अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा में चंद्रभानु पासवान ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड मतों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए प्रतिष्ठा की सीट बनी मिल्कीपुर सीट पर भाजपा ने अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। चंद्रभानु ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजीत प्रसाद को 61710 वोटों से शिकस्त दी है। चंद्रभानु पासवान को जहां 146397 वोट मिले वहीं स्थानीय सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को 84687 मत ही प्राप्त हुए। दैनिक भास्कर ने चंद्रभानु पासवान से खास बात किया। चंद्रभानु पासवान ने बताया यह जीत हमारी नहीं है, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और हनुमान जी की कृपा से और मिल्कीपुर की जनता के आशीर्वाद से जीत हासिल किया हूं। यह तभी संभव हुआ, जब मिल्कीपुर की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की नीतियों और रीतियों से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी को अपना बहुमूल्य वोट दिया है। मिल्कीपुर से नवनिर्वाचित BJP विधायक चंद्रभानु का पढ़िए पूरी बातचीत सवाल. आपके ऊपर बाहरी होने का ठप्पा लगाया जा रहा था, कैसे वोटरों को प्रभावित किया?
जवाब. जनता ने उन्हें खुद बता दिया कि कौन बाहरी है और कौन नहीं है। कई सालों से जनता के बीच हम थे, जनता ने हमें अपना भाई और बेटा स्वीकार किया। यहीं कारण है कि जनता ने हमें भरपूर आशीर्वाद दिया। सवाल. अखिलेश यादव कहते थे- ये सीट सपा की विरासत की सीट है, आपने कैसे ये सीट छीनी?
जवाब. मिल्कीपुर की देवतुल्य जनता हमारे साथ थी, जनता ने भाजपा के विकास को देखा है। इसलिए इस बार भाजपा को वोट देने का मन यहां की जनता ने बना लिया था। सवाल. क्या अजीत प्रसाद परिवारवाद के चलते चुनाव हार गए?
जवाब. सपा में परिवारवाद हावी है, यहीं कारण है कि सैफेई से लेकर मिल्कीपुर तक परिवारवाद दिखाई दे रहा है। इसलिए जनता ने उन्हें इस बार नकार दिया है। सवाल. लोकसभा चुनाव के बाद मिल्कीपुर में ऐसा क्या बदलाव हुआ कि जनता बीजेपी से प्रभावित हो गई?
जवाब. इस बार मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की जनकल्याणकारी योजनाएं यहां की जनता को प्रभावित किया है। इस बार झूठ फरेब नहीं चला है। यहीं कारण है कि जनता ने भाजपा को वोट दिया है। सवाल. अवधेश प्रसाद कह रहे-भाजपा के गुंडों ने बूथ कैप्चरिंग की…ये आरोप कितने सही हैं?
जवाब. चंद्रभानु पासवान ने कहा “ अवधेश प्रसाद द्वारा बूथ कैप्चरिंग के लगाए सभी आरोप निराधार है। शासन पूरे तरह से मुस्तैद था, वे तो अपने लड़के को फर्जी ही जिता रहे थे, जिसका वीडियो भी सामने आ रहा है। सवाल. आरोप है कि चंद्रभानु को चुनाव प्रशासन ने जितवाया, डीएम, एसएसपी BJP एजेंट की तरह काम करते रहे?
जवाब. जनता जान रही है, पूरा चुनाव निष्पक्ष हुआ है। हार के डर से प्रशासन पर आरोप लगा रहे है। ऐसा कहीं देखने को नहीं मिला। सवाल. सांसद का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे रो रहे थे, क्या दलित वोटरों को साधने का प्रयास था?
जवाब. उनके दोहरे चरित्र को जनता जान गई है। यहीं कारण है कि उनको जनता का विश्वास नहीं मिला। सवाल. सपा कहती रही आप केवल चेहरा हैं? चुनाव योगी जी लड़ रहे हैं..आपको क्या लगता है? ये आपकी जीत है या योगी जी की?
जवाब. भाजपा के सारे लोग लगे थे, योगी मोदी चेहरा ही नहीं हमारे पार्टी के आदर्श भी है। सवाल. अब आप चुनाव जीत चुके हैं…मिल्कीपुर के सबसे बड़े तीन काम प्राथमिकता में क्या रहेंगे?
