चचेरे भाई के साथ खुद को भी किडनैप कराया:अपनी और भाई की पत्नी से फिरौती मांगी, बरेली में प्रॉपर्टी डीलर ने रचा ड्रामा

चचेरे भाई के साथ खुद को भी किडनैप कराया:अपनी और भाई की पत्नी से फिरौती मांगी, बरेली में प्रॉपर्टी डीलर ने रचा ड्रामा

बरेली में कर्ज उतारने के लिए प्रॉपर्टी डीलर ने अपने 9 दोस्तों के साथ मिलकर किडनैपिंग का खेल खेला। उसने अपने चचेरे भाई (अंडा कारोबारी) काे बांदा से किडनैप किया। पुलिस और परिवार वालों को शक न हो, इसलिए खुद की किडनैपिंग का नाटक रचा। इसके बाद प्रॉपर्टी डीलर ने पत्नी को फोन कराकर 5 लाख की फिरौती मांगी। साथ ही चचेरे भाई की टीचर पत्नी को फोन कर 15 लाख रुपए की फिरौती मांगी। कहा- रुपए भेज दो, नहीं तो जान से मार देंगे। पुलिस ने लोकेशन और सीसीटीवी की मदद से दो कार सवार 3 आरोपियों को भोजीपुरा के पास मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर और बांदा के अंडा कारोबारी को बरामद कर लिया। पूछताछ में पता चला कि प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण नहीं हुआ था, उसने खुद अपहरण की साजिश रची थी। प्रॉपर्टी डीलर ने अपनी और चचेरे भाई के अपहरण की साजिश क्यों रची? पुलिस इस मामले के खुलासे तक कैसे पहुंची? सिलसिलेवार पढ़िए… पहले फिरौती और फिर प्रॉपर्टी डीलर की बरामदगी… अनूप की पत्नी के पास आया फिरौती का फोन
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया- 19 जनवरी को बारादरी के पवन विहार में रहने वाली किरन कटियार ने अपने पति अनूप कटियार के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था। किरन ने बताया था कि उसके पास फोन आया था। फोन करने वाले ने बताया था कि उसके पति का अपहरण हो गया है। उसने किरन से पांच लाख रुपए मांगे थे। अनूप प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर को बरामद करने के लिए उसके मोबाइल की लोकेशन ली। फिर सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू की। हाईवे के CCTV में दिखा अनूप
सोमवार रात पुलिस हाईवे के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। इसमें अनूप एक कार चलाता दिखा। इसके बाद पुलिस अलर्ट हो गई। भोजीपुरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने दो गाड़ियों को घेर लिया। इसके बाद बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें 3 बदमाशों के पैर में गोली लगी। पुलिस ने दोनों कारों में सवार 7 लोगों को पकड़ लिया, जबकि 3 आरोपी भाग गए। पुलिस ने कार से अनूप को भी बरामद कर लिया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से अनूप का अपहरण करने के पीछे वजह पूछी। इस पर चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पता चला, अनूप का अपहरण एक साजिश का हिस्सा था। दरअसल, अनूप ने बांदा में रहने वाले अपने चचेरे भाई का अपहरण किया था। उस केस में वह पकड़ा न जाए, इसलिए खुद के अपहरण की भी साजिश रच डाली। अब पुलिस पूछताछ में सामने आई अपहरण की नई कहानी पढ़िए… बांदा से अंडा कारोबारी का किया अपहरण
