पंजाब कांग्रेस सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन:वित्तमंत्री चीमा- पंजाब से सौतेली मां जैसा व्यवाहर; हरसिमरत ने जताई निराशा

पंजाब कांग्रेस सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन:वित्तमंत्री चीमा- पंजाब से सौतेली मां जैसा व्यवाहर; हरसिमरत ने जताई निराशा

केंद्रीय बजट 2024 में पंजाब के लिए कोई विशेष पैकेज घोषित नहीं किए जाने के बाद कांग्रेस सांसदों ने संसद से बाहर आकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया। मुर्दाबाद के नारे लगाए। वहीं, हरसिमरत बादल ने इसे सरकार बचाओ बजट बताया है। इधर, आम आदमी पार्टी के नेताओं ने ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया। कांग्रेस सांसदों ने एनडीए सरकार को पंजाब के साथ विश्वासघात करने वाली सरकार बताया। लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा को पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार करने वाली सरकार बताया है। वित्तमंत्री चीमा- पंजाब को निराश किया गया पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने इस बजट से निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया है। छोटे उद्योग के लिए कुछ नहीं दिया। फर्टिलाइजर पर जो 36% सब्सिडी मिलती थी, वे घटा दी है। इनपुट कॉस्ट बढ़ गई है। भाजपा सरकार किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है। इससे पता चलता है भाजपा पंजाब विरोधी पार्टी है। इस बजट ने पंजाब को बुरी तरह निराश किया है। उन्होंने बताया कि बजट से पहले हर राज्य से इनपुट लिया जाता है। वे जब वित्तमंत्री सीतारमण से मिले थे तो पंजाब को दो फसलों को डायवर्सिफिकेशन के लिए आर्थिक पैकेज की जरूरत जताई थी। इससे पानी व किसान को बचाया जा सके। लेकिन केंद्र सरकार ने इसे इग्नोर किया। 500 किमी इंटरनेशल बॉर्डर है। ऐसे में पंजाब के युवाओं के लिए हिमाचल प्रदेश की तरह इंडस्ट्री लाने के लिए कोई पैकेज नहीं दिया। इस बजट ने पंजाब को निराश किया है। हरसिमरत बोलीं- किसानों और युवाओं की अनदेखी की गई अकाली दल की एकमात्र सांसद हरसिमरत कौर बादल ने सोशल मीडिया पर पंजाब की अनदेखी का विरोध किया है। उन्होंने पोस्ट कर लिखा- केंद्रीय बजट 2024 को “सरकार बचाओ” बजट के रूप में जाना जाएगा, जो बिहार और आंध्र प्रदेश में एनडीए के दो सहयोगियों के लिए बनाया गया, जबकि देश भर में किसानों, गरीबों और युवाओं की अनदेखी की गई। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के एनडीए गठबंधन और सरकार से बाहर निकलने के बाद से लगातार छठे बजट में पंजाब के लिए कुछ भी नहीं है। “पंजाब के मुद्दों को सुलझाने” के नाम पर अपने हितों को साधने के लिए भाजपा में शामिल होने वालों को अब जवाब देना चाहिए कि राज्य को केंद्र के हाथों लगातार भेदभाव का सामना क्यों करना पड़ रहा है। सुखबीर बादल -बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बजट को भेदभावपूर्ण बताया है। उन्होंने 10 पॉइंट अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर डालकर विरोध जताया है। उन्होंने कहा- ▪️केंद्रीय बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण है। ▪️राज्य की कोई भी मांग नहीं मानी गई। ▪️राज्य के किसानों के लिए अति आवश्यक विविधीकरण या ऋण माफी के लिए कोई आवंटन नहीं किया गया है। ▪️पड़ोसी पहाड़ी राज्यों को दिए गए प्रोत्साहनों के कारण ठप पड़े औद्योगिक क्षेत्र के लिए किसी कर रियायत की घोषणा नहीं की गई है। ▪️केंद्र सरकार एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी देने और एमएसपी पर सभी फसलों की खरीद के लिए धन आवंटित करने में भी विफल रही है। ▪️गरीबों और युवाओं की भी कमी हो गई है। मनरेगा