जवाब. मिल्कीपुर के मतदाताओं के लिए जो भी मूलभूत सुविधाएं है। समाज में खड़े अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक सुविधाओं को पहुंचाने का काम करेंगे। स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में भी मिल्कीपुर के लिए कार्य करेंगे। सवाल– अयोध्या के विधानसभाओं में मिल्कीपुर अभी काफी पीछे है, यहां के लिए आप क्या करेंगे।
जवाब. मिल्कीपुर विधानसभा यहां की सबसे स्मार्ट विधानसभा बने यह हमारा प्रयास होगा। युवाओं के लिए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य पर काम करेंगे। चुनावी प्रचार के दौरान कई चीजों को देखा है, जिस पर हम काम करेंगे। ———————————- ये खबर भी पढ़िए… अवधेश प्रसाद बोले-अजीत ही मिल्कीपुर के असली विधायक;अफसर 10 हजार में बिक गए, 50 हजार बाहरी बुलाकर फर्जी वोट डलवाया मिल्कीपुर उपचुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली की गई। भाजपा ने तीन स्तरों पर चुनाव में गड़बड़ी की। पहला-मतदान केंद्रों के अंदर अधिकारियों के माध्यम से, दूसरा- करीब 50,000 बाहरी लोगों से अवैध वोटिंग करवाकर और तीसरा- प्रशासनिक अधिकारियों के दबाव से। मेरे पास सबूत हैं कि पीठासीन अधिकारियों को 10,000 रुपए प्रति व्यक्ति दिए गए। अजीत प्रसाद ही मिल्कीपुर के असली विधायक हैं। पढ़िए पूरी खबर अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा में चंद्रभानु पासवान ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड मतों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए प्रतिष्ठा की सीट बनी मिल्कीपुर सीट पर भाजपा ने अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। चंद्रभानु ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजीत प्रसाद को 61710 वोटों से शिकस्त दी है। चंद्रभानु पासवान को जहां 146397 वोट मिले वहीं स्थानीय सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को 84687 मत ही प्राप्त हुए। दैनिक भास्कर ने चंद्रभानु पासवान से खास बात किया। चंद्रभानु पासवान ने बताया यह जीत हमारी नहीं है, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और हनुमान जी की कृपा से और मिल्कीपुर की जनता के आशीर्वाद से जीत हासिल किया हूं। यह तभी संभव हुआ, जब मिल्कीपुर की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की नीतियों और रीतियों से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी को अपना बहुमूल्य वोट दिया है। मिल्कीपुर से नवनिर्वाचित BJP विधायक चंद्रभानु का पढ़िए पूरी बातचीत सवाल. आपके ऊपर बाहरी होने का ठप्पा लगाया जा रहा था, कैसे वोटरों को प्रभावित किया?
जवाब. जनता ने उन्हें खुद बता दिया कि कौन बाहरी है और कौन नहीं है। कई सालों से जनता के बीच हम थे, जनता ने हमें अपना भाई और बेटा स्वीकार किया। यहीं कारण है कि जनता ने हमें भरपूर आशीर्वाद दिया। सवाल. अखिलेश यादव कहते थे- ये सीट सपा की विरासत की सीट है, आपने कैसे ये सीट छीनी?
जवाब. मिल्कीपुर की देवतुल्य जनता हमारे साथ थी, जनता ने भाजपा के विकास को देखा है। इसलिए इस बार भाजपा को वोट देने का मन यहां की जनता ने बना लिया था। सवाल. क्या अजीत प्रसाद परिवारवाद के चलते चुनाव हार गए?
जवाब. सपा में परिवारवाद हावी है, यहीं कारण है कि सैफेई से लेकर मिल्कीपुर तक परिवारवाद दिखाई दे रहा है। इसलिए जनता ने उन्हें इस बार नकार दिया है। सवाल. लोकसभा चुनाव के बाद मिल्कीपुर में ऐसा क्या बदलाव हुआ कि जनता बीजेपी से प्रभावित हो गई?
