अफसरों की कमी से जूझ रहे चंडीगढ़ को जल्दी ही नए IPS और IAS अफसर मिल जाएंगे। दो IAS, दो IPS सहित और एक दानिप्स कैडर के अधिकारी चंडीगढ़ में जॉइन करेंगे। वहीं, दूसरी और एक आईएएस और दो आईपीएस का अफसरों का तबादला किया गया है। केंद्र सरकार की तरफ ट्रांसफर आदेश जारी किए गए हैं। IAS प्रेरणा पुरी की चंडीगढ़ में वापसी हुई है। अरुणाचल प्रदेश से स्वप्निल नाइक को भी चंडीगढ़ भेजा गया है। IAS रूपेश कुमार का तबादला जम्मू-कश्मीर किया गया है। IPS केतन बंसल को दमन एंड दीव और IPS मृदुल को अरुणाचल प्रदेश भेजा गया है। वहीं, अंडमान और निकोबार में सेवाएं दे रहे IPS मंजीत और गीतांजलि खंडेलवाल का तबादला चंडीगढ़ किया गया है। आदेश की कॉपी अफसरों की कमी से जूझ रहे चंडीगढ़ को जल्दी ही नए IPS और IAS अफसर मिल जाएंगे। दो IAS, दो IPS सहित और एक दानिप्स कैडर के अधिकारी चंडीगढ़ में जॉइन करेंगे। वहीं, दूसरी और एक आईएएस और दो आईपीएस का अफसरों का तबादला किया गया है। केंद्र सरकार की तरफ ट्रांसफर आदेश जारी किए गए हैं। IAS प्रेरणा पुरी की चंडीगढ़ में वापसी हुई है। अरुणाचल प्रदेश से स्वप्निल नाइक को भी चंडीगढ़ भेजा गया है। IAS रूपेश कुमार का तबादला जम्मू-कश्मीर किया गया है। IPS केतन बंसल को दमन एंड दीव और IPS मृदुल को अरुणाचल प्रदेश भेजा गया है। वहीं, अंडमान और निकोबार में सेवाएं दे रहे IPS मंजीत और गीतांजलि खंडेलवाल का तबादला चंडीगढ़ किया गया है। आदेश की कॉपी पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंचकूला में 15 लाख 75 हजार की ठगी:शेयर ट्रेडिंग के नाम पर प्रॉफिट का दिया झांसा, रुपए निकालने पर मांगे और पैसे हरियाणा में पंचकूला में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 15 लाख 74 हजार की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। पंचकूला साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में पंचकूला के पिंजौर के अब्दुल्लापुर के रहने वाले संजीव कुमार ने बताया कि 11 मई 2024 को फेसबुक पेज पर उन्होंने शेयर मार्किट जुड़ा एक विज्ञापन देखा था और उस पर क्लिक किया तो वह एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ गए। ग्रुप में शेयर ट्रेडिंग के बाद जानकारी लोग शेयर कर रहे थे। ग्रुप एडमिन ने पीड़ित को एक लिंक शेयर करते हुए उसमें पूरी पर्सनल व बैंक डिटेल भरने को कहा और पीड़ित ने कहे मुताबिक पूरी जानकारी भर दी। ऐसे हुई ठगी करीब एक महीने बाद उसने 10 जून को पहली बार 30 हजार रुपए शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन इनवेस्ट किए। जिसके बाद करीब दर्जनभर से ज्यादा अलग-अलग किस्तों में कुल 15.74 लाख रुपए शेयड ट्रेडिंग के नाम पर लगा दिया। 15 जुलाई 2024 को पीड़ित ने आरोपियों से जब अपना प्रॉफिट और कुल जमा रकम निकालने की बात कही तो कहा गया कि कुल राशि का 20 प्रतिशत और जमा करवाना पड़ेगा तभी वह पूरा पैसा निकाल पाएंगे। उसने पैसे जमा नहीं करवाया, क्योंकि उसे लगा कि उसके साथ ठगी हो रही है। इसके बाद जब उसने अपने पैसे निकालने चाहे तो नहीं निकले।
पंजाब प्रोविडेंड फंड घोटाले में 3-डॉक्टरों सहित 6-को सजा हुई:पूर्व ED अधिकारी निरंजन सिंह ने की जांच; बोले-कर्मचारियों के पैसों से बनाई संपत्ति
पंजाब प्रोविडेंड फंड घोटाले में 3-डॉक्टरों सहित 6-को सजा हुई:पूर्व ED अधिकारी निरंजन सिंह ने की जांच; बोले-कर्मचारियों के पैसों से बनाई संपत्ति पंजाब में साल 2012 में हुए प्रोविडेंड फंड घोटाले मामले में ईडी द्वारा जांच की जा रही थी, इसे लेकर आज कोर्ट ने तीन डॉक्टरों सहित 6 लोगों को सजा सुना दी है। इसी जानकारी एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) जालंधर के पूर्व अधिकारी निरंजन सिंह ने दी है। आखिरी कोर्ट हेयरिंग के दिन निरंजन सिंह आरोपियों को सजा करवाने के लिए जालंधर सेशन कोर्ट पहुंचे थे। जालंधर सेशन कोर्ट ने मुख्यारोपी करमपाल गोयल को पांच साल शैलेंद्र सिंह को 4 साल और तीन डॉक्टरों को तीन तीन साल की सजा सुनाई गई है। डॉक्टर की पहचान युवराज सिंह, कृष्ण लाल, हरदेव सिंह के रूप में हुई है। वहीं केस में हरदेव सिंह की पत्नी निर्मला देवी को भी चार साल की सजा हुई है। निरंजन सिंह बोले- केस में सभी आरोपियों को सजा हुई पूर्व ईडी अधिकारी निरंजन सिंह ने कहा- साल 2012 में हमारी टीम ने एक चार्जशीट फाइल की थी। इस केस में पंजाब सरकार के अधिकारी और कुछ डॉक्टर शामिल थे। सभी आरोपियों ने हम सलाह होकर खुद के ही कर्मचारियों और अधिकारियों का प्रोविडेंड फंड (EPFO) को बताए बिना विड्राल किया और उन पैसों की संपत्ति बनाई गई। इस केस में आज यानी 24 अक्टूबर को कोर्ट ने फैसला सुनाया है और जो लोग इस केस में शामिल थे, उन्हें सजा हो गई है। कुछ आरोपी कस्टडी में, अब वे जेल जाएंगे निरंजन सिंह ने आगे कहा- जो संपत्ति केस में अटैच की गई थी, वो अभी भी अटैच है। केस में नामजद हुए डॉक्टर उस वक्त के अस्पतालों को इंचार्ज थे। डॉक्टर युवराज सिंह, कृष्ण लाल, हरदेव सिंह और हरदेव सिंह की पत्नी निर्मला देवी को भी केस में सजा हुई है। आगे निरंजन सिंह कहा- फिलहाल सभी आरोप पैरोल पर बाहर थे और जिन्हें तीन से ज्यादा सजा हुई है, पहले ही कस्टडी में हैं और वह अब जेल जाएंगे। इस केस में कुछ 6 आरोपियों की भूमिका सबसे मुख्य पाई गई थी। सभी को कोर्ट ने एविडेंस के आधार पर सजा दी है। निरंजन सिंह ने आगे बताया कि आरोपियों ने कई जगह पर प्लाट और घर बनवाए हुए थे। बैकों में भी इनकम से ज्यादा अमाउंट आता जाता था और इनके कई बैंक खाते भी थे। ऐसे में उन्होंने पैसा खर्च भी बहुत किया। सभी आरोपी केस में नवांशहर जिले में तैनात थे।