हरियाणा के लेफ्टिनेंट को पत्नी की अंतिम विदाई का VIDEO:बोलीं- प्यार कर लेने दो मुझे, 6 बार चेहरा चूमा, सिर पर हाथ फेरा, आतंकियों ने गोली मारी थी

हरियाणा के लेफ्टिनेंट को पत्नी की अंतिम विदाई का VIDEO:बोलीं- प्यार कर लेने दो मुझे, 6 बार चेहरा चूमा, सिर पर हाथ फेरा, आतंकियों ने गोली मारी थी

हरियाणा में करनाल के लेफ्टिनेंट पति विनय नरवाल की अंतिम विदाई पर पत्नी हिमांशी बेहद भावुक हो उठीं। वह करीब 27 सेकेंड तक विनय के चेहरे को निहारती रहीं। जब लोगों ने हटाने की कोशिश की तो वह बोली- प्यार कर लेने दो मुझे। फिर 6 बार उसने विनय का चेहरा चूमा। फिर सिर पर हाथ फेरकर पति को अंतिम विदाई दी। इसका 43 सेकेंड का वीडियो अब सामने आया है। यह वाक्या 23 अप्रैल का है, जब करनाल के सेक्टर 7 स्थित घर से विनय की पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। विनय और हिमांशी की शादी 16 अप्रैल को हुई थी। इसके 7वें दिन यानी 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पत्नी हिमांशी के सामने ही नेवी लेफ्टिनेंट विनय की 3 गोलियां मारकर हत्या कर दी। इसके बाद हिमांशी ने ही पूरी दुनिया को बताया कि आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को गोलियां मारीं। 43 सेकेंड के वीडियो में क्या दिखाई दे रहा इस वीडियो में दिख रहा है कि लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन किए जा रहे हैं। उनके चेहरा खुला हुआ है। उसके पास विनय के पिता राजेश नरवाल, बहन सृष्टि नरवाल और पत्नी हिमांशी खड़ी है। इस दौरान पार्थिव देह को वहां से अंतिम संस्कार के लिए ले जाने लगते हैं। तब करीब 12 सेकेंड तक हिमांशी एकटक विनय का चेहरा निहारती रहती है। तभी पार्थिव देह ले जाने के लिए कुछ लोग उन्हें हटाने की कोशिश करते हैं। इस पर हिमांशी कहती है कर लेने दो, कर लेने दो, प्यार कर लेने दो मुझे इसके बाद 15 सेकेंड तक वह फिर विनय के चेहरे को निहारती रहती है। जैसे ही पार्थिव देह को उठाया जाता है तो वह झुककर विनय के चेहरे को चूमने लगती है। वह 6 बार विनय का चेहरा चूमती है और फिर सिर पर हाथ फेरते हुए अंतिम विदाई देती है। 5 तस्वीरों में देखिए पूरा मामला स्विट्जरलैंड की NOC नहीं मिली तो पहलगाम गए
नेवी लेफ्टिनेंट विनय ने 16 अप्रैल को गुरुग्राम की हिमांशी से मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग की थी। 19 अप्रैल को उन्होंने करनाल में रिसेप्शन दिया। उनका हनीमून के लिए स्विट्जरलैंड जाने का प्लान था। मगर, लेफ्टिनेंट होने की वजह से नेवी से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) लेनी जरूरी थी। जिसकी वजह से उनको वीजा नहीं मिल पाया। इसके चलते 21 अप्रैल को विनय-हिमांशी गुरुग्राम गए। फिर वहां से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचकर पहलगाम चले गए। जहां 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने विनय की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्हें वहां पहुंचे सिर्फ 2 ही दिन हुए थे। बहन भी कह चुकीं- आई वॉन्ट जस्टिस
