चरखी दादरी में पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ ने चुनाव के मद्देनजर धारकों को निर्देश दिये है कि चुनाव को शांतिपूर्वक, निष्पक्ष और भय मुक्त वातावरण में संपन्न करवाने के लिए लाइसेंस धारक को अपना हथियार बिना किसी देरी के अपने नजदीकी थाना या गन हाउस में जमा कराएं। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार हरियाणा में विधानसभा चुनाव 1 अक्टूबर को होने हैं। इसी दौरान चुनाव आयोग की तरफ से आदर्श आचार संहिता लगाई गई है, जिसका पालन करते हुए पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ ने चुनाव के मद्देनजर जिला चरखी दादरी के असला धारकों को निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना और चौकी प्रभारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि आपके क्षेत्र में जिन-जिन लोगों के पास लाइसेंस हथियार है, उन सभी के हथियारों को चुनाव से पहले संबंधित पुलिस थाने या गन हाउस में जमा करने होंगे। इसके अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति गन हाउस में भी अपने हथियार जमा करवा सकता है। हथियार जमा करवाने की रसीद को संबधित थाने में दिखाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान किसी के पास भी कोई हथियार नहीं होना चाहिए। जो लोग अपने लाइसेंस शस्त्र जमा नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चरखी दादरी में पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ ने चुनाव के मद्देनजर धारकों को निर्देश दिये है कि चुनाव को शांतिपूर्वक, निष्पक्ष और भय मुक्त वातावरण में संपन्न करवाने के लिए लाइसेंस धारक को अपना हथियार बिना किसी देरी के अपने नजदीकी थाना या गन हाउस में जमा कराएं। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार हरियाणा में विधानसभा चुनाव 1 अक्टूबर को होने हैं। इसी दौरान चुनाव आयोग की तरफ से आदर्श आचार संहिता लगाई गई है, जिसका पालन करते हुए पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ ने चुनाव के मद्देनजर जिला चरखी दादरी के असला धारकों को निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना और चौकी प्रभारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि आपके क्षेत्र में जिन-जिन लोगों के पास लाइसेंस हथियार है, उन सभी के हथियारों को चुनाव से पहले संबंधित पुलिस थाने या गन हाउस में जमा करने होंगे। इसके अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति गन हाउस में भी अपने हथियार जमा करवा सकता है। हथियार जमा करवाने की रसीद को संबधित थाने में दिखाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान किसी के पास भी कोई हथियार नहीं होना चाहिए। जो लोग अपने लाइसेंस शस्त्र जमा नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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असंध नगरपालिका के चेयरमैन सतीश कटारिया अयोग्य घोषित:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने सुनाया फैसला, फर्जी डीएमसी बनाने का आरोप
असंध नगरपालिका के चेयरमैन सतीश कटारिया अयोग्य घोषित:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने सुनाया फैसला, फर्जी डीएमसी बनाने का आरोप करनाल की असंध नगरपालिका के चेयरमैन सतीश कटारिया को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने अयोग्य घोषित कर दिया है। आरोप हैं कि नगरपालिका का चुनाव लड़ने के लिए कटारिया ने 10वीं कक्षा की फर्जी डीएमसी का इस्तेमाल किया था। आप पार्टी की प्रत्याशी ने कटारिया की डीएमसी को लेकर आरटीआई लगाई, जिसमें फर्जी डीएमसी होने का खुलासा हुआ। एडवोकेट सोनिया बोहत फर्जी डीएमसी के रिकॉर्ड लेकर हाईकोर्ट पहुंची और हाईकोर्ट के माध्यम से स्टेट इलेक्शन कमीशन को नोटिस भिजवाए। जिसके बाद जांच शुरू हुई, जिसमें डॉक्यूमेंट फर्जी पाए गए और हाईकोर्ट के नोटिस की गाइडलाइन पर चुनाव आयोग ने 10 अप्रैल 2023 को चेयरमैन सतीश कटारिया को टर्मिनेट कर दिया। इसके बाद सतीश कटारिया ने हाईकोर्ट में अपील की। एडवोकेट सोनिया बोहत अपने वकील एडवोकेट जीएस संधू के साथ हाईकोर्ट में पेश हुई और कानूनी लड़ाई लड़ी। बीती 4 नवंबर को हाईकोर्ट में फाइनल आर्ग्युमेंट हुई। जिसके बाद हाईकोर्ट की डबल बेंच ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। जिसके बाद आज हाईकोर्ट की डबल बैंच ने अपना फैसला सुनाते हुए चेयरमैन सतीश कटारिया को अयोग्य घोषित कर दिया। 4408 वोट लेकर चेयरमैन बने थे सतीश कटारिया
2022 में नगर पालिका असंध का चुनाव हुआ। जिसमें सतीश कटारिया ने आजाद उम्मीदवार के तौर पर चेयरमैन का नॉमिनेशन किया था। उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी कमलजीत लाडी को 553 वोट से हराया था और चेयरमैन बने थे। आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी एडवोकेट सोनिया बोहत भी चेयरमैन का चुनाव लड़ी थी। जिसमें इन्हें 1335 वोट मिले थे और चौथे स्थान पर रही थी। आपको बता दे कि पहले कटारिया ने आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था, लेकिन बाद में वे बीजेपी में शामिल हो गए थे। एडवोकेट सोनिया बोहत ने बताया कि जब नॉमिनेशन दाखिल किए जा रहे थे, तो उस दौरान उनकी नजर सतीश कटारिया की डीएमसी पर पड़ी थी। डीएमसी यूपी बोर्ड की थी। जिस पर फर्जी होने का शक हुआ। इलेक्शन में सतीश कटारिया जीत गए थे। जिसके बाद सोनिया बोहत ने आरटीआई से डीएमसी के फर्जी होने की पुष्टि की। सोनिया बोहत का कहना है कि सतीश कटारिया ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके चुनाव लड़ा, जो नगरपालिका के नियमों और चुनाव आयोग के साथ धोखा था और इससे भी बड़ा धोखा असंध की जनता के साथ था। इसलिए ऐसे शख्स की सच्चाई सभी के सामने आनी चाहिए थी। नगरपालिका के चेयरमैन सतीश कटारिया का कहना है कि उन्होंने किसी तरह के कोई फर्जी दस्तावेज इस्तेमाल नहीं किए। माननीय हाईकोर्ट के ऑर्डर की कॉपी अभी तक नहीं मिली है। इसलिए कुछ भी स्पष्ट नहीं है। माननीय हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान किया जाएगा और अगर अयोग्य घोषित किया जाता है तो माननीय सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाएगी।
भूपेंद्र हुड्डा बोले- हरियाणा में नाकाम व यू-टर्न सरकार:BJP जवाब दे- पहले के फैसले सही या फिर आज के; सभी पर लाठियां बरसाई
भूपेंद्र हुड्डा बोले- हरियाणा में नाकाम व यू-टर्न सरकार:BJP जवाब दे- पहले के फैसले सही या फिर आज के; सभी पर लाठियां बरसाई हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शुक्रवार को अंबाला कैंट में पहुंचे। यहां पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए हुड्डा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा सरकार ने सभी पर अत्याचार किए हैं।अब चुनाव को देख लोगों को लुभाने के लिए घोषणाएं कर रहे हैं। इस मौके पर नवनिर्वाचित सांसद वरुण मुलाना, पूर्व मंत्री निर्मल सिंह चौधरी व चित्रा सरवारा विशेष रूप से उपस्थित रही। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार में जिसने भी आवाज या मांग उठाई, उन सभी पर लाठी चार्ज किया गया। आज इलेक्शन से पहले सरपंचों के लिए घोषणा करके सरकार वाह वाही लूट रही है। हुड्डा ने कहा कि भाजपा राम के नाम पर राजनीति कर रही है, जबकि हम सब राम का नाम लेकर ही काम की शुरुआत करते हैं। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद अंबाला में आईएमटी बनाई जाएगी। पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार कौशल निगम में भर्ती करके युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। इसमें न तो युवाओं को अच्छा वेतन दिया जा रहा है, न ही पक्की नौकरी। यह नहीं इस निगम में न कोई मेरिट है न कोई आरक्षण। यही नहीं निगम के MD पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि हरियाणा में आज नाकाम और यू-टर्न सरकार चल रही है। लोकसभा में करारी हार के बाद से ये सरकार कोई काम करने की बजाय सिर्फ अपने ही फैसलों से यू-टर्न मारने में लगी है। ऐसे में बीजेपी को जवाब देना चाहिए कि उसके मौजूदा फैसले सही थे या अभी लिए जा रहे फैसले सही हैं? सरकार के ऊल-जलूल फैसलों के चलते 10 बरस में जनता का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कौन करेगा? हुड्डा ने सवाल उठाए कि बीजेपी द्वारा 2014 में किसानों को दी गई एमएसपी की गारंटी को पूरा क्यों नहीं किया? गरीब, एससी और ओबीसी से 100-100 गज के प्लाट का अधिकर छीनकर बीजेपी 30 गज के प्लाट की फर्जी घोषणा कर रही है। प्लॉट का झांसा देकर गरीबों से 10000-10000 रुपए लिए जा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हरियाणा के सरकारी विभागों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। तमाम विभाग कर्मचारियों के भारी टोटे को झेल रहे हैं। इसकी वजह से जनता को हर छोटे-बड़े काम के लिए दफ्तरों के बार-बार धक्के खाने पड़ते हैं और इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। इसलिए प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर खाली पदों को भरना और बेरोजगारी पर अंकुश लगाना पहली प्रथामिकता होगी। आज जनता बीजेपी द्वारा खड़े किए गए पोर्टल के मकड़जाल से बुरी तरह परेशान है। प्रॉपर्टी आईडी ने निगम व नगर पालिकाओं को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। पीपीपी परमानेंट परेशानी पत्र बन गई है और ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ किसानों की एमएसपी के लिए सबसे बड़ा रोड़ा साबित हो रहा है। इसलिए कांग्रेस सरकार बनने पर ऐसे तमाम जनविरोधी पोर्टलों को खत्म करके डिजिटलाइजेशन का सही दिशा व जनता की सहुलियत के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
हरियाणा में कांग्रेस को झटका, किरण-श्रुति चौधरी BJP जॉइन करेंगी:पूर्व CM बंसीलाल की MLA बहू-पोती; राहुल गांधी के आगे विरोध जता चुकीं
हरियाणा में कांग्रेस को झटका, किरण-श्रुति चौधरी BJP जॉइन करेंगी:पूर्व CM बंसीलाल की MLA बहू-पोती; राहुल गांधी के आगे विरोध जता चुकीं हरियाणा के पूर्व CM चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधु और भिवानी के तोशाम से MLA किरण चौधरी कल कांग्रेस छोड़ रही है। सूत्रों के अनुसार, किरण अपनी बेटी पूर्व सांसद श्रुति चौधरी के साथ कल (19 जून) को ही BJP जॉइन करेगी। दोनों दिल्ली जाकर BJP हेडक्वार्टर में पार्टी में शामिल होगी। सोमवार को दिल्ली में हुई भाजपा की बैठक में इस पर चर्चा हो चुकी है। किरण चौधरी लोकसभा चुनाव में अपनी बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट कटने के बाद से ही नाराज दिख रही थी। किरण ने खुलकर मीडिया के सामने कई बार राजनीतिक तौर पर उन्हें खत्म करने की साजिश रचने के आरोप लगाए। उनके अलावा कांग्रेस के एक और नेता पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा के भी पार्टी छोड़ने की चर्चा है। हालांकि कुलदीप अभी कांग्रेस में ही है, लेकिन सूत्रों के अनुसार बहुत जल्द वह भी बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट मांग रही थी श्रुति, हुड्डा के करीबी को मिली
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को हरियाणा में 5-5 सीटों पर जीत मिली है। किरण चौधरी भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से अपनी बेटी श्रुति चौधरी टिकट मांग रही थी। उनकी बेटी इस सीट पर एक बार सांसद भी रह चुकी है, लेकिन पार्टी ने इस बार श्रुति की टिकट काटकर पूर्व सीएम हुड्डा के खास महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह को दे दी। जिससे किरण नाराज हो गई और चुनावी प्रचार से भी पूरी तरह दोनों ने दूरी बना ली। हालात ये बने कि राव दान सिंह चुनाव हार गए। कुलदीप शर्मा करनाल सीट से थे दावेदार
