हरियाणा के चरखी दादरी में सोमवार देर रात RTA टीम ने बाढ़ड़ा क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसा। टीम ने 2 ओवरलोड वाहनों को पकड़कर डेढ़ लाख रुपए के चालान किए। इसके अलावा, 2 वाहनों को बाढड़ा बस स्टैंड पर खड़ा किया गया है। रोड़ी से भरे हाइवा डंपर के ओवरलोड पाए जाने पर एक लाख एक हजार व ईंटों से भरे एक ट्रैक्टर के ओवरलोड पाए जाने पर 49 हजार रुपए का चालान किया गया है। RTA टीम की रेड की सूचना मिलने पर दूसरे वाहन चालकों के हड़कंप देखने को मिला। मंत्री ने MVO को सस्पेंड किया था दरअसल, 19 जुलाई को चरखी दादरी लघु सचिवालय में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई थी। जिसमें ओवरलोडिंग व अवैध खनन का मामला जोर-शोर से उठाया गया था। बैठक की अध्यक्षता करने पहुंचे मंत्री मूलचंद शर्मा ने ओवरलोडिंग मामले को गंभीरता से से लिया था और संबंधित अधिकारी को लताड़ लगाते हुए मोटर व्हीकल ऑफिसर को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। इसके अलावा DC व SP की अध्यक्षता में ओवरलोडिंग रोकने के लिए कमेटी गठन करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद से जिले में ओवरलोडिंग वाहनों पर लगातार कार्रवाई देखने को मिली है। नारनौल की टीम ने पकड़े थे 10 वाहन 20 जुलाई देर रात टीम ने झोझू कलां आदमपुर सड़क पर गुप्त सूचना के आधार पर नारनौल आरटीए टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए 10 ओवरलोड वाहनों को पकड़ा और 7 लाख 90 हजार 500 रुपए के चालान काटे गए थे। लगातार हो रही इस कार्रवाई से ओवरलोड वाहन चालकों में हड़कंप मचा हुआ है। हरियाणा के चरखी दादरी में सोमवार देर रात RTA टीम ने बाढ़ड़ा क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसा। टीम ने 2 ओवरलोड वाहनों को पकड़कर डेढ़ लाख रुपए के चालान किए। इसके अलावा, 2 वाहनों को बाढड़ा बस स्टैंड पर खड़ा किया गया है। रोड़ी से भरे हाइवा डंपर के ओवरलोड पाए जाने पर एक लाख एक हजार व ईंटों से भरे एक ट्रैक्टर के ओवरलोड पाए जाने पर 49 हजार रुपए का चालान किया गया है। RTA टीम की रेड की सूचना मिलने पर दूसरे वाहन चालकों के हड़कंप देखने को मिला। मंत्री ने MVO को सस्पेंड किया था दरअसल, 19 जुलाई को चरखी दादरी लघु सचिवालय में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई थी। जिसमें ओवरलोडिंग व अवैध खनन का मामला जोर-शोर से उठाया गया था। बैठक की अध्यक्षता करने पहुंचे मंत्री मूलचंद शर्मा ने ओवरलोडिंग मामले को गंभीरता से से लिया था और संबंधित अधिकारी को लताड़ लगाते हुए मोटर व्हीकल ऑफिसर को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। इसके अलावा DC व SP की अध्यक्षता में ओवरलोडिंग रोकने के लिए कमेटी गठन करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद से जिले में ओवरलोडिंग वाहनों पर लगातार कार्रवाई देखने को मिली है। नारनौल की टीम ने पकड़े थे 10 वाहन 20 जुलाई देर रात टीम ने झोझू कलां आदमपुर सड़क पर गुप्त सूचना के आधार पर नारनौल आरटीए टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए 10 ओवरलोड वाहनों को पकड़ा और 7 लाख 90 हजार 500 रुपए के चालान काटे गए थे। लगातार हो रही इस कार्रवाई से ओवरलोड वाहन चालकों में हड़कंप मचा हुआ है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में BJP को बड़ा झटका:भजन गायक कन्हैया मित्तल कांग्रेस जॉइन करेंगे; जो राम को लाए हैं..गाकर सुर्खियों में आए
हरियाणा में BJP को बड़ा झटका:भजन गायक कन्हैया मित्तल कांग्रेस जॉइन करेंगे; जो राम को लाए हैं..गाकर सुर्खियों में आए हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भजन गायक कन्हैया मित्तल कांग्रेस में शामिल होंगे। वह पंचकूला सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे। हालांकि भाजपा ने यहां से ज्ञानचंद गुप्ता को दोबारा टिकट दिया। कन्हैया मित्तल वही गायक हैं, जिन्होंने ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ गाना गाया था। यह गाना उनका काफी फेमस हुआ था। मित्तल अक्सर भाजपा के कार्यक्रमों में नजर आते थे। दैनिक भास्कर से बातचीत में कन्हैया मित्तल ने कहा कि मैंने भाजपा से कभी टिकट की उम्मीद नहीं की। काम करने की सभी की अपनी-अपनी शैली है। भाजपा के पास ज्यादा विकल्प थे। हम सभी जगह काम कर सकते हैं। मगर, मैं कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं। अभी तारीख और समय तय नहीं किया गया है। मैं लोगों से अपील करना चाहूंगा कि वह एक दल को सनातन न समझें, सनातन हर जगह है। भाजपा के लिए भजन गाने के सवाल पर कन्हैया मित्तल ने कहा कि मैंने उस समय भी कहा था कि डॉ. मनमोहन सिंह अगर मंदिर बनवाते तो हम उनके लिए भी भजन गाते। हमने उस शख्स को थैंक्स किया है जिसने उस मंदिर के लिए काम किया है। हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को थैंक्स किया है। दरअसल, कन्हैया मित्तल हरियाणा की राजनीति में सक्रिय होना चाहते हैं उन्होंने 4 अगस्त को चंडीगढ़ सेक्टर-30 स्थित अग्रवाल भवन से हिसार के अग्रोहा धाम के लिए पदयात्रा शुरू की थी। यह यात्रा 278 किलोमीटर की थी। 12 दिनों में यह यात्रा अग्रोहा पहुंची। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी, पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल और परिवहन मंत्री असीम गोयल शामिल हुए थे। हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं…
हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM सरकारी कोठी खाली कर रहे:मान्यता- इसमें रहने वाला दोबारा नहीं जीतता; दुष्यंत ने टाइम भी पूरा नहीं किया
हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM सरकारी कोठी खाली कर रहे:मान्यता- इसमें रहने वाला दोबारा नहीं जीतता; दुष्यंत ने टाइम भी पूरा नहीं किया चंडीगढ़ में सरकारी कोठी नंबर-48 अक्सर चर्चा में रहती है। इस बार इसकी चर्चा हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को लेकर है। वह अब तक इसी कोठी में रहे थे, लेकिन अब वह इसे खाली कर पंचकूला में शिफ्ट हो रहे हैं। हालांकि, अभी यह कोठी किसी को अलॉट नहीं हुई है। इस कोठी के साथ एक धारणाएं जुड़ी है। ऐसा माना जाता है कि इस कोठी में रहने वाले मंत्रियों में ज्यादातर अगली दफा विधानसभा तक भी नहीं पहुंचते। अब JJP नेता दुष्यंत चौटाला इस कोठी को 5 साल पूरा होने से पहले ही खाली कर रहे हैं। हालांकि, अब वह मंत्री नहीं हैं, इसलिए खाली करना भी पड़ता। इसके अलावा यहां कोठी नंबर-78 को लेकर भी ऐसी ही धारणाएं बनी। बाद में इस कोठी को IAS अफसरों को ही अलॉट किया जाता रहा है। ये कोठियां भी मंत्रियों की अन्य कोठियों की तरह काफी अच्छी हैं, लेकिन इनके साथ जुड़ी धारणाएं नेगेटिव हैं। समझिए… कोठी नंबर-48 का गणित
चंडीगढ़ में कोठी नंबर-48 सेक्टर-2 में है। यहां हरियाणा कोटे की अन्य कोठियां भी हैं, जिनमें मंत्री रहते हैं। इस कोठी में इनेलो सरकार में चौधरी धीरपाल सिंह रहे थे। वह 1999 से 2005 तक इस कोठी में रहे, लेकिन इसके बाद वह नहीं जीते। इस कोठी में कांग्रेस सरकार बनने पर तब के वित्त मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह रहने लगे, लेकिन वह भी 2009 में हार गए। उन्हें उचाना सीट पर ओमप्रकाश चौटाला ने विधानसभा में हराया। कांग्रेस के दूसरे कार्यकाल में 2009 में यह कोठी मंत्री रणदीप सुरजेवाला को अलॉट हुई। वह जीतकर विधानसभा ताे पहुंचे, लेकिन उनकी सरकार सत्ता से बाहर होने पर वह मंत्री नहीं बन सके और कोठी खाली करनी पड़ी। भाजपा सरकार बनने पर 2014 में यह कोठी तब के वित्त मंत्री कैप्टनअभिमन्यु काे मिली, लेकिन वह भी 2019 में चुनाव हार गए। गठबंधन सरकार बनने पर यह कोठी 2019 में तब के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को मिली, लेकिन अब लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा। गठबंधन टूटने से सरकार से बाहर हो गए। अब वह यहां पांच साल पूरे नहीं कर रहे। वह इस कोठी को पहले ही खाली कर रहे हैं। कोठी नंबर-78 में ये भी रहे, जो अगली बार नहीं जीते
कोठी नंबर-78 में तत्कालीन डिप्टी स्पीकर कुलबीर सिंह, सुषमा स्वराज, करतार देवी, बहादुर सिंह, रामबिलास शर्मा, फूलचंद मुलाना रह चुके हैं। ये लोग अगली बार विधानसभा नहीं पहुंचे थे। इनके बाद कृष्णलाल पंवार को भी हार का सामना करना पड़ा। अब यह कोठी अफसरों को दी जा रही है। इसमें अभी मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव रह रहे हैं।
घरौंडा में हादसे में छात्र की दर्दनाक मौत:चाचा के साथ बाइक पर था; कंबाइन ने कुचला, दूसरी मौत से पसरा मातम
घरौंडा में हादसे में छात्र की दर्दनाक मौत:चाचा के साथ बाइक पर था; कंबाइन ने कुचला, दूसरी मौत से पसरा मातम हरियाणा के करनाल के घरौंडा के डिंगर माजरा रोड पर कंबाइन ने बाइक सवार युवक को कुचल दिया। युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वह अपने चाचा के साथ बाइक पर घर लौट रहा था। वेयर हाउस के पास कंबाइन ने सीधी टक्कर मारी। जिसमें चाचा-भतीजा सड़क पर जा गिरे थे। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने आरोपी ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव बल्हेड़ा निवासी आरिफ अपने भतीजे सोयल उर्फ हुसैन(18 वर्ष) के साथ अपने घर लौट रहा था। आरिफ सिलाई मशीन का काम करता है। आरिफ ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि जब वह अपने भतीजे के साथ घरौंडा से गांव की ओर आ रहे थे। उनकी बाइक धीमी गति से अपनी साइड पर चल रही थी। डींगर माजरा से लगभग एक किलोमीटर पहले सरकारी वेयरहाउस के पास सामने से आ रही कम्बाइन ने सीधी टक्कर मार दी। इस हादसे में आरिफ सड़क के किनारे गिर गया, लेकिन सोयल पर कम्बाइन चढ़ गई। सोयल को गंभीर चोटें आईं और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। 12वीं कक्षा का छात्र था सोयल मृतक बल्हेड़ा गांव का रहने वाला था और बरसत गांव के एक प्राइवेट स्कूल में 12वीं कक्षा का छात्र था। सोमवार की शाम को वह अपने चाचा आरिफ के साथ अपना आधार का ठीक करवाने के लिए घरौंडा आया था। यहां पर आधार कार्ड ठीक करवाने के बाद अपने घर वापिस लौट रहा था और रास्ते में उसके साथ हादसा हो गया। हादसा होता देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। भीड़ को देख आरोपी कंबाइन चालक मौके से फरार हो गया। दो साल में दो मौते
पूर्व सरपंच प्रतिनिधि कोसर अली ने बताया कि सोयल की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। एक साल पहले सोयल के पिता की भी मौत हो गई थी और आज सोयल की मौत ने परिवार को तोड़कर रख दिया है। सोयल के परिवार में अब उसकी मां और बड़ा भाई है। जिनका रो रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने किया मामला दर्ज
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक को अपने कब्जे में ले लिया और करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी हाउस में रखवा दिया। मंगलवार को मृतक का पोस्टमार्टम हुआ और शव परिजनों को सौंप दिया। जांच अधिकारी रवि कुमार ने बताया कि डिंगर माजरा रोड पर कंबाइन की टक्कर से एक युवक सोयल की मौत हो गई है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।