पूछताछ में मास्टरमाइंड अनूप ने बताया कि हरीश मूल रूप से ग्राम पांडेयपुर थाना पाली हरदोई का रहने वाला है। इस समय वह बांदा में अंडा चौक के पास किराए के मकान में रहता है। वह अंडे का थोक व्यापार करता है। उसकी पत्नी सरकारी टीचर है। फिलहाल सीतापुर में नियुक्त है। हरीश हमेशा अनूप की मदद करता रहता था। उसके यहां उसका आना-जाना रहता था। हरीश ने हाल ही में अनूप को 2 लाख रुपए दिए थे। एक महीने पहले उसने हरीश से 3 लाख रुपए मांगे थे, लेकिन उसने इनकार कर दिया था। उधर, अनूप पर कर्ज था और लोग तकादा कर रहे थे। अनूप ने बताया- एक महीने पहले मैं अपने गांव पांडेयपुर आया था। वहीं पर अपहरण की योजना बनाई। इसके बाद अपनी कार से 16 जनवरी को अकेला हरीश के घर बांदा पहुंचा। मेरे साथी वीरू उर्फ वीरपाल की ईको में अंकित उर्फ विनीत कटियार, खुमेंद्र, आकाश और रजत उर्फ उमेश वहां पहुंचे। बांदा में हम लोग एक होटल में रुके। रात करीब 9 बजे मैं हरीश के घर पहुंचा। उसके कमरे पर रुका। मैंने हरीश को चित्रकूट चलने को बोला, लेकिन उसने मना कर दिया। 17 जनवरी की शाम को मैंने हरीश से कहा कि मेरे दोस्त चित्रकूट घूमकर आ रहे हैं। उनसे मिलकर आता हूं। बाहर आकर मैंने दोस्तों को हरीश का घर दिखाने के साथ ही प्लान बताया। तमंचा लगाया, मुंह में कपड़ा ठूंसा
रात करीब 1.30 बजे दोस्तों के पहुंचने पर मैंने हरीश के घर का दरवाजा खोल दिया। तमंचा लगाकर हरीश पर कंबल डाल दिया। उसके हाथ-पैर बांधे। फिर उसकी आंख पर पट्‌टी बांधकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद हरीश को उठाकर कार में डाल लिया। साथ ही तय प्लानिंग के अनुसार मेरा भी अपहरण किया गया। जिससे हरीश को लगे कि मेरा भी अपहरण हुआ है। यहां से हम लोग बरेली पहुंचे। भुता में गाड़ियों में डीजल डलवाया। रजत ने हरीश से सोने की चेन और अंगूठी छीन ली। इसके बाद शाहजहांपुर से हरदोई रोड पर गए। हरीश जब भी पानी मांगता, तो उसे शराब देते थे ताकि वह नशे में रहे। हम लोग पूरे दिन कार से घूमते रहे। रात होने पर बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के मियापुर गांव पहुंचे। यहां अंकित के घर पर हरीश कटियार को बंधक बनाकर रखा गया। अंकित की पत्नी लाली सभी के लिए खाने का इंतजाम करती थी। यहां से अंकित ने हरीश कटियार की पत्नी को फोन कर 15 लाख की फिरौती की मांगी। हरीश की पत्नी को अनूप पर शक हुआ, तो उसने बांदा में अनूप के खिलाफ नामजद अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया। कर्ज उतारने के लिए किया था अपहरण
अनूप ने बताया- 3 साल पहले मैंने कृष्णानगर थाना बारादरी के रहने वाले रिटायर फौजी देवेंद्र से 5 लाख रुपए लिए थे। ये रुपए मैंने फर्रुखाबाद में प्रॉपर्टी में लगाए थे, लेकिन मुझे घाटा हो गया था। वहीं, देवेंद्र मुझसे लगातार पैसे मांग रहा था। इस कारण से मैंने हरीश के अपहरण की योजना बनाई। अब जानिए पुलिस आरोपियों तक कैसे पहुंची
हरीश को अंकित के घर पहुंचाने के बाद अनूप राममूर्ति अस्पताल की पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर सो गया। अगले दिन अनूप और अंकित उर्फ विनीत उत्तराखंड के उधमसिंह नगर पहुंचे। यहां अनूप ने अपने फोन से पत्नी ममता को फोन कराया। फोन अंकित ने किया और फिरौती के 5 लाख रुपए मांगे। यहां से हरीश की पत्नी ज्योति को फिर फोन कर 15 लाख रुपए मांगे। इसके बाद फोन बंद कर लिया। हरीश को अंकित के यहां अधिक दिन तक नहीं रख सकते थे। ऐसे में शाहिद की बताई जगह पर हरीश को बंधक बनाकर रखने की योजना बनी। 21 जनवरी की सुबह हम लोग 2 कारों से हरीश को लेने जा रहे थे। रास्ते में पुलिस से मुठभेड़ हो गई। इसमें अंकित उर्फ विनीत, शाहिद व वीरु उर्फ वीरपाल को गोली लगी। जबकि खुमेंद्र, ललित और रजत खेतों की तरफ भाग गए। इसके बाद अंकित के घर से हरीश को बरामद किया। यहां से अंकित की पत्नी लाली को भी अरेस्ट कर लिया गया। हरीश की हत्या की थी प्लानिंग
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपियों की हरीश को मार डालने की योजना थी। इसके लिए एक बॉक्स भी खरीदा था। आरोपी हरीश का बंधे हुए का वीडियो बनाकर वॉट्सऐप पर भेजकर फिरौती की मांग करते। अगर फिरौती की रकम नहीं मिलती, तो हरीश को मार देते। अनूप कटियार ने उसकी लाश रखने के लिए एक लोहे का संदूक भी खरीदा था। लाश को बहेड़ी या उत्तराखंड में फेंकने की योजना थी। अनूप कटियार के पिता रिटायर्ड लेखपाल हैं। पुलिस ने इस मामले में अनूप कटियार, अंकित उर्फ विनीत, शाहिद, वीरू उर्फ वीरपाल, आकाश, उमाशंकर, उदित और अंकित की पत्नी लाली को गिरफ्तार किया है। अभी 3 आरोपी खेमेंद्र, ललित और रजत उर्फ उमेश फरार है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें दबिशें दे रही हैं। …………………… यह खबर भी पढ़ें जज बोले-बेटी बड़ी होकर IAS-IPS बनती, हत्या हो गई, बरेली में 4 साल की मासूम को गेट में करंट लगाकर मारा, दोषी को उम्रकैद ‘आरोपी ने जानबूझकर खेल-खेल में एक बच्ची की जान ले ली। बेटी बड़ी होकर भविष्य में IAS, IPS अफसर बनती। अपने मां-बाप का सहारा बनती। लेकिन, अफसोस उसकी हत्या हो गई।’ बरेली कोर्ट के जज रवि कुमार दिवाकर ने एक दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाते यह टिप्पणी की। बच्चे गेट पकड़ कर खेलते थे। इसके चलते दोषी ने गेट में करंट लगा दिया। गेट छूते ही 4 साल की मासूम की मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर बरेली में कर्ज उतारने के लिए प्रॉपर्टी डीलर ने अपने 9 दोस्तों के साथ मिलकर किडनैपिंग का खेल खेला। उसने अपने चचेरे भाई (अंडा कारोबारी) काे बांदा से किडनैप किया। पुलिस और परिवार वालों को शक न हो, इसलिए खुद की किडनैपिंग का नाटक रचा। इसके बाद प्रॉपर्टी डीलर ने पत्नी को फोन कराकर 5 लाख की फिरौती मांगी। साथ ही चचेरे भाई की टीचर पत्नी को फोन कर 15 लाख रुपए की फिरौती मांगी। कहा- रुपए भेज दो, नहीं तो जान से मार देंगे। पुलिस ने लोकेशन और सीसीटीवी की मदद से दो कार सवार 3 आरोपियों को भोजीपुरा के पास मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर और बांदा के अंडा कारोबारी को बरामद कर लिया। पूछताछ में पता चला कि प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण नहीं हुआ था, उसने खुद अपहरण की साजिश रची थी। प्रॉपर्टी डीलर ने अपनी और चचेरे भाई के अपहरण की साजिश क्यों रची? पुलिस इस मामले के खुलासे तक कैसे पहुंची? सिलसिलेवार पढ़िए… पहले फिरौती और फिर प्रॉपर्टी डीलर की बरामदगी… अनूप की पत्नी के पास आया फिरौती का फोन
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया- 19 जनवरी को बारादरी के पवन विहार में रहने वाली किरन कटियार ने अपने पति अनूप कटियार के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था। किरन ने बताया था कि उसके पास फोन आया था। फोन करने वाले ने बताया था कि उसके पति का अपहरण हो गया है। उसने किरन से पांच लाख रुपए मांगे थे। अनूप प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर को बरामद करने के लिए उसके मोबाइल की लोकेशन ली। फिर सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू की। हाईवे के CCTV में दिखा अनूप
