<p style=”text-align: justify;”><strong>Sanjay Raut on PM Modi:</strong> राज्यसभा सांसद और शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता संजय राउत ने पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने 2025 के अधूरे भारत-पाक तनाव को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने शिवसेना UBT के मुखपत्र सामना के जरिए ये हमला बोला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सामना संपादकीय के अनुसार, पाकिस्तान पर निर्णायक कार्रवाई का दावा करने वाली केंद्र सरकार युद्ध के महत्वपूर्ण मोड़ पर पीछे हट गई और इसका सीधा कारण USA का दबाव बताया गया. संजय राउत के मुताबिक, PM मोदी, गृहमंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की जोड़ी ने युद्धभूमि पर ‘फुस्स बम’ की तरह बर्ताव किया जबकि देशभर की राजनीतिक ताकतें और जनता ‘घर में घुसकर मारने’ के नारे के पीछे एकजुट थीं, उस समय मोदी सरकार युद्ध विराम की ओर मुड़ गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्रंप की धमकी के चलते युद्ध रोका गया- राउत </strong><br />राऊत के लेख में आरोप लगाया गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के व्यापार बंद करने की धमकी के चलते युद्ध रोक दिया गया और बदले में भारत ने न तो कुलभूषण जाधव की रिहाई करवाई, न ही पाकिस्तानी जेलों में बंद 565 भारतीय मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पर कटाक्ष करते हुए कहा गया कि यदि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के एक गांव पर भी कब्जा हुआ होता, तो भी इसे कोई रणनीतिक जीत माना जाता. लेकिन युद्ध का श्रेय भी अंततः ट्रंप के हिस्से चला गया, जिससे यह प्रतीत हुआ कि भारतीय सत्ता पर ‘ट्रंप की पादुकाएं’ विराजमान हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कोई भी देश भारत के साथ खड़ा नहीं हुआ- राउत</strong><br />संजय राउत ने लिखा दुनिया का कोई भी देश भारत के साथ खड़ा नहीं हुआ. प्रधानमंत्री मोदी अब तक विश्व यात्रा पर 550 करोड़ रुपये खर्च कर चुके हैं. वे कई देशों में गए. इनमें से किसी भी देश ने विश्वगुरु मोदी का समर्थन नहीं किया. जिस तरह से नेता राज्यसभा और विधान परिषद चुनावों में विधायकों के वोट पाने के लिए फोन करते हैं, उसी तरह विदेश मंत्री जयशंकर दूसरे देशों को फोन करके समर्थन मांग रहे थे, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अंत में लेख में वैश्विक मीडिया के भारत विरोधी रुख की ओर ध्यान आकर्षित किया गया. अल जजीरा की रिपोर्ट के हवाले से कहा गया कि भारत ने युद्ध में शुरू में साहस दिखाया, लेकिन अंत में कमजोर साबित हुआ. अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में पाकिस्तान के विजय उत्सव की तस्वीरों के चलते भारत की छवि धूमिल हुई, जबकि भारतीय मीडिया केवल मोदी की छवि संवारने में व्यस्त रहा. संजय राउत ने लिखा, “रक्षा विशेषज्ञ एस.पी. वैद्य के हवाले से यह भी कहा गया कि यदि सेना को दो-तीन दिन और मिलते तो पाकिस्तान घुटनों पर होता. लेख के समापन में यह सवाल छोड़ा गया कि यदि यह सच है, तो फिर देश के साथ यह विश्वासघात किसने किया?”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Sanjay Raut on PM Modi:</strong> राज्यसभा सांसद और शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता संजय राउत ने पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने 2025 के अधूरे भारत-पाक तनाव को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने शिवसेना UBT के मुखपत्र सामना के जरिए ये हमला बोला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सामना संपादकीय के अनुसार, पाकिस्तान पर निर्णायक कार्रवाई का दावा करने वाली केंद्र सरकार युद्ध के महत्वपूर्ण मोड़ पर पीछे हट गई और इसका सीधा कारण USA का दबाव बताया गया. संजय राउत के मुताबिक, PM मोदी, गृहमंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की जोड़ी ने युद्धभूमि पर ‘फुस्स बम’ की तरह बर्ताव किया जबकि देशभर की राजनीतिक ताकतें और जनता ‘घर में घुसकर मारने’ के नारे के पीछे एकजुट थीं, उस समय मोदी सरकार युद्ध विराम की ओर मुड़ गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्रंप की धमकी के चलते युद्ध रोका गया- राउत </strong><br />राऊत के लेख में आरोप लगाया गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के व्यापार बंद करने की धमकी के चलते युद्ध रोक दिया गया और बदले में भारत ने न तो कुलभूषण जाधव की रिहाई करवाई, न ही पाकिस्तानी जेलों में बंद 565 भारतीय मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पर कटाक्ष करते हुए कहा गया कि यदि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के एक गांव पर भी कब्जा हुआ होता, तो भी इसे कोई रणनीतिक जीत माना जाता. लेकिन युद्ध का श्रेय भी अंततः ट्रंप के हिस्से चला गया, जिससे यह प्रतीत हुआ कि भारतीय सत्ता पर ‘ट्रंप की पादुकाएं’ विराजमान हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कोई भी देश भारत के साथ खड़ा नहीं हुआ- राउत</strong><br />संजय राउत ने लिखा दुनिया का कोई भी देश भारत के साथ खड़ा नहीं हुआ. प्रधानमंत्री मोदी अब तक विश्व यात्रा पर 550 करोड़ रुपये खर्च कर चुके हैं. वे कई देशों में गए. इनमें से किसी भी देश ने विश्वगुरु मोदी का समर्थन नहीं किया. जिस तरह से नेता राज्यसभा और विधान परिषद चुनावों में विधायकों के वोट पाने के लिए फोन करते हैं, उसी तरह विदेश मंत्री जयशंकर दूसरे देशों को फोन करके समर्थन मांग रहे थे, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अंत में लेख में वैश्विक मीडिया के भारत विरोधी रुख की ओर ध्यान आकर्षित किया गया. अल जजीरा की रिपोर्ट के हवाले से कहा गया कि भारत ने युद्ध में शुरू में साहस दिखाया, लेकिन अंत में कमजोर साबित हुआ. अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में पाकिस्तान के विजय उत्सव की तस्वीरों के चलते भारत की छवि धूमिल हुई, जबकि भारतीय मीडिया केवल मोदी की छवि संवारने में व्यस्त रहा. संजय राउत ने लिखा, “रक्षा विशेषज्ञ एस.पी. वैद्य के हवाले से यह भी कहा गया कि यदि सेना को दो-तीन दिन और मिलते तो पाकिस्तान घुटनों पर होता. लेख के समापन में यह सवाल छोड़ा गया कि यदि यह सच है, तो फिर देश के साथ यह विश्वासघात किसने किया?”</p> महाराष्ट्र ‘कुर्सी कुमार को ना विचारधारा, ना जनता से सरोकार’, बिहार की बदहाली पर RJD का तीखा वार
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