हरियाणा में करनाल जिला के घरौंडा में सरकारी प्राइमरी स्कूल में एक अध्यापिका द्वारा नन्हें छात्रों को बेहरमी से डंडा मारने का मामला सामने आया है। टीचर की मार से एक छात्र अपनी हाथ ठीक से नहीं उठा पा रहा है, वहीं छात्रा के जांघों पर टीचर ने डंडे से मारा है, जिससे उसके निशान दिखाई दे रहे हैं। छात्रों के परिजनों ने शिक्षा विभाग के अधिकारी से महिला टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। स्कूल के प्रिंसिपल अस्पताल में बच्चों से मिलने पहुंचे बताया जा रहा है कि टीचर ने एक नहीं बल्कि कई छात्रों को पिटा है। छात्र रोते हुए घर पहुंचे और अपने साथ हुई मारपीट के बारे में परिजनों को बताया। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने घरौंडा के सरकारी अस्पताल में पहुंचकर दोनों बच्चों का मेडिकल करवाया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मामले की भनक लगी, तो मॉडल संस्कृति स्कूल के प्रिंसिपल सरकारी अस्पताल में बच्चों से मिलने के लिए पहुंचे, जहां अभिभावकों ने अपना गुस्सा जाहिर किया और टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। झूठी कंप्लेंट पर की पिटाई राजकीय मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल घरौंडा-2 की छात्रा श्वेता पांचवी कक्षा में पढ़ती है और गोल्डी भी पांचवी कक्षा का छात्र है। शनिवार को दोनों स्कूल में गए थे। छात्र गोल्डी का कहना है कि किसी ने मेरी झूठी कंप्लेंट कर दी थी कि मैं ऊपर वाले रूम में जा रहा हूं। तभी मीनू टीचर आई और मुझे डंडे से मारा। मेरी बाजू पर डंडा लगा है और मेरी बाजू उठ तक नहीं रही है, मुझे बहुत दर्द हो रहा है। रोते हुए छात्रा पहुंची थी घर वहीं छात्र के ताऊ कलीराम सैनी ने बताया कि हम वार्ड नं. 17 के रहने वाले हैं और घरौंडा के सरकारी स्कूल में गोल्डी पढ़ता है। टीचर ने बेरहमी से हमारे बच्चे को मारा है। ऐसी टीचर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। छात्रा श्वेता का कहना है कि हमें किसी ने बोल दिया कि छुट्टी हो गई। सभी बच्चे क्लास रूम से बाहर आ गए। तभी मीनू टीचर आई और मेरे पटों पर उसने डंडा मारा। श्वेता की बहन प्रियंका का कहना है कि श्वेता मेरे मामा की लड़की है और मेरे पास ही पढ़ती है। वह रोते हुए घर आई थी, जब मैने उसकी टांगों को देखा तो उस पर डंडे के निशान थे। टीचर ने बहुत गलत किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षा अधिकारी बोले- नियमानुसार होगी कार्रवाई खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि छात्रों के साथ मारपीट का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने प्रिंसिपल इंद्रजीत की ड्यूटी लगाई है। पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है। मंगलवार को कार्यालय खुलेगा तो टीचर को तलब किया जाएगा। नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा में करनाल जिला के घरौंडा में सरकारी प्राइमरी स्कूल में एक अध्यापिका द्वारा नन्हें छात्रों को बेहरमी से डंडा मारने का मामला सामने आया है। टीचर की मार से एक छात्र अपनी हाथ ठीक से नहीं उठा पा रहा है, वहीं छात्रा के जांघों पर टीचर ने डंडे से मारा है, जिससे उसके निशान दिखाई दे रहे हैं। छात्रों के परिजनों ने शिक्षा विभाग के अधिकारी से महिला टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। स्कूल के प्रिंसिपल अस्पताल में बच्चों से मिलने पहुंचे बताया जा रहा है कि टीचर ने एक नहीं बल्कि कई छात्रों को पिटा है। छात्र रोते हुए घर पहुंचे और अपने साथ हुई मारपीट के बारे में परिजनों को बताया। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने घरौंडा के सरकारी अस्पताल में पहुंचकर दोनों बच्चों का मेडिकल करवाया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मामले की भनक लगी, तो मॉडल संस्कृति स्कूल के प्रिंसिपल सरकारी अस्पताल में बच्चों से मिलने के लिए पहुंचे, जहां अभिभावकों ने अपना गुस्सा जाहिर किया और टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। झूठी कंप्लेंट पर की पिटाई राजकीय मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल घरौंडा-2 की छात्रा श्वेता पांचवी कक्षा में पढ़ती है और गोल्डी भी पांचवी कक्षा का छात्र है। शनिवार को दोनों स्कूल में गए थे। छात्र गोल्डी का कहना है कि किसी ने मेरी झूठी कंप्लेंट कर दी थी कि मैं ऊपर वाले रूम में जा रहा हूं। तभी मीनू टीचर आई और मुझे डंडे से मारा। मेरी बाजू पर डंडा लगा है और मेरी बाजू उठ तक नहीं रही है, मुझे बहुत दर्द हो रहा है। रोते हुए छात्रा पहुंची थी घर वहीं छात्र के ताऊ कलीराम सैनी ने बताया कि हम वार्ड नं. 17 के रहने वाले हैं और घरौंडा के सरकारी स्कूल में गोल्डी पढ़ता है। टीचर ने बेरहमी से हमारे बच्चे को मारा है। ऐसी टीचर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। छात्रा श्वेता का कहना है कि हमें किसी ने बोल दिया कि छुट्टी हो गई। सभी बच्चे क्लास रूम से बाहर आ गए। तभी मीनू टीचर आई और मेरे पटों पर उसने डंडा मारा। श्वेता की बहन प्रियंका का कहना है कि श्वेता मेरे मामा की लड़की है और मेरे पास ही पढ़ती है। वह रोते हुए घर आई थी, जब मैने उसकी टांगों को देखा तो उस पर डंडे के निशान थे। टीचर ने बहुत गलत किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षा अधिकारी बोले- नियमानुसार होगी कार्रवाई खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि छात्रों के साथ मारपीट का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने प्रिंसिपल इंद्रजीत की ड्यूटी लगाई है। पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है। मंगलवार को कार्यालय खुलेगा तो टीचर को तलब किया जाएगा। नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट:हवा की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा होगी; आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी
हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट:हवा की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा होगी; आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान बादलवाई के साथ गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। वहीं 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। इस दौरान हल्की बूंदाबांदी भी होने के आसार हैं। हांसी, हिसार, आदमपुर, नारनौंद , नाथूसर चोपटा, ऐलनाबाद, फतेहाबाद, रानियां, घरौंदा, करनाल, इंद्री, राडौर, गोहाना, जुलाना, इसराना, सफीदों, जींद, पानीपत, असंध, कैथल, निलोखेरी, नरवाना, नसरसा, टोहाना, कलायत, रतिया, डबवाली, थानेसर, गुहला, पेहोवा, शाहाबाद, अंबाला, बराडा , जगाधरी, नारायणगढ़, पंचकूला में ऐसे आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 6 से 8 जून तक कहीं – कहीं बूंदाबांदी या धूलभरी हवाएं चल सकती हैं। 9 जून से फिर से पारा बढ़ने लगेगा। लू का टूट चुका 42 साल का रिकॉर्ड हरियाणा में इस बार गर्मी को लेकर लू के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं। 3 दिन पहले ही प्रदेश में 42 साल का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया है। साल 1982 में लगातार 19 दिन लू चली थी। इस बार 23 दिन पार हो गए हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में अभी ऐसे ही हालत रहने वाले हैं। मौसम में आए इस बदलाव की वजह मौसम विशेषज्ञ मई में सामान्य से कम बारिश होना बता रहे हैं। बारिश के आसार, तापमान में बदलाव नहीं जून महीने में भी गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। IMD के अनुसार, आज प्रदेश के कई जिलों में बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने के असार हैं, लेकिन दिन के तापमान में ज्यादा गिरावट आने की संभावना नहीं है। वैसे भी 5 दिन पहले एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर अब खत्म हो चुका है। इस वजह से मौसम फिर से शुष्क बना हुआ है। इससे दिन के तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। रात के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है। आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 2 दिन बाद फिर से बदलाव के आसार हैं। 5 से 6 जून यानी आज और कल एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इससे 6 जून को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। वहीं, जून में प्रदेश में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ सकती है। हालांकि, मई में भी सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ी है। जून में भी लू चलने की संभावना जताई गई है।
पिहोवा में किसान-अधिकारी आमने-सामने:नहीं हो रहा धान का उठान कार्य; मॉइस्चर मशीनों में गड़बड़ी, किसानों ने प्रशासन को दी चेतावनी
पिहोवा में किसान-अधिकारी आमने-सामने:नहीं हो रहा धान का उठान कार्य; मॉइस्चर मशीनों में गड़बड़ी, किसानों ने प्रशासन को दी चेतावनी पिहोवा में धान की खरीद और उठान कार्य को लेकर आज सुबह किसान मार्केट कमेटी कार्यालय में एकत्रित हुए। किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद किसानों के दबाव बनाने पर अधिकारी इस बात पर राजी हुए की धान की फसल में 17% या फिर उससे कम नमी वाली धान की खरीद का कार्य किया जाएगा। लेकिन अगर 17% से ज्यादा नमी होगा तो धान की खरीद नहीं की जाएगी। इस के बाद हैफेड के अधिकारी पिहोवा अनाज मंडी में पहुंचे और खरीद शुरू की। लेकिन जब धान में मशीन से मॉइश्चर चेक किया गया, तो एक मशीन में 17% तो दूसरी मशीन में 21% मॉइश्चर दिखने लगा। जिसको लेकर किसान और अधिकारियों के बीच बहस शुरू हो गई। किसान बोले भद्दा मजाक कर रहे अधिकारी किसानों ने कहा कि उनके साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। उन्होंने कहा की 1 तारीख को जो धान ज्यादा रेट में बिकी थी। उसका उठान नहीं किया गया। लेकिन जो धान 6 तारीख को कम रेट में बिकी थी। उस धान का उठान कार्य अधिकारियों ने सैलरों के साथ मिलकर कर लिया है। लेकिन जो धान महंगे रेट में बिकी थी उसका उठान अभी तक नहीं हुआ है। भारतीय किसान यूनियन के नेता प्रिंस वड़ैच ने बताया कि किसानों के साथ सरकार भद्दा मजाक कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारियों द्वारा खरीद व उठान कार्य समय पर नहीं किया गया, तो किसान कोई बड़ा फैसला लेंगे। फिर चाहे उन्हें सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन ही क्यों न करना पड़े। एक-दो दिन में शुरू होगा उठान कार्य अनाज मंडी में मौजूद हैफेड के अधिकारियों ने कहा कि प्रशासन द्वारा जो धान की फसल खरीद ली गई है। उसका उठान कार्य एक-दो दिन में शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने किसानों से निवेदन किया है कि किसान सड़कों पर न उतरे। जो भी बातचीत है, उसे यहीं पर बैठकर आराम से सुलझा ले।
हरियाणा में बिजली बिल पर मंथली रेंटल खत्म:केवल यूनिट के पैसे ही भरने होंगे; खट्टर का फैसला सैनी ने 4 महीने बाद लागू किया
हरियाणा में बिजली बिल पर मंथली रेंटल खत्म:केवल यूनिट के पैसे ही भरने होंगे; खट्टर का फैसला सैनी ने 4 महीने बाद लागू किया हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक फैसला मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अब 4 महीने बाद लागू कर दिया है। अपने कार्यकाल में खट्टर ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 2 किलोवाट तक के घरेलू कनेक्टेड लोड वाली टैरिफ श्रेणी-1 में आने वाले बिजली ग्राहकों पर 115 रुपए न्यूनतम मासिक शुल्क (MMC) न लगाने का फैसला किया था। इसे हरियाणा में अब लागू किया गया है। अब उपभोक्ताओं को केवल यूनिट के हिसाब से ही बिल भरना होगा। पूर्व CM ने 23 फरवरी को अपने 2024-25 के बजट प्रस्तावों में ‘सबसे गरीब लोगों’ को राहत देने की घोषणा के दौरान यह योजना बताई थी। 9.5 लाख लोगों को मिलेगी राहत
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (अब केंद्रीय ऊर्जा मंत्री) ने हरियाणा विधानसभा में कहा था, ‘मैं 2 किलोवाट तक के घरेलू कनेक्टेड लोड वाले टैरिफ श्रेणी-1 के उपभोक्ताओं के लिए MMC को समाप्त करने का प्रस्ताव करता हूं।’ उन्होंने बताया था कि सरकार के इस फैसले से प्रदेश के सबसे गरीब परिवारों को लगभग 180 करोड़ रुपए की राहत मिलेगी। MMC समाप्त करने के निर्णय से सूबे के लगभग 9.5 लाख गरीब परिवारों को फायदा मिलेगा। 190 रुपए तक उपभोक्ताओं के बचेंगे
हरियाणा सरकार के एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि यह निर्णय अगले बिलिंग चक्र से लागू होगा। उपभोक्ताओं को उनके कुल बिजली बिल में न्यूनतम 2% से अधिकतम 91% ( 5 से 190 रुपए) तक की राहत मिल सकती है। नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि घरेलू कनेक्शन और 2 किलोवाट तक के लोड पर 115 रुपए प्रति किलोवाट का ये फैसला लोकसभा चुनाव से पहले आता तो तस्वीर कुछ और होती। इन 3 उदाहरणों में समझें फैसले का गणित पहला: इस नीतिगत निर्णय को लागू करने की योजना के अनुसार, उपभोक्ताओं को केवल खपत की गई बिजली यूनिट के लिए भुगतान करना होगा। उदाहरण के लिए, पहले अगर 1 किलोवाट लोड वाला परिवार एक महीने में 30 यूनिट बिजली की खपत करता था, तो बिल 115 रुपए बिल आता था, जो अब घटकर 60 रुपए रह जाएगा, क्योंकि MMC लागू नहीं होगा। दूसरा: इसी प्रकार 2 किलोवाट लोड वाले उपभोक्ता को एक माह में 30 यूनिट खपत करने पर 230 रुपए का भुगतान करना पड़ता था, क्योंकि प्रति किलोवाट लोड पर MMC 115 रुपए थी। नए बिलिंग चक्र के तहत यह बिल घटकर 60 रुपए रह जाएगा, क्योंकि प्रति यूनिट शुल्क 2 रुपए है और कोई MMC नहीं लगेगा। तीसरा: हरियाणा में शून्य से 50 यूनिट तक बिजली का शुल्क 2 रुपए प्रति यूनिट है। यदि खपत 51 से 100 यूनिट के बीच है तो 2.50 रुपए प्रति यूनिट चार्ज किया जाता है। यदि प्रति माह बिजली की खपत 101-150 यूनिट के ब्रैकेट में है, तो संचयी शुल्क 2.75 रुपए प्रति यूनिट है, जिसमें बिलिंग के लिए शून्य से 150 तक की इकाइयों की गणना की जाती है।