चरखी दादरी में पहली बार पानी आते ही टूटा रैंप:ग्रामीणों ने लगाए घटिया सामग्री उपयोग करने के आरोप, नारेबाजी कर किया प्रदर्शन

चरखी दादरी में पहली बार पानी आते ही टूटा रैंप:ग्रामीणों ने लगाए घटिया सामग्री उपयोग करने के आरोप, नारेबाजी कर किया प्रदर्शन

चरखी दादरी जिले के गांव मांढी केहर में जोहड़ पर बना रैंप पहली बार पानी आते ही क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने ठेकेदार, जेई और सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए रोष व्यक्त किया। आरोपी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। नारेबाजी कर व्यक्ति किया रोष सरपंच अशोक कुमार की अगुआई में काफी संख्या में मांढी केहर के ग्रामीण एकत्रित हुए और उन्होंने अटल भूजल के जेई, ठेकेदार और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया है। विरोध जता रहे ग्रामीणों ने कहा कि काफी दिनों से मांग के बावजूद पशुओं के पीने के पानी के लिए उनके गांव में जोहड़ का निर्माण करवाया गया था। जोहड़ के निर्माण के बाद इसमें पानी पहुंचाने के लिए वे विभाग व जन प्रतिनिधियों के चक्कर लगाते रहे तब जाकर नहर से पाईप लाईन के माध्यम से पानी जोहड़ तक पहुंचाया गया । कुछ ही समय पहले हुआ था जोहड़ का निर्माण ग्रामीणों ने कहा कि जोहड़ पर रैंप का भी निर्माण करवाया गया है जिसका निर्माण कार्य हाल ही में पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि रैंप के ऊपर से पहली बार पानी आते ही रैंप पूरी तरह से टूट गया है । ग्रामीणों ने रैंप निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग कर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं और जांच की मांग उठाई है। कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की दी चेतावनी ग्रामीणों ने बताया कि रैंप पूरी तरह से खस्ताहाल हो गया है और जोहड़ के पास से लोगों के आवागमन के लिए रास्ता है। जिसके चलते यहां कोई हादसा भी हो सकता है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो वे आंदोलन करेंगे। चरखी दादरी जिले के गांव मांढी केहर में जोहड़ पर बना रैंप पहली बार पानी आते ही क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने ठेकेदार, जेई और सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए रोष व्यक्त किया। आरोपी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। नारेबाजी कर व्यक्ति किया रोष सरपंच अशोक कुमार की अगुआई में काफी संख्या में मांढी केहर के ग्रामीण एकत्रित हुए और उन्होंने अटल भूजल के जेई, ठेकेदार और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया है। विरोध जता रहे ग्रामीणों ने कहा कि काफी दिनों से मांग के बावजूद पशुओं के पीने के पानी के लिए उनके गांव में जोहड़ का निर्माण करवाया गया था। जोहड़ के निर्माण के बाद इसमें पानी पहुंचाने के लिए वे विभाग व जन प्रतिनिधियों के चक्कर लगाते रहे तब जाकर नहर से पाईप लाईन के माध्यम से पानी जोहड़ तक पहुंचाया गया । कुछ ही समय पहले हुआ था जोहड़ का निर्माण ग्रामीणों ने कहा कि जोहड़ पर रैंप का भी निर्माण करवाया गया है जिसका निर्माण कार्य हाल ही में पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि रैंप के ऊपर से पहली बार पानी आते ही रैंप पूरी तरह से टूट गया है । ग्रामीणों ने रैंप निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग कर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं और जांच की मांग उठाई है। कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की दी चेतावनी ग्रामीणों ने बताया कि रैंप पूरी तरह से खस्ताहाल हो गया है और जोहड़ के पास से लोगों के आवागमन के लिए रास्ता है। जिसके चलते यहां कोई हादसा भी हो सकता है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो वे आंदोलन करेंगे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर