हरियाणा के हिसार में चरखी दादरी जिले के रहने वाले करीब 45 वर्षीय सुखविंद्र ने अपनी ससुराल में जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया। परिवार वालों के अनुसार वह भाजपा पार्टी से जुड़ा हुआ था। लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत ने मिलने के कारण वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा और 28 जून की रात को हिसार में अपने ससुराल में आकर उसने सुसाइड कर लिया। मानसिक रूप से था परेशान चरखी दादरी के तहसील बाढडा के नांदा गांव निवासी जुगविंदर ने बताया कि उसका बड़ा भाई सुखविंदर भिवानी जिले में ट्रांसपोर्ट का काम करता था और भाजपा पार्टी से पिछले कई वर्षों से जुड़ा हुआ था। लोकसभा चुनाव 2024 में मोदी को पूर्ण बहुमत ना मिलने के कारण बडा भाई सुखविंदर मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। परिजनों ने काफी समझाया शिकायतकर्ता ने बताया कि परिवार वालों ने उसे काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वह हमेशा गुमसुम रहने लगा। मृतक सुखविन्द्र मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था। जिसको मैंने व मेरे परिवार वालों ने समझाया भी था। इसके बावजूद वह उदास रहता था। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव परिवार वालों ने बताया कि सुखविंदर की शादी हिसार में हुई थी। वह अपनी ससुराल हिसार के मिर्जापुर रोड स्थित श्रीनगर कॉलोनी में आया हुआ था। 28 जून को उसने रात के समय जहरीला पदार्थ खा लिया। उसके ससुराल वाले से हिसार के नागरिक अस्पताल में लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस ने हिसार के नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिवार वालों को सौंप दिया। पुलिस ने इस मामले में धारा 174 के तहत कार्रवाई की है। हरियाणा के हिसार में चरखी दादरी जिले के रहने वाले करीब 45 वर्षीय सुखविंद्र ने अपनी ससुराल में जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया। परिवार वालों के अनुसार वह भाजपा पार्टी से जुड़ा हुआ था। लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत ने मिलने के कारण वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा और 28 जून की रात को हिसार में अपने ससुराल में आकर उसने सुसाइड कर लिया। मानसिक रूप से था परेशान चरखी दादरी के तहसील बाढडा के नांदा गांव निवासी जुगविंदर ने बताया कि उसका बड़ा भाई सुखविंदर भिवानी जिले में ट्रांसपोर्ट का काम करता था और भाजपा पार्टी से पिछले कई वर्षों से जुड़ा हुआ था। लोकसभा चुनाव 2024 में मोदी को पूर्ण बहुमत ना मिलने के कारण बडा भाई सुखविंदर मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। परिजनों ने काफी समझाया शिकायतकर्ता ने बताया कि परिवार वालों ने उसे काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वह हमेशा गुमसुम रहने लगा। मृतक सुखविन्द्र मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था। जिसको मैंने व मेरे परिवार वालों ने समझाया भी था। इसके बावजूद वह उदास रहता था। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव परिवार वालों ने बताया कि सुखविंदर की शादी हिसार में हुई थी। वह अपनी ससुराल हिसार के मिर्जापुर रोड स्थित श्रीनगर कॉलोनी में आया हुआ था। 28 जून को उसने रात के समय जहरीला पदार्थ खा लिया। उसके ससुराल वाले से हिसार के नागरिक अस्पताल में लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस ने हिसार के नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिवार वालों को सौंप दिया। पुलिस ने इस मामले में धारा 174 के तहत कार्रवाई की है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा चुनाव तारीख बदलने पर BJP-कांग्रेस में आर-पार:BJP बोली- छुट्टियां हैं; कांग्रेस बोली- इनकी छुट्टी होने वाली, समर्थन करने वाले INLD-जजपा तारा-सितारा
हरियाणा चुनाव तारीख बदलने पर BJP-कांग्रेस में आर-पार:BJP बोली- छुट्टियां हैं; कांग्रेस बोली- इनकी छुट्टी होने वाली, समर्थन करने वाले INLD-जजपा तारा-सितारा हरियाणा में विधानसभा चुनाव की डेट बदलने को लेकर भाजपा और कांग्रेस में आर-पार की लड़ाई शुरू हो गई है। भाजपा ने भारतीय चुनाव आयोग (ECI) को लेटर लिखकर चुनाव की डेट बदलने की मांग की है। भाजपा की तरफ से वोटिंग से पहले 5 दिन की छुटि्टयों का हवाला दिया गया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि इससे वोटिंग प्रतिशत पर असर पड़ेगा। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने भी चुनाव की डेट बदलने की मांग की है। पार्टी के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त को लेटर लिखा है। इसके बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा, ‘भाजपा की आंखों के तारे (इनेलो) और सितारे (जेजेपी)। जहां भाजपा, वहां इनेलो-जजपा।’ दीपेंद्र पर पलटवार करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा, ‘हकीकत में तो आप ही हो एक-दूसरे के प्यारे, तभी तो राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारे।’ वहीं कुमारी सैलजा ने कहा, ‘छुट्टी होना तय है, इसलिए छुट्टी का बहाना बना रहे हैं।’ चुनाव की तारीख बदलने के समर्थन में किसने क्या कहा 1. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव आयोग को लेटर लिखकर कहा कि 28 से 29 सितंबर को शनिवार-रविवार है। 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टी है। इतनी लंबी छुट्टियों में वोटर बाहर घूमने निकल जाएंगे। इससे वोटिंग कम हो सकती है। बड़ौली ने लेटर में यह भी बताया कि 2 अक्टूबर को राजस्थान में मुकाम धाम में आसोज का मेला शुरू होगा। यह बिश्नोई समाज का बड़ा धार्मिक कार्यक्रम है। इस मेले में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली से लोग पहुंचते हैं। हरियाणा में बिश्नोई समाज की जनसंख्या अधिक है। इसका असर भी वोटिंग पर हो सकता है। 2. INLD के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर 1 अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की BJP की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने लेटर में लिखा, चूंकि लोग आमतौर पर वीकेंड पर छुट्टियों पर जाते हैं, इसलिए यह निश्चित रूप से मतदान को प्रभावित करेगा। मत प्रतिशत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी होने की संभावना है। इसके अलावा, चुनाव के लिए कर्मचारियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ चुनाव की तैयारी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। हरियाणा में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने और मतदान प्रतिशत को अधिकतम करने के लिए मतदान की तारीख/दिन को एक या दो सप्ताह तक आगे बढ़ाया जाए। 3. अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने भी मुख्य चुनाव आयुक्त को लेटर लिखकर चुनाव की डेट बदलने की मांग की है। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने कहा कि एक अक्टूबर को राजस्थान के बीकानेर में बड़े मेले का आयोजन होगा। इसमें बिश्नोई समाज के काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में चुनाव की डेट बदली जाए। राजस्थान के बीकानेर में मुकाम धाम स्थित है, जहां आसोज अमावस्या पर मेला लगता है। इस बार आसोज अमावस्या एक अक्टूबर को रात 9.39 बजे शुरू होगी और 3 अक्टूबर को 12:18 बजे समाप्त होगी। चुनाव की तारीख बदलने के विरोध में किसने क्या कहा 1. हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री से लेकर भूतपूर्व प्रदेश अध्यक्ष तक, हार से कोई अछूता नहीं है। इनके मुख्यमंत्री अपने बूथ और विधानसभा में हार गए। इनके पूर्व प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ चुनाव हार गए थे। सुभाष बराला तक चुनाव हार गए थे। इसलिए भाजपा छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालना चाहती है, जबकि सच यह है कि हरियाणा की जनता ने भाजपा की छुट्टी करने का फैसला कर लिया है। 