सोमवार रात पुलिस हाईवे के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। इसमें अनूप एक कार चलाता दिखा। इसके बाद पुलिस अलर्ट हो गई। भोजीपुरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने दो गाड़ियों को घेर लिया। इसके बाद बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें 3 बदमाशों के पैर में गोली लगी। पुलिस ने दोनों कारों में सवार 7 लोगों को पकड़ लिया, जबकि 3 आरोपी भाग गए। पुलिस ने कार से अनूप को भी बरामद कर लिया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से अनूप का अपहरण करने के पीछे वजह पूछी। इस पर चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पता चला, अनूप का अपहरण एक साजिश का हिस्सा था। दरअसल, अनूप ने बांदा में रहने वाले अपने चचेरे भाई का अपहरण किया था। उस केस में वह पकड़ा न जाए, इसलिए खुद के अपहरण की भी साजिश रच डाली। अब पुलिस पूछताछ में सामने आई अपहरण की नई कहानी पढ़िए… बांदा से अंडा कारोबारी का किया अपहरण
पूछताछ में मास्टरमाइंड अनूप ने बताया कि हरीश मूल रूप से ग्राम पांडेयपुर थाना पाली हरदोई का रहने वाला है। इस समय वह बांदा में अंडा चौक के पास किराए के मकान में रहता है। वह अंडे का थोक व्यापार करता है। उसकी पत्नी सरकारी टीचर है। फिलहाल सीतापुर में नियुक्त है। हरीश हमेशा अनूप की मदद करता रहता था। उसके यहां उसका आना-जाना रहता था। हरीश ने हाल ही में अनूप को 2 लाख रुपए दिए थे। एक महीने पहले उसने हरीश से 3 लाख रुपए मांगे थे, लेकिन उसने इनकार कर दिया था। उधर, अनूप पर कर्ज था और लोग तकादा कर रहे थे। अनूप ने बताया- एक महीने पहले मैं अपने गांव पांडेयपुर आया था। वहीं पर अपहरण की योजना बनाई। इसके बाद अपनी कार से 16 जनवरी को अकेला हरीश के घर बांदा पहुंचा। मेरे साथी वीरू उर्फ वीरपाल की ईको में अंकित उर्फ विनीत कटियार, खुमेंद्र, आकाश और रजत उर्फ उमेश वहां पहुंचे। बांदा में हम लोग एक होटल में रुके। रात करीब 9 बजे मैं हरीश के घर पहुंचा। उसके कमरे पर रुका। मैंने हरीश को चित्रकूट चलने को बोला, लेकिन उसने मना कर दिया। 17 जनवरी की शाम को मैंने हरीश से कहा कि मेरे दोस्त चित्रकूट घूमकर आ रहे हैं। उनसे मिलकर आता हूं। बाहर आकर मैंने दोस्तों को हरीश का घर दिखाने के साथ ही प्लान बताया। तमंचा लगाया, मुंह में कपड़ा ठूंसा
रात करीब 1.30 बजे दोस्तों के पहुंचने पर मैंने हरीश के घर का दरवाजा खोल दिया। तमंचा लगाकर हरीश पर कंबल डाल दिया। उसके हाथ-पैर बांधे। फिर उसकी आंख पर पट्‌टी बांधकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद हरीश को उठाकर कार में डाल लिया। साथ ही तय प्लानिंग के अनुसार मेरा भी अपहरण किया गया। जिससे हरीश को लगे कि मेरा भी अपहरण हुआ है। यहां से हम लोग बरेली पहुंचे। भुता में गाड़ियों में डीजल डलवाया। रजत ने हरीश से सोने की चेन और अंगूठी छीन ली। इसके बाद शाहजहांपुर से हरदोई रोड पर गए। हरीश जब भी पानी मांगता, तो उसे शराब देते थे ताकि वह नशे में रहे। हम लोग पूरे दिन कार से घूमते रहे। रात होने पर बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के मियापुर गांव पहुंचे। यहां अंकित के घर पर हरीश कटियार को बंधक बनाकर रखा गया। अंकित की पत्नी लाली सभी के लिए खाने का इंतजाम करती थी। यहां से अंकित ने हरीश कटियार की पत्नी को फोन कर 15 लाख की फिरौती की मांगी। हरीश की पत्नी को अनूप पर शक हुआ, तो उसने बांदा में अनूप के खिलाफ नामजद अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया। कर्ज उतारने के लिए किया था अपहरण
अनूप ने बताया- 3 साल पहले मैंने कृष्णानगर थाना बारादरी के रहने वाले रिटायर फौजी देवेंद्र से 5 लाख रुपए लिए थे। ये रुपए मैंने फर्रुखाबाद में प्रॉपर्टी में लगाए थे, लेकिन मुझे घाटा हो गया था। वहीं, देवेंद्र मुझसे लगातार पैसे मांग रहा था। इस कारण से मैंने हरीश के अपहरण की योजना बनाई। अब जानिए पुलिस आरोपियों तक कैसे पहुंची
हरीश को अंकित के घर पहुंचाने के बाद अनूप राममूर्ति अस्पताल की पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर सो गया। अगले दिन अनूप और अंकित उर्फ विनीत उत्तराखंड के उधमसिंह नगर पहुंचे। यहां अनूप ने अपने फोन से पत्नी ममता को फोन कराया। फोन अंकित ने किया और फिरौती के 5 लाख रुपए मांगे। यहां से हरीश की पत्नी ज्योति को फिर फोन कर 15 लाख रुपए मांगे। इसके बाद फोन बंद कर लिया। हरीश को अंकित के यहां अधिक दिन तक नहीं रख सकते थे। ऐसे में शाहिद की बताई जगह पर हरीश को बंधक बनाकर रखने की योजना बनी। 21 जनवरी की सुबह हम लोग 2 कारों से हरीश को लेने जा रहे थे। रास्ते में पुलिस से मुठभेड़ हो गई। इसमें अंकित उर्फ विनीत, शाहिद व वीरु उर्फ वीरपाल को गोली लगी। जबकि खुमेंद्र, ललित और रजत खेतों की तरफ भाग गए। इसके बाद अंकित के घर से हरीश को बरामद किया। यहां से अंकित की पत्नी लाली को भी अरेस्ट कर लिया गया। हरीश की हत्या की थी प्लानिंग
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपियों की हरीश को मार डालने की योजना थी। इसके लिए एक बॉक्स भी खरीदा था। आरोपी हरीश का बंधे हुए का वीडियो बनाकर वॉट्सऐप पर भेजकर फिरौती की मांग करते। अगर फिरौती की रकम नहीं मिलती, तो हरीश को मार देते। अनूप कटियार ने उसकी लाश रखने के लिए एक लोहे का संदूक भी खरीदा था। लाश को बहेड़ी या उत्तराखंड में फेंकने की योजना थी। अनूप कटियार के पिता रिटायर्ड लेखपाल हैं। पुलिस ने इस मामले में अनूप कटियार, अंकित उर्फ विनीत, शाहिद, वीरू उर्फ वीरपाल, आकाश, उमाशंकर, उदित और अंकित की पत्नी लाली को गिरफ्तार किया है। अभी 3 आरोपी खेमेंद्र, ललित और रजत उर्फ उमेश फरार है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें दबिशें दे रही हैं। …………………… यह खबर भी पढ़ें जज बोले-बेटी बड़ी होकर IAS-IPS बनती, हत्या हो गई, बरेली में 4 साल की मासूम को गेट में करंट लगाकर मारा, दोषी को उम्रकैद ‘आरोपी ने जानबूझकर खेल-खेल में एक बच्ची की जान ले ली। बेटी बड़ी होकर भविष्य में IAS, IPS अफसर बनती। अपने मां-बाप का सहारा बनती। लेकिन, अफसोस उसकी हत्या हो गई।’ बरेली कोर्ट के जज रवि कुमार दिवाकर ने एक दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाते यह टिप्पणी की। बच्चे गेट पकड़ कर खेलते थे। इसके चलते दोषी ने गेट में करंट लगा दिया। गेट छूते ही 4 साल की मासूम की मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर