चंडीगढ़ की एंजल बनी राजस्थान में सिविल जज:33वीं रैंक मिली, पिता डाकघर कर्मचारी, एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट के मार्गदर्शन से मिली सफलता

चंडीगढ़ की एंजल बनी राजस्थान में सिविल जज:33वीं रैंक मिली, पिता डाकघर कर्मचारी, एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट के मार्गदर्शन से मिली सफलता

चंडीगढ़ की एंजल कौशल ने राजस्थान सिविल जज कैडर परीक्षा में 33वीं रैंक हासिल कर पूरे शहर और अपने परिवार का मान बढ़ाया है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार, बल्कि चंडीगढ़ और उनके शिक्षण संस्थान ‘एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट’ (सेक्टर 24-डी, चंडीगढ़) को भी गर्व का क्षण प्रदान किया है। एंजल का सफर एंजल ने अपनी शुरुआती शिक्षा केंद्रीय विद्यालय, पटियाला छावनी से की और फिर बीए एलएलबी की डिग्री महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी, मुलाना, अंबाला से प्राप्त की। उनका परिवार मूल रूप से पटियाला का निवासी है, लेकिन वर्तमान में चंडीगढ़ के सेक्टर 27-सी में रह रहा है। उनके पिता रजनीश कौशल, जो सेक्टर 17 स्थित डाकघर में कार्यरत हैं, ने बताया कि एंजल बचपन से ही पढ़ाई में लगनशील थी और उसका सपना जज बनने का था, जिसे उसने अपनी मेहनत से सच कर दिखाया। एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट की भूमिका एंजल ने अपनी सफलता का श्रेय ‘एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट’ को दिया। संस्थान के डायरेक्टर वर्मा मैडम (एडवोकेट) ने एंजल के समर्पण और मेहनत की सराहना करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को सही दिशा और विधिक मार्गदर्शन प्रदान करना है। एंजल की सफलता इस बात का प्रमाण है कि लगन और सही मार्गदर्शन से हर लक्ष्य संभव है।” इसके अलावा, रिटायर्ड सेशन जज नाज्जर सर, रिटायर्ड सरकारी वकील राकेश सर और अनमोल मैडम (एडवोकेट) ने भी एंजल की सफलता में अहम भूमिका निभाई। चंडीगढ़ की एंजल कौशल ने राजस्थान सिविल जज कैडर परीक्षा में 33वीं रैंक हासिल कर पूरे शहर और अपने परिवार का मान बढ़ाया है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार, बल्कि चंडीगढ़ और उनके शिक्षण संस्थान ‘एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट’ (सेक्टर 24-डी, चंडीगढ़) को भी गर्व का क्षण प्रदान किया है। एंजल का सफर एंजल ने अपनी शुरुआती शिक्षा केंद्रीय विद्यालय, पटियाला छावनी से की और फिर बीए एलएलबी की डिग्री महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी, मुलाना, अंबाला से प्राप्त की। उनका परिवार मूल रूप से पटियाला का निवासी है, लेकिन वर्तमान में चंडीगढ़ के सेक्टर 27-सी में रह रहा है। उनके पिता रजनीश कौशल, जो सेक्टर 17 स्थित डाकघर में कार्यरत हैं, ने बताया कि एंजल बचपन से ही पढ़ाई में लगनशील थी और उसका सपना जज बनने का था, जिसे उसने अपनी मेहनत से सच कर दिखाया। एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट की भूमिका एंजल ने अपनी सफलता का श्रेय ‘एपेक्स लीगल इंस्टीट्यूट’ को दिया। संस्थान के डायरेक्टर वर्मा मैडम (एडवोकेट) ने एंजल के समर्पण और मेहनत की सराहना करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को सही दिशा और विधिक मार्गदर्शन प्रदान करना है। एंजल की सफलता इस बात का प्रमाण है कि लगन और सही मार्गदर्शन से हर लक्ष्य संभव है।” इसके अलावा, रिटायर्ड सेशन जज नाज्जर सर, रिटायर्ड सरकारी वकील राकेश सर और अनमोल मैडम (एडवोकेट) ने भी एंजल की सफलता में अहम भूमिका निभाई।   पंजाब | दैनिक भास्कर