामने 2545 वोट से मात खा गए थे। करण सिंह दलाल को भाजपा के दीपक मंगला और लखन सिंगला को भाजपा के ही नरेंद्र गुप्ता ने हराया था। करण सिंह दलाल भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी हैं। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में वह फरीदाबाद सीट से पार्टी टिकट के दावेदार थे लेकिन कांग्रेस ने महेंद्र प्रताप सिंह को मैदान में उतार दिया था। करण सिंह दलाल वर्ष 1991, 1996, 2000, 2005 और 2014 में पलवल से ही विधायक रह चुके हैं। बड़खल से चौधरी विजय प्रताप सिंह का नाम सिंगल पैनल में है। वह पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के बेटे हैं जो हाल में हुए लोकसभा चुनाव में फरीदाबाद संसदीय सीट पर भाजपा के कृष्णपाल गुर्जर से हार गए थे। 2019 में कांग्रेस ने महेंद्र प्रताप सिंह की जगह उनके बेटे विजय प्रताप सिंह को टिकट दिया था लेकिन वह लगभग ढाई हजार वोटों से भाजपा की सीमा त्रिखा से हार गए। कांग्रेस ने फरीदाबाद सीट से लखन सिंगला का नाम पैनल में रखा है। सिंगला वैश्य बिरादरी का बड़ा नाम है और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। महम से इस बार दांगी के बेटे का नाम
रोहतक जिले की महम सीट से 2019 में आनंद सिंह दांगी ने कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ा था। तब वह निर्दलीय कैंडिडेट बलराज कुंडू से हार गए थे। इस बार कांग्रेस ने आनंद सिंह दांगी की जगह महम सीट से उनके बेटे बलराम दांगी का नाम पैनल में रखा है। दांगी फैमिली हुड्डा की कट्टर समर्थक है। बलराम दांगी ने ही कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में आवेदन किया है। आनंद सिंह दांगी भी अपने बेटे को ही उम्मीदवार बनाना चाहते हैं और इसके बारे में कई बार स्टेज से भी कह चुके हैं। महम से कांग्रेस का सबसे मजबूत उम्मीदवार इन्हें ही माना जा रहा है। हालांकि इलाके की कई पंचायतों के सरपंच दांगी फैमिली को टिकट देने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने इसे लेकर कांग्रेस नेतृत्व, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा को लेटर भी लिखा है। कांग्रेस में 90 टिकटों के लिए 2556 आवेदन
कांग्रेस ने जुलाई महीने में विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से टिकट के लिए आवेदन मांगे थे। तकरीबन महीनेभर चली प्रक्रिया में पार्टी को 90 सीटों के लिए 2556 आवेदन मिले। कई सीटों पर तो 40 से ज्यादा दावेदारों ने टिकट के लिए अप्लाई किया। इसी वजह से टिकट के लिए एक या दो नाम शॉर्टलिस्ट करना पार्टी नेताओं के लिए सिरदर्दी बन गया है।
रोहतक में महिला पर दरांती से हमला:खेत में बिजली का खंभा लगाने से मना करने पर विवाद, रास्ता रोककर मारपीट, धमकी दी
रोहतक में महिला पर दरांती से हमला:खेत में बिजली का खंभा लगाने से मना करने पर विवाद, रास्ता रोककर मारपीट, धमकी दी रोहतक के गांव मदीना में एक महिला पर दरांती से हमला करने का मामला सामने आया है। विवाद तब शुरू हुआ जब महिला ने अपने पड़ोसी को अपने खेत में बिजली का खंभा लगाने से मना किया। इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ और पड़ोसी ने महिला के साथ मारपीट की और उस पर दरांती से हमला कर दिया। इसकी शिकायत उसने पुलिस में की। रोहतक के गांव मदीना निवासी सुदेश ने बहू अकबरपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसने शिकायत में बताया कि वह किसान है। 19 जुलाई की शाम को वह अपने खेत पर गई थी। जब उसके पड़ोसी को खेत में बिजली का खंभा लगाने से मना किया तो उसने झगड़ा शुरू कर दिया। कुछ देर बाद वह घर जाने लगी। इसी दौरान आरोपी ने उसका रास्ता रोक लिया। उसने उस पर दरांती से हमला कर दिया। उसने उसकी गर्दन पकड़ ली और उसे जान से मारने की कोशिश की। जान से मारने की दी धमकी महिला सुदेश ने बताया कि वह अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागी। आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इस मारपीट में सुदेश घायल हो गई। उसे उपचार के लिए महम अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से डॉक्टरों ने उसे रोहतक के जिला अस्पताल में रेफर कर दिया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। महिला की शिकायत के आधार पर आरोपी सेठी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।