2. JJP नेता दुष्यंत चौटाला हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि प्रदेश में समय से पहले मतदान की घोषणा होने से भाजपा बुरी तरह से घबरा गई है और इसी के चलते बीजेपी मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग के दरबार पर पहुंच गई है। भाजपा को इस चुनाव में हार का डर स्पष्ट सता रहा है, क्योंकि अब भाजपा का जनाधार प्रदेश में गिर चुका है और इसके चलते वह 20 सीट भी नहीं जीत पा रही। उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि मतदान की तारीख घोषित करने के बाद बीजेपी के इस पत्र पर आयोग विचार करेगा।
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद का बड़ा दावा:बोले- मेरे निष्कासन लेटर पर फर्जी सिग्नेचर; हुड्डा ने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद का बड़ा दावा:बोले- मेरे निष्कासन लेटर पर फर्जी सिग्नेचर; हुड्डा ने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी हरियाणा कांग्रेस से पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा के निष्कासन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। पार्टी के नेता प्रतिपक्ष (CLP) नेता को लेकर दिए गए बयान के बाद पूर्व प्रवक्ता ने निष्कासन पत्र पर किए गए हस्ताक्षर को फर्जी बताया है। पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा ने दावा किया है कि लेटर पर कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के प्रिंटेड सिग्नेचर हैं। अब वह इस पूरे मामले को लेकर चंडीगढ़ पुलिस के पास जाने की बात कह रहे हैं। सुचना मिल रही है कि विधानसभा चुनाव में हारने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराएंगे। अभी 2 दिन पहले ही हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कांग्रेस नेता बाल मुकुंद शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसे लेकर पार्टी की ओर से एक पत्र भी जारी किया था। 8 नवंबर को बाल मुकुंद शर्मा ने दावा किया था कि इस बार पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा नेता प्रतिपक्ष नहीं बनेंगे बालमुकुंद शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में 3 बड़ी बातें कहीं… 1.प्रदेश अध्यक्ष को हार की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए
कांग्रेस से बर्खास्त किए जाने पर प्रवक्ता बाल मुकुंद शर्मा ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मैं तीस साल से कांग्रेस में हूं। मेरे पास कुछ दिन पहले पत्र मिला, जिसमें मुझे बर्खास्त कर दिया। जो पत्र जारी किया गया है उसमें उसमें फर्जी साइन किए हुए हैं। पार्टी जब चुनाव हार गई, मंथन का दौर चला, पार्टी में हाहाकार थी। नैतिकता के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष को हार की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। ना की किसी को पार्टी से बर्खास्त किया जाना चाहिए। मेरे राजनीति करियर में पहला ऐसी बार हुआ है कि किसी को बर्खास्त किया गया है। जो भी आज TV डिबेट पर जा रहे हैं कांग्रेस के ऑफिशियल प्रवक्ता नहीं हैं। 2. अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात चली
पूर्व प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हार की ज़िम्मेदारी नहीं ली, चुनाव में हार के बाद मंथन चल रहा था कि प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम लोगों को बदला जाएगा। जिसमें अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात चली, इसके अलावा चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की बात चली। कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में आदित्य सुरजेवाला, दूसरा OBC चेहरा चिरंजीव राव, तीसरा मेरा नाम शामिल था, चौथा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए गुट सही होना था। मेरा नाम कार्यकारी अध्यक्ष नाम पर आने पर मुझे निकाल दिया गया। 3. अशोक अरोड़ा नेता प्रतिपक्ष बनेंगे
कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद ने दावा किया कि मैं कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा नेता प्रतिपक्ष बनेंगे इस बात पर मैं आज भी क़ायम हूं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी। अपने बेटे को कांग्रेस सांसद बनाने के लिए चार सीटें दे दी। राहुल गांधी चाहते थे कि विधानसभा में आम आदमी पार्टी से गठबंधन हो, लेकिन जयप्रकाश अपने बेटे को कलायत से टिकट दिलवाने के चक्कर में आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं होने दिया, क्योंकि आम आदमी पार्टी के नेता अनुराग ढांडा वहां से टिकट चाहते थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने जारी पत्र में क्या कहा-
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान द्वारा जारी किए गए पत्र में लिखा है कि आप पिछले कुछ दिनों से प्रिंट/ इलेक्ट्रानिक मीडिया में अपने आपको कांग्रेस पार्टी का प्रवक्ता बता कर डिबेट आदि में भाग ले रहे हैं और कांग्रेस पार्टी के सिद्धांतों के विपरीत जाकर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि आप न तो कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता हैं और ना ही आपको पार्टी में कोई अन्य जिम्मेदारी सौंपी गई है। आपके द्वारा की जा रही अनर्गल बयानबाजी से न केवल पार्टी की छवि धूमिल हुई है, बल्कि आपका यह कृत्य पार्टी संविधान की घोर उल्लंघन की श्रेणी में आता है। आपके इस पार्टी विरोधी आचरण के चलते आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षों के लिए तुरंत प्रभाव से निष्कासित किया जाता है और चेतावनी दी जाती है कि अगर आपने भविष्य में अपने आपको पार्टी प्रवक्ता अथवा किसी अन्य पद का हवाला देकर किसी डिबेट में भाग लिया या प्रेस में कोई बयान जारी किया तो आपके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। बालमुकुंद शर्मा से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…
कांग्रेस नेता बोले- हुड्डा नहीं बनेंगे नेता प्रतिपक्ष, सिर्फ 2 ही नामों पर विचार हुआ; दीपेंद्र हुड्डा ने कहा- जल्द हाईकमान तय करेगा हरियाणा में कांग्रेस अभी तक विधायक दल के नेता का नाम फाइनल नहीं कर पाई है। 13 नवंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इसी बीच शुक्रवार (8 नवंबर) को कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में नहीं है। (पूरी खबर पढ़ें)
सोनीपत में कविता-राजीव जैन आज नहीं ले पाए फैसला:BJP को 10 सितंबर तक का अल्टीमेटम; गणमान्य लोगों की कमेटी से करेंगे चर्चा
सोनीपत में कविता-राजीव जैन आज नहीं ले पाए फैसला:BJP को 10 सितंबर तक का अल्टीमेटम; गणमान्य लोगों की कमेटी से करेंगे चर्चा हरियाणा के सोनीपत सीट से भाजपा की टिकट न मिलने से नाराज कविता व राजीव जैन ने पार्टी आलाकमान को 10 सितंबर का एक और मौका दिया है। रविवार को वर्करों की मीटिंग में राजीव जैन ने कहा कि हमारी नाराजगी कविता या राजीव जैन को टिकट मिलने की नहीं बल्कि भाजपा के किसी वर्कर की बजाय बाहर से नेता लाकर टिकट देने की है। उन्होंने कहा कि शहर के गणमान्य लोगों की कमेटी बना रहे हैं। उनसे चर्चा करेंगे और 10 सितंबर तक भाजपा के फैसले का इंतजार करेंगे। बता