मोहाली के गांव झामपुर, तीड़ा और त्यूड़ के लोगों ने कच्चा रास्ता बंद होने से चंडीगढ़ और मोहाली प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सड़क बंद करके जाम लगा दिया। यह प्रदर्शन चंडीगढ़ और मोहाली के बीच कच्चे तौर पर बनाया गया रास्ता बंद करने को लेकर किया गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि अगर गांव झामपुर, तोड़ा और त्यूड़ के लोगों को चंडीगढ़ नाना हो तो इस रास्ते से यह 15 मिनट में चंडीगढ़ पहुंच जाते थे, लेकिन अब उन्हें तीन किलोमीटर की अधिक दूरी का सफर तय करके मोहाली की ओर से घूमकर चंडीगढ़ जाना पड़ रहा है, इस कारण उन्हें ज्यादा समय लग रहा है और उनका पैसा भी बर्बाद हो रहा है। रास्ता ना खुला तो प्रदर्शन होगा तेज झामपुर के रहने वाले संदीप ने बताया कि इस रास्ते को कंक्रीट डालकर बंद कर दिया गया है, गांव के लोगों ने करीब दो घंटे तक जाम लगाकर रखा। ऐसे में सड़क पर लंबा जाम लग गया और पुलिस प्रशासन ने आकर स्थिति को संभाला। रास्ते को जल्द खुलवाने के आश्वासन के बाद गांव वाले शांत हुए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर एक हफ्ते में रास्ता नहीं खोला गया तो इसके बाद और उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। 40 साल से जा रहे हैं इसी रास्ते से गांव वालों ने कहा कि चंडीगढ़ और मोहाली प्रशासन के आलाधिकारियों को कई बार इस संबंधी मिलकर रास्ता खोलने की मांग कर चुके हैं। लेकिन दोनों राज्यों के अधिकारियों का कहना है कि यह रास्ता उन्होंने बंद नहीं करवाया, इससे गांव वालों में रोष है। उन्होंने कहा कि यह रास्ता 40 साल से खुला है और बंद होने से 33 गांव के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें चंडीगढ़ जाने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो उसे पीजीआई या चंडीगढ़ के किसी भी अस्पताल ले जाने के लिए यह रास्ता नजदीक पड़ता था, लेकिन इसे अब बंद कर दिया है। एक व्यक्ति की हो चुकी है मौत मोहाली से घूमकर जाने में काफी समय लगता है और रास्ता बंद होने के बाद समय पर पीजीआई नहीं पहुंचने के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है, उसे समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका, क्योंकि उन्हें मोहाली से घूमकर पीजीआई जाना पड़ा।गांव झामपुर निवासी लक्की ने बताया कि यह रास्ता चुनाव से पहले बंद किया गया था और कहा था कि चुनाव के बाद इसे खोल दिया जाएगा। लेकिन नहीं खोला, अब बच्चों को चंडीगढ़ स्कूल जाने में परेशानी झेलनी पड़ रही है, क्योंकि अब उन्हें घूमकर जाना पड़ रहा है। पहले वह घर से स्कूल के लिए आधा घंटा पहले जाते थे लेकिन अब उन्हें एक घंटे पहले घर से निकलना पड़ता है। मोहाली के गांव झामपुर, तीड़ा और त्यूड़ के लोगों ने कच्चा रास्ता बंद होने से चंडीगढ़ और मोहाली प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सड़क बंद करके जाम लगा दिया। यह प्रदर्शन चंडीगढ़ और मोहाली के बीच कच्चे तौर पर बनाया गया रास्ता बंद करने को लेकर किया गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि अगर गांव झामपुर, तोड़ा और त्यूड़ के लोगों को चंडीगढ़ नाना हो तो इस रास्ते से यह 15 मिनट में चंडीगढ़ पहुंच जाते थे, लेकिन अब उन्हें तीन किलोमीटर की अधिक दूरी का सफर तय करके मोहाली की ओर से घूमकर चंडीगढ़ जाना पड़ रहा है, इस कारण उन्हें ज्यादा समय लग रहा है और उनका पैसा भी बर्बाद हो रहा है। रास्ता ना खुला तो प्रदर्शन होगा तेज झामपुर के रहने वाले संदीप ने बताया कि इस रास्ते को कंक्रीट डालकर बंद कर दिया गया है, गांव के लोगों ने करीब दो घंटे तक जाम लगाकर रखा। ऐसे में सड़क पर लंबा जाम लग गया और पुलिस प्रशासन ने आकर स्थिति को संभाला। रास्ते को जल्द खुलवाने के आश्वासन के बाद गांव वाले शांत हुए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर एक हफ्ते में रास्ता नहीं खोला गया तो इसके बाद और उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। 40 साल से जा रहे हैं इसी रास्ते से गांव वालों ने कहा कि चंडीगढ़ और मोहाली प्रशासन के आलाधिकारियों को कई बार इस संबंधी मिलकर रास्ता खोलने की मांग कर चुके हैं। लेकिन दोनों राज्यों के अधिकारियों का कहना है कि यह रास्ता उन्होंने बंद नहीं करवाया, इससे गांव वालों में रोष है। उन्होंने कहा कि यह रास्ता 40 साल से खुला है और बंद होने से 33 गांव के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें चंडीगढ़ जाने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो उसे पीजीआई या चंडीगढ़ के किसी भी अस्पताल ले जाने के लिए यह रास्ता नजदीक पड़ता था, लेकिन इसे अब बंद कर दिया है। एक व्यक्ति की हो चुकी है मौत मोहाली से घूमकर जाने में काफी समय लगता है और रास्ता बंद होने के बाद समय पर पीजीआई नहीं पहुंचने के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है, उसे समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका, क्योंकि उन्हें मोहाली से घूमकर पीजीआई जाना पड़ा।गांव झामपुर निवासी लक्की ने बताया कि यह रास्ता चुनाव से पहले बंद किया गया था और कहा था कि चुनाव के बाद इसे खोल दिया जाएगा। लेकिन नहीं खोला, अब बच्चों को चंडीगढ़ स्कूल जाने में परेशानी झेलनी पड़ रही है, क्योंकि अब उन्हें घूमकर जाना पड़ रहा है। पहले वह घर से स्कूल के लिए आधा घंटा पहले जाते थे लेकिन अब उन्हें एक घंटे पहले घर से निकलना पड़ता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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