में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. ▪️आय असमानता को दूर करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। यहां तक ​​कि 5,000 रुपये प्रति माह की अप्रेंटिसशिप योजना भी दिखावा है, क्योंकि इस टोकन राशि का लाभ उठाने के लिए युवा विस्थापित होकर बड़ी कंपनियों में शामिल नहीं हो पाएंगे। ▪️गठबंधन की मजबूरियां राष्ट्रीय हित से अधिक महत्वपूर्ण लगती हैं। ▪️सरकार का समर्थन करने वाले प्रमुख सहयोगियों को जिस असंतुलित तरीके से धन आवंटित किया गया है, उसने कई प्रमुख राज्यों को धन से वंचित कर दिया है। इसकी समीक्षा किये जाने की जरूरत है। ▪️सीमावर्ती राज्य होने के नाते पंजाब को इस तरह से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। AAP सांसदों ने केजरीवाल के समर्थन में उठाई मांग वहीं, आम आदमी पार्टी ने बजट सत्र के दौरान संसद के बाहर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया है। आरोप लगाया है कि BJP की सरकार ने ED-CBI का गलत प्रयोग कर दिल्ली सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। राघव चड्ढा ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तस्वीर को सांझा किया। जिसमें उनके साथ सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक, मलविंदर सिंह कंग, गुरमीत सिंह मीत हेयर, डॉ. राज कुमार चब्बेवाल दिख रहे हैं। पूरी तरह निराश करने वाला बजट है-AAP AAP वक्ता और पंजाब सरकार में पंजाब मध्यम उद्योग विकास बोर्ड के अध्यक्ष नील गर्ग ने कहा- आज के बजट को सत्ता बचाओ बजट कहना सही होगा। बजट में पंजाब की अनदेखी की गई है, ये पूरी तरह निराश करने वाला बजट है। इस बजट में ना महिलाओं के लिए कुछ है ना ही गरीबों के लिए। किसानों की MSP गारंटी पर भी एक शब्द नहीं बोला गया। पांच राज्यों मे किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे लेकिन उसका क्या आधार होगा, इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया कि वो राज्य कौन से होंगे और क्या लिमिट रहेगी। केंद्रीय बजट 2024 में पंजाब के लिए कोई विशेष पैकेज घोषित नहीं किए जाने के बाद कांग्रेस सांसदों ने संसद से बाहर आकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया। मुर्दाबाद के नारे लगाए। वहीं, हरसिमरत बादल ने इसे सरकार बचाओ बजट बताया है। इधर, आम आदमी पार्टी के नेताओं ने ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया। कांग्रेस सांसदों ने एनडीए सरकार को पंजाब के साथ विश्वासघात करने वाली सरकार बताया। लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा को पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार करने वाली सरकार बताया है। वित्तमंत्री चीमा- पंजाब को निराश किया गया पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने इस बजट से निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया है। छोटे उद्योग के लिए कुछ नहीं दिया। फर्टिलाइजर पर जो 36% सब्सिडी मिलती थी, वे घटा दी है। इनपुट कॉस्ट बढ़ गई है। भाजपा सरकार किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है। इससे पता चलता है भाजपा पंजाब विरोधी पार्टी है। इस बजट ने पंजाब को बुरी तरह निराश किया है। उन्होंने बताया कि बजट से पहले हर राज्य से इनपुट लिया जाता है। वे जब वित्तमंत्री सीतारमण से मिले थे तो पंजाब को दो फसलों को डायवर्सिफिकेशन के लिए आर्थिक पैकेज की जरूरत जताई थी। इससे पानी व किसान को बचाया जा सके। लेकिन केंद्र सरकार ने इसे इग्नोर किया। 500 किमी इंटरनेशल बॉर्डर है। ऐसे में पंजाब के युवाओं के लिए हिमाचल प्रदेश की तरह इंडस्ट्री लाने के लिए कोई पैकेज नहीं दिया। इस बजट ने पंजाब को निराश किया है। हरसिमरत बोलीं- किसानों और युवाओं की अनदेखी की गई अकाली दल की एकमात्र सांसद हरसिमरत कौर बादल ने सोशल मीडिया पर पंजाब की अनदेखी का विरोध किया है। उन्होंने पोस्ट कर लिखा- केंद्रीय बजट 2024 को “सरकार बचाओ” बजट के रूप में जाना जाएगा, जो बिहार और आंध्र प्रदेश में एनडीए के दो सहयोगियों के लिए बनाया गया, जबकि देश भर में किसानों, गरीबों और युवाओं की अनदेखी की गई। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के एनडीए गठबंधन और सरकार से बाहर निकलने के बाद से लगातार छठे बजट में पंजाब के लिए कुछ भी नहीं है। “पंजाब के मुद्दों को सुलझाने” के नाम पर अपने हितों को साधने के लिए भाजपा में शामिल होने वालों को अब जवाब देना चाहिए कि राज्य को केंद्र के हाथों लगातार भेदभाव का सामना क्यों करना पड़ रहा है। सुखबीर बादल -बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बजट को भेदभावपूर्ण बताया है। उन्होंने 10 पॉइंट अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर डालकर विरोध जताया है। उन्होंने कहा- ▪️केंद्रीय बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण है। ▪️राज्य की कोई भी मांग नहीं मानी गई। ▪️राज्य के किसानों के लिए अति आवश्यक विविधीकरण या ऋण माफी के लिए कोई आवंटन नहीं किया गया है। ▪️पड़ोसी पहाड़ी राज्यों को दिए गए प्रोत्साहनों के कारण ठप पड़े औद्योगिक क्षेत्र के लिए किसी कर रियायत की घोषणा नहीं की गई है। ▪️केंद्र सरकार एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी देने और एमएसपी पर सभी फसलों की खरीद के लिए धन आवंटित करने में भी विफल रही है। ▪️गरीबों और युवाओं की भी कमी हो गई है। मनरेगा में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. ▪️आय असमानता को दूर करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। यहां तक ​​कि 5,000 रुपये प्रति माह की अप्रेंटिसशिप योजना भी दिखावा है, क्योंकि इस टोकन राशि का लाभ उठाने के लिए युवा विस्थापित होकर बड़ी कंपनियों में शामिल नहीं हो पाएंगे। ▪️गठबंधन की मजबूरियां राष्ट्रीय हित से अधिक महत्वपूर्ण लगती हैं। ▪️सरकार का समर्थन करने वाले प्रमुख सहयोगियों को जिस असंतुलित तरीके से धन आवंटित किया गया है, उसने कई प्रमुख राज्यों को धन से वंचित कर दिया है। इसकी समीक्षा किये जाने की जरूरत है। ▪️सीमावर्ती राज्य होने के नाते पंजाब को इस तरह से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। AAP सांसदों ने केजरीवाल के समर्थन में उठाई मांग वहीं, आम आदमी पार्टी ने बजट सत्र के दौरान संसद के बाहर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया है। आरोप लगाया है कि BJP की सरकार ने ED-CBI का गलत प्रयोग कर दिल्ली सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। राघव चड्ढा ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तस्वीर को सांझा किया। जिसमें उनके साथ सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक, मलविंदर सिंह कंग, गुरमीत सिंह मीत हेयर, डॉ. राज कुमार चब्बेवाल दिख रहे हैं। पूरी तरह निराश करने वाला बजट है-AAP AAP वक्ता और पंजाब सरकार में पंजाब मध्यम उद्योग विकास बोर्ड के अध्यक्ष नील गर्ग ने कहा- आज के बजट को सत्ता बचाओ बजट कहना सही होगा। बजट में पंजाब की अनदेखी की गई है, ये पूरी तरह निराश करने वाला बजट है। इस बजट में ना महिलाओं के लिए कुछ है ना ही गरीबों के लिए। किसानों की MSP गारंटी पर भी एक शब्द नहीं बोला गया। पांच राज्यों मे किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे लेकिन उसका क्या आधार होगा, इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया कि वो राज्य कौन से होंगे और क्या लिमिट रहेगी।   पंजाब | दैनिक भास्कर