जवाब. इस बार मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की जनकल्याणकारी योजनाएं यहां की जनता को प्रभावित किया है। इस बार झूठ फरेब नहीं चला है। यहीं कारण है कि जनता ने भाजपा को वोट दिया है। सवाल. अवधेश प्रसाद कह रहे-भाजपा के गुंडों ने बूथ कैप्चरिंग की…ये आरोप कितने सही हैं?
जवाब. चंद्रभानु पासवान ने कहा “ अवधेश प्रसाद द्वारा बूथ कैप्चरिंग के लगाए सभी आरोप निराधार है। शासन पूरे तरह से मुस्तैद था, वे तो अपने लड़के को फर्जी ही जिता रहे थे, जिसका वीडियो भी सामने आ रहा है। सवाल. आरोप है कि चंद्रभानु को चुनाव प्रशासन ने जितवाया, डीएम, एसएसपी BJP एजेंट की तरह काम करते रहे?
जवाब. जनता जान रही है, पूरा चुनाव निष्पक्ष हुआ है। हार के डर से प्रशासन पर आरोप लगा रहे है। ऐसा कहीं देखने को नहीं मिला। सवाल. सांसद का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे रो रहे थे, क्या दलित वोटरों को साधने का प्रयास था?
जवाब. उनके दोहरे चरित्र को जनता जान गई है। यहीं कारण है कि उनको जनता का विश्वास नहीं मिला। सवाल. सपा कहती रही आप केवल चेहरा हैं? चुनाव योगी जी लड़ रहे हैं..आपको क्या लगता है? ये आपकी जीत है या योगी जी की?
जवाब. भाजपा के सारे लोग लगे थे, योगी मोदी चेहरा ही नहीं हमारे पार्टी के आदर्श भी है। सवाल. अब आप चुनाव जीत चुके हैं…मिल्कीपुर के सबसे बड़े तीन काम प्राथमिकता में क्या रहेंगे?
जवाब. मिल्कीपुर के मतदाताओं के लिए जो भी मूलभूत सुविधाएं है। समाज में खड़े अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक सुविधाओं को पहुंचाने का काम करेंगे। स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में भी मिल्कीपुर के लिए कार्य करेंगे। सवाल– अयोध्या के विधानसभाओं में मिल्कीपुर अभी काफी पीछे है, यहां के लिए आप क्या करेंगे।
जवाब. मिल्कीपुर विधानसभा यहां की सबसे स्मार्ट विधानसभा बने यह हमारा प्रयास होगा। युवाओं के लिए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य पर काम करेंगे। चुनावी प्रचार के दौरान कई चीजों को देखा है, जिस पर हम काम करेंगे। ———————————- ये खबर भी पढ़िए… अवधेश प्रसाद बोले-अजीत ही मिल्कीपुर के असली विधायक;अफसर 10 हजार में बिक गए, 50 हजार बाहरी बुलाकर फर्जी वोट डलवाया मिल्कीपुर उपचुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली की गई। भाजपा ने तीन स्तरों पर चुनाव में गड़बड़ी की। पहला-मतदान केंद्रों के अंदर अधिकारियों के माध्यम से, दूसरा- करीब 50,000 बाहरी लोगों से अवैध वोटिंग करवाकर और तीसरा- प्रशासनिक अधिकारियों के दबाव से। मेरे पास सबूत हैं कि पीठासीन अधिकारियों को 10,000 रुपए प्रति व्यक्ति दिए गए। अजीत प्रसाद ही मिल्कीपुर के असली विधायक हैं। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
चन्द्रभानु पासवान बोले- मिल्कीपुर विधानसभा को बनाएंगे स्मार्ट:रामलला के आशीर्वाद से मिली ऐतिहासिक जीत, जनता ने बता दिया कौन बाहरी
![चन्द्रभानु पासवान बोले- मिल्कीपुर विधानसभा को बनाएंगे स्मार्ट:रामलला के आशीर्वाद से मिली ऐतिहासिक जीत, जनता ने बता दिया कौन बाहरी](https://images.bhaskarassets.com/thumb/1000x1000/web2images/521/2025/02/10/comp-32_1739156175.gif)