हिसार के सुंदर नगर में दर्दनाक हादसे में 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। रंजन तिवारी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर का रहने वाला था। वह 2 साल पहले हिसार में पढ़ने आया था। हिसार के सुंदर नगर में उसके मामा रहते हैं। मामा अर्जुन और मामी मीरा ही उसकी देखभाल करती थी और उसका ध्यान रखती थी।
रात करीब 8 बजे रंजन साईकिल लेकर अपने घर से बाहर गली में निकला ही था कि एक ट्रैक्टर-ट्राली ने उसे कुचलते हुआ चला गया। लोगों ने शोर मचाया तो ट्रैक्टर चालक तेज गति से ट्रैक्टर लेकर भाग गया। हादसे में रंजन तिवारी बुरी तरह घायल हो गया जिसे लोगों ने सिविल अस्पताल भर्ती करवाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 15 दिन पहले मां मिलने आई थी
मृतक के मामा अर्जुन ने बताया कि रंजन की परवरिश वह अपने बेटे की तरह करते थे। रंजन से उसकी मामी विशेष लगाव रखती थी। वह छोटा सा अपनी मामी के गोद में ही खेलकर बड़ा हुआ है। इसके बाद जब हम हिसार आए तो उसकी मामी उसकी देखभाल करने लगी। हिसार में ही उसका दाखिला करवाया। वह छठी कक्षा में पढ़ता था और स्कूल की छुटि्टयां पड़ने के कारण उसकी मां गीतू अभी 15 दिन पहले ही आई थी। मामी का रो-रोकर बुरा हाल
मामी मीरा ने बताया कि रंजन को उसने बड़े ही प्यार और दुलार से पाला था। वह घर पर ही रहकर खेलता है। हम उसे कभी आंखों से दूर नहीं करते। मगर शाम को वह साईकिल चलाने की जिद करके चला गया। साईकिल लेकर घर से निकला ही था उसका एक्सीडेंट हो गया। वहीं परिजनों ने पुलिस को भी मामले से अवगत करवा दिया है। आज पोस्टमार्टम के बाद बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। हिसार के सुंदर नगर में दर्दनाक हादसे में 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। रंजन तिवारी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर का रहने वाला था। वह 2 साल पहले हिसार में पढ़ने आया था। हिसार के सुंदर नगर में उसके मामा रहते हैं। मामा अर्जुन और मामी मीरा ही उसकी देखभाल करती थी और उसका ध्यान रखती थी।
रात करीब 8 बजे रंजन साईकिल लेकर अपने घर से बाहर गली में निकला ही था कि एक ट्रैक्टर-ट्राली ने उसे कुचलते हुआ चला गया। लोगों ने शोर मचाया तो ट्रैक्टर चालक तेज गति से ट्रैक्टर लेकर भाग गया। हादसे में रंजन तिवारी बुरी तरह घायल हो गया जिसे लोगों ने सिविल अस्पताल भर्ती करवाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 15 दिन पहले मां मिलने आई थी
मृतक के मामा अर्जुन ने बताया कि रंजन की परवरिश वह अपने बेटे की तरह करते थे। रंजन से उसकी मामी विशेष लगाव रखती थी। वह छोटा सा अपनी मामी के गोद में ही खेलकर बड़ा हुआ है। इसके बाद जब हम हिसार आए तो उसकी मामी उसकी देखभाल करने लगी। हिसार में ही उसका दाखिला करवाया। वह छठी कक्षा में पढ़ता था और स्कूल की छुटि्टयां पड़ने के कारण उसकी मां गीतू अभी 15 दिन पहले ही आई थी। मामी का रो-रोकर बुरा हाल
मामी मीरा ने बताया कि रंजन को उसने बड़े ही प्यार और दुलार से पाला था। वह घर पर ही रहकर खेलता है। हम उसे कभी आंखों से दूर नहीं करते। मगर शाम को वह साईकिल चलाने की जिद करके चला गया। साईकिल लेकर घर से निकला ही था उसका एक्सीडेंट हो गया। वहीं परिजनों ने पुलिस को भी मामले से अवगत करवा दिया है। आज पोस्टमार्टम के बाद बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर