फरीदाबाद में बीती एक महिला पर अज्ञात बदमाशों ने गोली चला दी। ये घटना सेक्टर-2 की है, जब रात करीब साढ़े 10 बजे महिला टहल रही थी। तभी किसी ने उस पर फायरिंग की, हालांकि पहले गोली पास में खड़े एक कार में टकराई फिर महिला के सीने में लग गई। पीड़िता आशा ने बताया कि गोली कार से टकराने के बाद चिंगारियां निकलीं और फिर गोली उनकी छाती को छूते हुए जमीन पर जा गिरी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गोली को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर किसने और किस मकसद से गोली चलाई। फिलहाल हमलावर की पहचान नहीं हो पाई है। फरीदाबाद में बीती एक महिला पर अज्ञात बदमाशों ने गोली चला दी। ये घटना सेक्टर-2 की है, जब रात करीब साढ़े 10 बजे महिला टहल रही थी। तभी किसी ने उस पर फायरिंग की, हालांकि पहले गोली पास में खड़े एक कार में टकराई फिर महिला के सीने में लग गई। पीड़िता आशा ने बताया कि गोली कार से टकराने के बाद चिंगारियां निकलीं और फिर गोली उनकी छाती को छूते हुए जमीन पर जा गिरी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गोली को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर किसने और किस मकसद से गोली चलाई। फिलहाल हमलावर की पहचान नहीं हो पाई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में महिला का जेवरात-कैश चोरी:आम्रपाली एक्सप्रेस से जालंधर जा रही थी, देवरिया की रहने वाली हरियाणा के पानीपत में एक महिला यात्री का बैग ट्रेन से चोरी हो गया। बैग में सोने के जेवरात और 10 हजार रुपए नकद थे। महिला देवरिया से पंजाब के जालंधर जा रही थी। जब वह पानीपत पहुंची तो उसका सामान चोरी हो गया। रेलवे पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। जीआरपी को दी गई शिकायत में महिला शालिनी निषाद ने बताया कि वह जालंधर सिटी, नकोदर रोड की रहने वाली है। 16 दिसंबर को वह देवरिया से जालंधर जाने वाली एलआईएस ट्रेन में सफर कर रही थी। वह ट्रेन नंबर 15707 आम्रपाली एक्सप्रेस में सफर कर रही थी। वह ट्रेन की ए-1 बोगी में सीट नंबर 47 पर बैठी थी। जीरो एफआईआर दर्ज कर पानीपत भेजा गया यात्रा के दौरान सोनीपत और पानीपत के बीच उसका सामान चोरी हो गया। उसके बैग में 60 हजार रुपये का मंगलसूत्र, 10 हजार रुपये नकद, डेबिट कार्ड और एक अंगूठी थी। महिला का कहना है कि उसने कुछ देर पहले अपना सामान सीट पर रखा देखा था। लेकिन इसी बीच उसकी नजर सामान पर से हट गई। जब उसने दोबारा सामान ढूंढा तो वह गायब था। जिसके बाद उसने खुद ही ट्रेन में सामान ढूंढने की कोशिश की, लेकिन नहीं मिला। तब उसे पता चला कि उसका सामान चोरी हो गया है। अज्ञात चोर सामान चोरी करने के बाद ट्रेन से नीचे कूदकर फरार हो गया था। जब महिला जालंधर रेलवे स्टेशन पहुंची तो उसने वहां जीआरपी को अपनी लिखित शिकायत दी। मामला पानीपत का होने के कारण वहां से जीरो एफआईआर दर्ज कर पानीपत भेज दिया गया। इसके बाद यहां मामला दर्ज किया गया।
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सोनीपत में महिला हवलदार 20 हजार लेते गिरफ्तार:केस से बाहर निकालने को बनाया रिश्वत का दबाव; पहले ले चुकी थी 15 हजार हरियाणा के सोनीपत में एक महिला पुलिसकर्मी को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। उसने एक व्यक्ति को केस से बाहर निकालने की एवज में रिश्वत की डिमांड की थी। आरोप है कि पहले भी एक आरोपी को 15 हजार रुपए लेकर केस से बाहर कर चुकी थी। एसीबी महिला हवलदार को गिरफ्तार करने के बाद उसे पूछताछ व आगे की कार्रवाई के लिए दफ्तर ला रही है। जानकारी के अनुसार गोहाना सिटी थाना क्षेत्र की एक महिला ने पुलिस को शिकायत दी थी कि सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ गंदी और अभद्र टिप्पणियां की गई हैं। इस पर पुलिस ने धारा 354 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थी। मामले को इन्वेस्टिगेशन करने वाली हवलदार सरला ने कई लोगों पर कार्रवाई करते हुए जांच में शामिल किया था। आरोप हे कि हवलदार सरला एक शख्स को इस केस से बाहर निकालने क़े नाम पर 15 हजार रुपए ले चुकी थी। दूसरे व्यक्ति को भी केस से बाहर निकालने के नाम पर उसने रिश्वत के लिए दबाव बनाया हुआ था। बार-बार रुपए की डिमांड के चलते व्यक्ति ने एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को सूचना दी थी। महिला हवलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ने के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो रोहतक और सोनीपत की एक संयुक्त टीम गठित की गई। सोमवार को व्यक्ति ने महिला हवलदार से संपर्क करके उसे रुपए देने की बात कही। महिला हवलदार ने उसे गोहाना में एक निजी अस्पताल के पास बुलाया। निजी अस्पताल के सामने हवलदार सरला ने व्यक्ति से 20 हजार रुपए रिश्वत ली। इसी बीच एसीबी की टीम ने रेड करके उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
अस्पताल में एसी का कम्प्रेसर फटने से भड़की आग:हिसार में 18 मरीजों को भागकर बचानी पड़ी जान, स्टाफ ने तुरंत पाया काबू
अस्पताल में एसी का कम्प्रेसर फटने से भड़की आग:हिसार में 18 मरीजों को भागकर बचानी पड़ी जान, स्टाफ ने तुरंत पाया काबू हिसार के आइटीआइ चौक स्थित वीके न्यूरोकेयर अस्पताल में एसी का कम्प्रेसर फटने से आग लग गई। अस्पताल के वार्ड में लगी आग को देखकर मरीजों और स्टाफ में अफरा-तफरी मच गई। वार्ड में वेंटिलेशन का उचित प्रबंध नहीं होने के कारण धुआं पूरे वार्ड के अंदर फैल गया। इससे मरीजों की जान पर आफत बन आई। मरीजों ने अस्पताल से भाग कर जान बचाई। वार्ड में कुल 18 मरीज दाखिल थे जिन्हें हादसे के बाद जिंदल अस्पताल में एडमिट करवाया गया है। वहीं धुआं निकालने के लिए प्रथम तल पर शीशा तोड़ा गया। इस दौरान डीएसपी संजीव कुमार, अर्बन एस्टेट थाना प्रभारी इंस्पेक्टर साधुराम मौके पर टीम सहित पहुंचे थे। डायल 112 की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी।
आग से जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। अस्पताल के स्टाफ कर्मियों के अनुसार सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। सूचना पाकर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची थी, जिन्होंने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। मरीज ने बताया मेरे पांव में दिक्कत मगर मुझे भागना पड़ा
गांव दिनौदा के बिजेंद्र ने बताया कि मेरे एक पांव में चलने में दिक्कत है, मैं यहां 6 दिन से भर्ती हूं। तेज धमाका हुआ तो पूरे वार्ड में धुआं फैल गया था, मैं जनरल वार्ड में अकेला था, दो मरीज आज ही डिस्चार्ज हुए थे। वहां धुआं होने लगा तो मैं किसी तरह उठकर वहां से भागना पड़ा। इस दौरान पूर्व पार्षद जगमोहन मित्तल और हिसार संघर्ष समिति से जितेंद्र श्योराण मौके पर पहुंचे। इन दोनों ने भी मरीजों को शिफ्ट करवाने में काफी मदद की। अस्पतालों में सुरक्षा उपकरण जरूरी
हिसार संघर्ष समिति के प्रधान जितेंद्र श्योराण ने कहा कि अस्पतालों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध होने चाहिए। वीके न्यूरो अस्पताल में सुरक्षा उपकरणों के कारण ही आग पर तुरंत काबू पाया गया। नहीं तो मरीजों को अस्पताल से भागने का मौका ही नहीं मिलता। प्रशासन को अन्य अस्पतालों में जांच करवानी चाहिए और वहां सुरक्षा उपकरणों की स्थिति का जायजा लेना चाहिए। अस्पताल में कोई गंभीर मरीज एडमिट होता तो वह धुएं के कारण दम घुटने से मर सकता था।