दें कि भाजपा ने सोनीपत के मेयर निखिल मदान को टिकट दी है। वे दो महीने पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद दो बार यहां चुनाव जीत चुकी कविता जैन व उसके समर्थकों ने मोर्चा खोल दिया था। कुछ पदाधिकारियों ने इस्तीफे भी दे दिए थे। राजीव जैन व कविता जैन ने आगामी फैसले के लिए आज मुरथल रोड स्थित रॉयल कैसल गार्डन में अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। लोगों के लिए किए संघर्ष की दिलाई याद बैठक में राजीव जैन ने भाजपा और स्थानीय लोगों के लिए किए संघर्ष संघर्ष की याद दिलाई। उन्होंने वर्करों को बताया कि पार्टी ने उनको बुलाया था। आश्वासन दिया है। वे अब पार्टी को 10 सितंबर तक का समय देते हैं। इसके बाद टिकट न मिलने पर आगामी कदम पर राजीव जैन ने कहा कि शहर के गणमान्य लोगों की कमेटी बनाकर उनसे चर्चा करेंगे। वो जो भी सुझाव देंगे, उनसे कार्यकर्ताओं को अवगत करा कर आगे का फैसला लेंगे। कविता जैन का भाजपा प्रत्याशी पर हमला सोनीपत में दो बार भाजपा की विधायक एवं मंत्री रही कविता जैन ने कहा कि आज हम एक ऐसे उम्मीदवार के लिए खड़े होकर वोट नहीं मांग सकते हैं, जो हमारे राष्ट्र के भविष्य और युवाओं का भविष्य खराब करने का काम कर रहा हो। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि किसकी कैसी वीडियो सामने आई थी। वो वीडियो सभी शहरवासियों के पास है। शहरवासी चाहते हैं भाजपा टिकट बदले राजीव जैन ने कहा कि पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं मे रोष है कि उनकी अनदेखी करके बाहर से प्रत्याशी लाया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से आए नेता को टिकट देने से पार्टी के कार्यकर्ताओं व शहर के लोगों की भावनाएं आहत हैं। उनके वर्कर सम्मेलन में उमड़ी भीड़ ने से साबित भी कर दिया है कि शहरवासी चाहते हैं कि भाजपा टिकट बदले। भाजपा आलाकमान ने उनको भरोसा दिलाया है, वे पार्टी के फैसले का 10 सितंबर तक इंतजार करेंगे। राजीव जैन ने दावा किया कि हलके के लोग इस प्रकार के आयातित लोगों को वोट देने का काम नहीं करेंगे। भाजपा द्वारा तीन बार कविता जैन को टिकट देने व मंत्री बनाने के सवाल पर राजीव जैन ने कहा कि वो पार्टी आलाकमान से कहना चाहते हैं कि भाजपा में और भी नेता व कार्यकर्ता हैं, बाहर से उम्मीदवार लाने की बजाय उनको टिकट दें, वे विरोध नहीं करेंगे। हमें नहीं तो इनको देते टिकट- राजीव उन्होंने कहा कि पार्टी में वरिष्ठ नेता ललित बत्रा थे, तरूण देवीदास थे, पूर्व मंत्री अनिल ठक्कर थे, इनमें से किसी को टिकट दे देते तो पार्टी में कोई विरोध नहीं होता। वो भी हमारे कार्यकर्ता हैं। ये ठीक है कि भाजपा ने उनको तीन बार टिकट दी है, लेकिन वे कहना चाहेंगे कि उस समय भाजपा की टिकट लेने के लिए कोई तैयार नहीं था। तब हमने भाजपा की पतवार को थामा था। सोनीपत सीट जीत कर उनकी झोली में डाली। उस समय सोनीपत जिले के 6 हलकों में से भाजपा केवल सोनीपत में जीती थी। जैन ने कहा कि इसके बाद भाजपा ने उनको आगे बढ़ाया, लेकिन वे एक बात कहना चाहते हैं कि आज भी हमारे अलावा भाजपा के किसी कार्यकर्ता को टिकट देकर आलाकमान आगे बढ़ाएं वो भाजपा के साथ हैं। आराम से उनकी मदद करेंगे। 10 सितंबर की रात को कमेटी की मीटिंग निर्दलीय चुनाव लड़ने के सवाल पर राजीव जैन ने कहा कि हमें पार्टी नेताओं ने बुलाया था। एक घंटे तक मीटिंग हुई। उनको कहा गया कि वे सारी रिपोर्ट ले रहे हैं। इसके बाद हमें बताएंगे। हम पार्टी के जवाब के इंतजार में हैं। इसको देखते हुए 10 सितंबर तक वेट करेंगे। यश या नो होता है तो उस पर फैसले के लिए समाज के 21 लोगों की कमेटी बनाई है। इसकी घोषणा आज हो जाएगी। कमेटी 10 सिंतबर की रात को बैठकर पूरे हालात पर चर्चा करेगी। इसमें जो तय हाेगा, उसके हिसाब से आगे का कदम उठाएंगे।