विनय के अंतिम संस्कार के वक्त उनकी बहन सृष्टि नरवाल भी बहुत भावुक थीं। विनय के अंतिम संस्कार के CM नायब सैनी भी पहुंचे थे। सृष्टि ने सीएम का हाथ पकड़कर कहा- विनय ने सिर्फ इतना बोला था वह मुसलमान नहीं है और आतंकी ने 3 बार उन्हें गोली मारी। सृष्टि ने आगे कहा- वहां पर डेढ़ घंटे तक कोई भी नहीं आया, विनय उस वक्त तक जिंदा था। अगर वहां पर आसपास आर्मी होती तो विनय बच सकता था। कोई नहीं आया वहां। आई वांट जस्टिस। जिन्होंने मेरे भाई को मारा, मुझे उन्हें मुर्दा देखना है। मुझे बदला चाहिए। हरियाणा में करनाल के लेफ्टिनेंट पति विनय नरवाल की अंतिम विदाई पर पत्नी हिमांशी बेहद भावुक हो उठीं। वह करीब 27 सेकेंड तक विनय के चेहरे को निहारती रहीं। जब लोगों ने हटाने की कोशिश की तो वह बोली- प्यार कर लेने दो मुझे। फिर 6 बार उसने विनय का चेहरा चूमा। फिर सिर पर हाथ फेरकर पति को अंतिम विदाई दी। इसका 43 सेकेंड का वीडियो अब सामने आया है। यह वाक्या 23 अप्रैल का है, जब करनाल के सेक्टर 7 स्थित घर से विनय की पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। विनय और हिमांशी की शादी 16 अप्रैल को हुई थी। इसके 7वें दिन यानी 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पत्नी हिमांशी के सामने ही नेवी लेफ्टिनेंट विनय की 3 गोलियां मारकर हत्या कर दी। इसके बाद हिमांशी ने ही पूरी दुनिया को बताया कि आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को गोलियां मारीं। 43 सेकेंड के वीडियो में क्या दिखाई दे रहा इस वीडियो में दिख रहा है कि लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन किए जा रहे हैं। उनके चेहरा खुला हुआ है। उसके पास विनय के पिता राजेश नरवाल, बहन सृष्टि नरवाल और पत्नी हिमांशी खड़ी है। इस दौरान पार्थिव देह को वहां से अंतिम संस्कार के लिए ले जाने लगते हैं। तब करीब 12 सेकेंड तक हिमांशी एकटक विनय का चेहरा निहारती रहती है। तभी पार्थिव देह ले जाने के लिए कुछ लोग उन्हें हटाने की कोशिश करते हैं। इस पर हिमांशी कहती है कर लेने दो, कर लेने दो, प्यार कर लेने दो मुझे इसके बाद 15 सेकेंड तक वह फिर विनय के चेहरे को निहारती रहती है। जैसे ही पार्थिव देह को उठाया जाता है तो वह झुककर विनय के चेहरे को चूमने लगती है। वह 6 बार विनय का चेहरा चूमती है और फिर सिर पर हाथ फेरते हुए अंतिम विदाई देती है। 5 तस्वीरों में देखिए पूरा मामला स्विट्जरलैंड की NOC नहीं मिली तो पहलगाम गए
नेवी लेफ्टिनेंट विनय ने 16 अप्रैल को गुरुग्राम की हिमांशी से मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग की थी। 19 अप्रैल को उन्होंने करनाल में रिसेप्शन दिया। उनका हनीमून के लिए स्विट्जरलैंड जाने का प्लान था। मगर, लेफ्टिनेंट होने की वजह से नेवी से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) लेनी जरूरी थी। जिसकी वजह से उनको वीजा नहीं मिल पाया। इसके चलते 21 अप्रैल को विनय-हिमांशी गुरुग्राम गए। फिर वहां से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचकर पहलगाम चले गए। जहां 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने विनय की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्हें वहां पहुंचे सिर्फ 2 ही दिन हुए थे। बहन भी कह चुकीं- आई वॉन्ट जस्टिस
विनय के अंतिम संस्कार के वक्त उनकी बहन सृष्टि नरवाल भी बहुत भावुक थीं। विनय के अंतिम संस्कार के CM नायब सैनी भी पहुंचे थे। सृष्टि ने सीएम का हाथ पकड़कर कहा- विनय ने सिर्फ इतना बोला था वह मुसलमान नहीं है और आतंकी ने 3 बार उन्हें गोली मारी। सृष्टि ने आगे कहा- वहां पर डेढ़ घंटे तक कोई भी नहीं आया, विनय उस वक्त तक जिंदा था। अगर वहां पर आसपास आर्मी होती तो विनय बच सकता था। कोई नहीं आया वहां। आई वांट जस्टिस। जिन्होंने मेरे भाई को मारा, मुझे उन्हें मुर्दा देखना है। मुझे बदला चाहिए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर