हरियाणा के चरखी दादरी में फोगाट खाप प्रधान सुरेश फोगाट की अगुवाई में खाप पदाधिकारियों व किसान संगठनों के लोगों ने शनिवार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की सुध नहीं लेने पर रोष प्रकट किया और जल्द उनकी सुध लेकर अनशन खत्म नहीं करवाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। खाप पदाधिकारी व किसान संगठनों के लोग शनिवार को फोगाट खाप प्रधान सुरेश फोगाट की अगुआई में राष्ट्रपति के नाम डीसी को ज्ञापन देने चरखी दादरी लघु सचिवालय पहुंचे। लेकिन छुट्टी होने के चलते वहां अधिकारी नहीं मिलने पर वे एसडीएम के निवास स्थान स्थानीय रेस्ट हाउस पहुंचे जहां एसडीएम नवीन कुमार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से किसानों की हालत और मांगों पर संज्ञान लेने की मांग की। ज्ञापन के माध्यम से जगजीत सिंह डल्लेवाल से बातचीत कर उनका आमरण अनशन खत्म करवाकर जीवन बचाने की अपील की। वहीं जेल में बंद किसानों की रिहाई, किसानों को दिल्ली कूच करने देना, राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति को वापस लेना और सभी किसान संगठनों से बातचीत कर उनकी लंबित मांगें पूरी करना आदि मांग की गई। फोगाट खाप प्रधान सुरेश फोगाट ने कहा कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखना चाहते हैं, लेकिन सरकार उनका दमन कर रही है और दिल्ली कूच नहीं करने दे रही। रविवार को हिसार जिले में आयोजित महापंचायत में किसान आंदोलन को लेकर देशभर की खाप-पंचायतें एकत्रित होकर विचार विमर्श कर आगामी रणनीति तैयार करेंगे। वहां से उन्हें जो भी आदेश मिलेगा उसी के अनुरूप किसान आंदोलन का आगामी रूख रहेगा। डल्लेवाल को कुछ हुआ तो देश में बड़ा आंदोलन होगा: प्रधान फोगाट खाप प्रधान ने कहा कि किसान नेता डल्लेवाल 13 सूत्रीय मांगों को लेकर आमरण अनशन पर हैं। उन्हें एक माह से अधिक का समय हो चुका है लेकिन सरकार ने उनकी अभी तक सुध नहीं ली है। उन्होंने कहा कि डल्लेवाल किसानों के हित के लिए अपना जीवन दाव पर लगाए हुए हैं। ऐसे में यदि उनके साथ कोई अनहोनी होत है तो देश में बड़ा आंदोलन खड़ा होगा और सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। पुलिस रही तैनात खाप पदाधिकारी व किसान संगठनों के लोग ज्ञापन देने पहुंचे तो एहतियात के तौर पर पुलिस वहां तैनात रही। पहले पुलिस को लघु सचिवालय परिसर में तैनात किया गया था। लेकिन बाद में जब जानकारी मिली कि ज्ञापन सौंपने के लिए उक्त लोग रेस्ट हाउस जाएंगे तो बाद में वहां पुलिस को तैनात कर दिया गया। हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की कोई घटना सामने नहीं आई और पदाधिकारी अपना ज्ञापन सौंपकर शांतिपूर्वक लौट गए। हरियाणा के चरखी दादरी में फोगाट खाप प्रधान सुरेश फोगाट की अगुवाई में खाप पदाधिकारियों व किसान संगठनों के लोगों ने शनिवार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की सुध नहीं लेने पर रोष प्रकट किया और जल्द उनकी सुध लेकर अनशन खत्म नहीं करवाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। खाप पदाधिकारी व किसान संगठनों के लोग शनिवार को फोगाट खाप प्रधान सुरेश फोगाट की अगुआई में राष्ट्रपति के नाम डीसी को ज्ञापन देने चरखी दादरी लघु सचिवालय पहुंचे। लेकिन छुट्टी होने के चलते वहां अधिकारी नहीं मिलने पर वे एसडीएम के निवास स्थान स्थानीय रेस्ट हाउस पहुंचे जहां एसडीएम नवीन कुमार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से किसानों की हालत और मांगों पर संज्ञान लेने की मांग की। ज्ञापन के माध्यम से जगजीत सिंह डल्लेवाल से बातचीत कर उनका आमरण अनशन खत्म करवाकर जीवन बचाने की अपील की। वहीं जेल में बंद किसानों की रिहाई, किसानों को दिल्ली कूच करने देना, राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति को वापस लेना और सभी किसान संगठनों से बातचीत कर उनकी लंबित मांगें पूरी करना आदि मांग की गई। फोगाट खाप प्रधान सुरेश फोगाट ने कहा कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखना चाहते हैं, लेकिन सरकार उनका दमन कर रही है और दिल्ली कूच नहीं करने दे रही। रविवार को हिसार जिले में आयोजित महापंचायत में किसान आंदोलन को लेकर देशभर की खाप-पंचायतें एकत्रित होकर विचार विमर्श कर आगामी रणनीति तैयार करेंगे। वहां से उन्हें जो भी आदेश मिलेगा उसी के अनुरूप किसान आंदोलन का आगामी रूख रहेगा। डल्लेवाल को कुछ हुआ तो देश में बड़ा आंदोलन होगा: प्रधान फोगाट खाप प्रधान ने कहा कि किसान नेता डल्लेवाल 13 सूत्रीय मांगों को लेकर आमरण अनशन पर हैं। उन्हें एक माह से अधिक का समय हो चुका है लेकिन सरकार ने उनकी अभी तक सुध नहीं ली है। उन्होंने कहा कि डल्लेवाल किसानों के हित के लिए अपना जीवन दाव पर लगाए हुए हैं। ऐसे में यदि उनके साथ कोई अनहोनी होत है तो देश में बड़ा आंदोलन खड़ा होगा और सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। पुलिस रही तैनात खाप पदाधिकारी व किसान संगठनों के लोग ज्ञापन देने पहुंचे तो एहतियात के तौर पर पुलिस वहां तैनात रही। पहले पुलिस को लघु सचिवालय परिसर में तैनात किया गया था। लेकिन बाद में जब जानकारी मिली कि ज्ञापन सौंपने के लिए उक्त लोग रेस्ट हाउस जाएंगे तो बाद में वहां पुलिस को तैनात कर दिया गया। हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की कोई घटना सामने नहीं आई और पदाधिकारी अपना ज्ञापन सौंपकर शांतिपूर्वक लौट गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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जींद में महिला टीचर का शारीरिक-मानसिक शोषण:प्रिंसिपल ने होटल में खाना खिलाने को बोला; शिक्षक के खिलाफ नहीं दी थी गवाही
जींद में महिला टीचर का शारीरिक-मानसिक शोषण:प्रिंसिपल ने होटल में खाना खिलाने को बोला; शिक्षक के खिलाफ नहीं दी थी गवाही हरियाणा के जींद शहर में सरकारी महिला टीचर ने प्रिंसिपल पर शारीरिक और मानसिक शोषण के आरोप लगाए हैं। पीड़िता कहना है कि शिक्षा विभाग और प्रशासन प्रिंसिपल पर कार्रवाई करने की बजाय उसको बचाने में लगे हैं। डेढ़ साल से प्रिंसिपल उस पर दबाब बना रहा है कि वह एक टीचर के खिलाफ बयान दे, जबकि उसे मामले को जानकारी तक नहीं थी। प्रिंसिपल ने उसे होटल ले जाकर खाना खिलाने को कहा। प्रिंसिपल ने आरोपों को झुठलाया है। शिकायतकर्ता अध्यापिका ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले स्कूल में प्रिंसिपल ने एक शिक्षक के खिलाफ किसी मामले को लेकर पुलिस को शिकायत दी थी। प्रिंसिपल उस पर शिक्षक के खिलाफ बयान देने के लिए दबाव बना रहा था। वह उस शिक्षक के मामले के बारे में नहीं जानती थी, इसलिए उसने बयान देने से मना कर दिया। इस पर प्रिंसिपल उससे रंजिश रखने लगा। कहीं नहीं हो रही सुनवाई
उसने बताया कि करीब सवा साल पहले प्रिंसिपल ने उससे कहा कि वह उसे होटल में खाना खिलाने के लिए लेकर चले। इसकी रिकार्डिंग भी उसके पास है। जो पुलिस को दी गई है। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। मई 2023 में उसने शिक्षा विभाग की एक अधिकारी को मौखिक शिकायत दी। उस पर भी कार्रवाई नहीं की गई। 29 जनवरी 2024 को उसने डीसी को शिकायत दी। डीसी ने तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के लिए ये शिकायत भेज दी। लेकिन यहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसके बाद डीसी ने जिला परिषद की तत्कालीन सीईओ डा. किरण सिंह को जांच दी थी। सीईओ की अध्यक्षता में स्थानीय शिकायत कमेटी गठित की गई थी। लेकिन अब तक इस कमेटी ने जांच की कोई रिपोर्ट नहीं दी है। जब तक कमेटी की जांच पूरी नहीं होती, आगे कोई कार्रवाई नहीं होगी।शिक्षिका की तरफ से 5 जून को महिला आयोग को भी शिकायत दी थी। महिला आयोग ने ये शिकायत एसपी को भेज दी थी। शिक्षिका ने बताया कि वह अब तक क्या जांच हुई, इसको लेकर सीएम विंडो भी लगा चुकी है। इसी बीच सीईओ का ट्रांसफर हो गया और इस मामले में कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई। प्रिंसिपल बोले- झूठे हैं आरोप, एक शिक्षक रच रहा साजिश
महिला शिक्षिका के आरोपों पर प्राचार्य का कहना है कि शिक्षिका की तरफ से लगाए गए आरोप गलत हैं। वे दिव्यांग हैं और दूसरे व्यक्ति पर निर्भर हैं। शिक्षिका ने जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच शिक्षा विभाग की तरफ से आई टीम भी कर चुकी है। जिसमें कुछ नहीं पाया गया है। एक शिक्षक जिसके खिलाफ किसी मामले में उसने शिकायत दी थी, ये मामला कोर्ट में भी चल रहा है। वही शिक्षक एक व्यक्ति के साथ मिलकर उसके साथ साजिश के तहत ये सब करवा रहा है।
एडीसी ने कहा-महिला अधिकारी ही करेंगी सुनवाई
एडीसी एवं सीईओ विवेक आर्य ने बताया कि महिला शोषण से संबंधित मामले की जांच के लिए जो स्थानीय शिकायत कमेटी गठित की जाती है। उसकी अध्यक्ष महिला अधिकारी ही होती हैं। तत्कालीन मुख्य कार्यकारी डा. किरण सिंह फिलहाल उचाना एसडीएम हैं। वे ही इस मामले को देखेंगी। एक बार सुनवाई के बाद हो गई थी ट्रांसफर : डा. किरण सिंह
उचाना की एसडीएम डा. किरण सिंह ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाकर एक बार ही सुनवाई हुई थी। उसी दौरान उनकी सीईओ के पद से ट्रांसफर हो गई थी। अगर उनके पास ये मामला आता है, तो आगे की जांच कर रिपोर्ट दी जाएगी। कमेटी में शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों से महिला अधिकारी, वकील सहित छह सदस्य हैं।
हरियाणा के युवाओं का महासंगम आज:पंचकूला में राज्य स्तरीय युवा समारोह शुरू; सीएम सैनी ने किया
हरियाणा के युवाओं का महासंगम आज:पंचकूला में राज्य स्तरीय युवा समारोह शुरू; सीएम सैनी ने किया पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में आज एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम होने जा रहा है। हरियाणा का राज्य स्तरीय युवा समारोह, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। इस आयोजन में प्रदेश के सभी जिलों से बड़ी संख्या में युवाओं की भागीदारी होगी। यह समारोह युवाओं के सशक्तिकरण और प्रेरणा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम भी मौजूद रहेंगे। आयोजन में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ युवाओं के कौशल विकास और विचार-विमर्श के लिए विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। हरियाणा सरकार की इस पहल का मुख्य उद्देश्य युवाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें और एक-दूसरे के अनुभवों से सीख सकें। मुख्यमंत्री और खेल मंत्री की उपस्थिति इस आयोजन को विशेष महत्व प्रदान करती है, जो राज्य सरकार की युवा-केंद्रित नीतियों को भी दर्शाती है।
किसानों का शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का ऐलान:101 किसान रवाना होंगे; पंधेर बोले- मोदी के PM रहते MSP कानून बनवाएंगे
किसानों का शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का ऐलान:101 किसान रवाना होंगे; पंधेर बोले- मोदी के PM रहते MSP कानून बनवाएंगे हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने 21 जनवरी को दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि इसमें 101 किसान शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अभी तक वार्ता का मन नहीं बना रही है, इसलिए आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को चेतावनी भी दी कि उनके प्रधानमंत्री रहते ही देश में MSP पर फसल खरीद की गारंटी का कानून आएगा। किसानों की सभी मांगें देश हित में हैं और उन्हें लागू कराया जाएगा। किसान इससे पहले भी दिसंबर महीने में 3 बार दिल्ली कूच की कोशिश कर चुके हैं। किसान 6 दिसंबर, 8 दिसंबर और 14 दिसंबर 2024 को दिल्ली की ओर रवाना हुए थे लेकिन तीनों बार हरियाणा पुलिस ने उन्हें बैरिकेड पर ही रोक लिया। बता दें कि MSP की गारंटी कानून को लेकर किसान 11 महीने से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत डल्लेवाल 52 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। उनके समर्थन में 111 किसान लगातार दूसरे दिन अनशन पर बैठे हैं। आज गुरुवार को अनशन पर बैठे एक किसान की अचानक तबीयत खराब हो गई। पंधेर बोले- PM सुरक्षा चूक मामले में 25 किसानों को समन भेजे
इस दौरान सरवण पंधेर ने 5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक के मुद्दे को उठाया। पंधेर ने कहा कि 2022 की घटना में अब पंजाब सरकार ने केंद्र के दबाव में आकर 25 के करीब किसानों के खिलाफ समन भेज दिए हैं। इसमें अब हत्या की कोशिश का मामला भी जोड़ दिया गया है। हम इसका विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि 5 जनवरी 2022 को पीएम बॉय एयर आ रहे थे, लेकिन अचानक उनका रूट बदल दिया गया। वे सड़क मार्ग से आए। पीएम का काफिला 15-20 मिनट के लिए रुका था। एक भी किसान ने पीएम की तरफ फूल तक नहीं मारा था। तब CM रहे चरणजीत चन्नी की अगुआई वाली कांग्रेस सरकार ने साफ किया था कि किसानों का मकसद उन्हें नुकसान पहुंचाना नहीं था। इसके बावजूद अब 3 साल के बाद किसानों पर दोबारा से कार्रवाई निंदनीय है। 20 किलो कम हुआ डल्लेवाल का वजन
आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए जानकारी दी की किसान नेता डल्लेवाल का वजन 20 किलो कम हुआ है। जब वह मरणव्रत पर बैठे थे तब उनका वजन 86 किलो 950 ग्राम था, जबकि अब यह कम होकर 66 किलो 400 ग्राम रह गया है। इसके साथ ही किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर वही टेस्ट के रिजल्ट सुप्रीम कोर्ट में दिखा रही है जिनमें गिरावट आने में ज्यादा समय लगता है। अनशन पर बैठे एक किसान की तबीयत बिगड़ी
बीते कल खनौरी बॉर्डर पर 111 किसानों का जत्था पहुंचा था जिन्होंने काले रंग की पगड़ियां पहनी हुई थी। ये सभी किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल के साथ अनशन पर बैठने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपने गले में कुछ पोस्टर भी लटकाए हुए थे जिसमें लिखा था “जगजीत सिंह डल्लेवाल से पहले हमारी शहादत होगी।” ये सभी किसान कल शाम से ही अनशन पर बैठ गए थे आज इनके अनशन का दूसरा दिन है। आज अचानक एक किसान की तबीयत बिगड़ गई। उसे मिर्गी का दौरा पड़ा था। जानकारी मिलते ही डॉ. स्वेमान की टीम मौके पर पहुंची और किसान का इलाज शुरू कर दिया गया। डल्लेवाल की हालत बिगड़ रही, बोलने में भी दिक्कत
डॉक्टरों के मुताबिक अनशन पर बैठे डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ती जा रही है। उन्हें बोलने में भी दिक्कत हो रही है। अब उनका शरीर ही खुद को खा रहा है। उनका बीपी लगातार ऊपर-नीचे हो रहा है। डल्लेवाल ने साफ कर दिया है कि जब तक केंद्र सरकार उनकी बात नहीं सुनती, तब तक वे इलाज नहीं कराएंगे। हालांकि सरकार ने मोर्चे के पास ही एक अस्थायी अस्पताल बना दिया है। साथ ही करीब 50 डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। इसके अलावा निजी संस्थानों के डॉक्टर भी उनकी जांच कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सारी मेडिकल रिपोर्ट तलब की, AIIMS से राय लेगा
डल्लेवाल के आमरण अनशन को लेकर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने पंजाब सरकार से डल्लेवाल के सेहत से जुड़ी सभी रिपोर्ट तलब की हैं। जिसके बारे में कोर्ट AIIMS का ओपिनियन लेगा। इससे पहले सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने पहले डल्लेवाल की हालत में सुधार की बात कही, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि उनकी हालत स्थिर है। हालांकि, डल्लेवाल इससे पहले प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सभी धर्मों के संतों और महापुरुषों को पत्र लिख चुके हैं। इनमें उन्होंने मांग की है कि सरकार से एमएसपी गारंटी समेत अन्य शर्तें पूरी करने को कहा जाए। 18 जनवरी को SKM से मीटिंग
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के इस आंदोलन को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) भी समर्थन दे चुका है। इस बारे में रणनीति बनाने के लिए 18 जनवरी को किसान नेताओं की मीटिंग होगी। जिसमें दूसरी बार दिल्ली घेरने की योजना बनाई जाएगी। वहीं 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।