इसी तरह करनाल सीट से पूर्व डिप्टी स्पीकर कुलदीप शर्मा दावेदारी जता रहे थे। यहां भी उनकी बजाय युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को बीजेपी के हैवीवेट प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने उतार दिया। दिव्यांशु बुद्धिराजा और कुलदीप शर्मा दोनों ही पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास हैं। टिकट नहीं मिलने के कारण कुलदीप शर्मा एक तरह से घर बैठ गए। कुलदीप ने बुद्धिराजा के चुनाव में किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिसकी वजह से इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी बुरी तरह हार गए। सोनीपत की गन्नौर विधानसभा सीट से विधायक कुलदीप शर्मा सभी कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। पांच सीटें जीतने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत करनाल से ही की है। 16 जून को करनाल में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में कुलदीप शर्मा नहीं आए। इसके बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे है कुलदीप शर्मा कभी भी पार्टी छोड़ सकते हैं। किरण-श्रुति को राज्यसभा भेजने के भी आसार
दरअसल, दीपेंद्र हुड्डा के रोहतक लोकसभा से चुनाव जीतने के बाद हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट खाली हुई है। प्रदेश में फिलहाल बीजेपी की सरकार हैं। ऐसे में राज्यसभा में बीजेपी के ही किसी उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है। चर्चा इस बात की है कि बीजेपी हरियाणा में कांग्रेस के किसी बड़े नेता को पार्टी में शामिल कराकर राज्यसभा में भेज सकती है। इनमें किरण चौधरी या उनकी बेटी श्रुति चौधरी का नाम टॉप पर है।किरण चौधरी के लोकसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी में जाने की चर्चा चल रही थी। हालांकि माहौल को भांपकर किरण चौधरी शांत रही, लेकिन बेटी की टिकट कटने और फिर पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें इग्नोर करने से वे काफी आहत हुई। मीडिया के सामने किरण कई बार कह चुके है कि उन्हें दबाने और खत्म करने की साजिशें की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ ब्राह्मण चेहरे के तौर पर कुलदीप शर्मा को पार्टी में शामिल कराकर उन्हें भी राज्यसभा में भेजा जा सकता है, लेकिन इसके चांस कम है। क्योंकि हरियाणा से पहले ही बीजेपी निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को समर्थन कर राज्यसभा भेज चुकी है। कई गुटों में बंटी कांग्रेस, हुड्डा ग्रुप भारी
हरियाणा में कांग्रेस कई गुटों में बंटी हुई है। एक गुट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो दूसरा उनके एंटी एसआरके ( कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी ) गुट बना हुआ है। इसके अलावा पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी अपनी अलग राह चुने हुए हैं। कैप्टन भी इस बार गुरुग्राम सीट से दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उनकी टिकट काटकर हुड्डा की सिफारिश पर फिल्म स्टार राज बब्बर को टिकट दे दी। हालांकि राज बब्बर भी राव इंद्रजीत सिंह से चुनाव हार गए। मौजूदा वक्त में हुड्डा का गुट भारी है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बैठे उदयभान भी उनके ही ग्रुप के हैं। हुड्डा से खटपट में कई नेता कर चुके किनारा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा से खटपट के चलते पहले भी कई कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें राव इंद्रजीत सिंह, कुलदीप बिश्नोई जैसे बड़े नेता भी शामिल है। राव इंद्रजीत सिंह ने दक्षिणी हरियाणा के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए 2014 में पार्टी छोड़ी तो कुलदीप बिश्नोई प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाए जाने के कारण 2022 में बीजेपी में शामिल हुए थे। फिलहाल राव इंद्रजीत सिंह केंद्र सरकार में मंत्री तो कुलदीप बिश्नोई राज्यसभा सीट को लेकर दावेदारी जता रहे है। बिश्नोई हिसार सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उनकी टिकट काटकर चौधरी रणजीत चौटाला को चुनाव लड़ाया, लेकिन चौटाला कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश से चुनाव हार गए। कांग्रेस अध्यक्ष बोले- सबको भविष्य चुनने का अधिकार
किरण चौधरी के भाजपा जॉइन करने के सवाल पर हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि हर नेता को अपना भविष्य का फैसला लेने का अधिकार है। अगर उन्हें वहां अपना भविष्य नजर आता है तो वह फैसला ले सकती हैं।